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छत्तीसगढ़ के लिए क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम को आधुनिक और वैज्ञानिक बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक दिन- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह

रायपुर- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज नवा रायपुर स्थित राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) के अस्थायी परिसर तथा आई-हब रायपुर का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ के लिए क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम को आधुनिक और वैज्ञानिक बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक दिन है। एनएफएसयू के अस्थायी परिसर के साथ-साथ नवा रायपुर में स्थायी परिसर के लिए भूमि पूजन एवं केंद्रीय फॉरेंसिक साइंस लैब की स्थापना की भी शुरुआत की गई है। कुल 268 करोड़ रुपये की लागत से ये संस्थान विकसित किए जा रहे हैं। अस्थायी परिसर में सत्र 2025-26 से बीएससी, एमएससी फॉरेंसिक साइंस, साइबर सिक्योरिटी, मनोविज्ञान, डिजिटल फॉरेंसिक एवं प्रोफेशनल डिप्लोमा कोर्सेस प्रारंभ हो जाएंगे। लगभग 180 छात्र पहले बैच में प्रवेश लेंगे।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि इन संस्थानों के निर्माण से न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे मध्य भारत को आधुनिक न्याय प्रणाली और अपराध जांच में सशक्त आधार मिलेगा। नई फॉरेंसिक टेक्नोलॉजी, जैसे डीएनए फिंगरप्रिंटिंग, एलएसडी साइंस, साइबर सिक्योरिटी, बायोटेक्नोलॉजी और डिजिटल फॉरेंसिक अब स्थानीय स्तर पर सुलभ होंगी, जिससे जाँच प्रक्रिया तेज और सटीक होगी। उन्होंने बताया कि अब फॉरेंसिक जांच के लिए राजधानी या दिल्ली की आवश्यकता नहीं होगी, सारी जांच अटल नगर, नवा रायपुर में ही संभव होगी।

आई-हब की स्थापना को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने कहा कि यह प्लेटफॉर्म छत्तीसगढ़ के युवाओं को स्टार्टअप कल्चर से जोड़ने, तकनीकी सहायता देने, फंडिंग मुहैया कराने और मार्केटिंग एवं अनुबंध जैसी प्रोफेशनल सेवाएं देने में सहायक होगा। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे खुद उद्योगपति बनें, स्टार्टअप शुरू करें और राज्य के औद्योगिक विकास में भागीदार बनें। यह आई-हब, गुजरात के मॉडल पर आधारित है, और भविष्य में रायपुर से भी कई वैश्विक स्टार्टअप उभरने की संभावना है।

केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नई सरकार बनने के बाद 5 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों पर एमओयू हुए हैं, जिससे रोजगार, राजस्व और औद्योगिक संस्कृति को बल मिलेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और गृह मंत्री विजय शर्मा के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि इन दोनों ने नक्सल विरोधी अभियान को निर्णायक गति दी है। पहली बार ऐसा हुआ है कि वर्षा ऋतु में भी सुरक्षा बल सक्रिय हैं और नक्सलियों को चैन से रहने नहीं दे रहे। उन्होंने नक्सलियों से आत्मसमर्पण करने और छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा में शामिल होने की अपील की।

केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि एनएफएसयू का स्थायी परिसर तीन वर्षों में पूर्ण रूप से विकसित होगा, जिससे छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए फॉरेंसिक क्षेत्र में करियर की असीम संभावनाएं खुलेंगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि मोदी सरकार के तहत एनएफएसयू से स्नातक करना रोजगार की गारंटी बनेगा। साथ ही देशभर में लागू हुए नए तीन आपराधिक कानूनों के संदर्भ में श्री शाह ने कहा कि इनका उद्देश्य है – तीन वर्षों के भीतर न्याय सुनिश्चित करना, और विज्ञान आधारित साक्ष्यों पर आधारित आधुनिक आपराधिक न्याय प्रणाली की स्थापना करना। उन्होंने बताया कि अब 7 वर्ष से अधिक की सजा वाले अपराधों में फॉरेंसिक जांच अनिवार्य कर दी गई है। सभी पुलिस थानों को सीसीटीएनएस से जोड़ दिया गया है, जिससे राज्य सरकारें जांच और निगरानी की प्रक्रिया में तकनीकी रूप से दक्ष हो सकेंगी। यह बदलाव न केवल न्यायिक प्रक्रिया को मजबूत करेगा, बल्कि भारत को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सजा सुनिश्चित करने वाले देशों की अग्रिम पंक्ति में ले आएगा।

केंद्रीय गृहमंत्री श्री शाह ने यह भी बताया कि देशभर में एनएफएसयू के 16 परिसरों की स्थापना हो चुकी है और 10 अन्य प्रस्तावित हैं। भारत को आत्मनिर्भर बनाने में फॉरेंसिक टेक्नोलॉजी की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। एक हालिया सर्वेक्षण का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2026 तक फॉरेंसिक टेक्नोलॉजी का वैश्विक बाजार 55 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगा और उसमें भारत की हिस्सेदारी तेजी से बढ़ेगी।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि यह दिन छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक है क्योंकि आज एक साथ तीन महत्वपूर्ण संस्थानों की नींव रखी गई है जो प्रदेश को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि एनएफएसयू विश्व का पहला और एकमात्र विश्वविद्यालय है जो फॉरेंसिक साइंस, साइबर सुरक्षा, व्यवहार विज्ञान जैसे विषयों के अध्ययन के लिए पूर्णतः समर्पित है। इसका रायपुर परिसर नवा रायपुर को एक उभरते हुए राष्ट्रीय शैक्षणिक केंद्र के रूप में स्थापित करेगा। यह संस्थान न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि पूरे मध्य भारत के लिए कानून व्यवस्था, न्यायिक प्रक्रिया और फॉरेंसिक अनुसंधान का सशक्त आधार बनेगा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने बंजारी, नवा रायपुर में विश्वविद्यालय के लिए 40 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई है और ट्रांजिट कैंपस को समय पर तैयार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस कैंपस में फॉरेंसिक साइंस, डिजिटल फॉरेंसिक, साइकोलॉजी सहित विभिन्न विषयों में स्नातक, स्नातकोत्तर और अल्पकालिक पाठ्यक्रम संचालित होंगे। साइबर क्राइम, सड़क दुर्घटना विश्लेषण, मादक पदार्थों की जांच जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण से राज्य की कानून व्यवस्था को बल मिलेगा।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में देश में लगभग एक सदी बाद तीन नए आपराधिक कानून लागू किए गए हैं। एनएफएसयू जैसे संस्थान इन कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। छत्तीसगढ़ सरकार इन कानूनों को प्रभावी ढंग से लागू करने हेतु पुलिस बल एवं जांच एजेंसियों को आवश्यक प्रशिक्षण और संसाधन उपलब्ध करा रही है, जिसकी सतत निगरानी भी की जा रही है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने आई-हब छत्तीसगढ़ के शुभारंभ का उल्लेख करते हुए कहा कि यह संस्थान राज्य के युवाओं को स्टार्टअप और नवाचार की दुनिया से जोड़ने का सशक्त माध्यम बनेगा। इसमें को-वर्किंग स्पेस की अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जो नवाचार को प्रोत्साहित करेंगी।

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि एनएफएसयू का रायपुर परिसर न केवल प्रशिक्षण बल्कि फॉरेंसिक अनुसंधान और इन्वेस्टिगेशन में भी क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि यह संस्थान न केवल पढ़ाई, शोध, प्रशिक्षण और परामर्श का केंद्र बनेगा बल्कि भारत में ही फॉरेंसिक साइंस से जुड़े उपकरणों के नवाचार और निर्माण में भी अग्रणी भूमिका निभाएगा। यह सपना माननीय गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में साकार हो रहा है। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने एनएफएसयू के लिए जमीन आवंटित की है और निर्माण कार्य भी शीघ्र आरंभ होने वाला है। उन्होंने कहा कि इस परिसर में सभी अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी, और यह फॉरेंसिक साइंस, डिजिटल फॉरेंसिक, साइकोलॉजी एवं विभिन्न शॉर्ट टर्म कोर्सेस में युवाओं को दक्ष बनाएगा।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा लागू किए गए तीन नए आपराधिक कानून भारतीय न्याय संहिता, भारतीय साक्ष्य अधिनियम और भारतीय नागरिका सुरक्षा संहिता के प्रभावी क्रियान्वयन में फॉरेंसिक प्रणाली की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ उन अग्रणी राज्यों में शामिल है जहाँ एनएफएसयू की स्थापना की जा रही है, जबकि उड़ीसा, बिहार, राजस्थान और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में अभी इसकी शुरुआत नहीं हुई है। यह राज्य के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि 33 जिलों में मोबाइल फॉरेंसिक यूनिट स्थापित करने के लिए राज्य सरकार को केंद्र से 24 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्राप्त हुई है। हर जिले में मोबाइल वाहन, आधुनिक उपकरण और प्रशिक्षित टीम होगी ताकि मौके पर ही घटनाओं की सटीक जांच संभव हो सके।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा एवं अरुण साव, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, निदेशक आसूचना ब्यूरो तपन कुमार डेका, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, परिसर निदेशक एनएफएसयू गांधीनगर के प्रोफेसर डॉ एसओ जुनारे सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।

रफ्तार का कहर: तेज रफ्तार बाइक मवेशी से टकरायी, एक ही परिवार के तीन लोगों की दर्दनाक मौत

कोरबा- कोरबा में एक बार फिर रफ्तार का कहर दिखा है। यहां तेज रफ्तार बाइक सड़क पर बैठे मवेशी से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। इस हादसे में बाइक सवार तीन ग्रामीणों की मौत हो गयी। बताया जा रहा है कि तीनों मृतक एक ही परिवार के आपस में रिश्तेदार थे। घटना की जानकारी के बाद पुलिस ने मर्ग कायम कर घटना की जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के मुताबिक सड़क दुर्घटना का ये मामला करतला थाना क्षेत्र का है। बताया जा रहा है कि दादर बस्ती में रामायण सिंह राठिया, सादराम राठिया और सुख सिंह राठिया का परिवार निवास करता है। तीनों आपस मेें रिश्तेदार है। 21 जून को तीनों एक बाइक पर करतला ब्लाक के ग्राम कोटमेर में रिश्तेदार के यहां गये थे। यहां बकरा-भात के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद देर शाम तीनों बाइक से वापस कोरबा लौट रहे थे।

तभी ग्राम सरदुकला के पास तेज रफ्तार बाइक सड़क पर बैठे मवेशी से जा टकरायी। इस हादसे में बाइक के मवेशी से टक्कर के बाद उसमें सवार तीनों ग्रामीण दूर जा गिरे। इस भीषण हादसे में दो ग्रामीणों की जहां मौके पर ही मौत हो गयी, वहीं एक अन्य ग्रामीण ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। करतला पुलिस ने इस घटना पर अपराध दर्ज कर घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। आज तीनों मृतकों का पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया है

कोरबा में 9 साल की मासूम को घर से अगवा कर आरोपी ने किया बलात्कार, पुलिस ने जंगल से पीड़ित बच्ची को किया बरामद

कोरबा- कोरबा में एक 9 साल की मासूम बच्ची को घर से अगवा कर उसके साथ बलात्कार करने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि बच्ची को आरोपी उसके घर से उठाकर ले गया था। घटना के दूसरे दिन पुलिस ने पीड़ित बच्ची को दादर के जंगल से बरामद किया। मेडिकल परीक्षण में बच्ची के प्राइवेट पार्ट में चोट के निशान और रेप की पुष्टि हुई है। पुलिस ने इस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के अनुसार, ये पूरा मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। घटना शुक्रवार 20 जून की रात की है। पुलिस के मुताबिक 9 साल की मासूम बच्ची अपने घर में मौजूद थी। रात के वक्त वह घर में बिना कुछ बताये लापता हो गयी। काफी खोजबीन के बाद भी जब उसकी जानकारी नही मिली, तब घरवालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। नाबालिग बच्ची के अपहरण की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आई और उसकी तलाश शुरू की। घटना के दूसरे दिन लापता बच्ची को पुलिस ने दादर के जंगल से बरामद किया गया।

नाबालिग से पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपी की पहचान कर उसकी तलाश शुरू की। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पोड़ीबहार निवासी दशरथ सिदार घटना के बाद भागने के फिराक में था, जिसे पुलिस ने धर दबोचा। बच्ची के मेडिकल जांच में उसके प्राइवेट पार्ट में चोट के निशान होने की पुष्टि हुई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी के खिलाफ अपहरण और पाक्सो एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया था। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद अब इस मामले में आरोपी के खिलाफ बलात्कार का भी अपराध दर्ज किया जायेगा। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।

अस्पताल की सुरक्षा-व्यवस्था पर आपस में भिड़े विधायक प्रतिनिधि और कर्मचारी

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही- जिला अस्पताल की सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर बात कुछ ऐसी बिगड़ी कि कर्मचारी और विधायक प्रतिनिधि आपस में भिड़ गए. देर रात जिला अस्पताल के सामने हुई घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है.

बताया जा रहा है कि कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के जिला अस्पताल के प्रतिनिधि सीनू राव के साथ जिला अस्पताल के ही कर्मचारी यादवेंद्र कश्यप और उनके पिता ने मारपीट की. सीसीटीवी फुटेज में घटना के दौरान वहां मौजूद स्टाफ दोनों पक्षों को अलग करते हुए नजर आ रहे हैं.

मिली जानकारी अनुसार, विधायक प्रतिनिधि और अस्पताल के कर्मचारी के बीच अस्पताल की सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर बात चल रही थी. इस दौरान कहा-सुनी देखते-देखते इतनी बढ़ गयी कि दोनों के बीच झड़प होने लगी, जो जल्द मारपीट में तब्दील हो गई.

चश्मदीद बताते हैं कि अस्पताल के कर्मचारी यादवेंद्र कश्यप ने विधायक प्रतिनिधि सीनू राव को पहचाने से इंकार करते हुए इनोवा गाड़ी से उतरते हुए गर्दन पकड़ ली, और फिर गला पकड़ने तक पहुंच गई, जिसके बाद लात-घूंसे चलाने लगे. यादवेंद्र कश्यप के साथ मौजूद उनके पिता भी चप्पल उठाकर विधायक प्रतिनिधि को मारते हुए नजर आ रहे हैं.

घटना के बाद कोटा विधायक प्रतिनिधि सीनू राव मामले में लिखित शिकायत की तैयारी कर रहे हैं. घटना में शामिल यादवेंद्र कश्यप पर जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं के अलावा प्रबंधन की भी जिम्मा है. उनका व्यवहार कहीं न कहीं अस्पताल की अव्यवस्थाओं को उजागर करता है.

रायपुर रेलवे स्टेशन में पकड़ाया 2 लाख का गांजा

रायपुर- मध्य प्रदेश के ग्वालियर निवासी 26 वर्षीय आदित्य जाटव को रायपुर रेलवे स्टेशन से गांजा तस्करी के आरोप में जीआरपी ने गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई 21 जून को रात 9:30 बजे प्लेटफॉर्म नंबर 7 पर की गई, जब पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली. पुलिस अधीक्षक रेल रायपुर श्वेता श्रीवास्तव सिन्हा और उप पुलिस अधीक्षक एस.एन. अख्तर के निर्देश पर ट्रेनों में मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए यह अभियान चलाया गया.

पुलिस ने आरोपी आदित्य जाटव (पिता जगदम्मा उर्फ महेश जाटव, पता: शकरपुर जामा मस्जिद के पास, थाना बहोड़ापुर, जिला ग्वालियर, मध्य प्रदेश) के कब्जे से 10 पैकेट में 10 किलो 560 ग्राम गांजा बरामद किया, जिसकी अनुमानित कीमत 2,11,200 रुपये है. साथ ही, आरोपी का मोबाइल भी जब्त किया गया. उसे एनडीपीएस एक्ट की धारा 20(बी) के तहत गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने उड़ीसा के नुवापाड़ा से गांजा खरीदा था और उसे ट्रेन के जरिए ग्वालियर ले जा रहा था.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ आगमन पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर किया स्वागत

रायपुर-  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ आगमन पर आज स्वामी विवेकानंद विमानतल रायपुर में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका आत्मीय स्वागत किया।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, वन मंत्री केदार कश्यप, विधायक धर्मलाल कौशिक, किरण देव, अमर अग्रवाल, पुरंदर मिश्रा, अनुज शर्मा, गुरु खुशवंत साहेब, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव पी दयानंद, रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लाल उमेद सिंह उपस्थित थे।

“बेटी, तुम आगे बढ़ो… हम सब तुम्हारे साथ हैं” – मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय

रायपुर-  छत्तीसगढ़ की बेटी और 12 बार राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर चुकी सॉफ्टबॉल खिलाड़ी शालू डहरिया के चेहरे पर उस वक्त मुस्कान की लहर दौड़ गई, जब स्वयं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उन्हें वीडियो कॉल कर न सिर्फ शुभकामनाएं दीं, बल्कि उनके सपने को पूरा करने के लिए जरूरी आर्थिक मदद भी प्रदान किया ।

शालू डहरिया का चयन 14 से 20 जुलाई, 2025 को चीन के सिआन में होने वाली एशिया यूथ सॉफ्टबॉल चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम में हुआ है।छत्तीसगढ़ से इस ओपन टूर्नामेंट के लिए केवल दो महिला खिलाड़ियों का चयन हुआ है, जिनमें शालू डहरिया भी शामिल हैं। लेकिन इस अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भागीदारी के लिए आवश्यक ₹1.70 लाख की फीस उनके लिए एक बड़ी बाधा बन गई थी।

आर्थिक रूप से साधारण परिवार से आने वाली शालू के पिता प्राइवेट सुरक्षा गार्ड हैं और माँ एक छोटे से ब्यूटी पार्लर का संचालन करती हैं। बावजूद इसके शालू ने आठवीं कक्षा से सॉफ्टबॉल खेलना शुरू किया और अब तक एक गोल्ड मेडल सहित 12 बार राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने शालू डहरिया को वीडियो कॉल कर कहा "बेटी, तुम आगे बढ़ो… हम सब तुम्हारे साथ हैं। छत्तीसगढ़ को तुम पर गर्व है। अच्छा खेलो, मेरी शुभकामनाएं तुम्हारे साथ हैं। देश और प्रदेश का नाम रोशन करो।”

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार बेटियों को केवल प्रोत्साहित नहीं करती, बल्कि ज़रूरत पड़ने पर उनके सपनों को पंख देने के लिए भी हमेशा तत्पर रहती है।

संवेदनशीलता की मिसाल बनी यह पहल

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के दिशानिर्देश पर त्वरित अमल करते हुए जांजगीर चांपा कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने शालू को ₹1.70 लाख की सहायता राशि का चेक सौंपा और प्रतियोगिता के लिए शुभकामनाएं दीं।

शालू की माता अल्का डहरिया ने मुख्यमंत्री श्री साय का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की संवेदनशील पहल और आर्थिक सहायता से मेरी बेटी को अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल होने का सुअवसर प्राप्त हो रहा है।

मुख्यमंत्री श्री साय की यह पहल बताती है कि सरकार सिर्फ योजनाओं की घोषणा तक सीमित नहीं, ज़रूरत की घड़ी में हाथ पकड़कर साथ निभाने वाली साथी है। बेटियों के सपनों को साकार करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।

निरीक्षण करने पहुंची वन विभाग की टीम पर लाठी-डंडे से हमला, डिप्टी रेंजर समेत 4 घायल

बालोद- डौंडी वन परिक्षेत्र के पेंवारी में पर्रकुलेशन टैंक का निरीक्षण करने पहुंचे वन विभाग की टीम पर ग्रामीणों ने अचानक लाठी-डंडों से हमला कर दिया। वन विभाग की टीम में एक डिप्टी रेंजर सहित तीन अन्य कर्मचारी शामिल थे।

निरीक्षण के दौरान करीब 50 से 60 ग्रामीणों ने अचानक वन विभाग की टीम पर हमला कर दिया, जिसमें सभी चार वनकर्मी घायल हो गए। उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया गया।

घटना के बाद वन विभाग की टीम डौंडी थाना पहुंची और हमले की रिपोर्ट दर्ज कराई। वहीं दूसरी ओर, ग्रामीणों ने यह पहुंचकर विभाग पर ये आरोप लगाया कि कि वे वर्षो से उक्त जमीन पर कृषि कार्य कर रहे हैं, बावजूद इसके वन विभाग ने वहां जबरन वृक्षारोपण शुरू कर दिया।

इसके अलावा, वनकर्मियों पर ग्रामीण महिलाओं ने छेड़छाड़ का आरोप भी लगाया है, जिसे लेकर थाना में अलग से शिकायत दी गई है। पुलिस दोनों पक्षों की शिकायतों की जांच में जुट गई है और घटनास्थल का निरीक्षण भी किया जा रहा है।

रामकुंड एवं जरवाय के लोगों ने बड़ी संख्या में जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी में किया प्रवेश

रायपुर- जबर सदस्यता जुराव कार्यक्रम के तहत रायपुर शहर अध्यक्ष गोपी साहू एवं जेसीपी रायपुर महिला उपाध्यक्ष ऋचा वर्मा के नेतृत्व में जरवाय और रामकुंड के निवासियों ने जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी की सदस्यता ग्रहण किया है । छत्तीसगढ़ियावाद को बढ़ावा देने 2023 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बनाई गई पार्टी “जोहार छत्तीसगढ़”, छत्तीसगढ़ की पूर्ण रूप से स्थानीय पार्टी है। जेसीपी के केंद्रीय अध्यक्ष अमित बघेल बताते हैं कि राज्य बनने के 25 वर्ष होने के बाद भी छत्तीसगढ़िया लोग दोयम दर्जे की जिंदगी जी रहे हैं।

छत्तीसगढ़िया लोगो को प्राथमिकता में लाने के लिए पार्टी हर वो उपाय करेगी जिसकी आवश्यकता पड़ेगी। छत्तीसगढ़िया लोगो का जीवन छत्तीसगढ़ के जल जंगल और जमीन को बचाने, संरक्षित करने और उसका संवर्धन करने से बेहतर होगा। छत्तीसगढ़ की संस्कृति आदि काल की संस्कृति है जिसे संजोने का काम जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी कर रही है । प्रदेश के 3.5 करोड़ लोग जेसीपी से जुड़े और एक सुंदर छत्तीसगढ़ का निर्माण करने में भागीदार बने।

रामकुंड स्थित शीतला तालाब की भूमि पर हो रहे कब्जे को लेकर रायपुर महिला उपाध्यक्ष ऋचा वर्मा ने वार्ड वासियों के हित में प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ियों के हित में वे चौबीसों घंटे सेवा देने तत्पर है।

कर्मचारियों से भरी बस अनियंत्रित होकर नदी में गिरी, चालक की मौके पर मौत, 15 की हालत गंभीर

सूरजपुर- छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले से एक दर्दनाक सड़क हादसे की खबर सामने आई है। जिले के बोझा इलाके में ये हादसा हो गया। एसईसीएल (साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) की कर्मचारियों से भरी एक बस सुखाड़ पुल पार करते समय अनियंत्रित होकर नदी में गिर गई। हादसे में ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 20 कर्मचारी घायल हो गए हैं।

जानकारी के अनुसार, बस तेज रफ्तार में पुल पार कर रही थी, तभी उसका संतुलन बिगड़ गया और वह नदी में जा गिरी। बस में सवार सभी लोग एसईसीएल के कर्मचारी बताए जा रहे हैं, जो ड्यूटी पर जा रहे थे। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने तत्काल राहत कार्य शुरू किया और प्रशासन को सूचना दी।

सूचना मिलते ही जिला प्रशासन हरकत में आया। सूरजपुर के पुलिस अधीक्षक (SP), कलेक्टर और एसईसीएल के महाप्रबंधक (GM) मौके पर पहुंचे और हालात का जायज़ा लिया। घायलों को तुरंत भटगांव अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। इनमें से 15 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।