*जिला अस्पताल में पाइपलाइन बिछाकर छोड़ा, बजट के अभाव में रूका फायर हाइड्रेंट सिस्टम लगाने का काम*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही- गर्मी शुरू होते ही आग लगने की घटनाएं बढ़ गई हैं। इसके बावजूद अस्पताल प्रशासन सजग नहीं है। भदोही के महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में फायर हाइड्रेंट सिस्टम लगाने का कार्य बजट के अभाव में छह महीने से ठप है। अस्पताल में एक साल पहले करीब दो करोड़ की लागत से फायर हाइड्रेंट सिस्टम लगाने का कार्य शुरू हुआ था। पिछले साल देश के कई अस्पतालों में आग लगने की घटनाएं हुईं। इसके बाद महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय ज्ञानपुर और महाराजा बलवंत सिंह अस्पताल भदोही में एक साथ आग से बचाव के लिए फायर हाइड्रेंट सिस्टम लगाने का कार्य शुरू हुआ। ज्ञानपुर जिला अस्पताल परिसर में फायर हाइडेंट सिस्टम की पाइनलाइन बिछा दी गई है। अभी तक करीब 50 फीसदी कार्य पुरा हुआ है। छह महीने से काम ठप है।
अस्पताल के ओपीडी, इमरजेंसी, लेबर रूम, लैब, ओटी, पुरानी बिल्डिंग, ब्लड, राष्ट्रीय पोषण पुनर्वास केंद्र आदि के पास पाइप लाइन बिछ़ाई गई है। अस्पताल में रोजाना औसतन 800 से 900 की ओपीडी होती है। इसके अलावा 50 की इमरजेंसी होती है। एक्सरे, लैब मिलाकर कुल यहां रोजाना पांच हजार मरीज, तीमारदार आते हैं।
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. अजय तिवारी ने बताया कि जिला अस्पताल के मुख्य गेट के पास ही एक लाख लीटर की क्षमता का पानी के टैंक का निर्माण कराया जाएगा। पाइप में सेंसर डाला जाएगा। कनेक्शन, अग्निशमन के उपकरण समेत विभिन्न कार्य कराएं जाएंगे।
सेंसर डालने का मुख्य कारण है कि किसी भवन में धुंआ उठते ही अलार्म बजने लगेगी। जिससे कर्मचारी त्वरित आग को बुझा सकेंगे।
बताया कि फायर हाइड्रेंट सिस्टम कार्य इन दिनों बंद है। दूसरी किस्त अभी जारी नहीं हुई है। पैसा मिलने पर काम शुरू करा दिया जाएगा। बजट का इंतजार है।
Apr 08 2025, 17:24