*लेखपाल ने बनाया फर्जी निवास प्रमाण पत्र, ग्राम प्रधान ने दी थी सहमति*
पचपेड़वा ब्लॉक के ग्राम सभा रामनगर में फर्जी निवास प्रमाण पत्र लेखपाल द्वारा बनाया। ग्राम प्रधान ने इसमें अपनी सहमति दी थी। इसकी शिकायत जब शिकायत करता सुशीला देवी ने जिलाधिकारी तथा परियोजना अधिकारी बाल विकास की तो अधिकारी पवन अग्रवाल ने लेखपाल की ऐसी करतूत पर उसे निलंबित करते हुए इसकी जानकारी जिलाधिकारी तुलसीपुर को दी।
इस संबंध में शिकायतकर्ता के पति ने बताया कि हमारी पत्नी सुशीला देवी आंगनबाड़ी नियुक्ति में दूसरे स्थान पर रही, परंतु रीना गुप्ता पचपेड़वा में जलसाजी करके जहां लेखपाल को अधिक पैसे दिए, निवास प्रमाण पत्र फर्जी रामनगर का बनवाकर, तथा ग्राम प्रधान द्वारा फर्जी मोहर वगैरा लगाकर निवास का सत्यापन कर देना यह दर्शाता है कि ग्राम प्रधान रामनगर तथा ग्राम लेखपाल इस फर्जी नियुक्ति में मिले दिखाई पड़ते हैं।
ग्राम सभा रामनगर के कुछ जागरूक नागरिकों ने इस फर्जी वाले के खिलाफ आगे आने का जो बीड़ा उठाया उससे साफ नजर आता है कि इस तरीके से अगर अन्य जगह भी जागरूकता दिखाई जाए तो प्रधान और लेखपाल मिलकर गलत कार्यों को अंजाम नहीं दे सकते हैं। ग्राम सभा के लोगों ने बताया कि अभी डेढ़ महीना पहले इस फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनवाए जाने वाली रीना गुप्ता के खिलाफ जांच ए डि यो पंचायत पचपेड़वा में ग्राम सभा में की थी फिर भी मामला नहीं खुल सका।
जब ग्राम सभा के लोगों ने विधानसभा के विधायक राकेश यादव से इसकी शिकायत की तो उन्होंने संबंधित को बात करते हुए कहा कि निवास प्रमाण पत्र अगर गलत तरीके से बना है तो इसे खारिज होना चाहिए और बनाने वालों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। पचपेड़वा के लोगों ने यह बताते हुए कहा कि ग्राम प्रधान रामनगर पर तथा ग्राम पंचायत के लेखपाल के ऊपर कड़ी कार्रवाई करते हुए इन दोनों के ऊपर एफ आई आर करना चाहिए फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनाने को लेकर जनक दुलारी शिक्षक एवं जन कल्याण सेवा संस्थान के प्रबंधक ओमकार जयसवाल ने कहा कि अगर इस ग्राम सभा में फर्जी करने वाले ग्राम प्रधान और लेखपाल के ऊपर एफ आई आर तहसील स्तरीय उच्च अधिकारियों के द्वारा नहीं दर्ज कराया गया तो इसकी शिकायत माननीय मुख्यमंत्री जी से मिलकर तथा ग्राम विकास मंत्री से मिलकर की जाएगी।
वैसे तो इस मामले में गंभीरता से देखा जाए तो आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का फर्जी निवास लगाकर फॉर्म भरने वाली रीना गुप्ता के ऊपर भी फिर करके उनसे पूछताछ करना चाहिए यह सब फर्जी किस तरीके से तुमने करवाया और उन पर भी कार्रवाई करनी चाहिए। अगर रीना गुप्ता के ऊपर कानूनी शिकंजा कसा जाए तो यह मालूम हो जाएगा कि इस गलत कार्य करवाने में कितने लोग शामिल हैं तो उन पर कार्रवाई आसानी से हो सकेगी और ऐसे गलत कार्य करने वाले लोगों को सजा मिल जाएगी।
वैसे तो इस फर्जी निवास प्रमाण का पत्र के मामले में जिलाधिकारी पवन अग्रवाल जी ने शिकायत पत्र पाते ही दूसरे दिन सुबह लेखपाल को निलंबित कर दिया है, लेकिन तहसील तुलसीपुर के प्रशासन को चाहिए कि ऐसे गलत कार्य करने वाले लेखपाल के ऊपर कानूनी प्रक्रिया करते हुए उन पर कार्रवाई करनी चाहिए। जिला अधिकारी तुलसीपुर में बताया की जांच कराई जा रही है जांच की रिपोर्ट आते ही ग्राम प्रधान तथा लेखपाल रीना गुप्ता के ऊपर Firभी दर्ज कराई जा सकती है।
संवाददाता ने जब ग्राम प्रधान से दूरभाष पर बात की तो उन्होंने बताया कि मेरा मोहर फर्जी तरीके से रीना गुप्ता ने बनवाकर और लेखपाल से मिली भगत कर ऐसा किया, ग्रामीणों ने कहा कि अगर प्रधान द्वारा इस तरीके से बात कही जा रही है तो रीना गुप्ता से इसकी पूछताछ करना बहुत ही अनिवार्य है कि ग्राम प्रधान का फर्जी मोर बना या ग्राम प्रधान की सहमति से मोहर लगा।
जनकपुरी शिक्षक एवं जन कल्याण सेवा संस्थान के प्रबंधक ने जिला अधिकारी महोदय से मांग की है की आंगनवाड़ी नियुक्ति प्रक्रिया में अगर इसी तरीके से जांच कराई जाए तो तमाम फर्जी मामले सामने निकल कर आएंगे।
Apr 12 2025, 19:35