पारस एचएमआरआई मे 13 अप्रैल को नि:शुल्क मेगा स्वास्थ्य जाँच शिविर का आयोजन*
`![]()
राजधानी पटना के बेली रोड स्थित पारस एचएमआरआई में दिनांक 13 अप्रैल दिन रविवार को नि:शुल्क मेगा स्वास्थ्य जाँच शिविर का आयोजन होने जा रहा है। इसमें आमजन का रैंडम ब्लड शुगर, बीपी, ईसीजी, बीएमडी, स्पीरोमेटरी, आंख की जांच, दांत की जांच मुफ्त की जाएगी। साथ ही सभी सुपरस्पेशलिस्ट ओपीडी इंटरनल मेडिसिन से लेकर ऑर्थोपेडिक्स, ओंकोलॉजी, कार्डियोलॉजी, फिजियोथेरेपी, यूरोलॉजी, पेडियेट्रिक्स, जेनरल सर्जरी, गायनेकोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, ईइनटी, न्यूरोलॉजी, गैस्ट्रोइन्टेरोलॉजी, डायटेटिक्स और पल्मोनोलॉजी में मुफ्त परामर्श भी दी जाएगी। इस मौके पर अन्य पैथोलॉजी- रेडियोलॉजी जांच पर 50% तक की छूट भी दी जाएगी। नि:शुल्क मेगा स्वास्थ्य जाँच शिविर सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक रहेगा। पारस एचएमआरआई के *जोनल डायरेक्टर अनिल कुमार* ने बताया कि हास्पिटल परिसर में लगातार चार वर्षो से हमलोग आमजन के लिए नि:शुल्क मेगा स्वास्थ्य जाँच शिविर लगा रहे हैं इस का उद्देश्य है कि हर किसी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके। *पारस एचएमआरआई के बारे में* पारस एचएमआरआई पटना ने 2013 में परिचालन शुरू किया। यह बिहार का पहला कॉर्पोरेट अस्पताल है जिसके पास परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड द्वारा लाइसेंस प्राप्त कैंसर उपचार केंद्र है। जून 2024 में एक्सेस किए गए एनएबीएच पोर्टल के अनुसार, पारस एचएमआरआई अस्पताल, पटना 2016 में एनएबीएच मान्यता प्राप्त करने वाला बिहार का पहला अस्पताल था। 30 सितंबर 2024 तक इस अस्पताल की बेड क्षमता 350 बेडों की है, जिसमें 80 आईसीयू बेड शामिल हैं।


* पटना : वक्फ बिल पास हो गया है। जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा जिसके के लिए वक्फ लोग करते हैं वह सही जगह जाए यह उद्देश्य था। हम लोगों की पार्टी के भी जेपीसी में मेंबर थे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी से बहुत सारे लोग मिले भी थे बहुत संस्था के लोग मिले थे और मैं भी उसे मीटिंग में था और जो उन लोगों ने सुझाव दिया था उन सारे कंसर्न को हम लोगों ने रखा था निश्चित रूप से कई बातों को उसमें एडजस्ट किया गया है। वक्फ की संपत्ति गरीब के लिए काम हो उन लोगों को ज्यादा इसका फायदा मिलेगा पूरी पारदर्शिता आएगी और सही जगह वह पैसा लगेगा। राजद् के द्वारा सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट जाने का सबको अधिकार है जा करके कोर्ट में अपनी बात रखने का जुडिशरी अपना काम करेगी लेकिन जो उद्देश्य था सरकार का लाने का यह पुरा हुआ है।यह पहली बार कोई संशोधन नहीं हुआ इससे पहले भी संशोधन हो चुका है ,2013 में हो चुका है इससे पहले भी हो चुका है उसमें व्यापक सुधार के लिए जो पसमांदा है जो महिला है उनके बीच में जो समस्या दिक्कत इस समाज का है बिहार में जातीय गणना हो गई है 73 परसेंट जनसंख्या पसमांदा मुसलमान का है अब उनमें जाकर देखिए की वक्फ से उनके लिए कोई काम नहीं हुआ है कोई चैरिटी काम नहीं हुआ है कोई अस्पताल नहीं बना है कोई स्कूल नहीं खुला है उनके लिए ,हमको जरूर लगता है कि बेहतर काम हो पाएगा। वही जदयू में नाराजगी पर कहा कि कोई नाराजगी नहीं है। कहां से कोई कौन कागज उठाकर लाते हैं अच्छे काम के लिए किया गया है जिन लोगों का आप नाम ले रहे है। विपक्ष के मैं दो प्रश्न आपसे करता हूं 2005 से पहले क्या पंचायत में आरक्षण था दलितों को आरक्षण था अति पिछरों को आरक्षण था जब नीतीश कुमार की सरकार आई तब आरक्षण मिला और उसमें जो आज जो पसमांदा समाज, अंसारी राइन जो लोग हैं मुखिया और पंचायत समिति बने हुए हैं अति पिछड़ा के evc के वजह से वह नीतीश कुमार जी का दिया हुआ ट्रैक रिकॉर्ड जरूरत नहीं है नीतीश कुमार को कहीं से लेने की। कहा कि इतना बड़ा दंगा भागलपुर में हुआ कांग्रेस के समय में 15 साल सरकार रही राजद की किसी को न्याय नहीं मिला आज जाकर के भागलपुर में जो दंगा पीड़ित है उनको मंथली पेंशन मिलता है किसने दिया यह तेजस्वी से क्या अपेक्षा करते हैं भावना भड़का कर वोट लेना लोगों के लिए काम करना दोनों में फर्क है नीतीश कुमार जी ने 20 साल में लोगों के बीच में काम किया है अपना जगह बनाया है उन्होंने कभी भावना को भरकाया नहीं बिहार में खास करके जो बिहार कर का समाज वह शांतिप्रिय समाज है 20 साल में यहां एक दिन भी कर्फ्यू नहीं लगा है एक दिन भी कर्फ्यू नहीं लगा है ,यह सबसे बड़ा ट्रैक रिकॉर्ड है नीतीश कुमार जी का काम करने का इसलिए यहां कोई दिक्कत नहीं है ।बेहतर प्रबंधन हो यही कोशिश किया जा रहा है। राहुल के बिहार आने पर कहा कि चुनाव यहां है तो क्यू नहीं आएंगे राहुल जी लोकसभा में क्यू नही बोले । पटना से मनीष प्रसाद
Apr 14 2025, 20:32
- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
1- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
1.8k