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गोंडा में डीएम नेहा शर्मा की डिजिटल मॉनिटरिंग का असर, ग्राम पंचायत खैरा की लापरवाही पर त्वरित कार्रवाई

गोंडा। जिले में सफाई व्यवस्था और विकास कार्यों की जमीनी हकीकत जानने के लिए शुरू की गई डिजिटल मॉनिटरिंग व्यवस्था असर दिखाने लगी है। इसी क्रम में आज जिलाधिकारी नेहा शर्मा की सख्त कार्यवाही सामने आई है।

विकासखंड पंडरी कृपाल के ग्राम पंचायत खैरा में सफाई व्यवस्था, आरआरसी सेंटर के संचालन और सार्वजनिक स्थलों की अव्यवस्था डिजिटल मॉनिटरिंग के माध्यम से सामने आई। मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने आज सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) को मौके पर भेजकर जांच कराई।

जांच में सामने आया कि गांव में बने आरआरसी सेंटर का संचालन महीनों से नहीं हो रहा था। वहीं पोखरे के किनारे, रामलीला मैदान और अन्य स्थानों पर गंदगी फैली थी।

डीएम ने जांच के बाद संबंधित ग्राम पंचायत सचिव से स्पष्टीकरण तलब किया है और एडीओ पंचायत से जवाब मांगा है। मौके पर पहुंची टीम ने आज ही सफाई कराई और गंदगी हटवाई।

आरआरसी सेंटर एक सप्ताह के भीतर शुरू करने और सार्वजनिक शौचालय की मरम्मत कर जल्द संचालित कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।

डीएम ने कहा कि डिजिटल मॉनिटरिंग के जरिए गांव-गांव की निगरानी की जा रही है। कहीं भी लापरवाही मिली तो जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

थाना को0 नगर पुलिस ने डीजल चोर को किया गिरफ्तार, कब्जे से 40 ली0 डीजल व 01 अल्टोकार बरामद

गोण्डा। पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत जायसवाल द्वारा अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार रावत के पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी नगर आनन्द कुमार राय के नेतृत्व में को0 नगर पुलिस द्वारा डीजल चोर- सूरज प्रकाश पुत्र रामफेर नि0 जगदीशपुर थाना को0 नगर जनपद गोण्डा को डीजल डिपो के पास से गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 40 ली0 डीजल व 01 अल्टोकार बरामद किया गया।

घटना का संक्षिप्त विवरण-07.04.2025 को थाना को0 नगर के उ0नि0 रजनीश द्विवेदी मय हमराह फोर्स के साथ शांति व्यवस्था हेतु रात्रिगश्त में रवाना थे कि सूचना पर डीजल डिपों के पास से डीजल चोर सूरज प्रकाश पुत्र रामफेर को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 40 ली0 डीजल व 01 अल्टोकार बरामद किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध थाना को0 नगर में गिरफ्तारी व बरामदगी के आधार पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की गयी।

पूछताछ का विवरण-*

गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ के दौरान ज्ञात हुआ कि वह डीजल डिपों के आसपास जो गाड़िया डीजल-पेट्रोल लेने आती है उन गाड़ियों से रात्रि में चुपचाप 10-05 ली0 डीजल-पेट्रोल चोरी कर लेता है तथा चोरी से प्राप्त डीजल-पेट्रोल को सस्तें दामों में गांव के लोगो को बेच देता है।

फर्जी वसीयतों से नामांतरण कराने की दो शिकायतों पर मंडलायुक्त ने दिए जांच के आदेश

देवीपाटनमण्डल गोण्डा। तहसील करनैलगंज के ग्राम लोहसा और अशोकपुर से जुड़ी भूमि पर कथित फर्जी वसीयतों के आधार पर नामांतरण कराए जाने की दो अलग-अलग शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए देवीपाटन मंडल के मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने जांच के आदेश दिए हैं। शिकायतों में आरोप है कि राजस्व कर्मियों की मिलीभगत से असली बैनामेदारों को बिना सूचना दिए, पुरानी फर्जी वसीयतों के आधार पर भूमियों का नामांतरण विपक्षियों के नाम करा दिया गया।

एक मामले में सतीश चंद्र मिश्रा निवासी लोहसा ने बताया कि उनकी खरीदी गई भूमि का नामांतरण विपक्षी ने फर्जी वसीयत के आधार पर करवा लिया, जिसे बाद में तहसीलदार ने स्थगित कर दिया। दूसरे मामले में दुःखहरन नाथ ने भी इसी तरह फर्जी वसीयत के आधार पर अपनी खरीदी गई भूमि पर विपक्षी द्वारा अवैध कब्जे का प्रयास करने और नामांतरण कराने का आरोप लगाया है। दोनों मामलों में राजस्व अभिलेखों में की गई कथित हेराफेरी और राजस्व अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठाते हुए मंडलायुक्त को शिकायतें दी गई थीं, जिनके आधार पर अपर आयुक्त (प्रशासन) को जांच कर शीघ्र रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है।

*तकनीकी जांच के लिए दो सदस्यीय समिति का गठन, 7 दिन में मांगी रिपोर्ट*

गोण्डा। मनरेगा कार्यों में अनियमितता की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बड़ी कार्रवाई की है। ब्लॉक मुजेहना की ग्राम पंचायत मूसापुर में पक्की सड़क से मनोरमा नदी तक कराए जा रहे मिट्टी पटाई कार्य में गड़बड़ी पाए जाने पर जिलाधिकारी ने जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

जांच रिपोर्ट में पाया गया कि कार्य एवं मापी में भारी अंतर है। फोटो अपलोडिंग में भी अनियमितता मिली है। इस मामले में जिलाधिकारी ने ब्लॉक के संबंधित एपीओ (अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी) के खिलाफ लिखित चेतावनी जारी करने के निर्देश दिए हैं।

इसके अलावा जिलाधिकारी ने रोजगार सेवकों के कार्यों की निगरानी और गाइडलाइंस के कड़ाई से अनुपालन के लिए जिला मनरेगा समन्वयक को सख्त निर्देश दिए हैं।

गड़बड़ी की गहराई से जांच के लिए जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने दो सदस्यीय तकनीकी टीम का गठन किया है। इस टीम में उपायुक्त उद्योग गोंडा और अधिशासी अभियंता नलकूप खंड गोंडा को शामिल किया गया है। जिलाधिकारी ने समिति को 7 दिन के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं।

यह मामला विकासखंड मुजेहना की ग्राम पंचायत मूसापुर का है, जहां मनरेगा योजना के तहत पक्की सड़क से मनोरमा नदी तक मिट्टी पटाई का कार्य कराया जा रहा था। जांच में खुलासा हुआ कि कार्य स्थल पर तकनीकी खामियों का सहारा लेकर फर्जी हाजिरी बनाई गई और एक ही व्यक्ति की फोटो को अलग-अलग स्थानों पर अपलोड कर उपस्थिति दर्शाई गई।

जिलाधिकारी के निर्देश पर उपायुक्त श्रम-रोजगार, महात्मा गांधी नरेगा योजना कार्यालय ने स्थलीय निरीक्षण कर अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की।

जिलाधिकारी की इस सख्ती से मनरेगा कार्यों में पारदर्शिता और जिम्मेदारी तय करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। साथ ही प्रशासन की सख्त निगरानी से मनरेगा कार्यों में गड़बड़ी करने वालों पर लगाम कसने की तैयारी है।

ग्राम पंचायत स्तर पर लापरवाही पर डीएम नेहा शर्मा की सख्ती

गोंडा। जिले की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने विकासखंड बेलसर के ग्राम ऐली परसौली में स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाए गए रिसोर्स रिकवरी सेंटर (RRC) की अनदेखी और बदहाली को लेकर सख्त रुख अपनाया है।

निरीक्षण के दौरान डीएम ने पाया कि लाखों की लागत से बना RRC केंद्र पूरी तरह से बंद पड़ा था। वहां झाड़ियां उग आई थीं, शेड क्षतिग्रस्त था और केंद्र निष्प्रयोज्य स्थिति में था।

इस लापरवाही पर डीएम ने तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी शिशिर सिंह और वर्तमान ग्राम पंचायत अधिकारी अंकित कुमार की परिनिन्दा करते हुए उन्हें भविष्य में लापरवाही न करने की सख्त चेतावनी दी।

अब फिर से चालू हुआ केंद्र खंड विकास अधिकारी बेलसर की रिपोर्ट के अनुसार RRC केंद्र की सफाई और मरम्मत कराकर उसे फिर से चालू कर दिया गया है।

लापरवाही नहीं चलेगी : डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए कि गांवों में बनाए गए सभी RRC केंद्रों का नियमित रखरखाव सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता और कचरा प्रबंधन से जुड़ी योजनाओं की अनदेखी अब किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

तीन दिन में मांगी रिपोर्ट डीएम ने खंड विकास अधिकारी को आदेश दिया है कि संबंधित कर्मचारियों को आदेश की प्रति उपलब्ध कराते हुए तीन दिन में तामीला रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

यह कार्रवाई गांवों में विकास कार्यों की निगरानी और सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन की दिशा में सख्त संदेश मानी जा रही है। डीएम की सख्ती अन्य अफसरों और कर्मचारियों के लिए भी चेतावनी है कि लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी जाएगी।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा की सख्ती, मनरेगा में अनियमितता पर दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश

गोण्डा। मनरेगा कार्यों में अनियमितता की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बड़ी कार्रवाई की है। ब्लॉक मुजेहना की ग्राम पंचायत मूसापुर में पक्की सड़क से मनोरमा नदी तक कराए जा रहे मिट्टी पटाई कार्य में गड़बड़ी पाए जाने पर जिलाधिकारी ने जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

जांच रिपोर्ट में पाया गया कि कार्य एवं मापी में भारी अंतर है। फोटो अपलोडिंग में भी अनियमितता मिली है। इस मामले में जिलाधिकारी ने ब्लॉक के संबंधित एपीओ (अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी) के खिलाफ लिखित चेतावनी जारी करने के निर्देश दिए हैं।

इसके अलावा जिलाधिकारी ने रोजगार सेवकों के कार्यों की निगरानी और गाइडलाइंस के कड़ाई से अनुपालन के लिए जिला मनरेगा समन्वयक को सख्त निर्देश दिए हैं।

गड़बड़ी की गहराई से जांच के लिए जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने दो सदस्यीय तकनीकी टीम का गठन किया है। इस टीम में उपायुक्त उद्योग गोंडा और अधिशासी अभियंता नलकूप खंड गोंडा को शामिल किया गया है। जिलाधिकारी ने समिति को 7 दिन के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं।

यह मामला विकासखंड मुजेहना की ग्राम पंचायत मूसापुर का है, जहां मनरेगा योजना के तहत पक्की सड़क से मनोरमा नदी तक मिट्टी पटाई का कार्य कराया जा रहा था। जांच में खुलासा हुआ कि कार्य स्थल पर तकनीकी खामियों का सहारा लेकर फर्जी हाजिरी बनाई गई और एक ही व्यक्ति की फोटो को अलग-अलग स्थानों पर अपलोड कर उपस्थिति दर्शाई गई।

जिलाधिकारी के निर्देश पर उपायुक्त श्रम-रोजगार, महात्मा गांधी नरेगा योजना कार्यालय ने स्थलीय निरीक्षण कर अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की।

जिलाधिकारी की इस सख्ती से मनरेगा कार्यों में पारदर्शिता और जिम्मेदारी तय करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। साथ ही प्रशासन की सख्त निगरानी से मनरेगा कार्यों में गड़बड़ी करने वालों पर लगाम कसने की तैयारी है।

डीएम व सीडीओ ने शपथ दिलाकर पोषण पखवाड़े का किया भव्य शुभारंभ

गोण्डा। मंगलवार को जिलाधिकारी नेहा शर्मा तथा मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन ने संयुक्त रूप से कलेक्ट्रेट परिसर में सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को शपथ दिलाकर पोषण पखवाड़ा का शुभारंभ किया।

भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के निर्देशानुसार आज से देशभर में सातवां पोषण पखवाड़ा प्रारंभ हो गया। इसी क्रम में जनपद गोण्डा में भी इस अभियान का भव्य शुभारंभ किया गया।

इस अवसर पर इस वर्ष पोषण पखवाड़े की मुख्य थीम चार बिंदुओं पर केंद्रित है। जो जीवन के प्रथम 1000 दिन – गर्भावस्था से लेकर शिशु के जन्म के दो वर्षों तक विशेष देखभाल। लाभार्थी मॉड्यूल का लोकप्रियकरण – लाभार्थियों को बेहतर जानकारी व सेवाएं। कुपोषण प्रबंधन मॉड्यूल का क्रियान्वयन – समुचित पोषण और स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता। बच्चों में मोटापा रोकथाम हेतु स्वस्थ जीवनशैली – खानपान व जीवनचर्या में सुधार।

जिलाधिकारी ने बताया कि बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां इस पखवाड़े में समुदाय को जागरूक करने के लिए बच्चों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करेंगी तथा पोषण से जुड़ी संदर्भ सेवाएं प्रदान करेंगी।

इस अभियान का उद्देश्य मातृ एवं शिशु पोषण को सशक्त बनाना, कुपोषण को जड़ से समाप्त करना और समुदाय को पोषण के प्रति जागरूक करना है। पखवाड़े के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों और जनजागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन आगामी 22 अप्रैल तक किया जाएगा।

इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार मौर्य, सीडीपीओ अभिषेक कुमार दूबे सहित सभी संबंधित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

डीएम व सीडीओ ने शपथ दिलाकर पोषण पखवाड़े का किया भव्य शुभारंभ

गोण्डा। मंगलवार को जिलाधिकारी नेहा शर्मा तथा मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन ने संयुक्त रूप से कलेक्ट्रेट परिसर में सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को शपथ दिलाकर पोषण पखवाड़ा का शुभारंभ किया।

भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के निर्देशानुसार आज से देशभर में सातवां पोषण पखवाड़ा प्रारंभ हो गया। इसी क्रम में जनपद गोण्डा में भी इस अभियान का भव्य शुभारंभ किया गया।

इस अवसर पर इस वर्ष पोषण पखवाड़े की मुख्य थीम चार बिंदुओं पर केंद्रित है। जो जीवन के प्रथम 1000 दिन – गर्भावस्था से लेकर शिशु के जन्म के दो वर्षों तक विशेष देखभाल। लाभार्थी मॉड्यूल का लोकप्रियकरण – लाभार्थियों को बेहतर जानकारी व सेवाएं। कुपोषण प्रबंधन मॉड्यूल का क्रियान्वयन – समुचित पोषण और स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता। बच्चों में मोटापा रोकथाम हेतु स्वस्थ जीवनशैली – खानपान व जीवनचर्या में सुधार।

जिलाधिकारी ने बताया कि बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां इस पखवाड़े में समुदाय को जागरूक करने के लिए बच्चों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करेंगी तथा पोषण से जुड़ी संदर्भ सेवाएं प्रदान करेंगी।

इस अभियान का उद्देश्य मातृ एवं शिशु पोषण को सशक्त बनाना, कुपोषण को जड़ से समाप्त करना और समुदाय को पोषण के प्रति जागरूक करना है। पखवाड़े के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों और जनजागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन आगामी 22 अप्रैल तक किया जाएगा।

इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार मौर्य, सीडीपीओ अभिषेक कुमार दूबे सहित सभी संबंधित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

गोंडा : डिजिटल मॉनिटरिंग में खुली ग्रामसभा खैरा की पोल, डीएम नेहा शर्मा ने सचिव व एडीओ पंचायत से मांगा जवाब

गोंडा। जिला प्रशासन द्वारा गांवों की साफ-सफाई, सार्वजनिक सुविधाओं और विकास कार्यों की निगरानी के लिए शुरू की गई डिजिटल मॉनिटरिंग व्यवस्था ने ग्रामसभा खैरा (विकासखंड पंडरी कृपाल) की लापरवाही को उजागर कर दिया है।

डिजिटल मॉनिटरिंग के दौरान सामने आया कि ग्रामसभा खैरा में बनाए गए Resource Recovery Centre (RRC) में दो-तीन माह से कूड़ा नहीं डाला गया है। वहीं गांव के रामलीला मैदान, पोखरे के किनारे और अन्य जगहों पर खुले में कूड़ा फेंका जा रहा है।

डिजिटल मॉनिटरिंग रिपोर्ट पर तत्काल संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने ग्राम पंचायत सचिव के विरुद्ध कार्रवाई और एडीओ पंचायत (पंडरी कृपाल) से स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए हैं।

सिर्फ सफाई ही नहीं, बल्कि पोखरे के सुंदरीकरण कार्य में भी अनियमितता पाई गई है। बिना सरिया लगाए पावा (बाउंड्री) बनाई गई थी, जो कुछ ही दिनों में गिर गई। साथ ही सार्वजनिक शौचालय में अनियमितता सामने आई।

डीएम ने इस पूरे प्रकरण की डिजिटल ट्रैकिंग कराते हुए संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही आज आयोजित होने वाली डिजिटल मॉनिटरिंग की बैठक में इस मामले को प्राथमिकता से रखने के निर्देश दिए गए हैं।

डीएम ने कहा कि डिजिटल मॉनिटरिंग के माध्यम से अब गांवों की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। लापरवाही पाए जाने पर जिम्मेदारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई तय है।

ऑपरेशन कन्विक्शन’ के तहत प्रभावी पैरवी से हत्यभियुक्त को हुई आजीवन सश्रम कारावास व रुपए 1,00,000/- के अर्थदण्ड की सजा-

गोण्डा।थाना खोड़ारे क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम जगन्नाथपुर स्थित पंपापुर जंगल के पास एक अधजली महिला का शव प्राप्त हुआ था। सूचना पर उच्चाधिकारीगणों द्वारा डॉग स्क्वायड एवं फॉरेसिंक टीम के साथ घटना स्थल की जांच की गयी थी। मृतका की पुत्री ज्योति पुत्री हरिप्रसाद नि0 सेसुई इटवा सिद्धार्थनगर की तहरीर पर थाना खोड़ारे में सम्बन्धित धाराओं में अभियोग पंजीकृत हुआ था। थाना खोड़ारे पुलिस द्वारा पतारसी-सुरागरसी कर घटना कारित करने के आरोपी अभियुक्त भगवानदीन को दिनांक 03.10.2023 को चन्द्रदीप घाट पुल के पास से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

पूछताछ के दौरान ज्ञात हुआ था कि गिरफ्तार अभियुक्त झाड़-फूंक का काम किया करता था। झांड़-फूंक के बहाने अक्सर अभियुक्त मृतका के घर आया जाया करता था। फरवरी 2023 में मृतका अभियुक्त भगवानदीन के साथ अपना घर छोड़कर चली आयी थी और उसी के साथ रहती थी। अभियुक्त भगवानदीन मृतका से गलत काम करवाना चाहता था महिला के मना करने से भगवानदीन छुब्ध हो गया था और इसी बात के चलते भगवानदीन द्वारा सुनियोजित तरीके से महिला को पंपापुर जंगल के पास ले जाकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी थी तथा शव की शिनाख्त न हो इस कारण महिला को जला दिया था। थाना स्थानीय पर तत्कालीन विवेचक निरीक्षक अरविन्द कुमार कोरी द्वारा साक्ष्य संकलन व विवेचनात्मक कार्यवाही के उपरान्त अभियुक्त के विरूद्ध आरोप पत्र माननीय न्यायालय प्रेषित किया गया।

दोषसिद्धि का विवरण

पुलिस अधीक्षक गोण्डा के निर्देशन में ऑपरेशन कन्विक्शन के तहत चिन्हित अपराधों में दोषी अभियुक्तों के विरुद्ध न्यायालय द्वारा अधिकतम/त्वरित दंडात्मक कार्यवाही हेतु जनपदीय पुलिस द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है जिसके क्रम मे उक्त अभियोग मे न्यायालय/पीठासीन अधिकारी राजेश कुमार तृतीय, मॉनिटरिंग सेल, अभियोजक श्री विनय कुमार सिंह, कोर्ट मोहर्रिर व थाना खोड़ारे के पैरोकार की प्रभावी पैरवी के फलस्वरुप आज दिनांक 07.04.2025 को दोषी अभियुक्त भगवानदीन को आजीवन सश्रम कारावास व 1,00,000/- रु0 के अर्थदण्ड से दण्डित किया गया