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बरेली के प्राचीन मंदिरों और पर्यटन स्थलों के विकास पर खर्च होंगे 9 करोड़ रुपये
* धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, श्रद्धालुओं को मिलेंगी बेहतर सुविधाएं

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद को ‘मंदिरों का शहर’ कहा जाता है और यहां स्थित प्राचीन मंदिर व धार्मिक स्थल श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। प्रदेश सरकार अब इन धार्मिक स्थलों के विकास व सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दे रही है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने बरेली के प्रमुख मंदिरों व पर्यटन स्थलों के विकास के लिए 9 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी है।
राज्य के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इन परियोजनाओं का उद्देश्य धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण करते हुए स्थानीय पर्यटन को सशक्त बनाना है। इन कार्यों से श्रद्धालुओं को बेहतर अवस्थापना सुविधाएं मिलेंगी और पर्यटन गतिविधियों को भी गति मिलेगी।
परियोजना के तहत बड़ा बाग हनुमान मंदिर, श्री सीता राम मंदिर, आनंद आश्रम मंदिर और त्रिवटी नाथ मंदिर को शामिल किया गया है। आनंद आश्रम मंदिर के विकास के लिए 1 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है, जिसमें बैठने की सुविधा, प्रकाश व्यवस्था, शौचालय, रास्ते का निर्माण और सौंदर्यीकरण के कार्य शामिल हैं। बड़ा बाग हनुमान मंदिर, जहां प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को भारी संख्या में भक्त जुटते हैं, के लिए 3 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। यहां श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए पेयजल, रोशनी, शौचालय, मार्ग और अन्य बुनियादी ढांचे का विकास किया जाएगा। लगभग 300 साल पुराने श्री सीताराम मंदिर, जिसे 'श्री सीताराम का झरोखा' कहा जाता है, के विकास पर भी 3 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। प्रेम नगर स्थित त्रिवटी नाथ मंदिर, जो भगवान शिव को समर्पित है और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार स्वयंभू शिवलिंग के रूप में पूजित है, में फैसाड लाइटिंग के लिए 2 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है।
मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि, “पर्यटन विभाग का उद्देश्य श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति के साथ आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराना है। इन परियोजनाओं के माध्यम से मंदिर परिसरों का समग्र विकास किया जाएगा।” पर्यटन विभाग ने कार्यों को शीघ्रता से पूरा करने की तैयारी शुरू कर दी है ताकि श्रद्धालुओं को स्वच्छ, सुरक्षित और सुविधा युक्त वातावरण उपलब्ध कराया जा सके।
अभ्युदय योजना : मेहनत ला रही है रंग
* 14 अभ्यर्थी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल 2024 में चयनित, श्याम यादव ने हासिल की ऑल इंडिया 2वीं रैंक

लखनऊ। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना एक बार फिर प्रदेश के प्रतिभाशाली युवाओं के लिए सफलता की सीढ़ी साबित हुई है। यूपीएससी द्वारा आयोजित केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल 2024 की परीक्षा में इस योजना से जुड़े 14 अभ्यर्थियों ने चयन पाकर प्रदेश का नाम रोशन किया है। इनमें श्याम यादव ने ऑल इंडिया द्वितीय रैंक हासिल कर योजना की उपलब्धियों में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ा है।
इस उपलब्धि पर समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने सभी चयनित अभ्यर्थियों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। समाज कल्याण अधिकारी पवन यादव ने बताया कि चयनित अभ्यर्थियों में प्रतीक वर्मा (रैंक 61), अभिषेक मिश्रा (77), अनूप कुमार (106), दिव्या सिंह परिहार (166), हिमांशु मौर्या (197) और अन्य शामिल हैं। श्याम यादव ने कहा, “अभ्युदय योजना ने मेरी दिशा और आत्मविश्वास दोनों बढ़ाया। विशेषज्ञ मार्गदर्शन और मॉक इंटरव्यू की मदद से मेरी तैयारी बेहतर हुई।”

166 केंद्रों पर संचालित योजना
वर्ष 2021 में शुरू हुई मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना वर्तमान में राज्य के 75 जनपदों में 166 केंद्रों के माध्यम से संचालित की जा रही है। इस योजना का उद्देश्य आईएएस, पीसीएस, नीट, जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क मार्गदर्शन प्रदान करना है।

ऑनलाइन-ऑफलाइन दोनों माध्यम उपलब्ध
योजना में ऑनलाइन-ऑफलाइन कक्षाओं के साथ मॉक टेस्ट, स्टडी मटीरियल, इंटरव्यू प्रैक्टिस और पर्सनल मेंटरशिप की सुविधा भी दी जा रही है। अब तक 87,000 से अधिक छात्र लाभान्वित हो चुके हैं, जिनमें 1,100 से अधिक विभिन्न परीक्षाओं में सफल हो चुके हैं।
काकोरी के मौंदा गांव में बाबा साहब की प्रतिमा क्षतिग्रस्त, ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, पुलिस तैनात

लखनऊ । राजधानी के काकोरी  मौंदा गांव में शनिवार शाम उस वक्त तनाव की स्थिति बन गई जब गांव के एक सार्वजनिक स्थल पर लगी डॉ. भीमराव अंबेडकर की वर्षों पुरानी प्रतिमा खंडित अवस्था में मिली। प्रतिमा टूटने की सूचना मिलते ही ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया और देखते ही देखते ‘जय भीम’ के नारों के साथ सैकड़ों की भीड़ मौके पर जुट गई।

खेल रहे बच्चों की नजर टूटी हुई प्रतिमा पर पड़ी

शाम के समय मैदान में खेल रहे बच्चों की नजर टूटी हुई प्रतिमा पर पड़ी। बच्चों ने तुरंत परिजनों को इसकी सूचना दी। कुछ ही देर में यह खबर पूरे गांव में फैल गई और दर्जनों लोग घटनास्थल पर पहुंच गए । स्थानीय लोग घटना को सोची-समझी साजिश बता रहे हैं और दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। मौके पर पहुंचे पुलिस बल को भीड़ को शांत कराने में काफी मेहनत करनी पड़ी। लोग सड़क पर उतर आए और सड़क जाम करने का प्रयास किया। हालांकि, पुलिस ने स्थिति को बिगड़ने से पहले संभाल लिया और सभी को कार्रवाई का आश्वासन दिया।

कई थानों की फोर्स तैनात, माहौल को शांत करने की कोशिश

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए काकोरी, दुबग्गा और पारा थानों की अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर तैनात किया गया। वहीं, रात में ही प्रकाश व्यवस्था कराई गई ताकि असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। अपर पुलिस उपायुक्त पश्चिमी धनंजय कुशवाहा ने बताया कि अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है और खंडित प्रतिमा की मरम्मत का कार्य भी शुरू करवा दिया गया है। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस सतर्क है।
सावन के पहले सोमवार को लेकर खास ट्रैफिक प्लान जारी, जानिये
लखनऊ । श्रावण मास के प्रथम सोमवार को डालीगंज स्थित ऐतिहासिक मनकामेश्वर मंदिर में जलाभिषेक के पावन अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए सुरक्षा व यातायात व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ द्वारा जारी सूचना के अनुसार आज से लेकर 14 जुलाई देर रात तक मनकामेश्वर मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष ट्रैफिक प्लान लागू किया गया है।

डायवर्जन और प्रतिबंधित मार्ग

-डालीगंज पुल से नदवा बंधा रोड तक
-बन्द मटर चौराहा से मनकामेश्वर मंदिर तक
-नदवा ढलान से मनकामेश्वर पुलिस चौकी तक
-पुलिस ने सभी वाहन चालकों से अपील की है कि वे इन मार्गों से परहेज करें और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग कर प्रशासन को सहयोग दें।

श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग की विशेष व्यवस्था

श्रद्धालुओं के वाहनों की सुव्यवस्थित पार्किंग के लिए झूलेलाल पार्क में विशेष पार्किंग स्थल बनाया गया है। श्रद्धालु हनुमान सेतु की दिशा से आकर इस पार्किंग स्थल का उपयोग कर सकते हैं। पुलिस ने सख्त अपील की है कि कोई भी श्रद्धालु अपने वाहन सड़क पर न खड़ा करें।

कंट्रोल रूम और खोया-पाया केंद्र की गई स्थापना

श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु मनकामेश्वर पुलिस चौकी के ऊपर और मंदिर परिसर के भीतर कंट्रोल रूम एवं खोया-पाया केंद्र की स्थापना की गई है, जहां किसी भी समस्या या सामान गुम होने की स्थिति में संपर्क किया जा सकता है।श्रद्धालुओं के लिए जूते-चप्पल उतारने के स्थान निर्धारित किए गए हैं। सभी से अपील है कि वे निर्धारित स्थलों पर ही अपने चप्पल-जूते रखें ताकि मंदिर परिसर की पवित्रता बनी रहे।कोतवाली हसनगंज व पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ द्वारा श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील की गई है ताकि यह धार्मिक आयोजन शांतिपूर्वक एवं सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न हो सके। पुलिस प्रशासन श्रद्धालुओं की सेवा और सुरक्षा हेतु पूरी तरह तत्पर है।
ठाकुरगंज : नाले में गिरकर बहे युवक का एक दिन बाद मिला शव, परिवार में मचा कोहराम
राजधानी के ठाकुरगंज इलाके में शनिवार की सुबह सुरेश लोधी काम पर जा रहा था। इसी दौरान सड़क पर जलभराव के चलते कुछ समझ नहीं पाया और नाले में गिरकर बह गया। इसकी जानकारी मिलते ही नगर निगम की टीम पहुंचकर तलाश शुरू कर दी लेकिन देर रात तक सफलता नहीं मिली। रविवार को फिर रेस्क्यू अभियान चलाया गया। काफी खोजबीन के बाद आखिरकार सुरेश लोधी का शव घटना स्थल से करीब एक किलोमीटर दूर नाले के अंतिम छोर पर मिला। युवक का शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया है। पुलिस ने शवक को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।


शहर में खुले नाले बन रहे मौत की वजह

जानकारी के लिए बता दें कि राधा ग्राम योजना निवासी सुरेश लोधी शनिवार सुबह अपने काम पर निकल रहे थे। भारी बारिश के बाद इलाके की सड़कें जलमग्न थीं। जलभराव के कारण सड़क किनारे मौजूद करीब आठ फीट गहरे नाले की गहराई और खुलापन नजर नहीं आ रहा था। इसी दौरान सुरेश का पैर फिसला और वह सीधे नाले में जा गिरे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वह पानी के तेज बहाव में बहते चले गए।घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत परिजनों और पुलिस को सूचना दी। लगभग दो घंटे बाद नगर निगम, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड व एम्बुलेंस की टीमें मौके पर पहुंचीं। इसके बाद शुरू हुआ सघन सर्च अभियान। कई घंटे चले ऑपरेशन में करीब 500 मीटर तक नाले को खंगाला गया, लेकिन सुरेश का कोई अता-पता नहीं चल पाया।

शाम तक युवक के न मिलने पर परिजनों ने लगाया था जाम

शनिवार की शाम तक सुरेश की कोई खबर न मिलने पर स्थानीय लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। सैकड़ों की संख्या में लोग हरदोई रोड स्थित सेंट जोसेफ स्कूल के पास जमा हो गए और नगर निगम की लापरवाही के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। कुछ देर के लिए सड़क पूरी तरह से जाम हो गई और मौके पर मौजूद पुलिस बल के साथ हल्की धक्कामुक्की भी हुई। मामला को बढ़ता देखकर पुलिस ने कड़ाई से पेश आते हुए लाठी फटकार कर सभी को मौके से भगा दिया।

नगर निगम की नाकामी पर उठे सवाल

स्थानीय लोगों ने बताया कि नाले की सफाई के दौरान हटाए गए ढक्कन को महीनों बाद भी दोबारा नहीं रखा गया था। नतीजा यह हुआ कि जलभराव की स्थिति में खुले नाले मौत का जाल बन गए। इस लापरवाही को लेकर लोगों में भारी गुस्सा है। यह हाल केवल ठाकुरगंज का ही नहीं है । शहर में आपको जगह-जगह खुले नाले को देखा जा सकता है। बारिश के दिनों में यही खुले नाले जानलेवा साबित हो रहे है। क्योंकि बारिश होने से सड़के जलमग्न हो जाती है। जिसकी वजह से नाला कहा है और सड़क कहां पर है, इसका पता नहीं चल पाता है। हर साल बारिश के दिनों में इस की घटनाएं देखने को मिलती है। इसके बाद भी नगर निगम इसे लेकर गंभीर नहीं दिखता है। जब कोई हादसा हो जाता है तो चार दिन नगर निगम गंभीरता दिखाती है, इसके बाद फिर भूल जाती है।

एनडीआरएफ , एसडीआरएफ को मिली सफलता, मिला युवक का शव

रविवार की सुबह होने से घटना स्थल पर एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम पहुंचकर सर्च अभियान शुरू कर दिया है। अभी तक नाले में गिरे युवक का कहीं पता नहीं चल पाया है। इस पूरे कार्य के लिए सौ से अधिक लोगों को लगाया गया है। काफी खोजबीन के बाद  सुबह 11 बजे के बाद युवक का शव नाले के लास्ट छोर पर एक बुद्धा नाम व्यक्ति को दिखाई दिया। इसके बाद नगर निगम की टीम व परिजन पहुंचे। शव निकाला तो सुरेश के रूप में उसकी पहचान हुई। इस प्रकार से 28 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन अभियान चलने के बाद शव बरामद हो पाया। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि शव बंधे के पास मिला है। जिसे कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने पांच लाख की आर्थिक सहायता का किया ऐलान

सुरेश लोधी का शव मिलने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लापरवाही अधिकारियों पर सख्त काईवाई करने का निर्देश जारी किया है। साथ ही सीएम ने इस घटना को लेकर दुख व्यक्त करते हुए मृतक सुरेश के परिजनों को पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है।
एसटीएफ को बड़ी सफलता: पेशी से फरार चल रहे 50,000 के इनामी अपराधी जैद खान को हरदोई से गिरफ्तार
लखनऊ । यूपी एसटीएफ ने कोर्ट से पेशी के दौरान फरार चल रहे 50,000 के इनामी अपराधी मोहम्मद जैद खान उर्फ समीर को हरदोई जनपद से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी, जो दुष्कर्म व पोक्सो एक्ट जैसे गंभीर मामलों में 20 वर्षों की सजा काट रहा था, पेशी के दौरान पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था और फरारी के दौरान एक बिल्डर से 14 लाख की मांग करते हुए जान से मारने की धमकी भी दे रहा था।

अभियुक्त के कब्जे से एक पिस्टल व कारतूस बरामद

गिरफ्तारी तोमर कोल्ड स्टोरेज, माल रोड (हरदोई) के पास हुई। तलाशी में एक अवैध 32 बोर पिस्टल, कारतूस, मोबाइल, नकदी, और बैग बरामद किया गया। आरोपी का आपराधिक इतिहास लंबा है जिसमें वाहन चोरी, दुराचार, पत्नी से मारपीट, दहेज प्रताड़ना और महिला उत्पीड़न जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं।

मध्य प्रदेश में एक बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था अभियुक्त

फरारी के संबंध में थाना वजीरगंज में FIR दर्ज है, और लापरवाही के चलते दो सिपाहियों को निलंबित भी किया गया था। STF की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर डीएसपी दीपक कुमार सिंह के नेतृत्व में उसे गिरफ्तार किया।गिरफ्तारी से पहले आरोपी एक बिल्डर की हत्या की योजना बना रहा था और मध्य प्रदेश में एक बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था।
मलिहाबाद में ई-रिक्शा चालक ने ट्रेन के सामने कूदकर दी जान, परिजनों में मचा कोहराम
लखनऊ । राजधानी के मलिहाबाद क्षेत्र के रहीमाबाद थाना में ई-रिक्शा चालक ने ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। युवक की पहचान 32 वर्षीय ज्ञानेंद्र पाल के रूप में हुई है। घटना से परिवार में कोहराम मच गया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।

रेलवे ट्रैक पर शव मिलने की सूचना पर दौड़ी पुलिस

रहीमाबाद इंस्पेक्टर के मुताबिक शनिवार की सुबह 11.30 बजे पुलिस कंट्रोल रूम पर ससपन इलाके में रेलवे ट्रैक पर शव मिलने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की शिनाख्त ई-रिक्शा चालक ज्ञानेंद्र पाल के रूप में की। घटनास्थल पर मौजूद परिजनों ने बताया शुक्रवार को ज्ञानेंद्र पाल बाइक लेकर घर से निकले थे, लेकिन देर शाम वह बगैर बाइक के घर लौटे इस पर परिजनों ने बाइक के बारे में पूछताछ की, लेकिन ई-रिक्शा चालक ने कोई जवाब नहीं दिया।

मौके से पुलिस को नहीं मिला कोई सुसाइड नोट

परिजनों ने बताया शनिवार सुबह घर के लोग मवेशियों को चारा देने के लिए गए थे, इस बीच ज्ञानेंद्र पाल बगैर बताए घर से बाहर चले गए और रेलवे ट्रैक पर ट्रेन के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली।रहीमाबाद इंस्पेक्टर ने बताया कि पुलिस को मृतक के पास किसी भी प्रकार का सुसाइड नोट नहीं मिला है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की पुष्टि होगी।
नाले में गिरे युवक की तलाश जारी, चौबीस घंटे बाद भी नहीं मिलने से परिजनों में आक्रोश

लखनऊ । राजधानी के ठाकुरगंज क्षेत्र में तेज बारिश के बाद जलभराव से भरी सड़क पर नजर न आने वाले खुले नाले में फिसलकर एक 40 वर्षीय युवक सुरेश लोधी गिर गया और तेज बहाव में बहते हुए लापता हो गया। घटना के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी उसका कोई सुराग नहीं लग सका है। हालांकि नगर निगम की टीम रविवार की सुबह होते ही फिर से सर्च अभियान शुरू किया गया है। वहीं युवक के न मिलने से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।

शहर में खुले नाले बन रहे मौत की वजह

जानकारी के लिए बता दें कि राधा ग्राम योजना निवासी सुरेश लोधी शनिवार सुबह अपने काम पर निकल रहे थे। भारी बारिश के बाद इलाके की सड़कें जलमग्न थीं। जलभराव के कारण सड़क किनारे मौजूद करीब आठ फीट गहरे नाले की गहराई और खुलापन नजर नहीं आ रहा था। इसी दौरान सुरेश का पैर फिसला और वह सीधे नाले में जा गिरे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वह पानी के तेज बहाव में बहते चले गए।घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत परिजनों और पुलिस को सूचना दी। लगभग दो घंटे बाद नगर निगम, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड व एम्बुलेंस की टीमें मौके पर पहुंचीं। इसके बाद शुरू हुआ सघन सर्च अभियान। कई  घंटे चले ऑपरेशन में करीब 500 मीटर तक नाले को खंगाला गया, लेकिन सुरेश का कोई अता-पता नहीं चल पाया।

शाम तक युवक के न मिलने पर परिजनों का फूटा गुस्सा, लगाया जाम

शनिवार की शाम तक सुरेश की कोई खबर न मिलने पर स्थानीय लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। सैकड़ों की संख्या में लोग हरदोई रोड स्थित सेंट जोसेफ स्कूल के पास जमा हो गए और नगर निगम की लापरवाही के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। कुछ देर के लिए सड़क पूरी तरह से जाम हो गई और मौके पर मौजूद पुलिस बल के साथ हल्की धक्कामुक्की भी हुई। मामला को बढ़ता देखकर पुलिस ने कड़ाई से पेश आते हुए लाठी फटकार कर सभी को मौके से भगा दिया।

नगर निगम की नाकामी पर उठे सवाल

स्थानीय लोगों ने बताया कि नाले की सफाई के दौरान हटाए गए ढक्कन को महीनों बाद भी दोबारा नहीं रखा गया था। नतीजा यह हुआ कि जलभराव की स्थिति में खुले नाले मौत का जाल बन गए। इस लापरवाही को लेकर लोगों में भारी गुस्सा है। यह हाल केवल ठाकुरगंज का ही नहीं है । शहर में आपको जगह-जगह खुले नाले को देखा जा सकता है। बारिश के दिनों में यही खुले नाले जानलेवा साबित हो रहे है। क्योंकि बारिश होने से सड़के जलमग्न हो जाती है। जिसकी वजह से नाला कहा है और सड़क कहां पर है, इसका पता नहीं चल पाता है। हर साल बारिश के दिनों में इस की घटनाएं देखने को मिलती है। इसके बाद भी नगर निगम इसे लेकर गंभीर नहीं दिखता है। जब कोई हादसा हो जाता है तो चार दिन नगर निगम गंभीरता दिखाती है, इसके बाद फिर भूल जाती है।

सुबह होते ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ ने शुरू किया रेस्क्यू अभियान

रविवार की सुबह होने से घटना स्थल पर एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम पहुंचकर सर्च अभियान शुरू कर दिया है। अभी तक नाले में गिरे युवक का कहीं पता नहीं चल पाया है। इस पूरे कार्य के लिए सौ से अधिक लोगों को लगाया गया है। सुबह दस बजे तक युवक सुरेश का पता नहीं चल पाया है। हालांकि इस दौरान स्थानीय लोग भी युवक को खोजने में सहयोग कर रहे है।  इसके बाद भी युवक का पता न चल पाना चिंता का विषय बना हुआ है।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने नरेंद्र देव कृषि विवि में धान रोपाई का किया निरीक्षण
लखनऊ/अयोध्या। प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने आज नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज, अयोध्या का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा विकसित धान की किस्म एनडीआर 20/65 की लाइन सोइंग का गहनता से निरीक्षण किया। धान की यह प्रजाति 90 से 110 दिनों के भीतर तैयार हो जाती है।
कृषि मंत्री ने किसानों को नई तकनीक अपनाने के लिए प्रेरित करते हुए स्वयं खेत में उतरकर लाइन में धान की रोपाई भी की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नई किस्मों और आधुनिक कृषि पद्धतियों को अपनाकर किसान अपनी आय में उल्लेखनीय वृद्धि कर सकते हैं।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के उप कुलपति वीरेंद्र सिंह सहित कई कृषि वैज्ञानिक एवं विश्वविद्यालय कर्मी उपस्थित रहे। कृषि मंत्री ने वैज्ञानिकों से बातचीत कर धान की नई किस्मों और कृषि अनुसंधान में हो रही प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के हित में कृषि क्षेत्र में शोध और विकास को लगातार बढ़ावा दे रही है। यह दौरा कृषि उत्पादन बढ़ाने और किसानों को उन्नत तकनीकों से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
तेग बहादुर संदेश यात्रा का सीएम योगी ने किया शुभारंभ
* मुख्यमंत्री ने कहा- गुरुजी का बलिदान राष्ट्रीय एकता की मिसाल

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर 'तेग बहादुर संदेश यात्रा' का मुख्यमंत्री आवास से शुभारंभ किया। यह ऐतिहासिक यात्रा लखनऊ से शुरू होकर कानपुर, इटावा, आगरा होते हुए दिल्ली के चांदनी चौक स्थित गुरुद्वारा श्री शीशगंज साहिब तक जाएगी। मुख्यमंत्री ने इस यात्रा को बलिदान, शांति और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बताया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने सनातन धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने कहा कि गुरुजी का जीवन भारत की सांप्रदायिक सौहार्द, सहिष्णुता और धर्मनिष्ठा की सर्वोच्च मिसाल है। यह यात्रा उनकी वीरता और सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचाने का माध्यम बनेगी।
सीएम योगी ने कहा कि वर्तमान समय में मतांतरण एक बड़ी चुनौती है। कुछ तत्व हिंदू और सिख समुदायों में दरार डालने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार मतांतरण के विरुद्ध कठोर कार्रवाई कर रही है, लेकिन समाज को भी सजग रहने की जरूरत है। उन्होंने चेताया कि हिंदू युवतियों को निशाना बनाया जा रहा है, और ऐसी किसी भी गतिविधि की जानकारी तुरंत प्रशासन को दें। उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब को संपूर्ण मानवता के लिए प्रेरणास्रोत बताया और कहा कि आज नई रणनीति से समाज और राष्ट्र की रक्षा की आवश्यकता है, जिस तरह से गुरु तेग बहादुर जी ने औरंगजेब के अत्याचारों के खिलाफ डटकर खड़े होकर बलिदान दिया था।
इस कार्यक्रम में दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव समेत कई पदाधिकारी उपस्थित रहे और मुख्यमंत्री का सम्मान किया। इससे पूर्व यात्रा गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, नाका हिंडोला से प्रारंभ होकर मुख्यमंत्री आवास पहुंची, जहां पुष्पवर्षा, शबद कीर्तन और गुरु लंगर का आयोजन हुआ।