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अवैध अस्पतालों पर होगी सख्त कार्रवाई — बेल्थरा रोड तहसील क्षेत्र में संचालित निजी क्लीनिकों की जांच की मांग
संजीव सिंह बलिया।बेल्थरा रोड तहसील क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित निजी अस्पतालों, मेडिकल स्टोरों, नर्सिंग होमों एवं पैथोलॉजी केंद्रों पर अब प्रशासनिक कार्रवाई की मांग जोर पकड़ने लगी है। हाल ही में नगरा क्षेत्र में एक झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से जच्चा-बच्चा की हुई मौत के बाद क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त है। इस संबंध में जिला पंचायत सदस्य (वार्ड संख्या 29) अरुण कुमार संगम (प्रतिनिधि – श्रीमती धानपति देवी) ने उपजिलाधिकारी, बेल्थरा रोड को एक पत्र भेजकर इस गंभीर मुद्दे पर तत्काल जांच और कठोर कार्यवाही की मांग की है। पत्र में उल्लेख किया गया है कि बिना पंजीकरण और बिना लाइसेंस के चल रही चिकित्सा संस्थाएं लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रही हैं, जो मानवता के लिए घातक है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से आमजन में भय और अविश्वास का माहौल बन रहा है। यदि समय रहते जांच और कार्रवाई नहीं हुई तो भविष्य में इससे भी बड़ी घटनाएं घट सकती हैं। पत्र में निम्न बिंदुओं पर विशेष मांग की गई है— 1️⃣ तहसील बेल्थरा रोड के अंतर्गत संचालित सभी प्राइवेट हॉस्पिटल, नर्सिंग होम, मेडिकल स्टोर एवं पैथोलॉजी केंद्रों की संयुक्त टीम द्वारा जांच कराई जाए। 2️⃣ जिन स्थानों पर अवैध रूप से चिकित्सा कार्य संचालित हो रहे हैं, उन पर तत्काल विधिक कार्रवाई की जाए। 3️⃣ संबंधित दोषियों पर कठोर दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न दोहराई जाएं। 4️⃣ यदि किसी विभागीय अधिकारी/कर्मचारी की मिलीभगत पाई जाती है तो उसके विरुद्ध विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि अरुण कुमार संगम ने प्रशासन से आग्रह किया है कि मानव जीवन के साथ हो रहे इस खिलवाड़ को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में किसी परिवार को इस तरह की त्रासदी न झेलनी पड़े।
बेमौसम बारिश से रसड़ा के खेतों में तबाही! किसानों की धान की फसलें चौपट, राहत और ऋण माफी की गुहार
संजीव सिंह बलिया! रसड़ा क्षेत्र और आसपास के इलाकों में हुई बेमौसम भारी वर्षा ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। खड़ी और तैयार धान की फसलें पूरी तरह से नष्ट हो जाने से क्षेत्र के किसानों के सामने आर्थिक संकट और भुखमरी जैसी स्थिति पैदा हो गई है। खेतों में खड़ी उपज डूबने से किसानों का महीनों का परिश्रम व्यर्थ हो गया है।इस गंभीर स्थिति को देखते हुए किसान रामकृष्ण सिंह सेंगर (पत्रकार), अरविंद कुमार तिवारी (पत्रकार) और भानु प्रताप सिंह ने संयुक्त रूप से उपजिलाधिकारी (SDM) रसड़ा के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपकर राहत और ऋण माफी की मांग की है।ज्ञापन में किसानों ने कहा है कि बेमौसम बारिश के चलते उनकी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं और अब उनके लिए जीवन-यापन तक कठिन हो गया है। किसानों ने चिंता जताई कि इस परिस्थिति में वे किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) या अन्य कृषि ऋण कैसे चुका पाएंगे।ज्ञापन में की गई प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:फसल नुकसान की उच्च-स्तरीय जांच कराई जाए।प्रभावित किसानों के कृषि ऋण माफ किए जाएं।किसानों को तत्काल राहत राशि और मुआवजा प्रदान किया जाए।किसानों ने कहा कि यह बारिश उनके लिए ‘काल’ बनकर आई है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि सरकार तत्काल राहत की घोषणा कर किसानों के दर्द को कम करे और उनके जीवन को संबल प्रदान करे।
बेमौसम बारिश से रसड़ा के खेतों में तबाही! किसानों की धान की फसलें चौपट, राहत और ऋण माफी की गुहार
संजीव सिंह बलिया! रसड़ा क्षेत्र और आसपास के इलाकों में हुई बेमौसम भारी वर्षा ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। खड़ी और तैयार धान की फसलें पूरी तरह से नष्ट हो जाने से क्षेत्र के किसानों के सामने आर्थिक संकट और भुखमरी जैसी स्थिति पैदा हो गई है। खेतों में खड़ी उपज डूबने से किसानों का महीनों का परिश्रम व्यर्थ हो गया है।इस गंभीर स्थिति को देखते हुए किसान रामकृष्ण सिंह सेंगर (पत्रकार), अरविंद कुमार तिवारी (पत्रकार) और भानु प्रताप सिंह ने संयुक्त रूप से उपजिलाधिकारी (SDM) रसड़ा के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपकर राहत और ऋण माफी की मांग की है।ज्ञापन में किसानों ने कहा है कि बेमौसम बारिश के चलते उनकी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं और अब उनके लिए जीवन-यापन तक कठिन हो गया है। किसानों ने चिंता जताई कि इस परिस्थिति में वे किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) या अन्य कृषि ऋण कैसे चुका पाएंगे।ज्ञापन में की गई प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:फसल नुकसान की उच्च-स्तरीय जांच कराई जाए।प्रभावित किसानों के कृषि ऋण माफ किए जाएं।किसानों को तत्काल राहत राशि और मुआवजा प्रदान किया जाए।किसानों ने कहा कि यह बारिश उनके लिए ‘काल’ बनकर आई है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि सरकार तत्काल राहत की घोषणा कर किसानों के दर्द को कम करे और उनके जीवन को संबल प्रदान करे।
डिजिटल हाजिरी के विरोध में प्राथमिक शिक्षक संघ बलिया ने सौंपा ज्ञापन, मुख्यमंत्री को भेजी अपनी मांगें
संजीव सिंह बलिया! 1 नवंबर 2025। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ बलिया के आह्वान पर आज जिले के शिक्षकों ने डिजिटल हाजिरी व्यवस्था के विरोध में मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिला अधिकारी बलिया के प्रतिनिधि के माध्यम से सौंपा।यह ज्ञापन संघ के जिला अध्यक्ष अजय कुमार सिंह के नेतृत्व में प्रेषित किया गया। ज्ञापन सौंपने के दौरान अटेवा जिला प्रवक्ता विनय राय नगरा अध्यक्ष ब्रजेश कुमार सिंह 'तेगा', मंत्री राजीव नयन पांडेय अटेवा नगरा अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह सहित कई शिक्षक उपस्थित रहे।संघ पदाधिकारियों का कहना है कि डिजिटल हाजिरी व्यवस्था शिक्षकों के सम्मान और कार्यप्रणाली पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है, जिसके विरोध में यह ज्ञापन सरकार को भेजा गया है। संगठन ने मुख्यमंत्री से इस व्यवस्था को तत्काल समाप्त करने की मांग की है। शिक्षकों की प्रमुख मांगे:ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्याओं और तकनीकी अड़चनों के कारण डिजिटल हाजिरी व्यवस्था को समाप्त किया जाए।पुरानी पेंशन योजना (OPS) बहाल की जाए और सभी पेंशनभोगी शिक्षकों को पूर्ववत सुविधा दी जाए।सभी राज्यों के प्राथमिक शिक्षकों के लिए समान वेतनमान और अन्य लाभ सुनिश्चित किए जाएं।शिक्षामित्रों/संविदा शिक्षकों को नियमित किया जाए और स्थायी सेवा का लाभ दिया जाए।नई शिक्षा नीति 2020 के शिक्षक विरोधी प्रावधानों को तत्काल हटाया जाए।पदोन्नति, चयन वेतनमान, प्रोन्नत वेतनमान, और टीईटी जैसी अनिवार्यता को लेकर शिक्षकों की समस्याओं का समाधान किया जाए।शिक्षकों को ऑनलाइन उपस्थिति से जुड़े उन तकनीकी और सामाजिक मुद्दों के समाधान के बिना बाध्य न किया जाए, जिनसे उनकी गरिमा और कार्यक्षमता प्रभावित होती है।ज्ञापन में शिक्षक संघ ने चेतावनी भी दी कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो संघर्ष और बड़ा आन्दोलन किया जाएगा
बागी बलिया स्थापना दिवस पर प्राथमिक शिक्षामित्र संघ आजमगढ़ मंडल ने दी शुभकामनाएं, महान विभूतियों को किया नमन
संजीव सिंह बलिया। महर्षि भृगु की तपोभूमि और स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणास्थली कही जाने वाली बागी बलिया की स्थापना दिवस पर जिलेभर में श्रद्धा और गौरव का माहौल व्याप्त रहा। 1 नवंबर 1879 को अस्तित्व में आए इस जनपद की ऐतिहासिक विरासत को स्मरण करते हुए लोगों ने अपने पुरखों के बलिदान और योगदान को नमन किया।उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ आजमगढ़ मंडल के संरक्षक सरल यादव, अध्यक्ष अनिल यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजीव कुमार सिंह, महामंत्री भरत यादव, कोषाध्यक्ष दिलीप प्रसाद, मंत्री प्रवीण राय, संगठन मंत्री हरिकेश मौर्य तथा महिला मंडल अध्यक्ष सुविद्या शाही सहित सभी पदाधिकारियों ने बलिया जिलेवासियों को स्थापना दिवस की मंगलकामनाएं प्रेषित कीं।संघ पदाधिकारियों ने कहा कि यह वही भूमि है जहां से मंगल पांडेय और चित्तू पांडेय जैसे क्रांतिकारियों ने अंग्रेजी शासन को चुनौती दी और स्वतंत्रता की ज्योति प्रज्ज्वलित की। यही धरती राजा बलि की नगरी रही है और यहीं से लोकनायक जयप्रकाश नारायण, पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर, डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी, डॉ. बलदेव उपाध्याय, आचार्य परशुराम चतुर्वेदी, पंडित रघुनाथ शर्मा तथा अमरकांत जैसी महान विभूतियां निकलीं जिन्होंने देश और समाज को नई दिशा दी।संघ पदाधिकारियों ने यह भी कहा कि बलिया की इस गौरवशाली पहचान को आगे बढ़ाना हर नागरिक का दायित्व है, ताकि नई पीढ़ी इस वीरभूमि की आत्मा और भावना से जुड़ी रह सके।
बागी बलिया स्थापना दिवस पर दी गई शुभकामनाएं, जनपद के महान विभूतियों को किया नमन
संजीव सिंह बलिया। महर्षि भृगु की तपोभूमि और स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणास्थली कही जाने वाली बागी बलिया की स्थापना दिवस पर आज जिलेभर में श्रद्धा और गौरव का माहौल रहा। 1 नवंबर 1879 को अस्तित्व में आए जनपद बलिया की ऐतिहासिक विरासत को स्मरण करते हुए लोगों ने अपने पुरखों के बलिदान और योगदान को नमन किया।उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ, नगरा बलिया के अध्यक्ष ब्रजेश कुमार सिंह (तेगा) एवं मंत्री राजीव नयन पाण्डेय ने जिलेवासियों को स्थापना दिवस की मंगलकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह वही भूमि है जहां से मंगल पांडेय, चित्तू पांडेय जैसे क्रांतिकारियों ने अंग्रेजी शासन को चुनौती दी और स्वतंत्रता की ज्योति जगाई। यही धरती राजा बलि की राजधानी और लोकनायक जयप्रकाश नारायण, पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर, डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी, डॉ. बलदेव उपाध्याय, आचार्य परशुराम चतुर्वेदी, पंडित रघुनाथ शर्मा तथा अमरकांत जैसे महान विभूतियों की जन्मभूमि रही है।संघ पदाधिकारियों ने कहा कि बलिया की इस गौरवशाली पहचान को आगे बढ़ाना हर नागरिक का कर्तव्य है, ताकि नई पीढ़ी इस वीरभूमि की आत्मा से जुड़ी रहे।
अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने घोषित किया आंदोलन11 दिसम्बर को जंतर मंतर पर सांकेतिक धरना, फरवरी 2026 में संसद मार्च रैली
संजीव सिंह बलिया!लखनऊ: अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ की ओर से हजरतगंज स्थित डिप्लोमा इंजीनियर संघ भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुशील कुमार पाण्डेय ने देशभर के शिक्षकों की सेवा सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर विस्तृत चर्चा करते हुए आगामी आंदोलन की घोषणा की। उन्होंने बताया कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के 01 सितम्बर 2025 के निर्देश में प्राथमिक शिक्षकों की सेवा में बने रहने और पदोन्नति के लिए दो वर्ष के भीतर टेट उत्तीर्ण करना अनिवार्य करने का प्रावधान शिक्षकों की सेवा सुरक्षा के लिए चिंता का विषय है।इस संबंध में अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा प्रधानमंत्री, केन्द्रीय शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजते हुए इस निर्णय को वापस लेने व शिक्षा अधिकार नियमावली में संशोधन किए जाने की मांग की गई है। संघ ने सरकार से देश के शिक्षकों की सेवा सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने का आग्रह किया है।पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर संघ के अध्यक्ष सुशील पाण्डेय ने बताया कि उत्तर प्रदेश में शिक्षकों ने इस निर्णय के विरोध में संवैधानिक तरीके से काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य किया, ज्ञापन सौंपे और हस्ताक्षर अभियान चलाए। बताया गया कि इस मामले में पुनर्विचार याचिका सर्वोच्च न्यायालय में दाखिल की गई है, जो विचाराधीन है।उन्होंने कहा कि देशभर के शिक्षक सर्वोच्च न्यायालय या सरकार से सकारात्मक संदेश की प्रतीक्षा कर रहे हैं। अभी तक कोई स्पष्ट निर्णय न मिलने के कारण शिक्षक वर्ग में मानसिक तनाव और निराशा है।सुशील पाण्डेय ने कहा कि शिक्षकों की प्रमुख समस्या वर्तमान में टेट अनिवार्यता है जो इन-सर्विस शिक्षकों के लिए अव्यवहारिक और अनुचित है। संघ की मांग है कि टेट की अनिवार्यता समाप्त की जाए अथवा संशोधित की जाए। साथ ही पुरानी पेंशन योजना (OPS) की बहाली, पेंशनभोगी शिक्षकों को पूर्ववत सुविधा, सभी राज्यों में समान वेतनमान, संविदा शिक्षकों का नियमितीकरण तथा नई शिक्षा नीति 2020 में शिक्षक विरोधी प्रावधानों को तत्काल हटाए जाने की मांग की गई है।संघ के अध्यक्ष ने बताया कि संगठन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि 11 दिसम्बर 2025 को नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर देशभर के शिक्षक सांकेतिक धरना देंगे। यदि इसके बाद भी सरकार कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाती है, तो नव वर्ष 2026 के फरवरी माह में दिल्ली के रामलीला मैदान से संसद तक विशाल “संसद मार्च रैली” आयोजित की जाएगी।उन्होंने कहा कि यह आंदोलन देशभर के शिक्षकों की एकजुटता और सेवा सुरक्षा की लड़ाई होगा, जिसमें राज्य शिक्षक संगठन अपने-अपने प्रदेशों से अधिकतम संख्या में भाग लेंगे।
कार्यालय : उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ
स्थान : डिप्लोमा इंजीनियर संघ भवन, हजरतगंज, लखनऊ
दिनांक : 31 अक्टूबर 2025
बेमौसम बारिश से परेशान किसानों को मुआवजा दे सरकार: सपा उपाध्यक्ष सुशील पाण्डेय कान्हजी
संजीव सिंह बलिया। समाजवादी पार्टी के जनपदीय उपाध्यक्ष व प्रवक्ता सुशील कुमार पाण्डेय ‘कान्हजी’ ने एक प्रेस नोट जारी करते हुए कहा कि हाल ही में हुई बेमौसम बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। मेहनती किसानों की पूरी फसल इस दैवीय आपदा के कारण बर्बाद हो गई है, जिसका तत्काल संज्ञान सरकार को लेना चाहिए।कान्हजी ने कहा कि समाजवादी पार्टी बलिया जिला प्रशासन और सरकार से यह मांग करती है कि जनपद में हुए फसली नुकसान का सही-सही आकलन कराया जाए और प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा तुरंत उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी खेती पुनः खड़ी करने के लिए बिजली, पानी, बीज, खाद आदि सुविधाएं निःशुल्क प्रदान की जानी चाहिए, ताकि वे फिर से खेती में जुड़ सकें।सपा प्रवक्ता ने कहा कि हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है, इसलिए चाहे केंद्र सरकार हो या प्रदेश सरकार—दोनों को ऐसे संकट के समय किसानों के साथ हृदय खोलकर सहयोग करना चाहिए। किसानों की स्थिति सुधरेगी तो देश और समाज की तरक्की निश्चित रूप से सुनिश्चित होगी।
शिक्षा उन्नयन गोष्ठी की तैयारी तेज, 2 नवम्बर को आमंत्रण मैरिज हॉल गोठाई नगरा में होगा भव्य आयोजन
संजीव सिंह बलिया। क्षेत्र के समस्त नोडल संकुल शिक्षक, प्रधानाध्यापक, शिक्षामित्र, अनुदेशक एवं संबंधित शिक्षकों को आगामी 2 नवम्बर रविवार को आयोजित होने वाली शिक्षा उन्नयन गोष्ठी में अनिवार्य रूप से प्रतिभाग करने हेतु निर्देशित किया गया है। यह कार्यक्रम आमंत्रण मैरिज हॉल, नगरा में प्रातः 9 बजे से आरंभ होगा।खंड शिक्षा अधिकारी आर.पी. सिंह ने बताया कि गोष्ठी का उद्देश्य शैक्षिक प्रगति एवं नवाचारों को प्रोत्साहित करना है। सभी न्याय पंचायतों से टीएलएम तथा विज्ञान मॉडल प्रदर्शनी में भागीदारी अनिवार्य होगी। शिक्षक पूर्व में आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी के मॉडल का उपयोग भी कर सकते हैं।प्रत्येक विद्यालय से प्रधानाध्यापक अथवा उनका प्रतिनिधि शिक्षक सक्रिय रूप से सम्मिलित हों, वहीं प्रत्येक न्याय पंचायत से एक उत्कृष्ट शिक्षक एवं एक निपुण छात्र का चयन कर उनके नाम आज ही भेजने के निर्देश दिए गए हैं। इससे उनके प्रमाणपत्र समय से तैयार हो सकेंगे।सांस्कृतिक कार्यक्रम हेतु चयनित विद्यालयों—प्राथमिक विद्यालय गोठांई, उच्च प्राथमिक विद्यालय गोठवां, यूपीएस खरूआंव, प्राथमिक विद्यालय बराईच , यूपीएस खरुवानव अनु बस्ती तथा प्रा.वि. विशुनपुर डंडा—के छात्रों के नाम कल तक उपलब्ध कराने को कहा गया है। सभी प्रतिभागी छात्र-शिक्षक सुबह 9 बजे तक स्थल पर उपस्थित हो जाएं, क्योंकि कार्यक्रम ठीक 9:30 बजे प्रारंभ होगा।खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए शिक्षकों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
लंच व्यवस्था: अवधेश सिंह
जलपान: मनोज कुमार सिंह
मोमेंटो: रविन्द्र नाथ सिंह
रंगोली, माल्यार्पण: विष्णुदेव राम,
दुर्गेश कुमार
सांस्कृतिक कार्यक्रम: रजनीश दुबे,
राम प्रवेश वर्मा
स्वागत व उद्घोष: महबूब आलम
योग: नागेन्द्र कुमार
अकादमिक कार्यक्रम: श्रीमती कृष्णा देवी,
रामकृष्ण मौर्य
सम्मान एवं पुरस्कार: श्रीमती सरोज सिंह
प्रमाणपत्र व माइक: बच्चा लाल
मंच सज्जा: के.के. सिंह,
दयाशंकर राम
मीडिया प्रबंधन: संजीव कुमार सिंह
संचालन: विद्यासागर उपाध्याय, रामकृष्ण मौर्य
अभिलेख व्यवस्था: राम प्रवेश वर्मा, दयाशंकर राम।स्वागत समिति में विरेंद्र प्रताप यादव,  ब्रजेश कुमार  सिंह, सुधीर तिवारी, पुष्पेंद्र सिंह, सुदीप तिवारी, राकेश सिंह, राघवेन्द्र राही, नीता श्रीवास्तव सहित अनेक शिक्षाविद व संगठन पदाधिकारी शामिल रहेंगे। सभी पुरुष परिचारक प्रातः 7 बजे से स्थल पर उपस्थित रहेंगे।खंड शिक्षा अधिकारी आर.पी. सिंह ने कहा कि कार्यक्रम में भाग लेने वाले बच्चों की लाने-ले जाने की जिम्मेदारी संबंधित प्रधानाध्यापकों की होगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि टीम नगरा आपसी सहयोग और समन्वय से इस शैक्षिक आयोजन को सफल बनाएगी।
लौह पुरुष सरदार पटेल की जयंती पर रघुनाथपुर प्राथमिक विद्यालय में उत्साहपूर्वक मनाया गया राष्ट्रीय एकता दिवस
संजीव सिंह बलिया देश की एकता और अखंडता के प्रतीक, आधुनिक भारत के शिल्पकार, महान स्वतंत्रता सेनानी तथा भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती शुक्रवार को प्राथमिक विद्यालय रघुनाथपुर पर पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर विद्यालय परिवार के सभी सदस्य एकत्र होकर भारत की एकता, समरसता और राष्ट्रीय अखंडता के आदर्शों को याद करते हुए लौह पुरुष को श्रद्धा-सुमन अर्पित किया।कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाध्यापक ब्रजेश कुमार सिंह ने सरदार पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया। उनके साथ शिक्षक संजीव कुमार सिंह, शिक्षिका किरण यादव सहित विद्यालय के सभी स्टाफ उपस्थित रहे। सभी ने राष्ट्र की एकता और भाईचारे के संरक्षण का संकल्प दोहराया।प्रधानाध्यापक ब्रजेश कुमार सिंह ने कहा कि सरदार पटेल ने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान देश को एकजुट करने और रियासतों के विलय में जो दूरदर्शिता दिखाई, वह आज भी सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने विद्यार्थियों को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के महत्व से अवगत कराते हुए कहा कि हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेकर देश की एकता, अखंडता और प्रगति के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए।इस अवसर पर विद्यालय परिसर में ‘राष्ट्रीय एकता शपथ’ का आयोजन किया गया, जिसमें उपस्थित शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने भाग लिया। सभी ने देश की एकता, भाईचारा और सौहार्द बनाए रखने की शपथ ली। अंत में सरदार पटेल के आदर्शों पर चलने का सामूहिक संकल्प लिया गया।सभी शिक्षकों व विद्यार्थियों ने एक स्वर में राष्ट्रीय एकता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और इस अवसर को प्रेरणादायक बताया।