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मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेश के पहले सेमीकंडक्टर यूनिट का किया भूमिपूजन

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज नवा रायपुर में देश की प्रसिद्ध सेमीकंडक्टर निर्माता कंपनी पोलीमैटेक इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड के प्लांट की आधारशिला रखी। यह कंपनी सेमीकंडक्टर चिप बनाने वाली अग्रणी कंपनियों में से एक है, जो छत्तीसगढ़ में 1,143 करोड़ रुपये की लागत से एक बड़ा कारखाना स्थापित करेगी। डेढ़ लाख वर्ग फीट में बनने वाला यह प्लांट वर्ष 2030 तक 10 अरब चिप्स तैयार करेगा, जिनका उपयोग टेलीकॉम, 6जी/7जी, लैपटॉप और पावर इलेक्ट्रॉनिक्स में किया जाएगा। इस प्लांट की स्थापना से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने संबोधन में कहा कि यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है कि छत्तीसगढ़ में पहले सेमीकंडक्टर संयंत्र की स्थापना का भूमिपूजन हुआ है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति में सेमीकंडक्टर उद्योग को विशेष प्रोत्साहन दिए गए हैं, जिससे निश्चित रूप से कंपनी को यहां निवेश में सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा कि विश्व के जो भी देश विकसित हुए हैं, उन्होंने तकनीक के क्षेत्र में मेहनत की है, अनुसंधान किया है और ऐसा वातावरण बनाया है जिससे तेज़ी से तकनीकी प्रगति संभव हो पाई। अब 6जी और 7जी तकनीक भी आ रही है और मुझे खुशी है कि इनके लिए आवश्यक चिप्स हमारे देश में ही तैयार होंगे, और नवा रायपुर, अटल नगर में हमारे इंजीनियर इन्हें बनाएंगे।

मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले वर्ष दिसंबर में दिल्ली में आयोजित एक इंवेस्टर्स कनेक्ट प्रोग्राम में राज्य के अधिकारियों की मुलाकात पोलीमैटेक के प्रबंधन से हुई थी और उसी समय कंपनी ने छत्तीसगढ़ में निवेश की इच्छा जताई थी।

उन्होंने कहा कि बहुत कम समय में उद्योग विभाग और एनआरडीए ने कंपनी के लिए नवा रायपुर के सेक्टर-5 में डेढ़ लाख वर्ग फीट भूमि उपलब्ध कराई। एनआरडीए ने 45 दिनों में टेंडर प्रक्रिया पूरी कर भूमि आबंटित की और 25 दिनों से कम समय में लीज डीड पंजीकरण का कार्य भी संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहल विकसित भारत के सपने को साकार करने हेतु विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण की दिशा में अत्यंत कारगर साबित होगी। उन्होंने कहा कि नवा रायपुर निश्चित ही छत्तीसगढ़ की सिलिकॉन वैली के रूप में उभरेगा, और इसकी शुरुआत आज के भूमिपूजन से हो चुकी है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने इस संयंत्र में कार्य करने वाले युवाओं को नियुक्ति पत्र भी अपने हाथों से प्रदान किए।

भूमिपूजन अवसर पर पोलीमैटेक कंपनी के एमडी ईश्वर राव ने मुख्यमंत्री श्री साय को राज्य सरकार की तत्परता और सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने छत्तीसगढ़ में पॉवर मॉड्यूल फेब्रिकेशन प्लांट स्थापित करने के लिए 10,000 करोड़ रुपये के निवेश का भी प्रस्ताव दिया। इस संयंत्र के माध्यम से ट्रांजिस्टर, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के क्षेत्र में नई ऊँचाई प्राप्त होगी। इससे राज्य में 5,000 से अधिक युवाओं को रोजगार मिलेगा।

इस अवसर पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन, आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओ. पी. चौधरी, विधायक गुरु खुशवंत साहेब, सीएसआईडीसी के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद, उद्योग विभाग के सचिव रजत कुमार, एनआरडीए के सीईओ सौरभ कुमार, सीएसआईडीसी के एमडी विश्वेश कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और पोलीमैटेक कंपनी के कर्मचारी उपस्थित थे।

पीएम ऋण योजना के नाम पर किसान से 4.5 लाख की ठगी, लोन दिलाने का झांसा देकर लूटा, आरोपी फरार

बिलासपुर- छत्तीसगढ़ के न्यायधानी बिलासपुर में प्रधानमंत्री ऋण योजना के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. जहां ठग ने किसान को 6 लाख लोन का झांसा देकर दस्तावेज और ब्लैंक चेक जमा कराया गया. और फिर चेक से 4.5 लाख रुपए उड़ाकर फरार हो गया. मामला सिरगिट्टी थाना क्षेत्र का है.

पैसे ट्रांसफर होने के मैसेज ने पीड़ित किसान के होश उड़ा दिए, जिसकी शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की. किसान अमित कुमार सिरगिट्टी क्षेत्र के ग्राम सारधा में रहने वाला निर्णेजक किसान है. उसकी पहचान गांव के नजदीक रहने वाले मनोहर रात्रे से हुई. मनोहर का गांव में अक्सर आना-जाना लगा रहता था. 1 अप्रैल को आरोपी मनोहर ने किसान अमित को प्रधानमंत्री ऋण योजना के तहत 6 लाख रुपए के लोन दिलाने की बात कही. इस बहाने उसने अमित से उसका आधार, पैन कार्ड, राशन कार्ड, पासबुक की फोटो कॉपी और ब्लैंक चेक ले गया।

पैसे ट्रांसफर के मैसेज से उड़े होशअमित लोन मिलने का इंतजार कर रहा था. लेकिन 4 अप्रैल को आरोपी मनोहर ने किसान के बैंक में चेक लगाकर 4.50 लाख रुपए अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए. जब बैंक खाते से लाखों रुपए दूसरे खाते में ट्रांसफर होने का मैसेज आया तो किसान अमित के होश उड़ गए. इसके बाद से उसने मनोहर को कॉल किया, तो उसका फोन बंद आ रहा है. फिलहाल पुलिस आरोपी मनोहर की तलाश में जुटी है.

छत्तीसगढ़ निगम मंडल कर्मचारी महासंघ का पुर्नगठन, डीएल चौधरी बने प्रदेश अध्यक्ष, धर्मेंद्र सेंगर महासचिव

रायपुर- छत्तीसगढ़ निगम मंडल कर्मचारी महासंघ की बैठक देवेंद्र नगर स्थित कार्यालय में हुई, जिसमें छत्तीसगढ़ के सभी 33 निगम मंडल के पदाधिकारी उपस्थित रहे। बैठक की अध्यक्षता एचपी साहू ने की। बैठक में महासंघ अध्यक्ष संजय सक्सेना का कार्यकाल पूरा होने पर सर्वसम्मति से डीएल चौधरी, स्टेट सिविल सप्लाइज कारपोरेशन को महासंघ का नया अध्यक्ष चुना गया।

धर्मेंद्र सिंह सेंगर रायपुर विकास प्राधिकरण को महासंघ के महासचिव चुने गए। संजय सक्सेना को महासंघ संयोजक एवं भरतपुरी गोस्वामी को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया। बैठक में सभी निगम मंडल के कर्मचारियों की समस्या पर विस्तृत चर्चा की गई. साथ ही शासन से अपनी मांग रखने की रणनीति बनाए जाने पर विचार विमर्श किया गया।

घर पर अकेली नाबालिग से दुष्कर्म, 3 दिन तक जान से मारने की धमकी देकर करता रहा दरिंदगी की हदें पार, आरोपी गिरफ्तार

बिलासपुर- नाबालिग से दुष्कर्म कर जान से मारने की धमकी देने वाले आरोपी हार्दिक खान को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. यह घटना 7 से 9 अप्रैल के बीच सिरगिट्टी थाना क्षेत्र में उस वक्त हुई, जब पीड़िता अपनी नानी के घर पर अकेली थी. आरोपी जान से मारने की धमकी देकर लगातार तीन दिन तक शोषण करते रहा. नाबालिग की मां की शिकायत के बाद आरोपी को तोरवा से दबोचा गया.

जानकारी के मुताबिक, 14 साल की नाबालिग बचपन से बिलासपुर में अपनी नानी के घर रहकर पढ़ाई कर रही है. उसकी नानी रेलवे में काम करती है. तोरवा बूटापारा निवासी हार्दिक खान रेलवे विभाग के एक अधिकारी का गाड़ी चलाता है. इस कारण नाबालिग की नानी से हार्दिक की पहचान थी और उसका घर पर आना जाना भी लगा रहता था. इस बीच उसकी लड़की से पहचान हो गई. इधर परीक्षा समाप्त होने के बाद नाबालिग घर से 4 अप्रैल को नानी घर वापस लौटी. इसके तीन दिन बाद 7 अप्रैल को हार्दिक खान घर आया तो देखा की नाबालिग के अलावा यहां कोई नहीं है.

डराकर 3 दिन तक किया रेप

घर में नाबालिग को अकेला पाकर आरोपी ने उसके साथ दुष्कर्म किया. यह बात किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी देकर आरोपी ने 8 और 9 अप्रैल को भी दुष्कर्म करते रहा. घटना से सहम उठी नाबालिग ने घटना के बारे में किसी को नहीं बताया. अगले दिन मां के नानी घर आने पर पीड़िता ने घटना की जानकारी दी. तत्काल पीड़िता की मां ने थाने पहुंचकर सिरगिट्टी थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई.

पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तोरवा बूटापारा में दबिश देकर ड्रावइर हार्दिक खान को गिरफ्तार किया. आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा 64, 2, 351, 4, 6 और पाक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है.

हिंसा छोड़ने वालों को मिलेगा सम्मानजनक जीवन : नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने साय सरकार की अच्छी पहल

रायपुर- अब वक्त है हथियार छोड़कर कलम, खेती और अपने रुचि के रोजगार व्यवसाय का प्रशिक्षण प्राप्त कर आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनने का। छत्तीसगढ़ सरकार हर कदम पर साथ देने को तैयार है। आत्म समर्पण करने वाले नक्सलियों के लिए यह व्यवस्था छत्तीसगढ़ सरकार ने अपनी नई नक्सलवादी आत्मसमर्पण नीति 2025 में की है। यह नई नीति राज्य से नक्सलवाद की समस्या को जड़ से खत्म करने और भटके हुए युवाओं को समाज की मुख्यधारा में वापस लाने के लिए की गई है, ताकि वह समाज में सम्मान पूर्वक जीवन व्यतीत कर सके। वास्तव में नक्सलियों के पुनर्वास के लिए बनाई गई नई नीति में आत्मसमर्पण करने वालों के लिए अच्छे प्रावधान किए गए हैं।

मुख्यमंत्री विष्णु देव की सरकार द्वारा लागू की गई छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण, पीड़ित राहत एवं पुनर्वास नीति 2025 न सिर्फ आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सुरक्षा देती है, बल्कि उन्हें पुनर्वास, रोजगार, और सम्मानजनक जीवन की गारंटी भी देती है। इस नीति के जरिए राज्य सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि हिंसा के रास्ते पर चल रहे युवाओं के लिए अब समाज की मुख्य धारा में लौटने का दरवाजा पूरी तरह खुला है और वह भी सम्मान और भरोसे के साथ। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने खुद आह्वान किया है कि जो भी युवा हिंसा का रास्ता छोड़कर विकास और शांति की राह पर लौटना चाहते हैं, राज्य सरकार उनका पूरा सहयोग करेगी।


तीन साल तक हर महीने 10,000 रुपए का मिलेगा मानदेय

नई नीति के तहत आत्मसमर्पण करने वालों को ट्रांजिट कैंप या पुनर्वास केंद्र में रखा जाएगा, जहां उन्हें उनकी रुचि के अनुसार किसी न किसी हुनर में प्रशिक्षित किया जाएगा। इतना ही नहीं, तीन साल तक हर महीने 10,000 रुपये मानदेय भी दिया जाएगा। आवास के लिए शहरी इलाके में प्लाट, ग्रामीण क्षेत्र में कृषि भूमि, स्वरोजगार और व्यवसाय से जुड़ने की योजनाएं भी उनके लिए उपलब्ध रहेंगी। सबसे खास बात यह है कि आत्मसमर्पण के बाद पुनर्वास की पूरी प्रक्रिया 120 दिनों के भीतर पूरी की जाएगी, ताकि वे जल्द से जल्द समाज की मुख्यधारा में लौट सकें।

अन्य राज्यों में सक्रिय नक्सलियों के लिए भी एक सुनहरा अवसर

यह नीति न केवल छत्तीसगढ़ में सक्रिय नक्सलियों पर लागू होगी, बल्कि अन्य राज्यों में सक्रिय नक्सलियों के लिए भी एक सुनहरा अवसर प्रदान करेगी, बशर्ते वे तय प्रक्रिया के तहत प्रमाणन और अनापत्ति प्राप्त करें। सरकार की यह पहल एक तरफ जहां राज्य में स्थायी शांति बहाल करने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकती है, वहीं दूसरी ओर यह संदेश भी देती है कि हिंसा से कुछ हासिल नहीं होता, भविष्य निर्माण का रास्ता अब विकास, शिक्षा और सम्मानजनक जीवन से होकर गुजरता है।राज्य और जिला स्तर पर गठित समितियों द्वारा आत्मसमर्पण के प्रत्येक प्रकरण की नियमित समीक्षा की जाएगी, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि लाभार्थी वास्तव में समाज में सकारात्मक भूमिका निभा रहा है।

नशे में धुत पुलिस आरक्षक ने नर्स से की बदतमीजी, FIR के बाद हुआ सस्पेंड

बालोद-  आमतौर पर पुलिस विभाग को अनुशासन और कानून व्यवस्था का प्रतीक माना जाता है, लेकिन जब कानून के रक्षक ही उसका उल्लंघन करने लगें, तो यह न केवल विभाग की छवि को ठेस पहुंचाता है बल्कि आम जनता के बीच गलत संदेश भी जाता है. ऐसा ही एक शर्मनाक मामला बालोद जिले से सामने आया है, जहां एक पुलिस आरक्षक ने शराब के नशे में अस्पताल में ड्यूटी कर रही एक नर्स के साथ बदसलूकी की.

मामला जिला अस्पताल का है, जहां ड्यूटी पर तैनात एक नर्स के साथ आरक्षक महेश्वर मटियारा ने शराब के नशे में गाली-गलौज और दुर्व्यवहार किया. नशे में धुत आरक्षक ने नर्स अशोभनीय व्यवहार किया. इस दौरान वहां के अन्य स्टॉफ द्वारा पुलिस आरक्षक को ऐसा करने से मना किया तो वह हंगामा करने लगा. जिसके बाद आरक्षक के खिलाफ कोतवाली थाना में एफआईआर दर्ज किया गया. मामले में पुलिस ने विभागीय कार्रवाई करते हुए उसे सस्पेंड कर दिया है.

श्री नामदेव समाज की बैठक : सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने की बनी रूपरेखा, महापौर मीनल चौबे ने समाज को भवन दिलाने का दिया आश्वासन

रायपुर-   भगवान महावीर जयंती के अवसर पर राजधानी रायपुर में श्री नामदेव समाज की प्रांतीय कार्यकारणी एवं प्रदेशभर से पधारे वरिष्ठ समाजसेवकों की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य एजेंडा समाज को गतिशीलता, संवाद और एकजुटता के साथ समाज को विकसित करने, कुरीतियों को समाप्त करने एवं शासन और प्रशासन के स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए व्यापक अभियान चलाने एक प्रांत के सभी 33 जिलों में जिला स्तरीय समितियों के गठन की रूपरेखा तैयार की गई।

इस अवसर पर प्रथम सत्र में मुख्य अतिथि के तौर पर महापौर मीनल चौबे का अभिनंदन समाज की प्रदेश महिला अध्यक्ष सुषमा शंकरलाल एवं जिला महिला अध्यक्ष लता नामदेव ने किया। अभिनंदन पत्र का वाचन जिला अध्यक्ष नारायण प्रसाद नामदेव ने किया। स्मृतिचिन्ह कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं संरक्षक योगाचार्य के एल नामदेव ने भेंट किया। इस अवसर पर विशेष प्रतीक चिन्ह श्यामली नितिन नामदेव (चाणक्य लॉ एकेडमी) ने भेंट कर विधि क्षेत्र में अपनी सेवाओं के लिए सदैव महापौर के लिए उपलब्ध रहने की बात कही। समाज के जिला सचिव महेंद्र नामदेव जिला युवा अध्यक्ष अविनाश नामदेव एवं मीडिया जगत में उभरते होनहार नितिन नामदेव ने भी महापौर का स्वागत पुष्प गुच्छ से किया।

इस अवसर पर विशेष अतिथि के तौर पर वरिष्ठ भाजपा नेता, छत्तीसगढ़ नव युवक संघ के अध्यक्ष, श्री दत्तात्रेय मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष हरिवल्लभ अग्रवाल, लगातार निर्वाचित हो रही यशस्वी पार्षद एवं एम आई सी सदस्य सरिता दुबे की गरिमामई उपस्थिति रही। विशेष अतिथियों का स्वागत अनिल बरोलिया, अनिल वर्मा, प्रफुल्ल नामदेव, अतुल वर्मा, श्रीचेतन नामदेव ने किया।

अपने संबोधन में महापौर और विशेष अतिथियों ने समाज के पास भूमि एवं भवन की अनुपलब्धता पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए अपने इसी कार्यकाल में भूमि और भवन समाज को उपलब्ध हो, इसके लिए कोशिश करने की बात कही। साथ ही हरिवल्लभ अग्रवाल ने घोषणा की कि दत्तात्रेय मंदिर के पुनर्निमाण के समय मंदिर परिसर में संत शिरोमणी नामदेव जी महाराज की मूर्ति स्थापित की जाएगी। समाज के वरिष्ठ समाज सेवी इंजी एपी नामदेव, पीसी नामदेव, किशोर वर्मा के साथ मनीष नामदेव, संध्या नामदेव का सम्मान उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए किया गया। इस कार्यक्रम में जिला रायपुर सहित बिलासपुर से ज्वाला प्रसाद नामदेव, कमल वर्मा, संजू वर्मा, जिला अध्यक्ष राजेंद्र श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।

सुकमा-कोंटा के बाद अब दोरनापाल में ACB-EOW की कार्रवाई, वन विभाग के कर्मचारी के घर पर मारा छापा

सुकमा- छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता बोनस घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार मामले में ACB-EOW की छापेमार कार्रवाई लगातार दूसरे दि जारी है. सुकमा और कोंटा के बाद आज दोरनापाल में वन विभाग के एक कर्मचारी के घर पर एसीबी और ईओडब्ल्यू की टीम ने रेड की है. टीम सुबह से ही कर्मचारी के घर पर मौजूद है और जांच जारी है.

गुरुवार को इनके घर पर पड़ा था छापा 

  • सीपीआई नेता मनीष कुंजाम
  • कोंटा प्रबंधक मो. शरीफ़ खान,
  • पालाचलमा प्रबंधक सीएच वेंकट,
  • फूलबगड़ी प्रबंधक राजशेखर पुराणिक,
  • जगरगुंडा प्रबंधक रवि गुप्ता,
  • मिशिगुडा प्रबंधक राजेश आयतु,
  • एर्राबोर प्रबंधक मितेंद्र सिंह राजू,
  • पेदाबोडकेल प्रबंधक सुनील
  • जग्गावरम प्रबंधक मनोज कवासी 

बता दें कि तेंदूपत्ता बोनस घोटाले में पहले डीएफओ अशोक पटेल को निलंबित किया गया था. इसके बाद कुछ दिन पहले रायगढ़, जगदलपुर, दंतेवाड़ा और बीजापुर में भी इसी मामले में कार्रवाई हुई थी. टीम मामले की जांच कर रही है.

अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश : छतीसगढ़ और उत्तराखंड के नौ साइबर ठग गिरफ्तार, 23 खातों से करीब डेढ़ करोड़ जब्त

रायपुर-  दुबई से संचालित होने वाले साइबर ठगी के बड़े गिरोह का भंडाफोड़ राउरकेला पुलिस ने किया है. यह गिरोह हर दिन 50 से 60 लाख रुपये की ठगी फर्जी ‘ट्रेड नाऊ’ एप के जरिये कर रहा था. सिविल टाउन व बसंती के दो अपार्टमेंट में मंगलवार को हुई छापेमारी में अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश हुआ. मामले में छतीसगढ़ व उत्तराखंड के नौ साइबर ठगों को गिरफ्तार किया गया है. इनके 23 खातों से करीब डेढ़ करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं और 176 खाते की जांच चल रही है. बुधवार की दोपहर राउरकेला पुलिस मुख्यालय में डीआईजी बृजेश कुमार राय ने प्रेस वार्ता में इसका खुलासा किया. मौके पर एसपी नितेश वाधवानी और एसडीपीओ अंबित मोहंती भी उपस्थित थे.

डीआईजी ने बताया कि एसपी नितेश वाधवानी को गुप्त सूचना मिली थी कि शहर के फ्लैट में कुछ गैंग मोबाइल एप के माध्यम से लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं. एसपी ने तुरंत एक टीम गठित की. टीम ने जब सिविल टाउनशिप और बसंती कॉलोनी के फ्लैट में मंगलवार को छापेमारी की तो पता लगा कि यहां बहुत बड़ा साइबर फ्रॉड को अंजाम दिया जा रहा है. पुलिस ने सभी को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ शुरू की. उनके पास से काफी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक सामग्री समेत दस्तावेज जब्त किए गए. राउरकेला पुलिस ने छापेमारी कर छतीसगढ़ और उत्तराखंड के नौ साइबर ठग को गिरफ्तार किया.

डीआईजी ने बताया कि पुलिस ने सिविल टाउनशिप के एक अपार्टमेंट में छापा मारा और दो संदिग्धों को हिरासत में लिया. इसके बाद बसंती कॉलोनी में छापेमारी की गई, जहां पांच और लोगों को पकड़ा गया. टीम ने नकली सिम कार्ड, 31 मोबाइल फोन, 5 लैपटॉप, 68 सिम और कई अन्य डिजिटल और वित्तीय साधनों सहित कई आपत्तिजनक सामान जब्त किए. पूछताछ में आरोपियों ने ‘ट्रेड नाउ’ नामक एक नकली निवेश एप के माध्यम से ठगी करने का खुलासा किया. ठगों ने उच्च रिटर्न का वादा किया था. गिरोह के सदस्य प्रतिदिन 50 लाख रुपए से अधिक का लेनदेन करते थे. बाद में उनके खुलासे के आधार पर रायपुर छत्तीसगढ़ से दो और संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया. ठग गिरोह के मास्टरमाइंड के रूप में रायपुर निवासी 26 वर्षीय किशन अग्रवाल की पहचान की गई है, जो वर्तमान में दुबई (यूएई) में रह रहा है. उस पर भारत समेत अन्य देशों में इसी तरह के धोखाधड़ी वाले ऑपरेशन चलाने का आरोप है. जांचकर्ताओं के अनुसार, दक्षिण और पश्चिम एशियाई देशों में फैले अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध सिंडिकेट का हिस्सा बनकर हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से बड़ी राशि की ठगी की गई है.

ये हैं गिरफ्तार आरोपी

किशन अग्रवाल (26)- रायपुर (छत्तीसगढ़), कुणाल अग्रवाल (25) रायपुर, अर्जुन सिंह (27) रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड), गिरधारी सिंह उर्फ राम (24) जसपुर (छत्तीसगढ़), अजय कुमार (25) कोरबा (छत्तीसगढ़), संदीप कुमार सोनी (28) बलौदा बाजार (छत्तीसगढ़), सौमेंद्र सिंह राजपूत (27) जांजगीर/चांपा (छत्तीसगढ़), अभिजीत भारद्वाज (27)- रायगढ़ (छत्तीसगढ़), दिनेश कुमार साहू (25) जांजगीर चांपा (छत्तीसगढ़)

आरोपियों से जब्त सामान

लैपटॉप- 5, मोबाइल फोन- 31, सिम कार्ड- 68, जियो फाइबर राउटर्स- 2, पहचान पत्र- 20, एटीएम/डेबिट कार्ड- 19, बैंक पासबुक/चेक बुक- 4, पेन ड्राइव- 2, कैश गिनने की मशीन- 1, कार- 1, स्कूटी- 1

सरपंच के खिलाफ खोला मोर्चा: राजधानी में पेड़ों की अवैध कटाई का अनोखा विरोध, कॉलोनीवासियों ने कैंडल मार्च निकालकर पेड़ों को दी श्रद्धांजलि

रायपुर- रायपुर में अवैध रूप से पेड़ों की कटाई का अनोखा विरोध कॉलोनीवासियों द्वारा किया गया है. कॉलोनी में 200 से अधिक पेड़ों की कटाई के विरोध में आज 50 से अधिक लोग एकजुट होकर कैंडल मार्च निकाला और काटे गए पेड़ों को श्रद्धांजलि देकर अपना विरोध प्रकट किया.

दरअसल, मामला छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के दोंदेखुर्द हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी का है, जहां नव-निर्वाचित सरपंच पर स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया है कि कॉलोनी में अवैध रूप से पेड़ों की कटाई कराई जा रही है. स्थानीय लोगों ने बातचीत में बताया कि कई सालों से वे पेड़ों की देखभाल करते आए हैं. इनसे क्षेत्र का भूजल स्तर बना रहता है, साथ ही प्रकृति की खूबसूरती भी बनी रहती है. लेकिन विगत कुछ दिनों से लगातार कटाई कर पेड़ों का सफाया किया जा रहा था.

सृष्टि सेवा संकल्प स्वयंसेवी संस्थान ने पेड़ों की कटाई रोकने के लिए कलेक्टर को पत्र लिखा. अपने पत्र में संस्थान ने लिखा है कि दोंदेखुर्द के सरपंच का लकड़ियों का काम है, कटाई के बाद तत्काल सभी पेड़ों को गाड़ियों में कॉलोनी से शिफ्ट कर दिया गया. ऐसे में व्यापारिक उद्देश्य से पेड़ों की कटाई की गई है. संस्थापक नीमा गुप्ता ने बताया कि पहले वन विभाग को जानकारी दी गई थी. उड़नदस्ता द्वारा मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया गया, लेकिन राजस्व के क्षेत्र में आने का हवाला देकर प्रशासन का रुख करने कहा गया. पत्र लिखने के बाद जब तक प्रशासन की ओर से संज्ञान लिया गया, तब तक कई पेड़ काटे जा चुके थे.

पेड़ काटने वाले की हो जांच

स्थानीय लोगों ने यह मांग की है कि पेड़ों की कटाई कराने वाले की सख्ती से जांच होनी चाहिए, ताकि आगे फिर ऐसी परिस्थिति निर्मित न हो और पर्यावरण को भी हानि न पहुंचे.