इमलिया में मिले जंगली जानवर के दो शावक बनें कौतूहल का विषय
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सीके सिंह(रूपम)
सीतापुर। इमलिया सुल्तानपुर थाना इलाके में गन्ने के खेत में मिले दो जंगली जानवर के शावक उस वक्त कौतूहल का विषय बन गए, जब ग्रामीणों ने इन दोनों शावकों को पकड़ लिया। ग्रामीणों का दावा है कि इनके पंजे व रंग बाघ जैसे हैं, यह दोनों बाघ के शावक हैं। जबकि वन विभाग हरगांव रेंज की रेंजर बीनू पाल का कहना है कि दोनों बच्चे जंगली बिल्ली प्रजाति के हैं। फिलहाल बाघ के शावक या जंगली प्रजाति की बिल्ली के बच्चे हैं यह जांच का विषय है। दोनों बच्चों को वनकर्मियों ने गन्ने के खेत में छुड़वा दिया है। वहीं निगरानी के लिये दो वन कर्मियों को मौके पर तैनात किया गया है।
जानकारी के अनुसार थाना इमलिया सुल्तानपुर इलाके के वन रेंज हरगांव के अटरिया कीरतपुर गांव में दोपहर में निर्दोष यादव का गन्ना छीला जा रहा था। जहां अचानक जंगली जानवर के दो शावक दिखायी दिये। जिन्हे गन्ना छील रहे लोगों ने पकड़ लिया। शावकों का रूप रंग हूबहू बाघ की तरह नजर आ रहा था। जिससे गांव वालों ने बाघ के शावक समझकर वन विभाग को सूचना दी। मौके पर पहुंचे वन दारोगा गुरूनरायन यादव ने बच्चों को देखा व पुनः गन्ने के खेत में छुड़वा दिया। गांव वालों को हिदायत दी कि कोई उन्हे दोबारा न पकड़े। मौके पर सिपाही राम शंकर भार्गव व मुनीश को रखवाली के लिये तैनात किया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि पंजे व रंग को देखते हुये यह दोनों बाघ के शावक लग रहे हैं।
ज्ञात हो कि इमलिया सुल्तानपुर थाना इलाके में कुछ दिन पहले खेतो में बाघ के पग चिन्ह भी मिले थे। इससे पहले रोजहा, ढोलई व फरर्कपुर में बाघ देखा गया था व पग पग चिन्ह भी मिले थे। अटरिया इन गावों के निकट ही पड़ता है। जिससे बाघ के शावक होने की आशंका है। वन रेंज हरगांव की रेंजर बीनू पाल का कहना है कि जो बच्चे पकड़े गये हैं वो जंगली बिल्ली की प्रजाति के हैं। लोगों के द्वारा उन्हे छू लिया गया है। बच्चों को पुनः गन्ने के खेत में छुड़वाया गया है। बाघ का कोई मूवमेंट अटरिया के आस पास नहीं मिला है।
Apr 23 2025, 15:25