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भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ने लोकसभा एवं विधानसभा में भाग लेने वाले वालेंटियर सें जाना मतदान का अनुभव, कहा यहाँ लोकतंत्र की जड़ें बहुत मजबूत हैं

रामगढ़।भारत के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री ज्ञानेश कुमार ने कहा है कि झारखंड की इस महान धरती पर मुझे सभी से मिलने और उनका अभिवादन करने का अवसर मिला है। मैंने वालेंटियरस से बातचीत की, जिसके दौरान मुझे एहसास हुआ कि झारखंड में लोकतंत्र की जड़ें बहुत मजबूत हैं।

 उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयु के प्रत्येक नागरिक को निर्वाचक बनना चाहिए। चुनाव आयोग हमेशा मतदाताओं के साथ खड़ा था, है और सदैव खड़ा रहेगा। श्री ज्ञानेश कुमार आज रामगढ़ के सीसीएल गेस्ट हाउस स्थित सभागार में वालेंटियर के साथ एक्सपेरिएंस शेयर कार्यक्रम के उपरांत मीडिया के प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे। 

मुख्य चुनाव आयुक्त श्री ज्ञानेश कुमार ने कहा कि हर मतदान केंद्र पर एक बूथ लेवल अधिकारी नियुक्त किया जाता है और हर बूथ पर हर राजनीतिक दल को बूथ लेवल एजेंट नामित करने का अधिकार होता है। हर नागरिक एक निर्वाचक के रूप में सभी सुविधा अपने बूथ पर प्राप्त कर सकते है। अगर किसी व्यक्ति को निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी के निर्णय पर आपत्ती है तो वह जिला निर्वाचन पदाधिकारी/डीईओ के समक्ष अपील कर सकता है, साथ ही जिला निर्वाचन पदाधिकारी/डीईओ के निर्णय के विरुद्ध मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के समक्ष अपील दायर की जा सकती है। झारखंड में किसी भी जिला निर्वाचन पदाधिकारी/डीईओ या सीईओ कार्यालय के समक्ष कोई भी अपील लंबित नहीं है, जिसका मतलब है कि झारखंड में मतदाता सूची मतदाताओं एवं अन्य सभी सत प्रतिशत संतुष्टि के करीब है, इसके लिए झारखंड की निर्वाचन टीम सराहना की पात्र है।

इस अवसर पर श्री ज्ञानेश कुमार ने बताया कि मैं झारखंड में दो दिनों के लिए हूं इस बीच मैं कुछ कठिन स्थानों पर भी जाऊंगा।

इससे पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ने विगत के चुनावों में भाग लेने वाले वालेंटियर से एक्सपीरियंस शेयर कार्यक्रम को संबोधित किया एवं उनके द्वारा किए गए कार्यों को सराहा। 

उक्त एक्सपीरियंस शेयरिंग कार्यक्रम के स्वागत संबोधन में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री के. रवि कुमार ने वालेंटियरस को संबोधित करते हुए कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के सर्वोच्च पद पर आसीन मुख्य चुनाव आयुक्त आज हम सब के बीच उपस्थित है एवं आप सभी के अनुभवों को साझा कर रहें है। आप सभी वालेंटियर से आग्रह है कि आपके मन में किसी भी प्रकार के प्रश्न है तो उसे बे–झिझक पूछें। इस अवसर पर रामगढ़ के उपायुक्त–सह–जिला निर्वाचन पदाधिकारी श्री चंदन कुमार ने अपने संबोधन में यहां उपस्थित वालेंटियर के कार्यों को सराहा एवं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम को रामगढ़ जिले के एसडीओ श्री अनुराग तिवारी एवं वालेंटियर के मास्टर ट्रेनर श्री संजय कुमार राय ने भी संबोधित किया एवं कार्यक्रम के अंत में अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ नेहा अरोड़ा ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालन उप सचिव श्री देव दास दत्ता द्वारा किया गया।

इस अवसर पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी झारखंड श्री के. रवि कुमार, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ नेहा अरोड़ा, रामगढ़ के उपायुक्त श्री चंदन कुमार, एस पी श्री अजय कुमार, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री सुबोध कुमार सहित निर्वाचन एवं रामगढ़ जिले के पदाधिकारीगण, जिले के वालेंटियर एवं बीएलओ उपस्थित थे।

भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त पहुंचे रांची, अपने तीन दिवसीय भ्रमण के दौरान मिलेंगे बीएलओ एवं वालेंटियर से


रांची : चुनाव प्रक्रिया को सुगम बनाने के उद्देश्य से मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार अपने तीन दिवसीय झारखंड दौरे पर आज रांची पहुंचे। जहां झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ नेहा अरोड़ा, राज्य पुलिस नोडल पदाधिकारी एवी होम्कर, रांची उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री सहित निर्वाचन से जुड़े पदाधिकारी उपस्थित थे।

मुख्य चुनाव आयुक्त अपने तीन दिवसीय झारखंड भ्रमण के दौरान आज भारत निर्वाचन आयोग की टीम राज्य के आला अधिकारियों के साथ बैठक करेगी। रांची में देर शाम होने वाली इस बैठक में मुख्य सचिव अलका तिवारी, गृह सचिव वंदना दादेल, डीजीपी अनुराग गुप्ता सहित आला अधिकारी मौजूद रहेंगे। वही 12 अप्रैल को रजरप्पा स्थित सीसीएल गेस्ट हाउस में चुनाव में भाग लेने वाले वालेंटियर के साथ एक्सपीरियंस शेयरिंग करेंगें वहीं 13 अप्रैल रविवार को बुंडू के दशम जलप्रपात प्रांगण में डिफिकल्ट एरियाज बीएलओ से बातचीत करेंगे। साथ ही चुनाव के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले बीएलओ को आयोग सम्मानित करने का काम करेगा।

रिपोर्टर जयंत कुमार

सिदो-कान्हू की जयंती पर आज, सीएम हेमंत सोरेन और विधायक कल्पना सोरेन पहुंचे भोगनाडीह,उनके स्मारक पर माल्यार्पण कर दी श्रद्धांजलि

साहिबगंज जिले के बरहरवा के भोगनाडीह में सिदो मुर्मू की जयंती 11 अप्रैल को मनायी जाती है.इस ऐतिहासिक क्षण में सूबे के सीएम हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी शहीद स्थल पर पहुँच कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.इस दौरान कई कार्यक्रम आयोजित किये गए हैं.

जानकारी के अनुसार सिदो-कान्हू मुर्मू जयंती के अवसर पर सिदो-कान्हू मुर्मू पार्क भोगनाडीह साहिबगंज में अमर वीर शहीद सिदो-कान्हू, चांद-भैरव एवं वीरांगना फूलो-झानो की प्रतिमा पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं विधायक श्रीमती कल्पना मुर्मू सोरेन पहुंचे और उन्होंने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया।

यहां गुरुवार की रात से ही पूजा-अर्चना शुरू हो गयी थी सिदो-कान्हू के जयंती समारोह में शामिल होने के लिए भारत के अलग-अलग राज्यों के लोग भी आये हैं, इसमें नेपाल से भी संताल समाज के लोग आते हैं. 

हूल क्रांति के नायक सिदो-कान्हू का 11 अप्रैल 1815 को भोगनाडीह में स जन्म हुआ था. सिदो-कान्हू जयंती समारोह छठीहार महा के रूप में मनाया जाता है. यह दिन 1855 के उस संघर्ष की याद दिलाता है, जब अंग्रेजों के खिलाफ क्रांति का बिगुल फूंकने वाले सिदो का जन्म हुआ था. हर साल 11 अप्रैल को यह धरती उनकी जयंती के उत्सव में सराबोर हो जाती है. सिदो-कान्हू जयंती कोई साधारण समारोह नहीं, बल्कि उस सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है, जो पीढ़ियों से संताल समाज की पहचान रही है. यह उत्सव बताता है कि इतिहास की डोर कभी टूटती नहीं, बस उसे नये रंगों से सजाया जाता है.

विशेष रूप से सजाया गया शहीद स्थल को

सिद्धू- कानू की जयंती छठीहार महा के रूप में मनाया जाता है. इस आयोजन में असम, बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के अलावा नेपाल से भी लोग पहुंचते हैं.

सिदो मुर्मू को 1856 में जिस बरगद के पेड़ पर फांसी दी गयी थी उस पेड़ के नीचे प्रथम पूजा होती है.

इस छठीहार महा में शामिल होने के लिए नेपाल, असम, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और ओडिशा से संताल समाज के लोग क्रांति स्थल पंचकठिया पहुंचे हैं. वहां परिक्रमा करने के बाद अरगोडी मैदान स्थित मांझी थान एवं जाहेर थान में पूजा-अर्चना शुरू की गयी. गुरु बाबा मुगलू मरांडी और अब्राहम मरांडी के नेतृत्व में गुरुवार की देर रात पूजा-अर्चना शुरू हुई.

पारम्परिक वेश-भूषा में बरगद पेड़ की परिक्रमा करते हैं संताल

स्थानीय लोगों के अनुसार छठीहार महा यानी शहीद की जयंती समारोह में पहुंचने वाले लोग सबसे पहले उस स्थान की परिक्रमा करते हैं, जहां सिदो-कान्हू को फांसी दी गयी थी. लोग पारंपरिक वेश-भूषा में तीर-धनुष लेकर बरगद के पेड़ के चारों ओर परिक्रमा करते हैं. फिर पूजा-पाठ कर नमन करते हैं. यह हमारी वर्षों पुरानी परंपरा है. इसके बाद सभी लोग पास ही स्थित अरगोडी मैदान पहुंचेंगे, जहां संताल समाज के देवी-देवताओं की पूजा की जाती है. पूजा का कार्यक्रम रात भर चलता है.

11 अप्रैल को सिदो-कान्हू की जन्मस्थली भोगनाडीह पहुंचते हैं लोग

यहां संताली सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है. 11 अप्रैल को लोग वीर शहीद सिदो-कान्हू की जन्मस्थली भोगनाडीह पहुंचते हैं. वहां उनके आवास में स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पूजा-अर्चना कर उनके वंशजों से भेंट करते हैं. इसके बाद सभी अपने-अपने गंतव्य की ओर लौट जाते हैं.

मांझी थान से जाहेर थान तक दिखती है आदिवासी परंपरा की झलक.

यह उत्सव सिर्फ श्रद्धा नहीं, बल्कि संताल संस्कृति का जीवंत संग्रहालय है. मांझी थान और जाहेर थान जैसे पवित्र स्थलों पर पांच देवी-देवताओं की पूजा होती है. मांझी थान (संताल समाज का पूजा स्थल) में मारांग बुरू, ताला कुल्ही मांझी हाडाम, ताला कुल्ही मांझी बुढही, देवी-देवता एवं जाहेर थान संताल (समाज का पूजा स्थल), जिसमें जाहेर एरा, गोसाई एरा, मोडे कु तुरूई कु, पिलचुहाड़ाम- पिलचुबुढही एवं मरांग बुरू, ये पांच देवी-देवता आस्था का केंद्र स्थल हैं. रातभर चलने वाले अनुष्ठानों के बीच ढोल की थाप पर नृत्य होता है और पारंपरिक गीत गूंजते हैं.

आज बरहेट मुख्यमंत्री, के पहुँचने सें पूर्व प्रशासन ने पूरी की तैयारी कर ली थी.सिदो-कान्हू जयंती समारोह में शामिल होने के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज शुक्रवार बरहेट पहुंचें. कार्यक्रम को लेकर बरहेट, भोगनाडीह, बरहेट बाजार, क्रांति स्थल पंचकठिया सहित समूचे चौक-चौराहों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की तैनाती की गयी है. भोगनाडीह मैदान में कार्यक्रम स्थल पर भव्य पंडाल का निर्माण किया गया है, जिसमें संताल परगना के कई सांसद और विधायक भी उपस्थित थे.

JPSC अभ्यर्थियों की मांग हुई तेज, आयोग जल्द जारी करे 342 पदों की नियुक्ति, JPSC अभ्यर्थी क्या फिर उतरेंगे सड़कों पर ?


रांची : झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने जेपीएससी मेंस परीक्षा का रिजल्ट लंबित रहने पर आज 11 अप्रैल को जेपीएससी कार्यालय का घेराव किया है। संगठन के अध्यक्ष सत्यनारायण सवाल उठाया कि जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति के बावजूद रिजल्ट क्यों नहीं जारी किया जा रहा है? उन्होंने यह भी बताया कि फूड सेफ्टी ऑफिसर, सीडीपीओ, असिस्टेंट प्रोफेसर और सिविल जज जैसे अन्य पदों के रिजल्ट भी रुके हुए हैं, जिससे लाखों युवाओं का भविष्य अधर में लटका हुआ है।


झारखंड लोक सेवा आयोग की ओर से 11वीं से 13वीं राज्य सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा के 9 माह बाद भी रिजल्ट घोषित नहीं किया गया है। इससे इस परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों में नाराजगी है। इसका रिजल्ट जेपीएससी के नोटिफिकेशन के अनुसार पिछले साल अगस्त के दूसरे सप्ताह में जारी किया जाना था। लेकिन आज तक मुख्य परीक्षा के रिजल्ट घोषित नहीं किया गया है। इससे अभ्यर्थियों में निराशा की स्थिति बनी हुई है। इस परीक्षा के माध्यम से राज्य सिविल सेवा के अलग अलग विभागों में 342 पदों पर नियुक्ति की जानी है। अभ्यर्थियों ने बताया कि दो-तीन दिन के अंदर एक बार फिर मुख्य परीक्षा का रिजल्ट जारी करने को लेकर रांची में जुटेंगे और आयोग के अधिकारियों से मिलकर रिजल्ट जारी करने को लेकर ध्यान आकृष्ट कराएंगे।

रिपोर्टर जयंत कुमार

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन पहुंचे जरमुंडी, पूर्व मंत्री बादल पत्रलेख के आवास पर जाकर उनके पिता के निधन पर शोक व्यक्त किया


राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन शुक्रवार को देवघर पहुंचे. देवघर पहुंचने के बाद कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया. 

कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी सह विधायक कल्पना सोरेन जरमुंडी के लिए रवाना हुए.

जरमुंडी पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य के पूर्व कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के घर पहुंचे. जहां उन्होंने पूर्व मंत्री के पिता के निधन के बाद शोकाकुल परिवार से मुलाकात कर उनका ढाढस बंधाया. इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारे गठबंधन के नेता बादल पत्रलेख हमेशा ही राज्य के विकास के लिए काम करते रहे हैं. सिर्फ बादल पत्रलेख ही नहीं बल्कि उनका पूरा परिवार समाज के कल्याण की बात करता है. ऐसे में परिवार के मुखिया का चले जाना निश्चित रूप से दुखद है. उन्होंने कहा कि पूरे परिवार का ढाढस बढ़ाने के लिए बादल पत्रलेख के पैतृक घर पहुंचे और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है.

वहीं, मुख्यमंत्री के आने पर उनका धन्यवाद करते हुए पूर्व मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि उनके पिता एक समाजसेवी थे. ग्रामीण क्षेत्रों में लोग उन्हें अपना अभिभावक मानते थे. झारखंड आंदोलन में भी उन्होंने यहां से लेकर दिल्ली तक राज्य की जनता के लिए आवाज उठाई थी. उनका अचानक इस दुनिया से चले जाना निश्चित रूप से सिर्फ परिवार के लिए ही नहीं बल्कि पूरे समाज के लिए एक अपूर्णीय क्षति है.

बता दें कि बादल पत्रलेख के पिता के निधन के बाद कई बड़े नेताओं ने उनके घर पर जाकर पूरे परिवार का ढाढस बंधाया है. पिछले दिनों राहुल गांधी ने भी पत्र के माध्यम से पूर्व मंत्री बादल पत्रलेख को सांत्वना दी. बादल पत्रलेख के शोकाकुल परिवार से मुलाकात करने के बाद सीएम हेमंत सोरेन साहिबगंज जिले के लिए रवाना हो गए.

धनबाद-चंडीगढ़ ट्रेनों में बुकिंग शुरू: गरीब रथ में कम किराया, एसी स्पेशल में अधिक किराया

धनबाद से चंडीगढ़ के लिए दो ट्रेनों में टिकटों की बुकिंग शुरू हो गई है। इनमें एसी स्पेशल और गरीब रथ स्पेशल ट्रेनें शामिल हैं।

एसी स्पेशल ट्रेन

- शनिवार से चलने वाली इस ट्रेन में टिकटों की बुकिंग शुरू हो गई है।

- इसका किराया हावड़ा-कालका नेताजी एक्सप्रेस की तुलना में अधिक है।

गरीब रथ स्पेशल ट्रेन

- 15 अप्रैल से चलने वाली इस ट्रेन में भी टिकट बुक होने लगे हैं।

- इसका किराया नेताजी एक्सप्रेस की थर्ड एसी की तुलना में कम है।

किराया विवरण:

- धनबाद से चंडीगढ़ गरीब रथ स्पेशल का थर्ड एसी का किराया: 1410 रुपये

- नेताजी एक्सप्रेस का थर्ड एसी का किराया: 1665 रुपये

- एसी स्पेशल का थर्ड एसी का किराया: 1985 रुपये

अन्य जानकारी:

- धनबाद से दिल्ली गरीब रथ स्पेशल का थर्ड एसी का किराया: 1285 रुपये

- नेताजी एक्सप्रेस का थर्ड एसी किराया: 1490 रुपये

- एसी स्पेशल का थर्ड एसी का किराया: 1810 रुपये

रांची-गोरखपुर एक्सप्रेस में बदलाव:

- रांची से पटना होकर गोरखपुर तक जाने वाली ट्रेन अब भटनी तक जाएगी।

- गोरखपुर कैंट से कुसम्ही के बीच तीसरी रेल लाइन बिछाने के कारण रेलसेवा प्रभावित रहेगी।

बाबूलाल मरांडी ने पेयजल स्वच्छता विभाग घोटाले पर उठाया सवाल, कहा विभिन्न कोषागार से अवैध निकासी को अंजाम दिया गया


पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में भी चारा घोटाले की तरह विभिन्न कोषागार से अवैध निकासी को अंजाम दिया गया है। ये बात भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार के दौरान पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में खर्च किए गए करोड़ों रुपयों में हेराफेरी का आरोप लगाते हुए कहीं। इसके साथ ही उन्होंने मामले में उच्च स्तरीय जांच कराने की भी मांग की है।

मरांडी ने मंगलवार को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट में कहा कि हेमंत सोरेन के पहले कार्यकाल के दौरान पेयजल और स्वच्छता विभाग में वर्ष 2019 से 2024 के बीच 160 करोड़ की लागत से किए गए कार्यों में भारी वित्तीय अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। 

उन्होंने कहा कि ऑडिट रिपोर्ट से यह स्पष्ट है कि पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में भी चारा घोटाले की तरह विभिन्न कोषागार से अवैध निकासी को अंजाम दिया गया है। राज्य सरकार इस पूरे मामले की निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच कराए, ताकि दोषियों को सजा दिलाई जा सके। जनता के पैसों से की गई यह लूट रोकी जा सके।

झारखंड : भाजपा नेता अनिल टाइगर हत्याकांड में शामिल दूसरा शूटर धराया, जानिए किस वजह से हुई थी हत्या

भाजपा नेता टाइगर अनिल महतो हत्याकांड में शामिल शूटर सहित कुल 4 अपराधियों को रांची पुलिस ने पकड़ लिया है.

प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक जमीन विवाद में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था. बताया जा रहा है कि रांची के एसएसपी चंदन सिन्हा ने जो एसआईटी बनाई थी, उसी ने इन 4 अपराधियों को पकड़ा है.

गौरतलब है कि 26 मार्च को दोपहर तकरीबन साढ़े 3 बजे रांची के कांके चौक स्थित एक दुकान पर भाजपा नेता टाइगर अनिल महतो की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. बाइक सवार अपराधियों ने उनके सिर के पिछले हिस्से में गोली मार दी थी. फायरिंग के बाद बाइक से भाग रहे शूटर रोहित शर्मा को रांची पुलिस ने ग्रामीणों की सहायता से पकड़ लिया था.अब उसका साथी शूटर अमन सिंह भी पुलिस की गिरफ्त में है.

सुभाष जायसवाल हत्याकांड में संलिप्तता का शक

रोहित वर्मा ने तब पुलिस को यह बताया था कि हजारीबाग में सुभाष जायसवाल नाम के शख्स की हत्या में संलिप्तता के शक में टाइगर अनिल महतो की हत्या कर दी थी.पुलिस ने कहा था कि रोहित वर्मा ने यही इकबालिया बयान दिया है.

हालांकि, पुलिस की इस थ्योरी पर तब भी सवाल उठे थे. भारतीय जनता पार्टी ने अनिल टाइगर हत्याकांड के विरोध में सदन के भीतर भी सवाल उठाया था. लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पर खूब सवाल उठे थे. 27 मार्च को पूरा झारखंड बंद का आह्वान किया गया था.

झारखंड में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर को मिलेगी नई गति, मंत्री सुदिव्य कुमार ने रांची स्थित कई खेल परिसरों का किया निरीक्षण

झारखंड राज्य के खेलकूद , युवा कार्य, कला-संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार ने गुरुवार को रांची स्थित खेल इंफ्रास्ट्रक्चर और खिलाड़ियों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी लेने हेतु विभिन्न खेल परिसरों का दौरा किया।

मंत्री सुदिव्य कुमार ने मोरहाबादी स्थित बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम का निरीक्षण कर आगामी सैफ एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 की तैयारियों की समीक्षा की और निर्देश दिया कि आयोजन से पूर्व स्टेडियम की सभी आधारभूत संरचनाओं एवं सुविधाओं को सुदृढ़ किया जाए।

उन्होंने खेल विभाग को रांची जिला प्रशासन से फुटबॉल ग्राउंड का हैंडओवर शीघ्र प्राप्त कर कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन जी के नेतृत्व वाली अबुआ सरकार झारखंड में खेलों को नई ऊंचाई देने और खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण एवं संसाधन उपलब्ध कराने के लिए संकल्पबद्ध है। हमारा प्रयास है कि राज्य के प्रतिभावान खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर गौरवशाली प्रदर्शन करें और झारखंड और देश का नाम रोशन करें।

उन्होंने मोरहाबादी इंडोर बैडमिंटन स्टेडियम का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन द्वारा पूर्व में दिए गए निर्देशों को प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र पूर्ण किया जाए।

उन्होंने खेल विभाग द्वारा संचालित हाई परफॉर्मेंस सेंटर का भी निरीक्षण किया, जहाँ उन्होंने फिटनेस उपकरणों एवं अन्य तकनीकी संसाधनों का अवलोकन किया तथा खिलाड़ियों से संवाद कर उनकी आवश्यकताओं की जानकारी ली।

इसके अतिरिक्त, माननीय मंत्री ने खेलगांव परिसर में स्थित एथलेटिक्स स्टेडियम, इंडोर स्टेडियम और बैडमिंटन स्टेडियम का निरीक्षण किया और Jharkhand State Sports Promotion Society (JSSPS) के अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने JSSPS द्वारा प्रस्तुत प्रेजेंटेशन के माध्यम से संस्था की कार्ययोजना की समीक्षा की।

मंत्री सुदिव्य कुमार ने निर्देश दिया कि खेलगांव परिसरों के जीर्णोद्धार और खिलाड़ियों के प्रशिक्षण एवं विकास से संबंधित सभी कार्यों को तेजी से पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि खेलगांव को इस रूप में विकसित किया जाए कि यह भविष्य में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के आयोजन हेतु पूरी तरह सक्षम हो।

इस दौरान संबंधित विभाग के कई पदाधिकारीगण मौजूद थे ।

झारखंड में सबसे लंबे समय तक सीएम बने रहने का रिकॉर्ड बना हेमंत सोरेन के नाम, राजनीतिक पार्टियों ने क्या कहा जाने

रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बतौर मुख्यमंत्री चार बार झारखंड की सत्ता का बागडोर संभाल चुके। अब हेमंत सोरेन राज्य में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभालने वाले नेता भी बन गए हैं। आपको बता दें कि हेमंत सोरेन के पिता शिबू सोरेन भी झारखंड में तीन बार सीएम रह चुके हैं। लेकिन वह लंबे कार्यकाल तक कभी भी सीएम नहीं बन सके। अभी तक झारखंड में सबसे ज्यादा दिनों का सीएम रहने का रिकॉर्ड बीजेपी के अर्जुन मुंडा के नाम था। अर्जुन मुंडा झारखंड में 5 साल 307 दिन तक सीएम रहे हैं। हेमंत सोरेन अभी तक 5 साल 396 दिन तक सीएम रह कर सबसे ज्यादा दिनों का सीएम रहने का रिकॉर्ड बनाया।

10 अगस्त 1975 को जन्मे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को राजनीति विरासत में मिली है। हेमंत सोरेन पहली बार 13 जुलाई 2013 को झामुमो, कांग्रेस और राजद के समर्थन से झारखंड के मुख्यमंत्री बने थे, उनका पहला कार्यकाल 28 दिसंबर 2014 तक चला था। अर्जुन मुंडा के नेतृत्व में बनी सरकार में उपमुख्यमंत्री की भूमिका भी निभाई थी। दूसरी बार हेमंत सोरेन ने 29 दिसंबर 2019 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनका कार्यकाल 31 जनवरी 2024 तक रहा क्योंकि ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। करीब 06 महीने जेल में रहने के बाद जब हेमंत सोरेन झारखंड हाईकोर्ट से जमानत पाकर दोबारा जेल से बाहर आए तो उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन से इस्तीफा दिलवाकर 04 जुलाई को फिर से मुख्यमंत्री पद की कमान संभाल ली। कार्यकाल पूरा हुआ, विधानसभा चुनाव आया और महागठबंधन की जीत हुई जिसके बाद 28 नवंबर 2024 को हेमंत सोरेन ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनका यह कार्यकाल अभी भी जारी है।

झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि झारखंड में अब तक किसी का कार्यकाल याद रखने लायक नहीं है। लेकिन हेमंत सोरेन चौथी बार मुख्यमंत्री हैं और उनके सभी कार्यकाल सफल रहे हैं, जनता के लोकप्रिय नेता है। वही भाजपा प्रवक्ता अजय शाह ने तंज कसते कहा कि बिल्कुल उनके कार्यकाल को याद किया जाएगा, पिछले पांच साल में भ्रष्टाचार चरम पर है, कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गया है।

रिपोर्टर जयंत कुमार