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गिरीश पंकज ग्रामीण विकास मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति के सदस्य मनोनीत

रायपुर- छत्तीसगढ़ राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के प्रांतीय अध्यक्ष गिरीश पंकज को भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति का सदस्य मनोनीत किया गया है। यह मनोनयन भारत सरकार के राजभाषा विभाग द्वारा किया गया है। इसके पूर्व भी गिरीश पंकज साहित्य अकादमी के सदस्य एवं राष्ट्रीय पुस्तक न्यास की हिंदी सलाहकार समिति के सदस्य रह चुके हैं। गिरीश पंकज पिछले 45 सालों से साहित्य और पत्रकारिता की दुनिया में सक्रिय हैं। विविध साहित्यिक विधाओं में इनकी 125 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। साढ़े आठ हजार पेज़ों की' गिरीश पंकज रचनावली' भी हाल ही में प्रकाशित हो चुकी है। इनके साहित्यिक अवदान के लिए हिंदी भवन,नई दिल्ली द्वारा व्यंग्यश्री सम्मान तथा उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा साहित्य भूषण सम्मान भी प्राप्त हो चुका है। पिछले दिनों राही रैंकिंग संस्था की ओर से जो सर्वे किया गया था, उसमें देश के दस महत्वपूर्ण लेखकों में गिरीश पंकज का नाम शामिल किया गया है। हिंदी सलाहकार समिति में गिरीश पंकज के अलावा चेन्नई की मीनाक्षी निधि सुंदर और जोधपुर के रजनीश मोहनोत को भी मनोनीत किया गया है। यहां उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में छत्तीसगढ़ के अन्य तीन लेखकों का भी चयन हुआ है। ये हैं डॉ. चित्त रंजन कर, माणिक विश्वकर्मा नवरंग एवं बलदाऊ राम साहू।

बलविंदर सिंह जम्मू इंडियन जर्नलिस्ट्स यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और डी श्याम सुंदर चुने गए महासचिव

नई दिल्ली-  भारतीय प्रेस परिषद के पूर्व सदस्य और वरिष्ठ पत्रकार बलविंदर सिंह जम्मू सोमवार को इंडियन जर्नलिस्ट्स यूनियन (आईजेयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए, जबकि आंध्र प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार डी श्याम सुंदर महासचिव चुने गए। संघ के केंद्रीय निर्वाचन अधिकारी महेश कुमार सिन्हा (पटना) ने यह जानकारी दी। देश में पत्रकारों के सबसे बड़े इंडियन जर्नलिस्ट्स यूनियन आई जे यू के पूर्व में राष्ट्रीय महासचिव रहे चंडीगढ़ निवासी बलविंदर सिंह जम्मू का पत्रकारिता का लंबा इतिहास रहा है। पंजाब के लिए यह गर्व की बात है कि पहली बार पंजाब के किसी पत्रकार को देश में पत्रकारों के सबसे बड़े संघ के राष्ट्रीय स्तर पर अध्यक्ष बनने का अवसर मिला है।

आईजेयू से संबद्ध स्टेट वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष पी सी रथ , उपाध्यक्ष घनश्याम गुप्ता एवं आनंदराम पत्रकारश्री, महासचिव विरेंद्र कुमार शर्मा, संगठन सचिव सुधीर आज़ाद तंबोली, प्रदेश संयुक्त सचिव दिलीप कुमार साहू, समीर सेन, संजय चंदेल कार्यकारिणी सदस्यों मयूरमल्हार बक्शी, कुणाल मिश्रा, मोहम्मद शाह, चिंतामणि साहू आदि ने बलविंदर जम्मू की नियुक्ति पर प्रसन्नता व्यक्त की है। बलविंदर सिंह जम्मू का जन्म गाँव गरौला (पटियाला) में हुआ था। वे कॉलेज के दिनों से ही छात्र राजनीति में सक्रिय थे। वे वर्ष 1977-78 में ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन में शामिल हुए और पटियाला से अध्यक्ष चुने गए।

साई कॉलेज में भारतीय ज्ञान परम्परा और स्वतंत्रता आंदोलन से अवगत हुए विद्यार्थी

अम्बिकापुर- इतिहास को जानना, समझना हमारी जिम्मेदारी है। इसका विश्लेषण और तथ्यों को वर्तमान के नजरिये से देखना होगा। यह बातें मंगलवार को अखंड भारत संकल्प दिवस के अवसर पर श्री साई बाबा आदर्श महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला प्रचारक जितेन्द्र शर्मा ने कही। उन्होंने कहा कि देश जमीन, मिट्टी का टूकड़ा नहीं होता है, बल्कि हमारे लिये मातृभूमि है। उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन और देश के विभाजन की त्रासदी से अवगत कराया। विदेशियों के आक्रमण से भारत हमेशा जुझता रहा लेकिन अपने अस्तित्व के साथ हमेशा खड़ा रहा। उन्होंने कहा कि अखंड भारत आज भी अपनी भारतीय ज्ञान परम्परा और विरासत की याद दिलाता है। इससे पहले अतिथियों ने मां सरस्वती और श्री साई नाथ की तस्वीर पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि देश के युवाओं को विकसित भारत, समृद्ध भारत बनाना है। हमारी पहचान भारत से और हम सभी भारतीय हैं। हमारे लिये देश प्रथम, राष्ट्र प्रथम है। प्राचार्य डॉ. श्रीवास्तव ने सभी ने को अखंड भारत की शपथ दिलायी।

अतिथियों को आभार प्रकट करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के समन्वयक डॉ. आर. एन. शर्मा ने कहा कि हमें माखन लाल चतुर्वेदी की पुष्प की अभिलाषा कविता की पंक्तियां हमेशा प्रेरणा देती हैं।

कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक देवेंद्र दास सोनवानी ने किया। इस अवसर पर जिला महाविद्यालयीन कार्य प्रचारक हिमांशु गर्ग, कम्प्यूटर एंड आईटी विभाग के अध्यक्ष डॉ. विवेक कुमार गुप्ता, फिजीकल साईंस विभाग के अध्यक्ष डॉ. शैलेष देवांगन, शिक्षा विभाग के अध्यक्ष डॉ. दिनेश शाक्य तथा सभी प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

स्वतंत्रता दिवस समारोह: मुख्यमंत्री ने 35 पुलिस अधिकारियों एवं जवानों को पुलिस पदकों से किया सम्मानित

रायपुर-  पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह के मुख्य आयोजन में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 35 पुलिस अधिकारियों और जवानों को उत्कृष्ट सेवा के लिए पुलिस पदकों से सम्मानित किया। श्री साय ने पुलिस वीरता पदक से 11, राष्ट्रपति पुलिस पदक से 01, सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से 11, सुधार सेवा पदक से 05, गृहरक्षक एवं सराहनीय सेवा पदक 01 और राज्य स्तरीय एवं पुलिस महानिदेशक पदकों से 06 अधिकारी-कर्मचारियों को अलंकृत किया।

राष्ट्रपति के पुलिस वीरता पदक 2025

लालजी सिन्हा, निरीक्षक, जिला-कबीरधाम, भुवनेश्वर साहू, निरीक्षक, जिला-रायपुर, संजय पोटाम, निरीक्षक, जिला-दंतेवाड़ा, कमलेश मरकाम, प्रधान आरक्षक, जिला-दंतेवाड़ा, अंजु कुमारी, उप पुलिस अधीक्षक, जिला-कबीरधाम, दिनेश भास्कर, प्रधान आरक्षक, जिला-दंतेवाड़ा, चैतराम गुरूपंच, निरीक्षक, जिला-सुकमा, हेमला नंदू, प्रधान आरक्षक, जिला-दंतेवाड़ा, प्यारस मिंज, सहायक उप निरीक्षक, जिला-दंतेवाड़ा, मनोज पुनेम, प्रधान आरक्षक, जिला-दंतेवाड़ा। जिला-दंतेवाड़ा के शहीद प्रधान आरक्षक बुधराम कोरसा के लिए उनकी पत्नी सुखमति ने पुलिस वीरता पदक प्राप्तविशिष्ट सेवा हेतु राष्ट्रपति का पुलिस पदक 2025

महेश राम साहू, सेवानिवृत्त, निरीक्षक विशेष शाखा, पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर।

सराहनीय सेवा हेतु भारतीय पुलिस पदक 2025

राहुल भगत (भा.पु.से.), सचिव, मुख्यमंत्री सचिवालय एवं सचिव, सुशासन एवं अभिसरण विभाग (छ.ग. शासन)

सराहनीय सेवा हेतु भारतीय पुलिस पदक 2025

ज्ञानेन्द्र कुमार अवस्थी, सेवानिवृत्त सहायक पुलिस महानिरीक्षक सुरक्षा, पुलिस मुख्यालय, नवा रायपुर, अनिल कुमार कश्यप, उप पुलिस अधीक्षक विशेष शाखा, पुलिस मुख्यालय, नवा रायपुर, हरिशंकर प्रताप सिंह, निरीक्षक विशेष आसूचना शाखा, पुलिस मुख्यालय, नवा रायपुर, नरेश कुमार पैकरा, कंपनी कमांडर 7वी वाहिनी छसबल, भिलाई, वली मोहम्मद शेख, निरीक्षक योजना प्रबंध शाखा, पुलिस मुख्यालय, नवा रायपुर, समैया चिप्पनपल्ली, सहायक उप निरीक्षक, नक्सल सेल, जिला-बीजापुर, सुशील कुमार श्रीवास, प्रधान आरक्षक, विशेष आसूचना शाखा, पुलिस मुख्यालय, नवा रायपुर, तुलाराम चुरेन्द्र, प्रधान आरक्षक, थाना-रावघाट, जिला-कांकेर, हरिश्चन्द्र मरकाम, प्रधान आरक्षक, 8वीं वाहिनी छसबल, राजनांदगांव, सुशील कुमार चौबे, आरक्षक, अपराध अनुसंधान विभाग, पुलिस मुख्यालय, नवा रायपुर।

सराहनीय सुधारात्मक सेवा पदक 2025

मधु सिंह, उप जेल अधीक्षक, केन्द्रीय जेल जगदलपुर, साहेबुद्दीन अंसारी, (सेवानिवृत्त) मुख्य प्रहरी, जिला जेल बेमेतरा, हरवंश लाल मकराम, प्रहरी, जिला जेल दंतेवाड़ा, ज्ञानप्रकाश पैकरा, प्रहरी, जिला जेल दंतेवाड़ा, झीमन राम टोप्पो, मुख्य प्रहरी, जिला जेल सूरजपुर


गृह रक्षक व नागरिक सुरक्षा सराहनीय सेवा पदक 2025

महेश कुमार मिश्रा, नायक, नगर सेना कोरिया

राज्य स्तरीय एवं पुलिस महानिदेशक पुरस्कार 2024

गुरू घासीदास पुरस्कार

निशा सिन्हा, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी जिला-गरियाबंद

राज्यपाल पुरस्कार

मंजूलता राठौर, उप पुलिस अधीक्षक, जिला-रायपुर

मुख्यमंत्री पुरस्कार

रागिनी मिश्रा, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी कुरूद, जिला-धमतरी

रानी सुबरन कुंवर पुरस्कार

मंजूलता राठौर, उप पुलिस अधीक्षक, जिला-रायपुर

शहीद वीरनारायण सिंह पुरस्कार

रविन्द्र अनंत, निरीक्षक, अजाक थाना-बिलासपुर

पुलिस महानिदेशक पुरस्कार

नर्मदा कोठारी महिला प्रधान आरक्षक, जिला-बालोद।

साई कॉलेज में फ्लैगशिप योजना पर एकदिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

अम्बिकापुर- श्री साई बाबा आदर्श महाविद्यालय में नेहरू युवा केन्द्र के तत्वावधान में शुक्रवार को फ्लैगशिप योजना पर एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित हुई। कार्यशाला के मुख्य वक्ता कम्प्यूटर एंड आईटी विभाग के अध्यक्ष डॉ. विवेक कुमार गुप्ता ने डिजीटल इंडिया में सहभागिता के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि हम सिटीजन से नेटीजन हो चुके हैं। लिट्रेसी से कम्प्यूट्रेसी की ओर भारतीय युवा बढ़ चुका है।

युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, मेरा युवा भारत के तहत आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डॉ. गुप्ता ने समर्थ, साथी, स्वयं आदि पोर्टलों पर उपलब्ध पाठ्यक्रम और मिलने वाले लाभ की जानकारी दी। उन्होंने बताया डिजीटल इंडिया भारत की पहचान हो चुकी है। हम इसी मंच से विकसित भारत की ओर अग्रसर हैं। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि तकनीक हमारा समय बचाने के साथ गति प्रदान करती है। हम तकनीकी दौर से समृद्ध भारत, विकसित भारत की ओर बढ़ रहे हैं। कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कला एवं समाज विज्ञान के विभाग के अध्यक्ष डॉ. आर.एन शर्मा ने कहा कि संजय की दिव्य दृष्टि, लंका की सुरक्षा, भक्त हनुमान का अशोक वाटिका में प्रवेश, पुष्पक विमान की अवधारणा तकनीकी सफलता को प्रदर्शित करता है। उन्होंने कहा कि हमे डिजीटली साक्षर से आगे बढ़ना होगा। स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर कार्यक्रम का संचालन कर रहे सहायक प्राध्यापक देवेन्द्र दास सोनवानी ने देशभक्तिगीत प्रस्तुत कर सभी को रसासिक्त किया।

साई कॉलेज में हर्षोल्लास से मनाया गया स्वतंत्रता दिवस

अम्बिकापुर- श्री साई बाबा आदर्श महाविद्यालय में स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। शासी निकाय के अध्यक्ष विजय कुमार इंगोले कर सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें दी। उन्होंने सभी आजादी की यात्रा से अवगत कराते हुए कहा कि देश के युवाओं को आधुनिकता के साथ नियमबद्धता को स्वीकारना होगा। उन्होंने कहा कि दुश्मन हम पर नजर बनाये हुए है, हमारी जिम्मेदारी है कि आजादी को सुरक्षित और शौर्य के साथ बनाये रखना। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए शासी निकाय के सचिव अजय कुमार इंगोले ने कहा कि गुलामी से निकलने के लिए हमारे पूर्वजों ने बड़ी कुर्बानियां दी हैं। हमें इस आजादी को दुनिया के साथ बचाये रखना है। पश्चिम के देश हम पर तरह-तरह प्रतिबंध थोपना चाहते हैं। देश उनका डट कर मुकाबला कर रहा है। हम आर्थिक शक्ति बन चुके हैं।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने अपनी आजादी को विकसित भारत से सजाना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिये लक्ष्य विकसित भारत 2047 को समृद्ध भारत में प्रस्तुत करना है। प्राचार्य ने सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामना दी।

इस अवसर पर शिक्षा संकाय के द्वारा देश मेरा रंगीला, सबसे आगे होंगे हिन्दुस्तानी की शानदार प्रस्तुति हुई। विद्याथियों की मोहक प्रस्तुति से सभी देशभक्ति से ओत-प्रोत हुए। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एक पेड़ मां के नाम को समर्पित पौधरोपण किया गया। प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने सभी को नशा से मुक्ति क़ी शपथ दिलायी.

सभी अतिथियों, विद्यार्थियों को मिष्ठान वितरित किया गया। कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

व्यक्ति एवं समाज के लिए हानिकारक है नशा : कुलपति प्रेमप्रकाश सिंह

अम्बिकापुर- व्यक्ति का नशा करना व्यक्ति के साथ ही समाज और राष्ट्र के हानिकारक है। नशा का जीवन पर बहुत खराब प्रभाव पड़ता है। यह बातें बुधवार को संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय के विश्वविद्यालय शिक्षण विभाग में प्राध्यापक, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थियों को नशा से मुक्ति की शपथ दिलाने के दौरान कुलपति प्रेमप्रकाश सिंह ने कही।

प्रो. सिंह ने सभी से नशा उन्मूलन का आह्वान करते हुए कहा कि जीवन को सुधारना है तो नशा से मुक्त होना होगा। उन्होंने कहा कि स्वयं तो नशे बचना ही है बल्कि अपने साथी को भी नशे से बचाना है। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि नशे का जहर युवाओं को सबसे ज्यादा अपने गिरफ्त में लेता है, उसे बचना होगा। डॉ. सिंह ने कहा कि नशा से मुक्ति के लिए प्रत्येक युवा को समाज के लिए एकजुट होना होगा।

भारत सरकार के नशा मुक्ति अभियान के तहत सभी शिक्षण संस्थाओं में नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है। 31 अगस्त तक आयोजित होने वाले इस अभियान में चित्रकला, निबंध, स्लोगन, पोस्टर, रंगोली बना कर नशा से मुक्ति का संदेश दिया जायेगा।

नशा से मुक्ति शपथ ग्रहण अभियान में विश्वविद्यालय के अधिकारी, राष्ट्रीय सेवा योजना के संयोजक प्रोफेसर एस.एन. पांडेय, शिक्षण विभाग के प्राध्यापक, कर्मचारी तथा सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।

साई कॉलेज में मेंहदी प्रतियोगता, राखी प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

अम्बिकापुर- श्री साई बाबा आदर्श महाविद्यालय में क्रिएटिविटी क्लब के तत्वावधान में शुक्रवार को राखी बनाओ और मेंहदी प्रतियोगिता आयोजित हुई जिसमें महाविद्यालय के 90 से अधिक प्रतियोगियों ने अपने कौशल का प्रदर्शन किया। बालक और बालिका दो वर्गों में आयोजित प्रतियोगिता में भगवान जगन्नाथ, मोर पंख, फूलों की राखी, बुने हुए धागे की राखी, स्टोन, स्टार, मोतियों से पिराई राखियां सौन्दर्य को बढ़ा रही थीं।

मेंहदी प्रतियोगिता में जहां हांथों पर सावनी बहार की छटा दिखी तो दूसरी ओर भाई-बहन के रिश्तों की डोर मजबूत हुई। पारम्परिक डिजायनों से रची मेंहदी सभी को आकर्षक लगी। त्रिशूल, भगवान शंकर, राधा-कृष्ण का सौन्दर्य देखने को मिला। हिना के रंग में गुलाब का कलेवर इठलाता नजर आया। दोनों प्रतियोगिताओं के दौरान निर्णायक के रूप में शासी निकाय सदस्य रेखा इंगोले, अलका इंगोले, रंजना श्रीवास्तव, डॉ. अलका पांडेय और अभिभावक उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के दौरान क्रिएटिविटी क्लब प्रभारी वंदना पांडेय, विभा तिवारी, निशा सिंह, साक्षी गोयल आदि ने सहयोग किया। इस अवसर पर सभी प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

सावनी बहार में दिखी हरियाली की छटा

महाविद्यालय की महिला प्राध्यापक और बालिकाओं ने डॉ. अलका पांडेय के नेतृत्व में सावन उत्सव मनाया। सभी हरित परिधान में हरियाली बिखेरती नजर आयीं। सभी ने एक-दूसरे को सावन उत्सव की बधाई दी और स्वादिष्ठ व्यंजनों को चखे।

साई कॉलेज के इंडक्शन प्रोग्राम में विद्यार्थियों को प्रदान किये गये एडऑन कोर्स सर्टिफिकेट

अम्बिकापुर- जिन्दगी में सफलता के लिये नियमबद्धता जरूरी है जो अनुशासन और शिक्षा से ही मिलती है। यह बातें बुधवार को श्री साई बाबा आदर्श महाविद्यालय में स्नातकोत्तर पूर्वाद्ध के विद्यार्थियों के लिये आयोजित इंडक्शन कार्यक्रम के दौरान पूर्व डीआईजी पुलिस जयंत थोरात ने कही। उन्होंने कहा कि स्नातकोत्तर के विद्यार्थी निश्चित ही अपना लक्ष्य निर्धारित कर चुके होंगे जिसे प्राप्त करना है। स्नातकोत्तर के दो वर्ष आपके जीवन में निर्णायक होने वाले हैं।

इससे पहले अतिथियों ने मां सरस्वती और श्री साई नाथ की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथियों का स्वागत बैच लगाकर और पुष्पगुच्छ प्रदान कर किया गया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों के लिए उच्च शिक्षा में बेहतरीन अवसर इंतजार कर रहा है। उन्हें प्रत्येक क्षेत्र में दक्षता हासिल करने के लिए प्राध्यापक उनके साथ सहयोगी हैं। शिक्षा, विज्ञान, तकनीकी, वाणिज्य, प्रबंध, अर्थ, अनुसंधान, सामाजिक सरोकार की प्रत्येक विधा में कॅरिअर बनाने के राह महाविद्यालय से गुजरने वाली है, जिसके आप सहगामी बन चुके हैं। उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि आपके लिए महाविद्यालय में एडऑन कोर्स संचालित है जो स्किल डेवलपमेंट के साथ रोजगारोन्मुख है। उन्होंने विद्यार्थियों को विश्वास दिलाया कि आपकी शिक्षा पूरी होने के साथ ही दक्षता भी हासिल होगी।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के समन्वयक डॉ. आर.एन. शर्मा ने कहा कि साई कॉलेज की शैक्षिक विरासत और परम्परा में आप शामिल हो चुके हैं। सभी विद्यार्थियों को शिक्षा और अनुसंधान में अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करना है।

इस अवसर पर अतिथियों ने महाविद्यालय में आयोजित एडऑन कोर्स के सर्टिफिकेट विद्यार्थियों को प्रदान किया। सभी विद्यार्थियों को महाविद्यालयीन प्रतिज्ञा की शपथ प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने दिलायी।कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक देवेन्द्र दास सोनवानी और पल्लवी द्विवेदी ने किया।

इस अवसर पर आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. शैलेष देवांगन, लाइफ साईंस फेेकेल्टी के अधिष्ठाता अरविन्द तिवारी, कम्प्यूटर एंड आईटी फेकेल्टी के अधिष्ठाता डॉ. विवेक कुमार गुप्ता, वाणिज्य एवं प्रबंध फेकेल्टी के अधिष्ठाता राकेश कुमार सेन, शिक्षा संकाय के अधिष्ठाता डॉ. दिनेश शाक्य तथा सभी प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

बेहतर शैक्षिक परिवेश उपलब्ध कराना हमारा दायित्व : कुलपति प्रो. प्रेमप्रकाश सिंह

अम्बिकापुर- विश्वविद्यालय का काम अध्ययन-अध्ययापन के दौरान आयी कठिनाई, समस्याओं को निवारण करना है। शिक्षा के लिए बेहतर परिवेश उपलब्ध कराना हमारा दायित्व है। यह बातें गुरूवार को संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय के तत्वावधान में राजमोहिनी देवी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 विषय पर आयोजित एकदिवसीय कार्यशाला के दौरान कुलपति प्रो. पे्रमप्रकाश सिंह ने कही। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक शैक्षिक परिसर को जीरो ड्रग्स परिसर होना है। उन्होंने कहा कि शिक्षक तनावमुक्त रहेगा तभी विद्यार्थियों के लिए अच्छी प्रस्तुति होगी। प्राध्यापक को घर-परिवार और महाविद्यालय तीनों के बीच साम्य स्थापित रखना है, इसलिये अवकाश की भी महत्ता जीवन में है। डॉ. सिंह ने कहा कि योग दिवस हमे तनावमुक्त और स्वस्थ रहने का ही संदेश देता है। उन्होंने महाविद्यालयों का आह्वान करते हुए कहा कि शिक्षकों को संवेदनशील होना होगा और ब्रेन स्ट्रामिंग सत्र आयोजित करें। वर्ष में दो बार एलुमिनी मीट (बैठक ) आयोजित करायें। उन्होंने शोध की गुणवत्ता को प्रेरित करते हुए कहा कि रिसर्च मेथडलॉजी पर विशेष ध्यान दें। प्रयोगशाला के अनुसंधान समाज में जायें। उन्होंने कक्षाओं में विद्यार्थियों की घटती संख्या पर नाराजगी जाहिर की। डॉ. सिंह ने कहा कि विद्यार्थी केन्द्रित कक्षाओं पर बल दिया जाना चाहिए। इससे पहले अतिथियों ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। विषय विशेषज्ञों को स्वागत पुष्प गुच्छ प्रदान कर किया गया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. शारदा प्रसाद त्रिपाठी ने कहा कि विद्यार्थियों का कक्षा में होना आवश्यक है। कक्षा में विद्यार्थी रहेगा तो परीक्षा परिणाम भी अच्छा होगा। उन्होंने गत दिनों परीक्षा परिणाम को लेकर हुई शिकायत आंदोलनों को भी जवाब दिया। डॉ. त्रिपाठी ने कहा कि विषय विशेषज्ञों से मूल्यांकित उत्तर पुस्तिकाओं की रेंडमली जांच करायी गयी। परीक्षार्थी जब तक अच्छे से परीक्षा में भागीदारी नहीं करेंगा, प्रश्नों का जवाब सही नहीं देगा तो नम्बर नहीं मिलेंगे। सहानुभूति के अंक परीक्षक से नहीं मिलेंगे। उन्होंने अपूर्ण परीक्षा परिणाम (विथहेल्ड) की स्थितियों से अवगत कराया। डॉ. त्रिपाठी ने कहा कि महाविद्यालयों से पोर्टल पर प्रायोगिक परीक्षा के अंक समय से आने चाहिए। उन्होंने एनईपी के कुछ परीक्षा परिणाम जारी होने बाकी हैं जो शीघ्र ही प्रकाशित हो जायेंगे।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विषय विशेषज्ञ लखनपुर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एस.के श्रीवास्तव ने कहा कि एनईपी एम्बेसडर को भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति की जानकारी होनी चाहिए। डिजीटली शिक्षा का प्रभाव बढ़ा है। शोध और अनुसंधान के लिए रिसर्च मेथडलॉजी को जानना आवश्यक है। रिसर्च डिजायनिंग, विषय, आंकड़ों का एकत्रीकरण जानना जरूरी है। उन्होंने प्राचार्य से आह्वान किया कि अपने महाविद्यालय में रिसर्च मेथडलॉजी पर सेमिनार करायें।

कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए विषय विशेषज्ञ राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्याय के डॉ. राजकमल मिश्रा ने कहा कि एनईपी अब विद्यार्थी केन्द्रित अध्ययन-अध्यापन चाहता है। मल्टीडिसप्लीनरी का तात्पर्य है कि विद्यार्थी अपने फेकेल्टी के अलावा दूसरे फेकेल्टी के विषयों का भी अध्ययन करे। उन्होंने डीएससी और जीईसी के बारे में अवगत कराया और उनके प्रश्न पत्रों के तरीके के बारे में बताया। इस दौरान प्राचार्य ने अपनी जिज्ञासाओं का निवारण किया।

कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए विषय विशेषज्ञ राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के डॉ. एस.एन. पांडेय कहा कि मूक और स्वयं से प्राप्त किये गये क्रेडिट को जोड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि अब प्राध्यापक की तरह विद्यार्थी के पास पाठ्य सामग्री के संसाधन अधिक हैं। पीयर टिचिंग, स्टूडेेंट को वर्क दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अब महाविद्यालय की सफलता विद्यार्थियों की सफलता पर है। उन्होंने व्हीईसी और जीई के बारे में अवगत कराया। राष्ट्रीय सेवा योजना के लिय स्वच्छता अपनाने और परिसर को साफ रखने का आह्वान किया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विषय विशेषज्ञ श्री साई बाबा आदर्श महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने एनईपी के उद्देश्य से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि शिक्षक का ज्ञान विद्यार्थी के नोटबूक पर सीधे नहीं पहुंचे बल्कि मन मस्तिष्क से हो कर गुजरे। डॉ. श्रीवास्तव ने एडऑन कोर्स और अगले सेमेस्टर में इन्टर्नशिप के बारे में बताया। उन्होंने तनाव रहित जीवन के लिए टिप्स दिये। जीवन में गति रहेगी तो तनाव से दूर रहेंगे। कार्यक्रम का संचालन फार्मेसी विभाग के अध्यक्ष आनन्द कुमार ने किया।

कार्यशाला के दौरान सहायक कुलसचिव प्रवीण अग्रवाल, सभी महाविद्यालयों के प्राचार्य, एनईपी समन्यवक के साथ डॉ. आर.एन शर्मा, डॉ. रितेश वर्मा, डॉ.सुषमा भगत, डॉ.आरती तिवारी, डॉ.स्नेहलता श्रीवास्तव, डॉ.एनके देवांगन आदि उपस्थित रहे।