छह सितंबर तक चलेगा एमडीए अभियान का माप अप राउंड
![]()
गोरखपुर। फाइलेरिया से बचाव के लिए चल रहे सर्व जन दवा सेवा-एमडीए अभियान का माप अप राउंड छह सितंबर तक चलाया जाएगा। इस दौरान छूटे हुए। लाभार्थियों को दवा खिलाई जाएगी। अभियान के मुख्य चरण के अंतिम दिन सोमवार को स्कूलों में भी दवा का सेवन कराया गया। दस अगस्त से एक सितंबर तक के इस चरण में सतासी फीसदी लाभार्थियों को दवा खिलाई जा चुकी है।
जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि इस बार बांसगांव, गोला, पाली, पिपरौली और उरुवा ब्लॉक में अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही शहरी क्षेत्र के नथमलपुर वार्ड में भी अभियान चल रहा है। इसी क्रम में एक सितंबर को फाइलेरिया कंट्रोल यूनिट के निरीक्षक अजय पांडे के सहयोग नथमलपुर अर्बन पीएचसी क्षेत्र के सरस्वती विद्या मंदिर हायर सेकेंडरी स्कूल सूरजकुंड में 287 बच्चों और आचार्य को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई गई । इस प्रयास में नथमलपुर अर्बन पीएससी से डॉक्टर , फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन एवं पाथ संस्था से देश दीपक सिंह ने सहयोग किया।
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि अभियान में दवा का सेवन खाली पेट नहीं करना है। सभी लोग स्वास्थ्य विभाग की टीम के सामने ही दवा खाएं। दो साल से कम उम्र के बच्चे, अति गंभीर बीमार लोग और गर्भवती को इस दवा का सेवन नहीं करना है। जिन लोगों के भीतर पहले से माइक्रोफाइलेरिया मौजूद होते हैं उन्हें दवा सेवन के बाद कभी कभी उल्टी, मितली, चक्कर आने जैसे लक्षण आने लगते हैं जिससे घबराने की आवश्यकता नहीं है। यह अपने आप ठीक हो जाता है।
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि फाइलेरिया, जिसे आम बोलचाल में "हाथीपाँव" कहा जाता है, एक परजीवी जनित रोग है जो संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलता है। इसके दुष्परिणाम वर्षों बाद प्रकट होते हैं और यह शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्तर पर व्यक्ति को कमजोर कर देता है। यह बीमारी न हो इसीलिए अभियान चला कर बचाव की दवा खिलाई जा रही है।
दवा का सेवन क्यों आवश्यक है?
• दवा मुफ्त, सुरक्षित और अत्यंत प्रभावी है।
• संक्रमण की कड़ी को तोड़ने में मदद करती है।
• लक्षण प्रकट होने से पहले ही रोकथाम संभव है।
• दवा सेवन से समुदाय में संक्रमण फैलाव रुकता है।
Sep 03 2025, 19:08