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कमान संभालने को तैयार युवा, पंचायत चुनाव का इंटरनेट मीडिया पर प्रचार तेज: तुलसीदास दिवाकर

बदायूं/ डहरपुर कला पंचायत चुनाव को लेकर गांव-गांव में सियासी माहौल बदला हुआ है। युवा गांव के विकास की पठकथा लिखने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठाने को बेताब हैं। चुनाव प्रचार से नजर आ रहा है कि अबकी बार मैदान में युवाओं की दावेदारी ज्यादा नजर आ रही है।अब पंचायत चुनाव को लेकर गांव-गांव में सियासी माहौल बदला हुआ है। युवा गांव के विकास की पठकथा लिखने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठाने को बेताब हैं। चुनाव प्रचार से नजर आ रहा है कि अबकी बार मैदान में युवाओं की दावेदारी ज्यादा नजर आ रही है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार 25 से 40 वर्ष की उम्र के युवा सबसे अधिक चुनावी मैदान में होंगे। इसके साथ ही चुनाव प्रचार का माध्यम भी बदल गया है। मीडिया टीम ने ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया तो पता चला कि पंचायत चुनाव को लेकर ग्राम पंचायतों में इंटरनेट मीडिया के माध्यम से मतदाताओं को रिझाया जा रहा है। पर्व-त्‍योहार के मौके पर खास शुभकामना एवं बधाई संदेश देने का सिलसिला शुरू हो गया है। संभावित प्रत्याशी अपनी अपनी उम्मीदवारी जताते हुए इंटरनेट मीडिया के माध्यम से अपने को कर्मठ और सुयोग्य उम्मीदवार बताते हुए उम्मीदवारी की घोषणा कर रहे हैं।अगर जनता ने मौका दिया तो हम बेहतर से बेहतर करने का प्रयास करेंगे।
इंडिगो और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने विशेष साझेदारी में लॉन्च किया को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड
भारत की सबसे पसंदीदा एयरलाइन, इंडिगो और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने इंडिगो आईडीएफसी फर्स्ट क्रेडिट कार्ड लॉन्च किया है। यह विशेष कार्ड मास्टरकार्ड और रुपे दोनों नेटवर्क्स के फायदे एक ही आवेदन से देता है, जिससे ग्राहकों को अधिक जगहों पर कार्ड स्वीकार होने की सुविधा और भुगतान करने में सहजता मिल सकेगी।

यह साझेदारी ग्राहकों को सुविधा, मूल्य और हर दिन फायदे पहुँचाने की साझा प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह कार्ड यात्रा को और बेहतर बनाता है, जिसमें लाइफस्टाइल प्रिविलेज, कम फॉरेक्स मार्कअप, आकर्षक ट्रिप कैंसिलेशन कवर और इंडिगो फ्लाइट बुकिंग, माइलस्टोन खर्च व हर दिन की खरीद पर अतिरिक्त रिवॉर्ड्स शामिल हैं। इस लॉन्च के साथ इंडिगो ने अपने ब्लूचिप लॉयल्टी प्रोग्राम को और मजबूत किया है, जिससे ग्राहक हर खर्च के साथ अपने अगले सफर के लिए इंडिगो ब्लूचिप्स कमा सकें।

आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की कस्टमर फर्स्ट सोच और आधुनिक डिजिटल टेक्नोलॉजी से प्रेरित यह लॉन्च उसकी विश्वस्तरीय बैंक बनाने की दृष्टि को दर्शाता है। इंडिगो आईडीएफसी फर्स्ट क्रेडिट कार्ड को खास तौर पर आसान और सबके लिए सुलभ बनाया गया है, जिसमें एफडी-बैक्ड विकल्प भी है। इससे यह प्रीमियम ड्यूल-नेटवर्क कार्ड लगभग हर ग्राहक तक पहुँच सकता है, साथ ही जिम्मेदार क्रेडिट प्रैक्टिस को भी बनाए रखता है।

*इंडिगो आईडीएफसी फर्स्ट क्रेडिट कार्ड की मुख्य विशेषताएँ:*
ड्यूल-नेटवर्क कार्ड पेयर:
एक ही आवेदन से दो कार्ड्स, यानि मास्टरकार्ड और रुपे मिलते हैं। ये कार्ड्स घरेलू, अंतर्राष्ट्रीय और यूपीआई लेन-देन में व्यापक रूप से मान्य हैं
*कार्ड के लिए आवेदन के दो तरीके:*
4,999 रुपए की जॉइनिंग फीस देकर
या 1 लाख रुपए की फिक्स्ड डिपॉज़िट पर आवेदन करके, जिसमें कोई जॉइनिंग फीस नहीं लगती और गारंटीड अप्रूवल मिलता है
*वेलकम बेनिफिट्स (जॉइनिंग फीस वाला विकल्प):*
5,000 इंडिगो ब्लूचिप्स का वाउचर
कॉम्प्लिमेंट्री 6ई ईट्स मील वाउचर
एक्टिवेशन बेनिफिट:
कार्ड जारी होने के 90 दिनों के भीतर 1 लाख रुपए खर्च करने पर 3,000 अतिरिक्त इंडिगो ब्लूचिप्स
तेज़ी से मिलने वाले पॉइंट्स:
इंडिगो की वेबसाइट और मोबाइल ऐप से फ्लाइट बुकिंग पर 100 रुपए खर्च पर 22 तक ब्लूचिप्स
*माइलस्टोन बेनिफिट्स:*
हर साल निश्चित खर्च की लिमिट पार करने पर 25,000 तक इंडिगो ब्लूचिप्स
*ट्रैवल और लाइफस्टाइल सुविधाएँ:*
सिर्फ 1.49% का कम फॉरेक्स मार्कअप
ट्रिप कैंसिलेशन कवर, ट्रैवल इंश्योरेंस और अन्य लाइफस्टाइल बेनिफिट्स
इंडिगो आईडीएफसी फर्स्ट क्रेडिट कार्ड ग्राहकों को रोज़ाना के खर्चों पर भी फ्री फ्लाइट्स तेजी से अर्जित करने का मौका देता है। सालाना 12 लाख रुपए के खर्च (मान लें 15% इंडिगो वेब और ऐप पर फ्लाइट बुकिंग पर) पर ग्राहक हर साल 60,000 इंडिगो ब्लूचिप्स और 25,000 बोनस इंडिगो ब्लूचिप्स वाउचर तक कमा सकते हैं, जो लोकप्रिय डेस्टिनेशंस के लिए कई मुफ्त यात्राओं के बराबर है। पहले साल में कार्ड टाइप के अनुसार अतिरिक्त 8,000 बोनस इंडिगो ब्लूचिप्स भी दिए जाते हैं।

*लॉन्च पर बोलते हुए, शिरीष भंडारी, हेड क्रेडिट कार्ड्स, टोल्स एंड ट्रांजिट और लॉयल्टी, ने कहा* , "इंडिगो आईडीएफसी फर्स्ट क्रेडिट कार्ड के साथ हम प्रीमियम ट्रैवल को सिर्फ कुछ लोगों तक सीमित न रखकर सभी के लिए सुलभ बना रहे हैं। यह सिर्फ एक क्रेडिट कार्ड नहीं है, बल्कि हर भारतीय को समान स्तर का बेहतरीन प्रोडक्ट देने की दिशा में बड़ा कदम है। इसमें आवेदन की सुविधा काफी आसान है, आप चाहें तो सामान्य तरीके से या फिर फिक्स्ड डिपॉज़िट के आधार पर कार्ड ले सकते हैं।"

मास्टरकार्ड और रुपे नेटवर्क पर आधारित यह कार्ड भारत और विदेश दोनों जगह सबसे व्यापक स्वीकार्यता सुनिश्चित करता है। रोज़मर्रा के खर्चों के लिए इसमें यूपीआई और अन्य देशों में उपयोग पर सिर्फ 1.49% के लो-फॉरेक्स मार्कअप की सुविधा शामिल है। यह आज की पीढ़ी के यात्रियों के लिए एक इनक्लूसिव, डिजिटल-फर्स्ट और रिवॉर्डिंग ट्रैवल कार्ड है।

*नीतन चोपड़ा, चीफ इन्फॉर्मेशन एंड डिजिटल ऑफिसर, इंडिगो, ने कहा,* "हम लगातार इंडिगो ब्लूचिप की वैल्यू बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं, ताकि यह अनुभव हमारे ग्राहकों के लिए और भी रिवॉर्डिंग बने। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के साथ साझेदारी कर को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड लॉन्च करना इसी दिशा में एक बड़ा कदम है, जिससे ग्राहक अपने रोज़मर्रा के खर्चों को ब्लूचिप्स में बदलकर हमारी लगातार बढ़ती नेटवर्क पर यात्रा लाभ उठा सकेंगे।"

*अनुभव गुप्ता, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, बिज़नेस डेवलपमेंट, साउथ एशिया, मास्टरकार्ड, ने कहा,* "आज के समय में यात्रा सिर्फ एक जगह से दूसरी जगह पहुँचने का साधन नहीं रह गई है, बल्कि यह आराम, सुविधा और हर कदम पर मिलने वाले मूल्य से जुड़ी हुई है। इस नए कार्ड के साथ मास्टरकार्ड गर्व महसूस करता है कि हम एक ऐसा प्रोडक्ट ला रहे हैं, जो पूरी यात्रा को और आसान, आनंददायक और आर्थिक रूप से स्मार्ट बनाता है। आसान बुकिंग, रिवॉर्डिंग स्पेंड्स से लेकर ट्रैवल इंश्योरेंस और लाइफस्टाइल फायदों तक, यह कार्ड हर उपभोक्ता के अनुभव को और बेहतर बनाता है।"

इस लॉन्च पर बोलते हुए, रजीत पिल्लई, चीफ रिलेशनशिप मैनेजमेंट, एनपीसीआई, ने कहा, "हमें आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और इंडिगो के साथ मिलकर यह को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड रुपे नेटवर्क पर लॉन्च करते हुए खुशी हो रही है। इस कार्ड की सबसे खास बात है इसका यूपीआई-इनेबल्ड फीचर, जिससे उपभोक्ता अपने रुपे क्रेडिट कार्ड को यूपीआई आईडी से लिंक कर सुरक्षित और आसान लेन-देन कर सकते हैं। यह कार्ड पॉस और ई-कॉमर्स दोनों प्लेटफॉर्म्स पर आसानी से चलता है और यूज़र्स को ज्यादा आसानी और हर जगह इस्तेमाल करने की सुविधा देता है। यह इनोवेटिव फीचर न सिर्फ रोज़मर्रा के ट्रांज़ैक्शन को सुविधाजनक बनाता है, बल्कि यात्रा से जुड़े खर्चों को भी ज्यादा सुरक्षित और फायदेमंद बना देता है।"

इंडिगो आईडीएफसी फर्स्ट क्रेडिट कार्ड वेबपेज पर आवेदन प्रक्रिया:
इंडिगो आईडीएफसी फर्स्ट क्रेडिट कार्ड (4999 रुपए + जीएसटी जॉइनिंग फीस):
*इंडिगो आईडीएफसी फर्स्ट क्रेडिट कार्ड (0 रुपए जॉइनिंग फीस, 1 लाख रुपए की एफडी के साथ):*
स्टेप 1: ग्राहक 4999 रुपए की जॉइनिंग फीस वाला कार्ड चुनता है।
स्टेप 1: ग्राहक 1 लाख रुपए की एफडी के साथ ज़ीरो जॉइनिंग फीस वाला कार्ड चुनता है।
स्टेप 2: ग्राहक अपनी मूलभूत व्यक्तिगत जानकारी दर्ज करता है।
स्टेप 2: ग्राहक अपनी मूलभूत व्यक्तिगत जानकारी दर्ज करता है।
स्टेप 3: पात्रता के आधार पर ग्राहक को इंडिगो आईडीएफसी फर्स्ट क्रेडिट कार्ड लिमिट ऑफर की जाती है।
स्टेप 3: ग्राहक को एफडी के आधार पर कार्ड और लिमिट की गारंटी मिलती है।
स्टेप 4: ग्राहक की इंडिगो ब्लूचिप मेंबरशिप आईडी आवेदन के दौरान ली या बनाई जाएगी।
स्टेप 4: ग्राहक की ब्लूचिप आईडी आवेदन के दौरान ली या बनाई जाएगी।
स्टेप 5: ग्राहक तुरंत वीडियो केवाईसी पूरी करता है (यदि जरूरी हो)।
स्टेप 5: ग्राहक 1 लाख रुपए की एफडी जमा करता है।
स्टेप 6: ग्राहक जॉइनिंग फीस का भुगतान करता है, ताकि वेलकम ऑफर मिल सके और कार्ड की डिलीवरी शुरू हो सके।
स्टेप 6: ग्राहक तुरंत वीडियो केवाईसी पूरी करता है (यदि जरूरी हो)।
स्टेप 7: ग्राहक को एक वेलकम किट मिलेगी, जिसमें दोनों कार्ड (मास्टरकार्ड और रुपे) शामिल होंगे।
स्टेप 7: ग्राहक को एक वेलकम किट मिलेगी, जिसमें दोनों कार्ड (मास्टरकार्ड और रुपे) शामिल होंगे।
अमल पारेख ने 8 आई वेंचर्स की भागीदारी के साथ कोशियो में 1.8 मिलियन डॉलर का निवेश किया

भारत की सड़कों को दुनिया की सबसे सुरक्षित सड़कों में बदलने के लिए काम कर रहे एक एआई आधारित वीडियो टेलीमैटिक्स स्टार्टअप, कॉशियो ने अपनी सीड फंडिंग में अतिरिक्त $1.8 मिलियन जुटाए हैं। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व अमल पारिख ने किया, जिसमें 8आई वेंचर्स, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक, विभा चेतन (पार्टनर – चेरेवी वेंचर्स) और वेंचर कैटलिस्ट्स ने भी भाग लिया। इसके साथ ही इस राउंड में रवीन सस्त्री (फाउंडिंग पार्टनर – मल्टिप्लाई वेंचर्स), विवेकानंद हल्लेकेरे (को-फाउंडर – बाउंस) और निश्चय एजी (को-फाउंडर – जेएआर) ने भी निवेश किया। अब तक कॉशियो की कुल सीड फंडिंग $3 मिलियन हो चुकी है। इस साल अप्रैल में कंपनी ने इसी फंडिंग राउंड के तहत $1.2 मिलियन जुटाने की घोषणा की थी।

हर सफर को सुरक्षित बनाने के मिशन के साथ शुरू हुई कंपनी कॉशियो, ऐसे एडवांस डैश कैमरे देती है जो एआई से चलने वाले एक सेफ्टी प्लेटफॉर्म के साथ जुड़े होते हैं। इसका मकसद है कि फ्लीट ऑपरेटर्स को समय रहते खतरे पहचानने और रोकने में मदद मिले। कॉशियो ऐसी तकनीक पर काम कर रही है जो सिर्फ हादसों को रिकॉर्ड नहीं करती, बल्कि उन्हें पहले से पहचानकर रोकने की क्षमता रखती है। इस तरह कॉशियो भारत के पब्लिक ट्रांसपोर्ट, स्कूल ट्रांसपोर्ट और कमर्शियल फ्लीट सेक्टर में सड़कों को सुरक्षित बनाने की आवश्यक जरूरत को पूरा कर रही है। कॉशियो के को-फाउंडर और सीईओ अंकित आचार्य ने कहा कि, "भारत की सड़कों को और डर की नहीं, बल्कि ज़िम्मेदारी और सुरक्षा की ज़रूरत है।

कॉशियो में हम ऐसी तकनीक बना रहे हैं जो सुरक्षा को साफ तौर पर दिखाए और उस पर तुरंत कार्रवाई हो सके। हम जो भी अलर्ट भेजते हैं, वह एक हादसा रोकने, एक परिवार को बचाने, एक ज़िंदगी सुरक्षित रखने का एक मौका होता है। यही हमारा मकसद है।" *कॉशियो के को-फाउंडर और सीटीओ प्रांजल नाधानी ने आगे कहा* , "इस नई फंडिंग से हम अपनी तकनीक को और मज़बूत बना पाएंगे, टीम को बढ़ा पाएंगे और अपने सिस्टम को और ज़्यादा जगहों पर लागू कर पाएंगे ताकि सड़क सुरक्षा एक आदत बने, कोई अपवाद नहीं।" *अमल पारिख ने कहा,* "कॉशियो की सबसे खास बात मुझे ये लगी कि इसके फाउंडर इस समस्या को गहराई से समझते हैं, और इनकी टीम दिल से मेहनत कर रही है। अंकित, प्रांजल और उनकी टीम भारत की एक बहुत जरूरी लेकिन अक्सर नजरअंदाज की जाने वाली चुनौती, सड़क सुरक्षा पर काम कर रहे हैं।

एआई को इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ जोड़कर वे एक व्यावहारिक और इनोवेटिव तरीका अपना रहे हैं। यह वही जगह है जहाँ दलाल स्ट्रीट की अनुशासन वाली सोच, इनोवेशन स्ट्रीट की नई सोच से मिलती है। मैं इस मिशन में उनका साथ पाकर बहुत उत्साहित हूँ, जिसमें वे भारत की सड़कों को और ज़्यादा सुरक्षित बनाना चाहते हैं।" इस फंड का इस्तेमाल कॉशियो की रिसर्च और डिवेलपमेंट (आर&डी) को बढ़ाने, एआई तकनीक को और बेहतर बनाने, और पूरे भारत में फ्लीट ऑपरेटर्स, इंटरसिटी व इंट्रा-सिटी बस ऑपरेटर्स और स्कूल ट्रांसपोर्ट नेटवर्क में अपनी मौजूदगी बढ़ाने के लिए किया जाएगा। कंपनी यह भी योजना बना रही है कि वह डिवाइस इंस्टॉल करने और सर्विस देने वाली अपनी ज़मीनी टीम को और मजबूत बनाए, ताकि गाड़ियों में कॉशियो का सिस्टम आसानी से और बिना किसी परेशानी के लगाया जा सके। कॉशियो का मानना है कि तकनीक का असली उपयोग वहीं होना चाहिए जहाँ इसकी सबसे ज़्यादा जरूरत हो यानी उन सड़कों पर जो लोगों की ज़िंदगी को आपस में जोड़ती हैं।
भारत में जहाँ सड़क हादसों की दर दुनिया में सबसे ज़्यादा है, कॉशियो का सपना है कि वह डेटा पर आधारित तकनीक के ज़रिए सड़क सुरक्षा को एक नए स्तर पर ले जाए ताकि ड्राइवर, यात्री और पैदल चलने वाले सभी लोग सुरक्षित रहें। *कंपनी ने अब तक कुल मिलाकर 3.6 मिलियन डॉलर से ज़्यादा जुटाए हैं।
जन्माष्टमी कृष्ण के स्वरूप में नजर आए नन्हे मुन्ने बच्चे

धर्मेंद्र कुमार श्रीवास्तव ,शाहजहांपुर/श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर शहर के मंदिरों को सजाया गया है। वहीं श्री कृष्ण की झांकियां भी बनाई गई है। हर घर में माता-पिता अपने छोटे नन्हे-मुन्ने बच्चों को श्री कृष्णा और राधा के स्वरूप में बना रहे है। कान्हा का मनमोहक स्वरूप और राधा की मनमोहिनी छवि हर किसी को लुभाती है. मंदिरों और घरों में विशेष साज-सज्जा कर तैयारियां की गई हैं।

पंजीरी और मक्खन का प्रसाद भी तैयार किया है। इसके साथ ही बच्चों की टोली राधा कृष्ण के स्वरूप में सजी नजर आई है.इस अवसर पर जन्माष्टमी पर्व पर बच्चों में विशेष उत्साह देखने को मिला. भगवान कृष्ण और राधा का बाल स्वरूप में सजाया गया है. घर-घर में भगवान श्री कृष्ण और राधा के दर्शन हो रहे हैं। माता-पिता भी अपने बच्चों का यह अनुपम स्वरूप देखकर खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। भगवान की अपरंपार लीला के दर्शन बाल चंचल भावनाओं से होते हैं. जिस तरह भगवान कृष्ण लीलाएं रचने में माहिर थे।
ओयो ने तीन होटल पार्टनर्स के खिलाफ दर्ज़ की पुलिस में शिकायत,होटल द ग्रैंड सोमनाथ पर अवैध कब्ज़े का मामले

सोमनाथ में ग्लोबल हॉस्पिटैलिटी टेक्नोलॉजी कंपनी *ओयो ने तीन होटल पार्टनर्स, बराड़ मालदेभाई हमीरभाई, पुरोहित रमेशभाई निखिलचंद्र और नागेरा रामभाई खीमाभाई के खिलाफ पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है* । इन पर आरोप है कि उन्होंने सोमनाथ में स्थित होटल द ग्रैंड सोमनाथ पर गैरकानूनी तरीके से कब्जा किया है।

यह होटल ओयो के " *कंपनी-सर्विस्ड (सेल्फ-ऑपरेटेड बिज़नेस)" मॉडल के तहत चलाया जाता है। सोमनाथ पुलिस में दर्ज कराई गई इस शिकायत में आरोप लगाया गया है कि इन लोगों ने अनुबंध के खिलाफ गैरकानूनी तरीके से होटल की संपत्ति पर कब्जा कर लिया है। इससे ओयो के कानूनी अधिकारों का उल्लंघन हुआ है और कंपनी को कामकाज व प्रतिष्ठा दोनों में नुकसान उठाना पड़ा है। जनवरी 2025 में ओयो ने आरोपियों के साथ एक कानूनी रूप से बाध्यकारी समझौता किया था। इसके तहत कंपनी को होटल की मैनेजमेंट और संचालन के विशेष अधिकार दिए गए थे। यह होटल ओयो के कंपनी-सर्विस्ड बाय ओयो (सेल्फ-ऑपरेटेड बिज़नेस) मॉडल के तहत चलाया जाना था। *समझौते में 5 साल की तय लॉक-इन* अवधि रखी गई थी, जिसमें होटल के प्रबंधन और संचालन की जिम्मेदारी ओयो की थी। लेकिन *जुलाई 2025 में* , आरोपियों ने ज़बरदस्ती होटल में घुसकर ओयो द्वारा नियुक्त ऑपरेटर मोहित हरेषकुमार वंजानी और होटल के स्टाफ को बाहर निकाल दिया, और बिना अनुमति के होटल पर कब्जा कर लिया।

यह कृत्य साफ तौर पर आपराधिक अतिक्रमण और अनुबंध का उल्लंघन है। शिकायत में यह भी कहा गया है कि आरोपियों में से एक , पुरोहित निखिलभाई रमेशचंद्र , का सोमनाथ में अन्य ओयो होटलों जैसे होटल अवकार और होटल श्रीनाथजी में भी इसी तरह के गैरकानूनी हस्तक्षेप का इतिहास रहा है। हालांकि उसे ऐसे कामों से दूर रहने और ईमानदारी व कानूनी तरीके से कारोबार करने का मौका दिया गया था, लेकिन उसने वही गलतियां दोबारा दोहराईं, जिससे उसके अवैध कामों की साफ प्रवृत्ति स्पष्ट होती है।

कंपनी ने अधिकारियों से अपील की है कि वे मेहमानों, कर्मचारियों और उसके असली बिज़नेस पार्टनर्स के हितों की रक्षा के लिए तुरंत कार्रवाई करें। शिकायत में ओयो ने कहा है कि उसके पास इस मामले के दस्तावेज संबंधी सबूत हैं और वह जांच में अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग करेगा। फिलहाल सोमनाथ पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बुंदेलखंड 24x7 की मेहनत लाई रंग, प्रधानमंत्री की 'मन की बात' में गूंजा बुंदेलखंड का गौरवशाली इतिहास

- बुंदेलखंड 24x7 डिजिटल न्यूज़ प्लेटफॉर्म की ऐतिहासिक उपलब्धि

- सफल बुंदेलखंड-संपन्न बुंदेलखंड के मूल उद्देश्य को मिली मजबूती

बुंदेलखंड: बुंदेलखंड क्षेत्र के नंबर-1 डिजिटल न्यूज़ प्लेटफार्म बुंदेलखंड 24x7 की तीन साल से अधिक की अथक मेहनत और समर्पण ने आज एक नया मुकाम हासिल किया है। डिजिटल  प्लेटफॉर्म के निरंतर प्रयासों की बदौलत बुंदेलखंड क्षेत्र की समस्याओं और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को न केवल राष्ट्रीय, बल्कि वैश्विक मंच पर पहचान मिली है। इसका सबसे बड़ा प्रमाण है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में बुंदेलखंड के वैभवशाली इतिहास, प्राचीन किलों, समृद्ध संस्कृति और शौर्य का जिक्र करना।
सफल बुंदेलखंड, संपन्न बुंदेलखंड के मूल मंत्र के साथ, पिछले लगभग तीन वर्षों में, *बुंदेलखंड 24x7 ने 80 से अधिक ज़िला व तहसील स्तर के प्रतिनिधियों के माध्यम से शिक्षा, पलायन, रोजगार, पानी, चिकित्सा व गरीबी जैसी अनेक जन समस्याओं को प्रमुखता से उठाया है।* क्षेत्रीय मुद्दों को गहराई से कवर करते हुए चैनल ने न केवल जनता की समस्याओं को सीधे राज्य और केंद्र सरकार के सामने रखने का काम किया है बल्कि बुंदेलखंड को पृथक राज्य का दर्जा दिलाने की मांग को भी मजबूती से मंच प्रदान किया है। इस दिशा में कार्यरत क्षेत्रीय संगठनों के प्रयासों को भी चैनल का निरंतर सहयोग मिल रहा है।

चैनल के फाउंडर डॉ अतुल मलिकराम के मताबिक, "बुंदेलखंड 24x7 की शुरुआत का उद्देश्य ही था, एक सफल और संपन्न बुंदेलखंड की दिशा में प्रयास करना। जब प्रधानमंत्री जैसे शीर्ष नेता अपने संबोधन में बुंदेलखंड का उल्लेख करते हैं, तो यह हमारी टीम की मेहनत और प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह सिर्फ एक चैनल नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन है जो बुंदेलखंड को उसका उचित हक दिलाने के लिए संकल्पित है।"
चैनल के अथक प्रयासों का ही परिणाम है कि आज बुंदेलखंड की विविधताएं राष्ट्रीय चर्चा का हिस्सा बन चुकी हैं। बुंदेली व्यंजनों और महिलाओं की पाक कला को एक अलग पहचान दिलाने के उद्देश्य से शुरू किया गया कार्यक्रम 'बुंदेली शेफ' हो या बुंदेली कलाकारों को प्रभावशाली मंच प्रदान करने हेतु आरंभ किए गए कार्यक्रम 'बुंदेली मेस्ट्रो' और 'बुंदेली बावरा', सभी ने क्षेत्रीय सांस्कृतिक विरासत को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाने में अहम भूमिका निभाई है। चैनल ने न केवल जमीनी स्तर पर जन मुद्दों को समझने का प्रयास किया है, बल्कि उनके समाधान के लिए ठोस कदम भी उठाए हैं। साथ ही, बुंदेलखंड को पृथक राज्य का दर्जा दिलाने की मांग को भी बुलंद आवाज़ दी है।
सिक्योरिटी सॉल्यूशंस ब्रांड्स स्टीलएज और चबसेफ्स ने सिलीगुड़ी में डिस्प्ले सेंटर का शुभारंभ किया

सिलीगुड़ी, अगस्त 2025:* फिजिकल सिक्योरिटी सॉल्यूशंस के क्षेत्र में विश्व प्रसिद्ध ब्रांड, गुनेबो ने पूर्वोत्तर भारत के प्रवेश द्वार कहे जाने वाले सिलीगुड़ी में अपने नए डिस्प्ले सेंटर को लॉन्च किया। इस डिस्प्ले सेंटर के माध्यम से गुनेबो द्वारा अपने प्रमुख ब्रांड्स, स्टीलएज और चबसेफ्स की नवीनतम और उन्नत प्रोडक्ट रेंज को प्रदर्शित किया गया है। यह सेंटर स्थानीय व्यापारियों, ज्वेलर्स और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस को सेफ, वॉल्ट और अन्य हाई-सिक्योरिटी स्टोरेज सॉल्यूशंस आसानी से उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।

इस डिस्प्ले सेंटर का उद्घाटन  अनिर्बान मुखुति, हेड मार्केटिंग एंड प्रोडक्ट मैनेजमेंट, एशिया, गुनेबो सेफ स्टोरेज और  सूबीर दास, रीजनल मैनेजर, ईस्ट ज़ोन, गुनेबो सेफ स्टोरेज द्वारा किया गया। यह सेंटर गुनेबो के ऑथराइज्ड चैनल पार्टनर मयुख मार्केटिंग के सहयोग से शुरू किया गया है और 81/1/ए रवींद्र नगर, मुख्य सड़क, राठखोला मोड़ के पास, वार्ड नंबर 22, सिलीगुड़ी, जिला दार्जिलिंग, पिन 734006 (पश्चिम बंगाल) में स्थित है। टियर-2 शहरों में सिक्योर स्टोरेज की माँग बढ़ रही है, और इसी को ध्यान में रखते हुए यह डिस्प्ले सेंटर बनाया गया है, ताकि ग्राहक खुद आकर सेफ, लॉकर, वॉल्ट, स्ट्रॉन्ग रूम डोर और हाई-सिक्योरिटी लॉक जैसी चीजों का अनुभव ले सकें। यहाँ आने वाले ग्राहकों को एक्सपर्ट्स की सलाह भी दी जाएगी, ताकि वे अपनी जरूरत और रिस्क के अनुसार से सही सिक्योरिटी सॉल्यूशन का चयन कर सकें। *श्री मुखुति ने कहा* , “पश्चिम बंगाल का सिलीगुड़ी एक तेज़ी से बढ़ता हुआ बाजार है, जहाँ सर्टिफाइड और हाई- क्वालिटी स्टोरेज सॉल्यूशंस की माँग बढ़ रही है।
इस सेंटर के माध्यम से हम न सिर्फ अपने प्रोडक्ट्स को ज्यादा लोगों तक पहुँचा रहे हैं, बल्कि उन्हें सही जानकारी और टेक्निकल गाइडेंस भी दे रहे हैं, जिससे वे बेहतर निर्णय ले सकें। हमारा उद्देश्य ग्राहकों के करीब रहना है और उनकी चुनौतियों और सुरक्षा जरूरतों को समझते हुए उन्हें बेहतर समाधान देना है।” यह डिस्प्ले सेंटर गुनेबो की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत कंपनी भारत के अहम् शहरों में कस्टमर एक्सपीरियंस पर फोकस करते हुए अपने नेटवर्क को बढ़ा रही है। कंपनी बीआईएस सर्टिफाइड सिक्योरिटी सॉल्यूशंस के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षित बिजनेस माहौल बनाने पर लगातार प्रभावशाली कार्य कर रही है। *गुनेबो के बारे में* गोथेनबर्ग, स्वीडन में स्थित गुनेबो समूह, 250 से अधिक वर्षों की समृद्ध विरासत है और यह फिजिकल सिक्योरिटी सॉल्यूशंस के क्षेत्र में विश्व में अग्रणी है, जो कीमती सामान, कैश और लोगों को सुरक्षित रखने में मदद करता है। गुनेबो समूह बैंकिंग, खुदरा, पब्लिक एवं कमर्शियल बिल्डिंग, इंडस्ट्रियल और उच्च जोखिम वाली साइट्स में ग्राहकों को सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है। 2000 में गुनेबो समूह ने प्रमुख भारतीय ब्रांड स्टीलएज का अधिग्रहण किया।

स्टीलएज 1932 से फिजिकल सिक्योरिटी सॉल्यूशंस के लिए सबसे भरोसेमंद ब्रांड्स में से एक है। उन्होंने नवीन डिजाइन और सौंदर्यशास्त्र के साथ विशेष अत्याधुनिक सेफ स्टोरेज प्रणालियों की श्रृंखला को बनाए रखने, बढ़ाने के लिए उत्पादों और सेवाओं के पोर्टफोलियो में लगातार सुधार किया है। स्टीलएज उत्पादों में सेफ, वाल्ट, फायर कैबिनेट, स्ट्रॉन्ग रूम डोर, मॉड्यूलर वॉल्ट सॉल्यूशंस, सेफ डिपॉजिट लॉकर, स्ट्रॉन्ग रूम एक्सेसरीज जैसे और भी बहुत से उत्पाद शामिल हैं। चबसेफ्स जो 1835 में शुरू हुआ था, गुनेबो ग्रुप का हेरिटेज ब्रांड है और साल 2025 में अपनी 190वीं वर्षगाँठ मना रहा है। यह ब्रांड दुनिया भर में बैंकों, घरों और बिजनेस में उपयोग होने वाले सेफ, कैबिनेट और वॉल्ट्स के लिए जाना जाता है, जो फायर और बर्गलरी से सुरक्षा प्रदान करते हैं।
ग्राहकों को बेहतर सुविधा देने के उद्देश्य से एसुस एक्सक्लूसिव स्टोर्स पर शुरू हुई 'ड्रॉप ज़ोन' सर्विस

नई दिल्ली/ लखनऊ । ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए ताइवान की टेक जायंट कंपनी, एसुस ने बुधवार को अपने एसुस एक्सक्लूसिव स्टोर्स पर 'ड्रॉप ज़ोन' पहल का अनावरण किया। इस पहल के तहत ग्राहक किसी सर्विस सेंटर जाए बिना, सीधे स्टोर पर अपने लैपटॉप रिपेयर करने के लिए छोड़ सकते हैं। यह सुविधा उन्हें ज्यादा सहूलियत देगी और बिना किसी रुकावट के वे अपनी डिवाइस से जुड़े रह सकेंगे।

एसुस इंडिया ने देश में आफ्टर-सेल्स सर्विस का एक बेहद व्यापक नेटवर्क तैयार किया है। ग्राहक 200 से अधिक रणनीतिक रूप से स्थापित सर्विस सेंटर्स, 14,900 से अधिक पिन कोड्स में ऑन-साइट होम सपोर्ट और 761 जिलों में उपलब्ध सर्विस का लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा, कॉल, चैट, ईमेल और रिमोट ट्रबलशूटिंग जैसे ओम्नी-चैनल डिजिटल हेल्पडेस्क के जरिए एसुस 24x7 सहायता उपलब्ध कराता है। वहीं, मायएसुस ऐप और समर्पित यूट्यूब चैनल्स जैसे सेल्फ-सर्विस प्लेटफॉर्म्स से यूज़र्स कभी-भी और कहीं से भी अपनी समस्याओं का समाधान खुद कर सकते हैं।

दिल्ली, कोलकाता, नागपुर, मुंबई और कोयंबटूर (तिरुपुर) जैसे प्रमुख बाजारों से शुरू होकर यह पहल देश के बड़े शहरों तक अपनी पहुँच स्थापित करेगी और अब इसमें नए विकसित हो रहे शहरों और क्षेत्रों को भी शामिल किया जा रहा है।इस पहल के बारे में बात करते हुए, श्री अर्नोल्ड सू, वाइस प्रेसिडेंट- कंज़्यूमर और गेमिंग पीसी, सिस्टम बिज़नेस ग्रुप, एसुस इंडिया, ने कहा, "एसुस में हम मानते हैं कि किसी भी प्रोडक्ट का असल अनुभव सिर्फ उसकी इनोवेटिव डिज़ाइन और आधुनिक तकनीक तक ही सीमित नहीं होता है। इसी सोच के साथ हम अपनी जिम्मेदारी खरीद के बाद भी निभाते हैं, ताकि हर ग्राहक को निर्बाध और बेहतरीन आफ्टर-सेल्स सपोर्ट मिलता रहे और वह खुद को पूरी तरह सशक्त महसूस करे।

'ड्रॉप ज़ोन' पहल के जरिए हम ग्राहकों को यह सुविधा दे रहे हैं कि वे अपने लैपटॉप की देखरेख और मरम्मत आसानी से और बिना किसी परेशानी के करवा सकें, ताकि उनकी डिवाइस हमेशा बेहतरीन स्थिति में बनी रहे।"'ड्रॉप ज़ोन' पहल के साथ-साथ, एसुस इंडिया ने पुणे में एक सर्विस कैंप भी शुरू किया है, जहाँ ग्राहकों को ऑन-साइट डायग्नोस्टिक्स और विशेषज्ञ सलाह की सुविधा दी जा रही है। इस पहल का उद्देश्य ग्राहकों को पहले से ही तकनीकी सहायता प्रदान कर उनकी चिंता को कम करना है।

गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में चार बार डॉ. साकी सत्यनारायण का नाम दर्ज

हैदराबाद के डॉ. साकी सत्यनारायण अपनी पहचान का सफ़र जारी रखे हुए हैं। हाल ही में उनका नाम लंदन बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ। इसके साथ ही, उनके हुनर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फिर से पहचान मिली। इस तरह, पहचान एक प्रतिभाशाली व्यक्ति के लिए एक रत्न है। प्रतिभा जन्मसिद्ध अधिकार है। एक जन्म नहीं, अनेक जन्मों का। ऐसा योग हर किसी को नहीं मिलता। ऐसे योगी और प्रतिभावान बहुत कम होते हैं। डॉ. साकी सत्यनारायण कलियुग वाल्मीकि, सिकंदराबाद, मलकाजगिरी, आनंद नगर में रहते हैं। किताबें नहीं... उन्होंने कई किताबें लिखीं। इसीलिए वे कलियुग वाल्मीकि हैं। बहुत कम समय में, डॉ. साकी सत्यनारायण ने कई किताबें लिखीं।

एक डॉक्टर के रूप में काम करते हुए, उन्होंने अपना खाली समय किताबें लिखने में लगाया। उन्होंने एक वर्ष में 72 से अधिक पुस्तकें लिखीं। योग व्यायाम, ध्यान, चिकित्सा, आपातकालीन चिकित्सा, आदित्य दर्शन, श्री सत्य साईं भागवतम, श्री दत्तात्रेय गुरुचरित्रम, शिव रहस्य जैसी सामाजिक और आध्यात्मिक पुस्तकें हैं। उन्होंने दस वर्षों में कुल 180 पुस्तकें लिखीं। इस पृष्ठभूमि ने उन्हें राज्य स्तर पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। असामान्य रूप से कम समय में पुस्तकें लिखने और प्रकाशित करने के लिए कुल चार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए गए हैं। पहला गिनीज रिकॉर्ड 28 जनवरी 2016 को प्राप्त हुआ था, और दूसरा रिकॉर्ड उसी वर्ष अगस्त में प्राप्त हुआ था। तीसरा गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड 3 अक्टूबर 2019 को हासिल किया गया था। 22 अगस्त 2022 को डॉ. सागी का नाम चौथी बार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया। 25 दिसंबर को ऑस्ट्रेलिया में आयोजित एक समारोह में ऑस्कर फॉर एक्सीलेंस अवार्ड की घोषणा और वितरण किया गया।

उन्होंने दुनिया भर के कई विश्वविद्यालयों से अधिकतम 111 डॉक्टरेट की उपाधियाँ प्राप्त करके सभी को चौंका दिया। वे दुनिया में सबसे अधिक डॉक्टरेट प्राप्त करने वाले सबसे प्रतिष्ठित व्यक्ति बन गए। इनमें से 15 डॉक्टर ऑफ साइंस, 25 डॉक्टर ऑफ लिटरेचर और 71 डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी हैं। यह सब उन्होंने मात्र 41 वर्षों में हासिल किया। डॉ. साकी सत्यनारायण की प्रतिभा आज भी पहचानी जाती है। हमारे भुवनेश्वर विश्वविद्यालय, जिसका केंद्र इंदौर, मध्य प्रदेश में है, ने इस डॉक्टर को एक और डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया। साथ ही, श्री वेंकटेश्वर वैदिक विश्वविद्यालय, तिरुपति ने भी एक और डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की। वैदिक हिंदू विश्वविद्यालय, जिसका मुख्यालय अहमदाबाद, गुजरात में है, ने न केवल उन्हें एक और डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की, बल्कि उन्हें कुलपति भी नियुक्त किया। हाल ही में, इस डॉक्टर का नाम लंदन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज हुआ।

वी-गार्ड ने लॉन्च की एयरविज़ सीरीज़: स्टाइलिश, दमदार और एनर्जी-एफिशिएंट बीएलडीसी पंखों का नया दौर शुरू

लखनऊ /दिल्ली : भारत के प्रमुख कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल ब्रांड, वी-गार्ड इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड ने अपने नए एयरविज़ सीरीज़ सीलिंग फैन लॉन्च किए हैं। अत्याधुनिक बीएलडीसी तकनीक से लैस ये पंखे न सिर्फ आरामदायक, सुविधाजनक और स्टाइलिश हैं, बल्कि बिजली की बचत करने में भी असरदार हैं। इस सीरीज़ में चार खास मॉडल्स पेश किए गए हैं: एयरविज़ लाइट, एयरविज़ प्राइम, एयरविज़ प्लस और एयरविज़ एन, जिन्हें अलग-अलग जरूरतों और जीवनशैली को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है। इन पंखों की टॉप स्पीड 370 आरपीएम है और ये केवल 35 वॉट बिजली की ही खपत करते हैं। इन पंखों में एडवांस्ड डस्ट-रिपेलेंट कोटिंग दी गई है, जिससे इन पर धूल कम जमती है और सफाई करने में भी आसानी रहती है। इसके अलावा, रिवर्स मोड ऑपरेशन जैसे फीचर्स इन्हें सर्दियों में भी उपयोगी बनाते हैं। कम मेंटेनेंस, बेहतर ठंडक और शानदार परफॉर्मेंस के साथ एयरविज़ सीरीज़ आपके घर को स्मार्ट और स्टाइलिश बनाने के लिए तैयार है। 

आधुनिक उपभोक्ताओं की पसंद को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किए गए ये पंखे स्टाइल और सोफिस्टिकेशन का बेहतरीन उदाहरण पेश करते हैं। इन पंखों का मैट और ग्लॉसी फिनिश का शानदार मेल आज के मॉडर्न इंटीरियर्स को और भी आकर्षक बना देता है। ये पंखे वी-गार्ड की अत्याधुनिक रुड़की यूनिट में निर्मित गए हैं, जो 2.25 लाख वर्ग फीट में फैली हुई है। ब्रांड की क्वालिटी और इनोवेशन के प्रति प्रतिबद्धता को बखूबी दर्शाने वाले ये पंखे जितने कार्यात्मक हैं, उतने ही स्टाइलिश भी हैं। इन्हें रिमोट की सहायता से आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है और इनमें 4 या 8 घंटे की ऑटोमैटिक पॉवर-ऑफ टाइमर सेटिंग दी गई है, जो नींद के दौरान या लंबे इस्तेमाल में बिजली बचाने के लिए परफेक्ट है। रिवर्स रोटेशन, चार अलग-अलग विंड मोड्स और 90 वॉल्ट से 300 वॉल्ट की वाइड वोल्टेज रेंज जैसे फीचर्स इन्हें बेहद वर्सेटाइल और परफॉर्मेंस-ओरिएंटेड बनाते हैं।

एयरविज़ लाइट, इस सीरीज़ का फ्लैगशिप मॉडल है, जिसमें इन-बिल्ट अंडर-लाइट दी गई है, जो रोशनी और हवा, दोनों का परफेक्ट कॉम्बिनेशन पेश करती है। वहीं, एयरविज़ प्राइम में खास यूआई एलईडी इंडिकेटर शामिल किया गया है, जो फैन की स्पीड को हल्की रोशनी में प्रदर्शित करता है। एयरविज़ लाइट और एयरविज़ प्राइम, दोनों ही मॉडल्स 19 शानदार रंगों में उपलब्ध हैं, जिनमें वुड फिनिश जैसे आकर्षक ऑप्शन भी शामिल हैं, जो ग्राहकों की बदलती पसंद के अनुसार घर की खूबसूरती को और बढ़ाते हैं।

जो लोग बिना किसी समझौते के बेहतर वैल्यू चाहते हैं, उनके लिए एयरविज़ प्लस एक परफेक्ट चॉइस है। इस सीरीज़ के सभी पंखों में खास तौर पर डिज़ाइन किए गए चौड़े ब्लेड्स दिए गए हैं, जो हाई-ग्रेड एल्युमीनियम अलॉय से बने हैं। ये न सिर्फ तेज़ हवा देते हैं, बल्कि अपनी रिफाइंड लुक और सॉफ्ट लाइट के साथ कमरे को स्टाइलिश भी बनाते हैं। एयरविज़ प्लस 9 शानदार कलर ऑप्शन्स में पाउडर कोटेड फिनिश के साथ उपलब्ध है।

लॉन्च के बारे में बात करते हुए, वी-गार्ड इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर, श्री मिथुन चित्तिलप्पिल्ली ने कहा, "एयरविज़ बीएलडीसी फैन का लॉन्च वी-गार्ड की एनर्जी एफिशिएंट होम्स की दिशा में एक अहम् उपलब्धि है। फैन कैटेगरी हमारे लिए ग्रोथ और इनोवेशन दोनों के लिहाज़ से एक स्ट्रैटजिक पिलर बनी हुई है। जैसे-जैसे उपभोक्ताओं में सस्टेनेबिलिटी और बिजली की बचत को लेकर जागरूकता बढ़ रही है, बीएलडीसी टेक्नोलॉजी अब सिर्फ भविष्य नहीं, बल्कि आज की जरूरत के रूप में भी उभर रही है। वी-गार्ड में हम आधुनिक भारत की उम्मीदों के अनुरूप बेहतरीन परफॉर्मेंस वाले प्रोडक्ट्स देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो इस बदलाव की अगुवाई करें।"

वी-गार्ड इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड के डायरेक्टर और सीओओ, श्री रामचंद्रन वी ने कहा, "वी-गार्ड में हमारा हमेशा से फोकस ऐसे इनोवेटिव प्रोडक्ट्स पर रहा है, जो एक स्मार्ट और बेहतर कल की नींव रखें। एयरविज़ सीरीज़ हमारी इसी सोच का उदाहरण है, जहाँ स्लीक डिज़ाइन और दमदार परफॉर्मेंस का बेहतरीन मेल है। ये सिर्फ पंखे नहीं हैं, बल्कि ये ऐसे प्रोडक्ट्स हैं, जो ज्यादा आरामदायक, ज्यादा हाईजीनिक और ज्यादा कूलिंग एफिशिएंसी के साथ रोजमर्रा की जिंदगी को बेहतर बनाते हैं, वह भी आज की आधुनिक जीवनशैली के मुताबिक। हमें पूरा भरोसा है कि एयरविज़ को हमारे कस्टमर्स उतना ही पसंद करेंगे, जितना उन्होंने हमारे पहले फ्लैगशिप प्रोडक्ट इनसाइट-जी को किया था।"

आधुनिक भारतीय घरों को ध्यान में रखते हुए बनाए गए एयरविज़ पंखों में खूबसूरती और दमदार परफॉर्मेंस दोनों का तालमेल है। इनमें डबल-शील्डेड बॉल बेयरिंग्स जैसी टिकाऊ तकनीक दी गई है, साथ ही तीन साल की वॉरंटी भी। एनर्जी एफिशिएंसी पर खास ज़ोर देते हुए एयरविज़ सिर्फ तेज़ हवा ही नहीं देता, बल्कि बिजली के बिल भी कम करता है। 'ब्रिंग होम ए बेटर टुमारो' के अपने विज़न पर चलते हुए वी-गार्ड ने इस सीरीज़ में यूज़र-फ्रेंडली और स्मार्ट इनोवेशन का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है।एयरविज़ सीरीज़ अब पूरे भारत में वी-गार्ड के अधिकृत डीलर्स और रिटेल स्टोर्स पर उपलब्ध है।