सिसवा आंगनबाड़ी केंद्र की बदहाल स्थिति, कार्यकर्त्री की लापरवाही से बच्चों को नहीं मिल रहा पोषण
बलरामपुर। जनपद बलरामपुर के विकासखंड के ग्राम पंचायत सिसवा स्थित आंगनबाड़ी केंद्र की हालत बेहद खराब है। इस केंद्र पर न तो नियमित रूप से सेवाएं दी जा रही हैं, न ही बच्चों को पोषण आहार मिल रहा है।
स्थानीय ग्रामीणों की माने तो आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री कई दिनों तक केंद्र पर नहीं आतीं, जिससे बच्चों की शिक्षा और पोषण दोनों प्रभावित हो रहे हैं।
गांव के लोगों का कहना है कि यह केंद्र लंबे समय से उपेक्षा का शिकार है। केंद्र पर न तो साफ-सफाई का उचित इंतजाम है और न ही बच्चों के खेलने या पढ़ने के लिए कोई सुविधा उपलब्ध है। सबसे बड़ी चिंता का विषय यह है कि बच्चों के लिए प्रतिदिन बनने वाला पोषाहार न तो नियमित बनता है और न ही उसकी गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाता है। कई बार तो हफ्तों तक खाना ही नहीं बनता, जिससे गरीब और जरूरतमंद परिवारों के बच्चों को भूखे पेट लौटना पड़ता है।
स्थानीय निवासी रामनरेश ने बताया, “हमने कई बार अधिकारियों से शिकायत की है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कार्यकर्त्री महीनों तक गायब रहती हैं, और जब आती भी हैं तो सिर्फ हाजिरी लगाने के लिए।” वहीं, महिलाओं का कहना है कि केंद्र पर गर्भवती महिलाओं और धात्री माताओं के लिए भी कोई सुविधा नहीं दी जा रही है, जबकि यह आंगनबाड़ी की मूल जिम्मेदारियों में शामिल है।
सिसवा की प्रधान ने बताया कि उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सूचना दी है और जल्द ही इस मामले में जांच कराई जाएगी। ग्राम पंचायत स्तर पर भी इस केंद्र की निगरानी की जरूरत है ताकि बच्चों को पोषण और प्रारंभिक शिक्षा का अधिकार मिल सके।
आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थापना सरकार ने बच्चों के पोषण, स्वास्थ्य और प्रारंभिक शिक्षा के लिए की थी, लेकिन सिसवा का यह केंद्र इस उद्देश्य में पूरी तरह विफल दिखाई दे रहा है। यदि समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो इसका दुष्परिणाम बच्चों के स्वास्थ्य और मानसिक विकास पर पड़ेगा।
अब देखना यह है कि संबंधित विभाग और बाल विकास परियोजना अधिकारी इस लापरवाही को कितनी गंभीरता से लेते हैं और कब तक इस केंद्र की स्थिति में सुधार होता है। जब तक ज़मीनी स्तर पर कार्यवाही नहीं होगी, तब तक ग्रामीणों की समस्याएं यूँ ही बनी रहेंगी।
May 05 2025, 18:53