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प्रधान पाठक ने दे दी जान, घर में इस परिस्थिति में मिला शव, पुलिस जांच में जुटी

रायपुर- प्रधान पाठक की संदिग्ध परिस्थिति में लाश मिली है। परिवार के लोगों ने उनके शव को देखा तो पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया। घटना सुकमा जिले के कोंटा वार्ड की है, जहां वार्ड क्रमांक 7 में ये पूरी घटना घटी। कारीगुंडम स्कूल में पदस्थ हेड मास्टर चैन सिंह नेताम का शव उनके घर के बाथरूम में फांसी के फंदे पर लटका मिला।

इस घटना से शिक्षा विभाग सहित पूरे इलाके में शोक और सन्नाटा पसर गया है। फिलहाल आत्महत्या या हत्या, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है, पुलिस मामले की जांच में जुटी है। करीब 45 वर्षीय चैन सिंह नेताम, जो कि कारीगुंडम प्राथमिक शाला में हेड मास्टर के पद पर कार्यरत थे, उनका शव सोमवार सुबह उनके घर के बाथरूम में फांसी पर लटका हुआ मिला।

परिजनों के अनुसार, चैन सिंह नेताम रविवार रात को सामान्य अवस्था में थे और परिवार के साथ समय बिताने के बाद अपने कमरे में सोने चले गए थे। सुबह जब काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं निकले तो परिजनों ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन भीतर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके बाद जब दरवाजा तोड़ा गया, तो उनका शव बाथरूम में फांसी पर लटका मिला।

घटना की सूचना मिलते ही कोंटा पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल की जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन पुलिस का कहना है कि वह हर पहलु की बारीकी से जांच कर रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।

परिजनों और साथ काम करने वाले शिक्षकों का कहना है कि चैन सिंह नेताम बीते कुछ महीनों से मानसिक तनाव में थे, हालांकि तनाव का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। सहकर्मियों के अनुसार, वे एक ईमानदार, अनुशासित और विद्यार्थियों के प्रति समर्पित शिक्षक थे।

इस असामयिक मृत्यु से शिक्षा जगत सहित पूरे क्षेत्र में गहरा शोक व्याप्त है। सोशल मीडिया पर साथी शिक्षक, छात्र और ग्रामीण उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।

26 साल बाद मिला इंसाफ: TI की मौत के बाद पत्नी ने लड़ी कानूनी लड़ाई, हाईकोर्ट ने किया बरी

बिलासपुर- न्याय में देर भले हो, लेकिन अंधेर नहीं — इस कहावत को सच कर दिखाया एक महिला ने, जिसने अपने दिवंगत पति की बेगुनाही साबित करने के लिए 26 वर्षों तक कानूनी लड़ाई लड़ी। यह मामला महासमुंद जिले के बसना थाना में पदस्थ तत्कालीन थाना प्रभारी (TI) गणेशराम शेंडे का है, जिन पर 1990 में रिश्वत मांगने का आरोप लगा था।

10 अप्रैल 1990 को गणेशराम शेंडे के खिलाफ एक व्यक्ति ने लोकायुक्त और एसपी से शिकायत की थी कि उन्होंने जमानत के एवज में 1,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। शिकायत के आधार पर लोकायुक्त ने जांच कर उन्हें दोषी ठहराते हुए 3 साल की सजा और 2,000 रुपये जुर्माने की सज़ा सुनाई थी।

हालांकि, इस मामले में पीड़ित ने आरोप लगाया था कि रिश्वत की मांग जमानत मिलने के बाद की गई थी। इसी बिंदु को हाईकोर्ट ने गंभीरता से लिया और कहा कि “जब जमानत पहले ही मिल चुकी थी, तो उसके एवज में रिश्वत मांगने का कोई औचित्य नहीं बनता।” इस आधार पर हाईकोर्ट ने दिवंगत TI गणेशराम शेंडे को सभी आरोपों से बरी कर दिया।

TI गणेशराम शेंडे का देहांत पहले ही हो चुका था, लेकिन उनकी पत्नी ने न्याय की उम्मीद नहीं छोड़ी और हाईकोर्ट में मामले की पैरवी जारी रखी। अंततः उन्हें अपने पति की बेगुनाही का प्रमाण मिला।

यह मामला न केवल एक लंबी कानूनी लड़ाई का उदाहरण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि सच्चाई के लिए डटे रहना आखिरकार इंसाफ दिला सकता है — भले ही उसमें सालों लग जाएं।

डिजिटल अरेस्ट” का खौफ दिखाकर कर्मचारी से ठगे 32 लाख! वाट्सएप पर भेजा फर्जी नोटिस

जांजगीर-चांपा- ठगी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां “डिजिटल अरेस्ट” के नाम पर एक रिटायर्ड कर्मचारी से 32 लाख 54 हजार 996 रुपये की धोखाधड़ी की गई।

पीड़ित तुषारकर देवांगन, जो सिंचाई विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं, को मनी लॉन्ड्रिंग केस में नाम जुड़ने का डर दिखाया गया। बदमाशों ने उन्हें डराते हुए वॉट्सऐप पर फर्जी डिजिटल अरेस्ट नोटिस भेजा और धीरे-धीरे 6 किस्तों में मोटी रकम ऐंठ ली।

इस पूरे मामले में पीड़ित ने कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और साइबर सेल की मदद से आरोपियों की तलाश की जा रही है।

सवाल ये उठता है कि अब अपराधी डिजिटल डर और तकनीकी जाल में लोगों को फंसा रहे हैं — क्या पुलिस और प्रशासन इसके खिलाफ तैयार हैं?

ED दफ्तर पहुंचे भूपेश बघेल, बेटे चैतन्य से की मुलाकात — कांग्रेस बोली: राजनीतिक साजिश का शिकार हो रहे हैं हमारे नेता

रायपुर- शराब घोटाले मामले में गिरफ्तार किए गए चैतन्य बघेल से मिलने रविवार को उनके पिता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ED) कार्यालय पहुंचे। इस दौरान उनके साथ बेटी और बहू भी मौजूद रहीं।

गौरतलब है कि 18 जुलाई को ED ने चैतन्य बघेल को शराब घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया था, और फिलहाल 22 जुलाई तक वह ईडी रिमांड पर हैं। रायपुर के ED दफ्तर में एक कमरे में उन्हें रखा गया है, जहां अधिकारियों द्वारा पूछताछ की जा रही है।

परिवार से मुलाकात के बाद भूपेश बघेल आज रात नई दिल्ली रवाना होंगे, जहां वे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से इस पूरे घटनाक्रम पर चर्चा कर सकते हैं।

इस मामले को लेकर शनिवार (19 जुलाई) को कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की गई, जिसमें भूपेश बघेल समेत कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद थे।प्रेस वार्ता में भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा,

“हमारे नेताओं को जबरन फंसाया जा रहा है। पहले पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और विधायक देवेंद्र यादव को निशाना बनाया गया और अब मेरे बेटे चैतन्य बघेल, जो राजनीति में सक्रिय भी नहीं हैं, उन्हें भी गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा। जंगलों की कटाई हो रही है, और जो विरोध करते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।”

कांग्रेस ने इसे एक राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताते हुए कहा है कि विपक्ष की आवाज़ को दबाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ में मानसून की बढ़ेगी रफ्तार, इन इलाकों में अगले 5 दिन जोरदार बारिश की संभावना

रायपुर- प्रदेशभर में मानसून का असर दिखाई दे रहा है. कहीं बारिश तो कहीं आकाशीय बिजली का कहर देखने को मिल रहा है. राजधानी रायपुर में सुबह से तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने दक्षिण छत्तीसगढ़ में अगले 5 दिनों तक बारिश वितरण और तीव्रता में वृद्धि होने की संभावना जताई है. वहीं कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है. आज प्रदेश में एक दो स्थानों पर भारी बारिश के साथ बादल गरजने के आसार हैं. 

पिछले 24 घंटों में छत्तीसगढ़ के सभी संभागों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हुई. प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस राजनांदगांव में जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री सेल्सियस पेण्ड्रा रोड में दर्ज किया गया. 

मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून द्रोणिका माध्य समुद्र तल पर उत्तर पश्चिम राजस्थान, फतेहगढ़, मुजफ्फरपुर , बांकुरा, कोंटई और उसके बाद पूर्व दक्षिण पूर्व की ओर उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक स्थित है. एक द्रोणिका बिहार के मध्य भाग से उड़ीसा तक झारखंड होते हुए 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है.

मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि प्रदेश में आज कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. वहीं कुछ जगहों पर गरज-चमक ;(Lightning Activity) के साथ वज्रपात होने की संभावना है. 23 जुलाई से वर्षा की गतिविधि में वृद्धि हो सकती है. 

इन जिलों में अलर्ट जारी 

मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर (IMD Raipur) की जारी बुलेटिन के मुताबिक, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, उत्तर बस्तर कांकेर, धमतरी, बालोद, राजनांदगांव, गरियाबंद, महासमुंद, रायपुर, बलौदा बाज़ार, दुर्ग, बेमेतरा में मेघगर्जन, बिजली गिरने, अचानक तेज हवा ;(40-60 किमी/घंटे) और आंधी की संभावना है. अगले 3 घंटों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.

बीजापुर, दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, उत्तर बस्तर कांकेर, राजनांदगांव, गरियाबंद, महासमुंद, रायपुर, बलौदा बाज़ार, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, बिलासपुर, कोरबा, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, बेमेतरा, कबीरधाम, मुंगेली, कोरिया, में मेघगर्जन, आकाशीय बिजली और अचानक तेज हवा (30-40 किमी/घंटे) की संभावना है. इन क्षेत्रों में यलो अलर्ट जारी किया गया है.

रायपुर में रविवार को कैसा रहेगा मौसम ?

राजधानी रायपुर में बारिश आज आसमान में बादल छाए रहने की संभावना है. वहीं कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है. इस दौरान तापमान 26 से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने के अनुमान है. 

संस्था की प्रतिष्ठा के विपरीत कार्य कर रहे सदस्यों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई, सीएनआई से दस लोगों की सदस्यता समाप्त

रायपुर- सीएनआई के संविधान और उपनियमों के तहत छत्तीसगढ़ डायोसिस के बिशप और ऑफिस बेयरर्स द्वारा महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए संस्था विरोधी कार्यो में सक्रिय दस सदस्यों की चर्च सदस्यता समाप्त करने की कार्रवाई की गई है। बीते माह दिनांक 29 जून 2025 को आयोजित पदाधिकारियों की बैठक में सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव के आधार पर की गयी है।

सचिव नितिन लॉरेंस ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से सार्वजनिक किया कि जिन व्यक्तियों द्वारा लगातार संस्था और मसीही समाज के विरूद्ध कार्य कर रहे थे। चर्च एवं संस्था के विरूद्ध झूठी शिकायतें शासन-प्रशासन तक पहुॅंचाकर समाज एवं संस्था को बदनाम करने का षडयंत्र लगातार कर रहे हैं। चर्च की आंतरिक प्रशासनिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने वाले कार्यों, चर्च विरोधी गतिविधयों तथा संस्था की प्रतिष्ठा को ठेस पहुॅंचाने के प्रयासों को गंभीरता से लिया गया है। यह निर्णय पूरी तरह संवैधानिक, कानूनी एवं संस्थागत अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत लिया गया है।

चर्च ऑफ नार्थ इण्डिया के संविधान के अनुसार केवल बिशप को यह अधिकार प्राप्त है कि वह ऐसे सदस्यों की चर्च सदस्यता को समाप्त कर सकता है। पदाधिकारियों की बैठक पश्चात बिशप के विशेषाधिकार का उपयोग करते हुए यह कार्यवाही की गयी है। निम्नानुसार इन सदस्यों की सदस्यता समाप्त की गयी है :-

यशराज सिंह, वीनू बेनेट, व्ही के सिंग, मुकुल बेनेट, अजय जॉन, संदीप लाल, मनीशा कुलदीप, श्रीमति अर्पणा कौशिक, अतुल आर्थर, निर्मल आर्थर.01. उपरोक्त व्यक्तियों और उनके परिवारों की पास्टोरेट की सदस्यता समाप्त की गई है।

02. उपरोक्त व्यक्तियों एवं उनके परिवारों के सदस्यों को चर्च आने जाने एवं आराधना में भाग लेने से किसी भी प्रकार से वंचित नहीं किया गया है।

03. उपरोक्त व्यक्ति चर्च ऑफ नार्थ इण्डिया की प्रणाली एवं संस्थाओं के

औपचारिक सदस्य नहीं रहेंगे।

04. उपरोक्त सदस्यों की चर्च ऑफ नार्थ इण्डिया की सदस्यता समाप्त की गयी "यह सामाजिक बहिष्कार नहीं अपितु अनुशासनात्मक कार्यवाही है।"

चर्च आराधना के लिए सभी के लिए खुला है उपरोक्त सभी व्यक्ति सामान्य मसीही विश्वासी की तरह चर्च सेवा में भी सम्मिलित हो सकतें है।

बिशप का निर्देश - चूंकि बिशप महोदया पूर्व निर्धारित सेवा कार्य में व्यस्त है, अतः निर्देशित किया गया है कि आगामी रविवार को चर्च सभाओं में इस कार्यवाही बतौर सूचना सार्वजनिक रूप से प्रेसबिटर इन चार्ज द्वारा घोषणा किया जाए। यह अधिसूचना इस तथ्य को स्पष्ट करती है कि चर्च सेवाएं एवं आराधना आम विश्वासियों के खुली है, परन्तु उपरोक्त व्यक्ति आज दिनांक से चर्च ऑफ नार्थ इण्डिया अथवा उसकी संस्थाओं के सदस्य नहीं माने जाएंगे।

नई औद्योगिक नीति के माध्यम से विकास और रोजगार सृजन कर रही है हमारी सरकार : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज नवा रायपुर के सेक्टर-05 स्थित एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स की नवनिर्मित इकाई का भव्य शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रबंधन को शुभकामनाएं दीं और उत्पादन इकाई का भ्रमण कर दवा निर्माण की संपूर्ण प्रक्रिया का अवलोकन किया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि कोविड के कठिन दौर में दवाइयों की किल्लत को देखते हुए इस इकाई के निर्माण का सपना देखा गया था और आज वह साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि जब पूरी दुनिया कोविड के संकट से जूझ रही थी, तब भारत ने स्वदेशी वैक्सीन विकसित कर एक मिसाल कायम की। श्री साय ने कहा कि फार्मास्यूटिकल्स की इकाई का शुभारंभ प्रदेश के औद्योगिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति निवेशकों को आकर्षित कर रही है और पिछले सात-आठ महीनों में 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनमें से कई परियोजनाओं पर कार्य आरंभ हो चुका है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार औद्योगिक इकाइयों के माध्यम से अधिक से अधिक रोजगार सृजन का कार्य कर रही है और ऐसी इकाइयों को विशेष प्रोत्साहन भी दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ आज रजत जयंती वर्ष में प्रवेश कर चुका है, और इन 25 वर्षों में जो विकास हुआ है, उसमें पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का योगदान अतुलनीय है। उन्होंने कहा कि डॉ. सिंह ने न केवल प्रदेश से भूखमरी को दूर किया, बल्कि स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में भी ठोस नींव रखी। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य क्षेत्र की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य गठन के समय प्रदेश में केवल एक मेडिकल कॉलेज था, जबकि आज प्रदेश में 15 मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं। प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना और मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के जरिए लोगों को निःशुल्क इलाज मिल रहा है। श्री साय ने बताया कि पिछले डेढ़ वर्ष की अवधि में छह से अधिक विशेषज्ञ अस्पतालों के शुभारंभ का मैं साक्षी रहा हूं, जो दर्शाता है कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का लगातार विस्तार हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री श्री मोदी का मानना है कि लोग बीमार न पड़ें, निरोगी रहें, और उनकी इसी संकल्पना के अनुरूप वेलनेस सेंटर के माध्यम से लोगों को आरोग्य प्राप्त हो रहा है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सरकार ने “विकसित छत्तीसगढ़ 2047” की परिकल्पना के तहत विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश की सकल राज्यीय उत्पाद (GSDP) ₹5 लाख करोड़ है, जिसे 2030 तक ₹10 लाख करोड़ और 2047 तक ₹75 लाख करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है, और यह प्रदेशवासियों के सहयोग से ही संभव होगा।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स का भ्रमण कर उन्नत तकनीकों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह इकाई पूरी तरह ऑटोमेटेड है, जहाँ टैबलेट, सिरप, ऑइंटमेंट और क्रीम जैसे विभिन्न प्रकार की दवाइयों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस इकाई के विस्तार से बड़ी संख्या में स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश के फार्मास्यूटिकल सेक्टर में यह एक महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक शुरुआत है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई है और कोविड काल के दौरान पूरी दुनिया को यह एहसास हुआ कि दवाइयों और चिकित्सा संसाधनों का क्या महत्व है। उन्होंने कहा कि अमेरिका और यूरोप जैसे विकसित देशों ने भी उस दौर में भारत की फार्मा क्षमता पर विश्वास जताया। उन्होंने आगे कहा कि हाल ही में विकसित छत्तीसगढ़ की संकल्पना को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए विजन डॉक्यूमेंट जारी किया गया है, जो आने वाले वर्षों में प्रदेश को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश के औद्योगिक विकास में नवा रायपुर की केंद्रीय भूमिका है। यह क्षेत्र न केवल औद्योगिक निवेश के लिए उपयुक्त है, बल्कि सभी प्रमुख मार्गों से जुड़ाव के कारण लॉजिस्टिक्स की दृष्टि से भी अत्यंत सुविधाजनक है। डॉ. सिंह ने एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स की टीम को इस नई शुरुआत के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह इकाई नवा रायपुर के विकास को नई गति देगी।

इस अवसर पर वन मंत्री केदार कश्यप, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, पवन साय, विधायक गुरु खुशवंत साहेब, विधायक मोतीलाल साहू, विधायक ललित चंद्राकर, विधायक संपत अग्रवाल, विधायक अनुज शर्मा, सीजीएमएससी के अध्यक्ष दीपक म्हस्के, सीएसआईडीसी के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष नीलू शर्मा, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अमरजीत छाबड़ा, नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स से कोमलचंद चोपड़ा, अनिल देशलहरा और उज्ज्वल दीपक सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा की अध्यक्षता में विशुद्ध रूप से राजनीतिक आंदोलनों से सम्बंधित दर्ज प्रकरणों पर मंत्रिपरिषद की उपसमिति की बैठक सम्पन्न

रायपुर-  उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा की अध्यक्षता में 18 जुलाई को विशुद्ध रूप से राजनीतिक आंदोलनों से सम्बंधित दर्ज अपराधों पर मंत्रिपरिषद की उपसमिति की बैठक विधानसभा परिसर, रायपुर में सम्पन्न हुई। बैठक में मंत्रिपरिषद के उप समिति के सदस्य उपमुख्यमंत्री अरुण साव, कृषि मंत्री राम विचार नेताम एवं महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े उपस्थित रहे। मंत्रिपरिषद उपसमिति की बैठक में विभिन्न जिलों से प्राप्त विशुद्ध रूप से राजनीतिक आंदोलनों से सम्बंधित दर्ज प्रकरणों में से 15 प्रकरणों की समीक्षा की गई। मंत्रिपरिषद उपसमिति द्वारा इन अनुशंसाओं को मंत्रिपरिषद के समक्ष विचारार्थ प्रस्तुत करेगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि अब तक मंत्रिमण्डलीय उपसमिति की बैठक में 139 विशुद्ध रूप से राजनीतिक आंदोलनों से सम्बंधित दर्ज प्रकरणों को प्रस्तुत किया जा चुका है जिसमे से 126 प्रकरणों को कैबिनेट की बैठक में अनुशंसा प्राप्त की जा चुकी है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न, कोर्स और सत्र की गतिविधियों से अवगत हुए विद्यार्थी

अम्बिकापुर- श्री साई बाबा आदर्श महाविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर कार्यशाला आयोजित हुई जिसमें प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के द्वारा शिक्षा पद्धति में आने वाले बदलाव के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि स्नातक का पाठ्यक्रम चार वर्ष आठ सेमेस्टर का होगा, जिसमें प्रत्येक वर्ष अध्ययन से बाहर होने और नये सेमेस्टर में प्रवेश लेने की व्यवस्था है। इसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति की भाषा में मल्टीपल एक्जीट और मल्टीपल इन्ट्री की व्यवस्था है। प्रत्येक वर्ष दो सेस्टर का होगा। दूसरे, चौथे और छठे सेमेस्टर के बार एक्जीट की व्यवस्था है। प्रथम वर्ष बाहर होने वाले को सर्टिफि केट, द्वितीय वर्ष वाले को डिप्लोमा और तृतीय वर्ष वाले को स्नातक की उपाधि प्रदान की जायेगी। किसी भी एक्जीट करने वाले को चार के्रडिट अंक अर्जित करने होंगे से ऑनलाइन अन्य पाठ्यक्रमों से प्राप्त होंगे। ७.५ सीजीपीए वाले ही आनर्स कोर्स के लिए पात्र होंगे। इस दौरान शोध कार्य, रिसर्च मेथडलॉजी के कार्य होंगे। डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि अपने मुख्य विषय के साथ दूसरे संकाय का एक विषय प्रत्येक वर्ष पढ़ना होगा। प्रत्येक विद्यार्थी को हिन्दी, अंग्रेजी और पर्यावरण का प्रश्न पत्र अलग-अलग सेमेस्टर में पढ़ना होगा। बी.कॉम और कम्प्यूटर विभाग के प्रश्न निर्धारित हैं लेकिन कला संकाय, विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों को प्रश्न पत्र चयन की सुविधा है।

डॉ. श्रीवास्तव ने प्राध्यापक और कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में प्रत्येक कोर्स के विद्यार्थी को उसके सम्बंधित उद्योग, कारखाना, शिक्षण संस्थाओं में शैक्षिक भ्रमण, इन्टर्नशिप और प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध कराना होगा। यूनिट टेस्ट के साथ प्रत्येक प्रश्न पत्र के अंक निर्धारित हैं। प्रायोगिक विषयों में आंतरिक और वाह्य मूल्यांकन की सुविधा है। विद्यार्थियों को अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए अवसर मिलेंगे। कौशल विकास और दक्षता के विभिन्न पाठ्यक्रम होंगे। उन्होंने बताया कि विदेशी और दूसरी भाषाओं के अध्ययन की व्यवस्था है जो सुविधानुसार उपलब्ध करायी जायेगी।

कार्यशाला के दौरान कला एवं समाजकार्य विभाग के अध्यक्ष डॉ. आर.एन. शर्मा, लाईफ साईंस विभाग के अध्यक्ष अरविन्द तिवारी, फिजीकल साईंस विभाग के अध्यक्ष शैलेष देवांगन, शिक्षा विभाग के अध्यक्ष दिनेश शाक्य, कम्प्यूटर एंड आईटी विभाग के अध्यक्ष डॉ. विवेक कुमार गुप्ता तथा सभी प्राध्यापक उपस्थित रहे।

चैतन्य की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस ने की बड़ी बैठक, 22 जुलाई को छत्तीसगढ़ में आर्थिक नाकेबंदी का ऐलान

रायपुर- छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी को लेकर केंद्र सरकार और केंद्रीय एजेंसियों पर सीधा हमला बोला है। कांग्रेस ने इसे “राजनीतिक प्रतिशोध” करार देते हुए 22 जुलाई को प्रदेशव्यापी आर्थिक नाकेबंदी और चक्काजाम का ऐलान किया है।

प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई हाईलेवल बैठक और उसके बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। दीपक बैज ने प्रेस से कहा – “यह गिरफ्तारी नहीं, लोकतंत्र की गिरफ्तारी है।” दीपक बैज ने कहा कि  22 जुलाई को पूरे प्रदेश में आर्थिक नाकेबंदी किया जायेगा। सभी प्रमुख सड़कों पर चक्का जाम करेंगे। प्रदेश की खनिज संसाधनों को लूटने नहीं दिया जायेगा।

नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा कि कांग्रेस के सभी नेता एक साथ है। हम सभी लोग भूपेश भाई के परिवार के साथ हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में लगातार प्रदर्शन जारी रखेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि योग के नाम पर 1 साल में ही 11 करोड़ रु बीजेपी सरकार ने खर्च किया है। हमारी सरकार ने 5 साल में साढ़े 4 करोड़ खर्च किया था। इसमें भ्रष्टाचार दूर से दिखाई देता है, इस तरह के सभी भ्रष्टाचार के खिलाफ आने वाले समय में आंदोलन करें।

भूपेश बघेल ने अपनी बात रखते हुए कहा कि तमनार के जंगलों की कटाई के खिलाफ कल विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव लाने की तैयारी थी, लेकिन उसी दिन ईडी ने उनके बेटे चैतन्य बघेल को गिरफ्तार कर लिया। “न कभी समन आया, न पूछताछ हुई। सीधे पकड़ लिया गया,” उन्होंने कहा।

भूपेश बघेल ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा – “हसदेव जंगल हो या बैलाडीला की खदान, केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ को अडानी को सौंपना चाहती है। ये गिरफ्तारी भी उसी साजिश का हिस्सा है। लेकिन हम न डरेंगे, न झुकेंगे। मेरा बेटा भी मजबूत है। गांधी परिवार की तरह हम भी लड़ेंगे।”

इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस का कहना है कि अब लड़ाई सड़क से सदन तक लड़ी जाएगी। 22 जुलाई को पूरे प्रदेश में चक्काजाम और आर्थिक नाकेबंदी की जाएगी।