बिहार में तेज आंधी के साथ हुई मूसलधार बारिश और वज्रपात से भारी तबाही, 58 लोगों की गई जान
डेस्क : प्रदेश में बीते गुरुवार को 24 जिलों में तेज आंधी के साथ हुई मूसलधार बारिश और वज्रपात ने भारी तबाही मचाई। इससे कुल 58 लोगों की जान गई। वज्रपात से 15 जिलों में 23 लोगों की मौत हुई, जबकि इस दौरान कई जिलों में आंधी में पेड़ गिरने से 35 लोगों की जान चली गई। इस दौरान 40 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। जगह-जगह पेड़ और बिजली के पोल गिरने से आपूर्ति चरमरा गई।
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अलग-अलग जिलों से मिली रिपोर्ट के मुताबिक, बारिश से गेहूं, मसूर, प्याज और मक्का की फसलों को करीब 30 फीसदी तक नुकसान पहुंचा है। आम के टिकोले और लीची के मंजर तेज हवा में गिर गए। आंधी का असर बिजली आपूर्ति, रेल परिचालन और पटना में विमानों की आवाजाही पर भी पड़ा। भोजपुर और बक्सर में यूपी को जोड़ने वाले गंगा पर बने दो पीपा पुल टूटकर गंगा में बह गए। इससे आवागमन पूरी तरह बंद हो गया।
मौसम विभाग के मुताबिक, पटना के अलावा नालंदा, सुपौल, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, मधेपुरा, अररिया, पूर्णिया और किशनगंज में भारी बारिश हुई। सुपौल के त्रिवेणीगंज में सर्वाधिक 116.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। पटना में 42.6 मिमी बारिश से निचले इलाकों की सड़कों पर पानी भर गया। बिजली के पोल और पेड़ गिरने से दर्जनों फीडर ब्रेकडाउन कर गए। आरा जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर तीन के तार पर पेड़ की टहनी गिरने से उपकरण में खराबी आ गई। इससे दानापुर-आरा के बीच डेढ़ घंटे तक ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा।
मौसम विभाग के अनुसार बिहार में 12 अप्रैल तक बारिश, मेघगर्जन व वज्रपात के साथ ही तेज हवा चलने का पूर्वानुमान है। शुक्रवार को राज्य के कई इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने और तेज रफ्तार के साथ हवा चलने की आशंका है। इस दौरान हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे के बीच रह सकती है।
Apr 11 2025, 09:44