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गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में चार बार डॉ. साकी सत्यनारायण का नाम दर्ज

हैदराबाद के डॉ. साकी सत्यनारायण अपनी पहचान का सफ़र जारी रखे हुए हैं। हाल ही में उनका नाम लंदन बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ। इसके साथ ही, उनके हुनर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फिर से पहचान मिली। इस तरह, पहचान एक प्रतिभाशाली व्यक्ति के लिए एक रत्न है। प्रतिभा जन्मसिद्ध अधिकार है। एक जन्म नहीं, अनेक जन्मों का। ऐसा योग हर किसी को नहीं मिलता। ऐसे योगी और प्रतिभावान बहुत कम होते हैं। डॉ. साकी सत्यनारायण कलियुग वाल्मीकि, सिकंदराबाद, मलकाजगिरी, आनंद नगर में रहते हैं। किताबें नहीं... उन्होंने कई किताबें लिखीं। इसीलिए वे कलियुग वाल्मीकि हैं। बहुत कम समय में, डॉ. साकी सत्यनारायण ने कई किताबें लिखीं।

एक डॉक्टर के रूप में काम करते हुए, उन्होंने अपना खाली समय किताबें लिखने में लगाया। उन्होंने एक वर्ष में 72 से अधिक पुस्तकें लिखीं। योग व्यायाम, ध्यान, चिकित्सा, आपातकालीन चिकित्सा, आदित्य दर्शन, श्री सत्य साईं भागवतम, श्री दत्तात्रेय गुरुचरित्रम, शिव रहस्य जैसी सामाजिक और आध्यात्मिक पुस्तकें हैं। उन्होंने दस वर्षों में कुल 180 पुस्तकें लिखीं। इस पृष्ठभूमि ने उन्हें राज्य स्तर पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। असामान्य रूप से कम समय में पुस्तकें लिखने और प्रकाशित करने के लिए कुल चार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए गए हैं। पहला गिनीज रिकॉर्ड 28 जनवरी 2016 को प्राप्त हुआ था, और दूसरा रिकॉर्ड उसी वर्ष अगस्त में प्राप्त हुआ था। तीसरा गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड 3 अक्टूबर 2019 को हासिल किया गया था। 22 अगस्त 2022 को डॉ. सागी का नाम चौथी बार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया। 25 दिसंबर को ऑस्ट्रेलिया में आयोजित एक समारोह में ऑस्कर फॉर एक्सीलेंस अवार्ड की घोषणा और वितरण किया गया।

उन्होंने दुनिया भर के कई विश्वविद्यालयों से अधिकतम 111 डॉक्टरेट की उपाधियाँ प्राप्त करके सभी को चौंका दिया। वे दुनिया में सबसे अधिक डॉक्टरेट प्राप्त करने वाले सबसे प्रतिष्ठित व्यक्ति बन गए। इनमें से 15 डॉक्टर ऑफ साइंस, 25 डॉक्टर ऑफ लिटरेचर और 71 डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी हैं। यह सब उन्होंने मात्र 41 वर्षों में हासिल किया। डॉ. साकी सत्यनारायण की प्रतिभा आज भी पहचानी जाती है। हमारे भुवनेश्वर विश्वविद्यालय, जिसका केंद्र इंदौर, मध्य प्रदेश में है, ने इस डॉक्टर को एक और डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया। साथ ही, श्री वेंकटेश्वर वैदिक विश्वविद्यालय, तिरुपति ने भी एक और डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की। वैदिक हिंदू विश्वविद्यालय, जिसका मुख्यालय अहमदाबाद, गुजरात में है, ने न केवल उन्हें एक और डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की, बल्कि उन्हें कुलपति भी नियुक्त किया। हाल ही में, इस डॉक्टर का नाम लंदन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज हुआ।

वी-गार्ड ने लॉन्च की एयरविज़ सीरीज़: स्टाइलिश, दमदार और एनर्जी-एफिशिएंट बीएलडीसी पंखों का नया दौर शुरू

लखनऊ /दिल्ली : भारत के प्रमुख कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल ब्रांड, वी-गार्ड इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड ने अपने नए एयरविज़ सीरीज़ सीलिंग फैन लॉन्च किए हैं। अत्याधुनिक बीएलडीसी तकनीक से लैस ये पंखे न सिर्फ आरामदायक, सुविधाजनक और स्टाइलिश हैं, बल्कि बिजली की बचत करने में भी असरदार हैं। इस सीरीज़ में चार खास मॉडल्स पेश किए गए हैं: एयरविज़ लाइट, एयरविज़ प्राइम, एयरविज़ प्लस और एयरविज़ एन, जिन्हें अलग-अलग जरूरतों और जीवनशैली को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है। इन पंखों की टॉप स्पीड 370 आरपीएम है और ये केवल 35 वॉट बिजली की ही खपत करते हैं। इन पंखों में एडवांस्ड डस्ट-रिपेलेंट कोटिंग दी गई है, जिससे इन पर धूल कम जमती है और सफाई करने में भी आसानी रहती है। इसके अलावा, रिवर्स मोड ऑपरेशन जैसे फीचर्स इन्हें सर्दियों में भी उपयोगी बनाते हैं। कम मेंटेनेंस, बेहतर ठंडक और शानदार परफॉर्मेंस के साथ एयरविज़ सीरीज़ आपके घर को स्मार्ट और स्टाइलिश बनाने के लिए तैयार है। 

आधुनिक उपभोक्ताओं की पसंद को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किए गए ये पंखे स्टाइल और सोफिस्टिकेशन का बेहतरीन उदाहरण पेश करते हैं। इन पंखों का मैट और ग्लॉसी फिनिश का शानदार मेल आज के मॉडर्न इंटीरियर्स को और भी आकर्षक बना देता है। ये पंखे वी-गार्ड की अत्याधुनिक रुड़की यूनिट में निर्मित गए हैं, जो 2.25 लाख वर्ग फीट में फैली हुई है। ब्रांड की क्वालिटी और इनोवेशन के प्रति प्रतिबद्धता को बखूबी दर्शाने वाले ये पंखे जितने कार्यात्मक हैं, उतने ही स्टाइलिश भी हैं। इन्हें रिमोट की सहायता से आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है और इनमें 4 या 8 घंटे की ऑटोमैटिक पॉवर-ऑफ टाइमर सेटिंग दी गई है, जो नींद के दौरान या लंबे इस्तेमाल में बिजली बचाने के लिए परफेक्ट है। रिवर्स रोटेशन, चार अलग-अलग विंड मोड्स और 90 वॉल्ट से 300 वॉल्ट की वाइड वोल्टेज रेंज जैसे फीचर्स इन्हें बेहद वर्सेटाइल और परफॉर्मेंस-ओरिएंटेड बनाते हैं।

एयरविज़ लाइट, इस सीरीज़ का फ्लैगशिप मॉडल है, जिसमें इन-बिल्ट अंडर-लाइट दी गई है, जो रोशनी और हवा, दोनों का परफेक्ट कॉम्बिनेशन पेश करती है। वहीं, एयरविज़ प्राइम में खास यूआई एलईडी इंडिकेटर शामिल किया गया है, जो फैन की स्पीड को हल्की रोशनी में प्रदर्शित करता है। एयरविज़ लाइट और एयरविज़ प्राइम, दोनों ही मॉडल्स 19 शानदार रंगों में उपलब्ध हैं, जिनमें वुड फिनिश जैसे आकर्षक ऑप्शन भी शामिल हैं, जो ग्राहकों की बदलती पसंद के अनुसार घर की खूबसूरती को और बढ़ाते हैं।

जो लोग बिना किसी समझौते के बेहतर वैल्यू चाहते हैं, उनके लिए एयरविज़ प्लस एक परफेक्ट चॉइस है। इस सीरीज़ के सभी पंखों में खास तौर पर डिज़ाइन किए गए चौड़े ब्लेड्स दिए गए हैं, जो हाई-ग्रेड एल्युमीनियम अलॉय से बने हैं। ये न सिर्फ तेज़ हवा देते हैं, बल्कि अपनी रिफाइंड लुक और सॉफ्ट लाइट के साथ कमरे को स्टाइलिश भी बनाते हैं। एयरविज़ प्लस 9 शानदार कलर ऑप्शन्स में पाउडर कोटेड फिनिश के साथ उपलब्ध है।

लॉन्च के बारे में बात करते हुए, वी-गार्ड इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर, श्री मिथुन चित्तिलप्पिल्ली ने कहा, "एयरविज़ बीएलडीसी फैन का लॉन्च वी-गार्ड की एनर्जी एफिशिएंट होम्स की दिशा में एक अहम् उपलब्धि है। फैन कैटेगरी हमारे लिए ग्रोथ और इनोवेशन दोनों के लिहाज़ से एक स्ट्रैटजिक पिलर बनी हुई है। जैसे-जैसे उपभोक्ताओं में सस्टेनेबिलिटी और बिजली की बचत को लेकर जागरूकता बढ़ रही है, बीएलडीसी टेक्नोलॉजी अब सिर्फ भविष्य नहीं, बल्कि आज की जरूरत के रूप में भी उभर रही है। वी-गार्ड में हम आधुनिक भारत की उम्मीदों के अनुरूप बेहतरीन परफॉर्मेंस वाले प्रोडक्ट्स देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो इस बदलाव की अगुवाई करें।"

वी-गार्ड इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड के डायरेक्टर और सीओओ, श्री रामचंद्रन वी ने कहा, "वी-गार्ड में हमारा हमेशा से फोकस ऐसे इनोवेटिव प्रोडक्ट्स पर रहा है, जो एक स्मार्ट और बेहतर कल की नींव रखें। एयरविज़ सीरीज़ हमारी इसी सोच का उदाहरण है, जहाँ स्लीक डिज़ाइन और दमदार परफॉर्मेंस का बेहतरीन मेल है। ये सिर्फ पंखे नहीं हैं, बल्कि ये ऐसे प्रोडक्ट्स हैं, जो ज्यादा आरामदायक, ज्यादा हाईजीनिक और ज्यादा कूलिंग एफिशिएंसी के साथ रोजमर्रा की जिंदगी को बेहतर बनाते हैं, वह भी आज की आधुनिक जीवनशैली के मुताबिक। हमें पूरा भरोसा है कि एयरविज़ को हमारे कस्टमर्स उतना ही पसंद करेंगे, जितना उन्होंने हमारे पहले फ्लैगशिप प्रोडक्ट इनसाइट-जी को किया था।"

आधुनिक भारतीय घरों को ध्यान में रखते हुए बनाए गए एयरविज़ पंखों में खूबसूरती और दमदार परफॉर्मेंस दोनों का तालमेल है। इनमें डबल-शील्डेड बॉल बेयरिंग्स जैसी टिकाऊ तकनीक दी गई है, साथ ही तीन साल की वॉरंटी भी। एनर्जी एफिशिएंसी पर खास ज़ोर देते हुए एयरविज़ सिर्फ तेज़ हवा ही नहीं देता, बल्कि बिजली के बिल भी कम करता है। 'ब्रिंग होम ए बेटर टुमारो' के अपने विज़न पर चलते हुए वी-गार्ड ने इस सीरीज़ में यूज़र-फ्रेंडली और स्मार्ट इनोवेशन का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है।एयरविज़ सीरीज़ अब पूरे भारत में वी-गार्ड के अधिकृत डीलर्स और रिटेल स्टोर्स पर उपलब्ध है।

जनसंख्या नियंत्रण देश के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है : डीएम

सीके सिंह(रूपम)

सीतापुर। जिलाधिकारी अभिषेक आनंद की अध्यक्षता में विश्व जनसंख्या दिवस एवं विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के शुभारम्भ के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग एवं स्वयं सेवी संगठन पापुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।

कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने परिवार नियोजन के सम्बन्ध में व्यापक जन जागरुकता प्रसारित किए जाने के उद्देश्य से पोस्टर, लघुफिल्म आदि का अनावरण किया तथा जागरूकता वैन भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस जागरूकता वैन के माध्यम से जनपद के लगभग 150 गावों में व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा। इस अवसर पर ‘इतनी भी क्या जल्दी है‘ विषयक कार्यशाला भी आयोजित की गयी जिसमें उपस्थित विशेषज्ञों द्वारा परिवार नियोजन के लाभ, उपायों आदि के विषय में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी। ‎कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण देश के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा है कि सभी जागरूक हों। अभियान का मुख्य उद्देश्य सामाजिक व्यवहार में परिवर्तन लाना है, जिससे लोगों तक सही जानकारी पहुंच सके। इसलिए अभियान के दौरान व्यापक जन जागरूकता की जायेगी। उन्होंने सभी से अपेक्षा की कि वह अपनी जिम्मेदारियों को पूरी गंभीरता से निर्वहन करते हुए अभियान को सफल बनाने में सहयोग करेंगे। पापुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा की गयी पहल की भी जिलाधिकारी ने सराहना की।

‎इस अवसर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जनसंख्या नियंत्रण के सम्बन्ध में गठित डिस्ट्रिक्ट वर्किंग ग्रुप की प्रथम बैठक भी आयोजित की गयी, जिसमें सभी सम्बंधित सदस्यों को उनके कर्तव्यों और दायित्वों के विषय जानकारी दी गयी। जिलाधिकारी ने कहा कि डिस्ट्रिक्ट वर्किंग ग्रुप के सभी सदस्य पूर्ण निष्ठा से कर्तव्यों एवं दायित्वों का निर्वहन सुनिश्चित करें। ‎मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सुरेश कुमार ने अभियान के दौरान कार्ययोजना के सम्बन्ध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 11 से 18 जुलाई तक विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा आयोजित किया जा रहा है। इसके दौरान परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से व्यापक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। फ्रंट लाइन वर्कर्स को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, जो सभी क्षेत्रों में भ्रमण कर लोगों को जागरूक करेंगे। खैराबाद, महमूदाबाद एवं सिधौली विकास खण्ड के लगभग 150 गांवों में एलईडी वीडियो वैन ‘सारथी‘ के माध्यम से प्रचार प्रसार कराया जायेगा। लोगों की काउंसलिंग भी करायी जाएगी।

‎पापुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के प्रतिनिधियों ने अभियान के विषय में विस्तार पूर्वक जानकारी दी तथा जनपद में संचालित ‘उम्मीद‘ प्रोजेक्ट के अंतर्गत संचालित कार्यों के विषय में भी बताया।‎इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी निधि बंसल सहित सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

‎‎*मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में सम्भव अभियान की बैठक सम्पन्न*

‎ मुख्य विकास अधिकारी निधि बंसल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में सम्भव अभियान 5.0 के सफल क्रियान्वयन के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक सम्पन्न हुयी।

बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिए कि समय से फीडिंग का कार्य कराया जाये, यह अभियान कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों के चिन्हीकरण एवं उन्हें समुचित उपचार उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से संचालित किया जा रहा है, जो आगामी 30 सितम्बर तक चलेगा। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी यह सुनिश्चित करें कि कुपोषित एवं अतिकुपोषित बच्चों की जांच समय से की जाये तथा उनके उपचार हेतु प्रबंध किया जाये।
इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 सुरेश कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र सिंह सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
श्रवण मास व कांवड़ यात्रा की तैयारियों का डीएम व एसपी ने लिया जायजा, दिए आवश्यक निर्देश
सीके सिंह(रूपम)

सीतापुर। जिलाधिकारी अभिषेक आनंद व पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने आगामी श्रावण मास व कांवड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर चहलारी घाट व खेमकरन इण्टर कालेज लहरपुर का निरीक्षण कर अब तक की गई तैयारियों की संबंधित विभाग के अधिकारियों से जानकारी लेकर चहलारी घाट में बैरिकेडिंग, साफ सफाई, सुरक्षा व्यवथाओं में तैनात पुलिस कर्मियों की जानकारी लेकर समय से सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश प्रदान किये। साथ ही उन्होंने साफ-सफाई, बैरीकेटिंग, लाइटिंग, सुरक्षा व्यवस्था आदि व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित को प्रदान किये। जिलाधिकारी ने सीसीटीवी कैमरा, मोटर बोट, नाव, खोया पाया आदि की जानकारी कर साउंड व माइक की व्यवस्था कराने के निर्देश प्रदान किये। मुख्य चिकित्साधारी को स्वास्थ्य शिविर स्थापित करने के साथ ही एम्बुलेंस की उपलब्धता एवम स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश प्रदान किये। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो भी पण्डाल लगे हैं, उन सभी पर संबंधित विभागों का फ्लैक्स अवश्य लगाया जाये, जिससे कावड़ियों को जानकारी हो सके। उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया कि गोताखारों को निरन्तर सक्रिय रखा जाये तथा सभी खराब पड़े हैण्डपम्पों को सही करा दिया जाये। साथ ही यह भी निर्देश दिये कि घाट की बैरीकेटिंग सही ढंग से की जाये तथा नदी की गहराई वाले क्षेत्रों पर प्रतिबन्ध रखा जाये तथा खतरे का साइन बोर्ड भी प्रदर्शित किया जाये। शौचालय एवं मोबाइल शौचालय की साफ-सफाई हेतु एक सफाई कर्मचारी की तैनाती की जाये। महिलाओं को कपड़े बदलनें हेतु रूम की व्यवस्था की जाये तथा महिला कर्मचारी की भी नियुक्ति वहां पर की जाये। विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि घाट पर प्रकाश की उचित व्यवस्था एवं कावड़ियों के आवागमन वाले मार्गों पर भी प्रकाश की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। विद्युत के पोल खम्भों को पालीथीन से कवर कर दिया जाये। जिलाधिकारी ने खेमकरन इण्टर कालेज लहरपुर में शिव शक्ति सनातन सेवा समिति द्वारा श्रावण मास में कराये जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी ली एवं संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये कि मजाशाह से खेमकरन इण्टर कालेज वाले मार्गों पर प्रकाश की व्यवस्था करने के साथ ही साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। उन्होंने नगर पालिका के अधिकारी को निर्देश दिये कि कूड़ा उठान वाली गाड़ी निरन्तर कूड़ा उठान करती रहे। उन्होंने खाद्य एवं सुरक्षा विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि कावड़ियों को प्रसाद के रूप में दिये जाने वाले खाने की गुणवत्ता की जांच करेगी। पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ-साथ एक कर्मचारी की ड्यूटी भी लगायी जाये।
पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने थाना प्रभारी को कड़े निर्देश प्रदान किये कि श्रावण मास व कावंड़ यात्रा के दौरान रुट डायवर्जन को पहले से ही सुनिश्चित करा लिया जाये। लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिये कि कांवड़ रुट में पड़ने वाली सड़कों के गड्ढे आदि दुरस्त करा लें। पर्याप्त विद्युत लाइटिंग व जनरेटर की व्यवस्थाओं को समय पूर्ण करने के निर्देश संबंधित को प्रदान किये। उन्होंने सभी अधिकारियों व महानुभावों से अपील की है कि यदि कोई घटना घटित होती है तो उस पर प्रतिक्रिया न करके हमें तत्काल सूचित करें।
निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी बिसवां शिखा शुक्ला, उपजिलाधिकारी लहरपुर आकांक्षा गौतम, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई विशाल पोरवाल सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
जातीय मानसिकता के दल दल से जुड़े नेता से सवर्ण के अस्तित्व बचाना हैं : सूरज प्रसाद चौबे प्रदेश अध्यक्ष सूरज प्रसाद चौबे

लखनऊ कौशाम्बी थाना सैनी ग्राम लोहड़ा में घटित घटना एक निर्दोष ब्राह्मण बेटे को बच्ची की डांटने एक थप्पड़ मारने को चुनावी रंजिश जमीनी विवाद के कारण पास्को बलात्कार जैसे संगीन धारा लगाकर स्थानीय पुलिस प्रशासन के मिलीभगत से जेल भेज दिया गया,पिता बेटे के बेगुनाही के लिए जिला प्रशासन कौशाम्बी से गुहार लगाता रहा थक हार कर जहर खा लिया जान दीदी को न्याय की उम्मीद खो चुके परिवार को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने न्याय दिलाया बेटा बेगुनाह जेल से बाहर आया ,आज सवर्ण आर्मी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे,उनके साथ सवर्ण आर्मी उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल मिश्रा ने उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की ,उप मुख्यमंत्री का आभार जताया ।

कहा कि न्याय की उम्मीद खो चुके परिवार को आप ने न्याय दिलाया,जिस कारण संकीर्ण मानसिकता ,जातीय राजनीतन करने वाले राजनीतिक दल,सामाजिक संगठन आप को टारगेट कर रहे हैं, कौशाम्बी प्रकरण में पूरा सवर्ण समाज आप के साथ ,खड़ा है मै,उन लोगों की कटु निंदा करता हु जो एक बेटी का इस्तेमाल बेगुनाह लोगों को फसा रहे है,कुछ राजनीतिक दल जो अपने ही समाज में अस्तित्व बचा नहीं पा रहा है वह भी इस प्रकरण में उजुल फाजिल बयान बाजी कर रहे है, सवर्ण आर्मी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे,प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल मिश्रा ने पांच सूत्रीय ज्ञापन भी दिया जिसमे मांग की गई कि उन पुलिस अधिकारी/ कर्मचारी पर भी कार्यवाही होनी चाहिए जो फर्जी मुकदमा दर्ज कर जेल एक निर्दोष ब्राह्मण बेटे को भेज दिए ये सड़ा हुआ सिस्टम बच्चे को जेल भेज चुका था ।

धन्य हो सवर्ण आर्मी जिला अध्यक्ष अभिषेक पांडेय का जिन्होंने प्रकरण को उठाया ,साथ ही परिवार को आर्थिक सहयोग, शस्त्र लाइसेंस प्रदान किया जाय ,स्व रामबाबू तिवारी का शव के कर पी एम हाउस ले जाते समय धरना प्रदर्शन कर रहे मृतक स्व रामबाबू तिवारी के परिवार सहित अन्य,सवर्ण आर्मी जिला अध्यक्ष आदि पर दर्ज मुकदमे वापस किया जाय माननीय उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बाते को गंभीरता पूर्वक सुना कहा कि न्याय होगा ,किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा,सवर्ण आर्मी उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल मिश्रा जी ने कहा कि उन पुलिस कर्मियों पर भी मुकदमा दर्ज किया जाय जो शांति पूर्वक धरना दे रहे सवर्ण आर्मी के कार्य कर्ता सहित परिवार के सदस्यों को लात घुसो से मारा। 

अपना दल (एस) का मध्य प्रदेश चिंतन शिविर भोपाल में संपन्न,संगठनात्मक मजबूती, सदस्यता अभियान और युवा सशक्तिकरण पर हुआ मंथन

भोपाल/लखनऊ ।अपना दल (एस) मध्य प्रदेश इकाई का चिंतन शिविर रविवार, 18 मई को भोपाल में आयोजित किया गया। इस महत्वपूर्ण आयोजन में संगठन के विस्तार, सदस्यता अभियान को तेज़ी देने और आगामी रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा की गई। शिविर की अध्यक्षता राजनीतिक रणनीतिकार डॉ. अतुल मलिकराम ने की, जबकि प्रदेश प्रभारी व राष्ट्रीय महासचिव आर. बी. सिंह पटेल एवं राष्ट्रीय महासचिव (युवा मंच) डॉ. अखिलेश पटेल मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। इस चिंतन शिविर का उद्देश्य न केवल संगठन की मजबूती पर केंद्रित रहा, बल्कि यह कार्यकर्ताओं को दिशा, ऊर्जा और प्रेरणा देने का भी मंच साबित हुआ।

“मैं सिपाही नहीं, सेनानायक बनाने आया हूं” – आर. बी. सिंह पटेल

प्रदेश प्रभारी व राष्ट्रीय महासचिव आर. बी. सिंह पटेल ने अपने ओजस्वी संबोधन में कहा,"मध्य प्रदेश में अपना दल (एस) की जड़ें मजबूत करना हमारी प्राथमिकता है। मैं यहां राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल का सिपाही बनकर नहीं, बल्कि संगठन को सेनानायक देने आया हूं। हमारी नीतियां सामाजिक न्याय, महिला और युवा सशक्तिकरण पर आधारित हैं। यह शिविर कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार करेगा और हमें बदलाव की दिशा में आगे ले जाएगा।"

“युवाओं की भागीदारी से आएगा असली परिवर्तन” – डॉ. अखिलेश पटेल

युवा मंच के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. अखिलेश पटेल ने युवाओं की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा,"राजनीतिक बदलाव की धुरी अब युवा शक्ति है। आने वाला समय युवाओं का है और यही वह वर्ग है जो गांव-गांव, घर-घर पार्टी की विचारधारा को पहुंचाएगा। इस चिंतन शिविर ने हमें आत्ममंथन करने, दिशा तय करने और जनमानस से जुड़ने की प्रेरणा दी है।"

“संगठनात्मक विस्तार का चौथा चरण है यह शिविर” – डॉ. अतुल मलिकराम

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राजनीतिक रणनीतिकार डॉ. अतुल मलिकराम ने कहा,"मध्य प्रदेश में संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने की दिशा में यह शिविर चौथा और निर्णायक चरण है। हमारा लक्ष्य पार्टी को प्रदेश में एक प्रभावी राजनीतिक विकल्प के रूप में स्थापित करना है। आर. बी. सिंह पटेल और डॉ. अखिलेश पटेल का मार्गदर्शन हमें इस लक्ष्य की ओर तेज़ी से अग्रसर करेगा।"

कार्यकर्ताओं में दिखा उत्साह, प्रदेशभर से जुटे प्रतिनिधि

चिंतन शिविर में मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल हुए। इनमें प्रमुख नाम शामिल हैं –हर प्रसाद पटेल, धीरेन्द्र सिंह बघेल, मान सिंह बिसेन, देवेंद्र प्रताप सिंह, टीकम चंद शर्मा, कैलाश गवांडे, मुकेश मराठा, राजेश्वर मिश्रा, वंदना नामदेव, अनिल सोनी, बाल कृष्ण गौर, नरेंद्र जोशी, मीनू गुप्ता, मीना गुप्ता, हरदास कुशवाहा, सुरेंद्र नाहर, रोशन पटेल, रोहित चंदेल, आसिफ पटेल, मुस्कान सिंह सहित अन्य कई सक्रिय कार्यकर्ता।कार्यक्रम में सभी ने मिलकर संगठन के भावी कदमों पर मंथन किया और एकजुट होकर पार्टी को प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य में मज़बूती से स्थापित करने का संकल्प लिया।

अदाणी सक्षम की मदद से युवाओं को मिल रही नई राह

तकनीक की पहुंच भारत के छोटे शहरों और दूर-दराज़ गांवों में पीढ़ियों, जिलों और लैंगिक भेदभाव के बीच की खाई को ख़त्म कर रही है


हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले की शानिया देवी और दीक्षा शर्मा ने यह साबित कर दिया है कि सपनों को उड़ान देने के लिए सिर्फ जज़्बा चाहिए।ये कहानी है एकनिष्ठ समर्पण और ऊँचे सपनों से प्रेरित उन किशोरियों की, जो अब अदाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर (जिसे आमतौर पर अदाणी सक्षम कहा जाता है) के विकास की प्रतीक बन चुकीं हैं। यह सेंटर अब बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे मेट्रो शहरों से आगे बढ़कर झारखंड के गोड्डा और हिमाचल प्रदेश के गगल जैसे छोटे शहरों तक पहुँच चुका है, जहां यह पूरे भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित कौशल विकास मिशन चला रहा है।

सौभाग्य से, दूरी की चुनौती शानिया और दीक्षा के लिए कोई रुकावट नहीं बनी। उन्हें अदाणी सक्षम (गगल केंद्र) के माध्यम से अत्याधुनिक तकनीक आधारित प्रशिक्षण मिला। यह केंद्र हिमाचल प्रदेश का पहला रिमोट पायलट ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन (आरपीटीओ) बनने का गौरव भी रखता है।16 मई 2016 को अदाणी फाउंडेशन द्वारा शुरू किया गया अदाणी सक्षम, सरकार के ‘स्किल इंडिया’ मिशन को गति देने वाला एक प्रभावशाली कदम है । इसका पाठ्यक्रम ड्रोन संचालन, सिमुलेशन-आधारित प्रशिक्षण, थ्री-डायमेंशनल (3डी) प्रिंटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) जैसे आधुनिक विषयों पर आधारित है। यह कार्यक्रम वैश्विक रुझानों के अनुरूप है और एक ऐसा माहौल तैयार करने का प्रयास करता है जो युवाओं को तेजी से डिजिटल होती दुनिया में भविष्य के लिए सक्षम बना सके।

यह स्पष्ट है कि अदाणी सक्षम एक जैसा सभी के लिए उपयुक्त मॉडल नहीं है । यहां पाठ्यक्रम को हाइब्रिड फॉर्मेट में पढ़ाया जाता है, जिसमें वर्चुअल लैब्स और प्रैक्टिकल (हाथों से सीखने वाले) प्रशिक्षण दोनों शामिल होते हैं। यहां प्रतिभागी केवल जानकारी प्राप्त नहीं करते, बल्कि सिमुलेशन चलाते हैं, ड्रोन उड़ाते हैं और वास्तविक समस्याओं का समाधान करते हैं, जैसा कि शानिया और दीक्षा के सफल करियर से साफ़ झलकता है।

एक लंबा सफर

पिछले दिनों को देखें तो शानिया की डिजिटल समझ उसकी साधारण पारिवारिक पृष्ठभूमि के बिल्कुल विपरीत थी। वह बिलासपुर जिले के छोटे से कस्बे घुमारवीं की रहने वाली है। यह एक ऐसा स्थान है जहां जाने वाली सड़कें पुराने समय की याद दिलाती हैं। घुमारवीं, चीड़ के जंगलों और धुंध से ढके पहाड़ों के बीच बसा एक पारंपरिक पहाड़ी कस्बा है, जहां आज भी इंटरनेट सिग्नल बहुत कमजोर है और एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का विचार अब भी किसी दूसरे ग्रह की बात लगती है।

कम उम्र में ही शानिया को जीवन की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, जब उसके पिता का निधन हो गया। एक ही रात में उसकी मां को पूरे परिवार की ज़िम्मेदारी संभालनी पड़ी और वह एक स्थानीय क्लिनिक में स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप में काम करने लगीं। हालांकि उनकी मासिक आय बहुत कम थी, लेकिन इस संकल्पित विधवा मां ने ठान लिया था कि अपनी बेटी की पढ़ाई कभी रुकने नहीं देगी, चाहे हालात जैसे भी हों।

सौभाग्य से, शानिया ने स्कूल की पढ़ाई में अच्छी सफलता हासिल की । लेकिन फिर कठोर हकीकत ने उसे मुश्किल से घेर लिया। जल्दी ही उसे यह एहसास हुआ कि उसकी स्किल्स और छोटे शहर की पृष्ठभूमि उच्च प्रतिस्पर्धी नौकरी की कड़ी मांगों के साथ मेल नहीं खातीं। अपने जीवन के सबसे कठिन दौर में, शानिया को अदाणी सक्षम के बारे में पता चला। हालांकि, एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) उसे सिर्फ भविष्यवादी नहीं, बल्कि एक अजनबी शब्द जैसा लगता था।

फिर भी, सभी कठिनाइयों को चुनौती देते हुए, शानिया ने अदाणी सक्षम में दाखिला लिया, हालांकि पहले वह थोड़ी हिचकिचा रही थी। शुरुआत में उसे यह यकीन नहीं था कि वह एक भी मॉड्यूल समझ पाएगी। लेकिन जल्द ही, सब कुछ समझ आने लगा। शानिया ने न केवल सीखना शुरू किया, बल्कि उसमें उत्कृष्टता भी हासिल की।कोर्स पूरा करने के बाद, उसे पहली नौकरी का ऑफर मिला। शुरुआत में वह एटीएस मोहाली में कस्टमर सपोर्ट रोल में थीं, और दो महीने बाद उन्हें नेउरीका टेक्नोलॉजी से प्रोडक्ट असिस्टेंट एग्जीक्यूटिव का दूसरा जॉब ऑफर मिला, साथ ही वेतन में 35% का इम्प्रेसिव इन्क्रीमेंट भी मिला।

दीक्षा की जीवन कहानी भी शानिया से काफी मिलती-जुलती है । वह बिलासपुर जिले के छकोह गांव में एक सीमांत किसान परिवार में पली-बढ़ी, जहां संसाधन बहुत सीमित थे, लेकिन संस्कार और मूल्य गहराई से रचे-बसे थे। गंभीर आर्थिक तंगी के बावजूद, दिक्षा अपने लक्ष्य को लेकर पूरी तरह से दृढ़ संकल्पित रही। उसका मानना था कि ज्ञान ही अवसरों का रास्ता खोल सकता है।

दीक्षा किसी विशेष सुविधा या साधन के साथ नहीं आई थी, लेकिन उसके पास एक स्पष्ट उद्देश्य था। जब उसने अदाणी सक्षम के एआई कोर्स में दाखिला लिया, तो वह सिर्फ मशीनों के बारे में नहीं सीख रही थी बल्कि वह ऐसा भविष्य गढ़ना सीख रही थी, जहां ग्रामीण भारत की लड़कियों को जिम्मेदारी और महत्वाकांक्षा के बीच चुनाव ना करना पड़े। दीक्षा ने इस सफर को पकड़े रखा, प्रतिस्पर्धा के लिए नहीं, बल्कि योगदान देने के लिए।

आज दीक्षा पंजाब की एक कंपनी, एरियल टेलीकॉम सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड में वीज़ा फाइलिंग ऑफिसर के रूप में काम कर रही हैं। वह वीज़ा आवेदन की डाक्यूमेंटेशन और प्रोसेसिंग का कार्य संभालती हैं, साथ ही यह सुनिश्चित करती हैं कि सभी कार्य नियमों और दिशा-निर्देशों के अनुसार हों।

 शानिया और दीक्षा विज्ञान और नवाचार के क्षेत्र में देश की आत्मनिर्भरता का प्रतीक बन रही हैं । उनकी शानदार यात्रा भारत के उस बड़े बदलाव का प्रतीक बन रही है, जहाँ प्रौद्योगिकी तक पहुँच छोटे शहरों और दूरदराज के गाँवों में भूगोल, लिंग और पीढ़ियों के बीच की दूरियों को कम कर रही है।

दो दिन पहले मनाए गए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी प्रौद्योगिकी को आत्मनिर्भर भारत की दिशा में ऐतिहासिक पड़ाव बताया और कहा कि यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, विशेष रूप से भारत की स्वदेशी क्षमता को बढ़ाने और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में।

अपनी स्थापना के बाद से अदाणी सक्षम ने 200 करोड़ से अधिक मानव घंटे का निवेश करके 1.85 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया है। सामूहिक रूप से, वे सालाना 479 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व उत्पन्न कर रहे हैं। यह कार्यक्रम देश के 15 राज्यों के 40 से अधिक शहरों में चलाया जा रहा है।यह पहल अदाणी फाउंडेशन की समाज के वंचित वर्गों के उत्थान और आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

18 मई को भोपाल में चिंतन बैठक में शामिल होंगे डॉ. अखिलेश पटेल

लखनऊ । अपना दल (एस) के राष्ट्रीय महासचिव 'युवा मंच' डॉ. अखिलेश पटेल 18 मई को भोपाल में आयोजित चिंतन बैठक में हिस्सा लेंगे। इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता राजनीतिक रणनीतिकार डॉ. अतुल मलिकराम करेंगे, जिसमें मध्य प्रदेश प्रभारी आर.बी. सिंह पटेल सहित पार्टी के प्रमुख नेता शामिल होंगे। बैठक का मुख्य उद्देश्य मध्य प्रदेश में पार्टी की संगठनात्मक ताकत को बढ़ाना और आगामी रणनीतियों को मूर्त रूप देना है।

में सदस्यता अभियान को तेजी से आगे बढ़ाना है: राष्ट्रीय महासचिव

डॉ. अखिलेश पटेल ने बैठक के तीन प्रमुख एजेंडों पर प्रकाश डालते हुए कहा, "हमारा पहला लक्ष्य मध्य प्रदेश की टीम को अधिक प्रभावी और ताकतवर बनाना है। इसके साथ ही, हमें सदस्यता अभियान को तेजी से आगे बढ़ाना है तथा पार्टी के मुद्दों को प्राथमिकता से जन-जन तक पहुंचाने के लिए ठोस कदम उठाने हैं। इस बैठक में इन बिंदुओं पर विस्तृत रणनीति तैयार की जाएगी।"

राजधानी भोपाल में लगातार दूसरे महीने पार्टी की बैठक

गौरतलब है कि राजधानी भोपाल में लगातार दूसरे महीने पार्टी की बैठक, मध्य प्रदेश में पार्टी के एक नए दौर की शुरुआत का संकेत दे रही है, जिसमें संगठन विस्तार और जनता के बीच पार्टी की पैठ बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। वहीं डॉ. अखिलेश पटेल के नेतृत्व में युवा मंच की सक्रियता से पार्टी को नई ऊर्जा मिलने की उम्मीद भी की जा रही है।

शबीर अहलुवालिया सोनी सब के आगामी पारिवारिक रोमांटिक कॉमेडी शो ‘उफ्फ... ये लव है मुश्किल’ में एक बिल्कुल नए अवतार में मुख्य भूमिका निभाएंगे

लखनऊ अपने खुशनुमा और पारिवारिक मनोरंजन के लिए लोकप्रिय चैनल, सोनी सब ने अपने आगामी रोमांटिक कॉमेडी शो ‘उफ्फ... ये लव है मुश्किल’ का दिलचस्प टीज़र जारी कर दिया है। यह शो ह्यूमर और भावनाओं का ताज़ा मिश्रण पेश करता है, और पारिवारिक जीवन की हलचल के बीच प्यार के परिवर्तनकारी ताकत को दर्शाता है।

टेलीविज़न के चहेते स्टार शबीर अहलुवालिया इस अनोखे शो में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। टीज़र से ही यह साफ हो जाता है कि शबीर कुछ नया और अलग करने की चाह में हैं, और उन्हें यह नया अभूतपूर्व अवतार मिल भी गया है। जहां अब तक वे अधिकतर नैतिक और ‘आदर्श’ किरदारों के लिए जाने जाते थे, वहीं इस बार शबीर अपनी पारंपरिक छवि को तोड़ते हुए एक अतरंगी, अप्रत्याशित और थोड़ा-सा गड़बड़ किरदार निभा रहे हैं। उनके फैंस लंबे समय से किसी नई और ताज़ा कहानी में उनकी वापसी का इंतज़ार कर रहे थे, और अब उन्हें मिलने वाला है एक खास तोहफा। ‘उफ्फ... ये लव है मुश्किल’ न सिर्फ शबीर के करियर का एक दमदार नया अध्याय है, बल्कि सोनी सब के विविधतापूर्ण कार्यक्रमों की लिस्ट में भी यह शो एक अनोखा स्थान बनाएगा।

सोनी सब के आगामी शो में युग सिन्हा की भूमिका निभा रहे, शबीर अहलुवालिया ने कहा, “मैं टेलीविज़न पर वापसी करके बेहद उत्साहित हूं, खासकर ऐसे किरदार के साथ जो मेरी अब तक निभाई गई किसी भी भूमिका से बिल्कुल अलग है। सालों तक ‘परफेक्ट हसबैंड’ या रोमांटिक हीरो की भूमिकाएं निभाने के बाद, मैंने जानबूझकर ऐसा किरदार चुना है जो कई पहलू और अनूठापन लिए हुए है। ‘उफ्फ... ये लव है मुश्किल’ सिर्फ एक किरदार की कहानी नहीं है, बल्कि ये एक दिलचस्प ‘ओपोज़िट्स अट्रैक्ट’ लव स्टोरी है, जिसमें एक बेतरतीब परिवार में होने का पागलपन और प्यार भी शामिल है। मैं इस कहानी को सोनी सब पर जीवंत करने के लिए बेहद उत्साहित हूं, और दर्शकों को युग और उसकी दीवानी दुनिया से मिलाने का बेसब्री से इंतज़ार है।”

हर व्यक्ति की हर समस्या का समाधान होगा : केशव प्रसाद मौर्य

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को अपने आवास 7, कालिदास मार्ग पर आयोजित जनता दर्शन में फरियादियों से सीधा संवाद किया और उन्हें भरोसा दिलाया कि “हर व्यक्ति की हर समस्या का हर संभव समाधान किया जाएगा।”

अलीगढ़ रवाना होने से पूर्व उन्होंने करीब दो दर्जन जिलों से आए लोगों की समस्याएं गंभीरता से सुनीं और अधिकारियों को निर्देशित किया कि समस्याओं का त्वरित, पारदर्शी और स्थायी समाधान सुनिश्चित किया जाए। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि समस्याओं के समाधान के लिए जवाबदेही तय की जानी चाहिए।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि “परेशान मत होइए, समाधान भी होगा और सरकार की सुविधाएं भी हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचेंगी।” उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कोई भी फरियादी दुबारा चक्कर न लगाए, यह सुनिश्चित किया जाए।

उप मुख्यमंत्री ने मौके पर ही संबंधित अधिकारियों से दूरभाष पर बात कर आवश्यक निर्देश दिए। खास तौर पर भूमि संबंधी मामलों में उन्होंने संबंधित जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि राजस्व और पुलिस अधिकारियों की संयुक्त टीम बनाकर मौके पर भेजा जाए और पीड़ितों को राहत दिलाई जाए। उन्होंने कहा कि महिलाओं, बुजुर्गों और दिव्यांग जनों की शिकायतों को प्राथमिकता दी जाए और संवेदनशीलता के साथ समाधान सुनिश्चित किया जाए।