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मुख्यमंत्री विष्णु देव साय क्रेडा के नवनियुक्त अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी के पदभार ग्रहण समारोह में हुए शामिल

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) के नवनियुक्त अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी के पदभार ग्रहण एवं अभिनंदन समारोह में शामिल हुए।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने श्री सवन्नी को नई जिम्मेदारी के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ के समग्र विकास में क्रेडा की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने विश्वास जताया कि श्री सवन्नी के नेतृत्व में राज्य में स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा और यह क्षेत्र नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है और आने वाले समय में यह सेक्टर रोजगार, पर्यावरण और आर्थिक सशक्तिकरण का बड़ा आधार बनेगा। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सौर ऊर्जा और अन्य वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

पदभार ग्रहण के उपरांत भूपेंद्र सवन्नी ने मुख्यमंत्री सहित सभी विशिष्ट अतिथियों और आमंत्रितजनों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे इस दायित्व को पूर्ण निष्ठा, समर्पण और पारदर्शिता के साथ निभाएंगे। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य छत्तीसगढ़ को अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाना है।

इस अवसर पर छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, विधायकगण मोतीलाल साहू, अनुज शर्मा, संपत अग्रवाल, धरमलाल कौशिक, पवन साय, ऊर्जा विभाग के सचिव डॉ. रोहित यादव, क्रेडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश राणा, तथा अन्य निगम-मंडलों के नवनियुक्त अध्यक्षगण और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

बीजेपी स्थापना दिवस : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कार्यकर्ताओं को दी शुभकामनाएं

रायपुर- भारतीय जनता पार्टी की स्थापना आज ही के दिन 1980 में हुई थी. इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने तमाम कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं दी है. 

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर किए अपने पोस्ट में लिखा है कि लक्ष्य अंत्योदय, प्रण अंत्योदय और पथ अंत्योदय के संकल्पों को सिद्धि तक पहुंचाने वाले, विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस पर आप सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं.

उन्होंने आगे लिखा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज विकास के सूरज से पूरा देश आलोकित हो रहा है. विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के रूप में भारत माता का वैभव सर्वोच्च शिखर पर आरूढ़ हो रहा है.


मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को रामनवमी की दी शुभकामनाएँ

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने समस्त प्रदेशवासियों को रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ दी हैं। इस पावन अवसर पर उन्होंने सभी नागरिकों के जीवन में सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना करते हुए कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का जीवन आदर्श, साहस और धर्म के पथ पर चलने की प्रेरणा देता है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि भगवान श्रीराम का ननिहाल होने का गौरव छत्तीसगढ़ की धरती को प्राप्त है। वनवास काल के दौरान श्रीराम ने अपने जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष यहीं व्यतीत किए। छत्तीसगढ़ का कण-कण प्रभु श्रीराम की स्मृतियों से ओत-प्रोत है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वे रामनवमी के अवसर पर भगवान श्रीराम के आदर्शों को जीवन में अपनाएँ और एक समरस, समृद्ध तथा संस्कारित समाज के निर्माण में अपना योगदान दें।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज रायपुर, छत्तीसगढ़ में वामपंथी उग्रवाद की स्थिति पर विभागीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की

रायपुर- केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में वामपंथी उग्रवाद की स्थिति पर विभागीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।

बैठक में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, आसूचना ब्यूरो (IB) के निदेशक, केन्द्रीय गृह मंत्रालय में विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा), केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), सीमा सुरक्षा बल (BSF) और भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP) के महानिदेशक, छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।

बैठक को संबोधित करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार नक्सलवाद के समूल नाश में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि 31 मार्च से पहले ही छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में नक्सलवाद एक इतिहास बन जाएगा।

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नक्सलवाद के कारण कई पीढ़ियाँ बर्बाद हो गई हैं। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद फिर से जड़ न जमा पाए इसलिए इसका समूल नाश आवश्यक है। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि नक्सलियों के खिलाफ जारी लड़ाई को स्केटर्ड नहीं होने देना है। उन्होंने कहा कि एक राज्य से दूसरे राज्य में भाग रहे नक्सलियों को पकड़ने के लिए राज्य पुलिस और केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियाँ में समन्वय और बेहतर होना चाहिए।

अमित शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में विकास और सुरक्षा दोनों ही मोर्चों पर प्रगति संतोषजनक हुई है। उन्होंने छत्तीसगढ़ प्रशासन से नक्सल प्रभावित इलाकों में सरकारी योजनाएं जन-जन तक पहुंचाने के लिए बनाई गई ‘नियद नेल्लानार’ को सुरक्षा बलों के शिविरों के 5 किलोमीटर के दायरे से बढ़ाकर 10 किलोमीटर करने को कहा। श्री शाह ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की जनता को विकास के समान अवसर मिले। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नक्सल विरोधी अभियान का मोमेंटम किसी भी सूरत में कम नहीं होना चाहिए।

लाल आतंक के अंत में सुरक्षा बलों की भूमिका सराहनीय - केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह

रायपुर-   केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दंतेवाड़ा में सुरक्षा बल के जवानों से मुलाकात कर उनका उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि बस्तर अब लाल आतंक से बाहर निकलकर उन्नति की ओर अग्रसर है। यह बदलाव हमारे वीर जवानों की बहादुरी और सतत प्रयासों का परिणाम है।डीआरजी, कोबरा बटालियन, छत्तीसगढ़ पुलिस और पैरा मिलिटरी फोर्सेस की इसमें उल्लेखनीय भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि अंदरूनी क्षेत्रों में सुरक्षा कैम्पों की स्थापना से अनेक गाँव नक्सल मुक्त हो रहे हैं।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नक्सली हिंसा में घायल होने वाले जवानों के बेहतर इलाज के लिए रायपुर और जगदलपुर में विशेष अस्पतालों की स्थापना की भी घोषणा की। इस दौरान उन्होंने जवानों से आत्मीय बातचीत में कहा कि सरकार हर परिस्थिति में आपके साथ खड़ी है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बस्तर पण्डूम जैसे सांस्कृतिक आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि यह मंच बस्तर की कला, संस्कृति, खानपान, वेशभूषा, आभूषण, नृत्य-संगीत को देश-विदेश तक पहुँचाने का माध्यम बना है।

भय से विश्वास की ओर बढ़ता बस्तर – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि बस्तर पण्डुम जैसे सांस्कृतिक आयोजन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की उपस्थिति हमारे लिए सौभाग्य की बात है। हर बार उनके आगमन से प्रदेश के वीर जवानों का हौसला बढ़ता है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह संवाद बस्तर के उस परिवर्तन का प्रतीक है जो भय से विश्वास, आतंक से विकास की ओर बढ़ रहा है। केंद्रीय नेतृत्व और जवानों के साहस ने मिलकर बस्तर को एक नई दिशा दी है। उन्होंने जवानों को सफल नक्सल ऑपरेशनों के लिए बधाई दी और उनके योगदान को नमन किया।

उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि बस्तर की शांति के लिए हमारे सुरक्षा बल के जवान पूरी निष्ठा से कार्य कर रहे हैं। बस्तर को नक्सल मुक्त करना केंद्र और राज्य सरकार की प्राथमिकता है। हम सब मिलकर इस संकल्प को पूर्ण करेंगे।

अतिक्रमण पर चला प्रशासन का बुलडोजर, हाईकोर्ट के आदेश पर हटाए गए 26 अवैध कब्जे

बिलासपुर-  हाईकोर्ट में दायर जनहित याचिका के पालन में जिला प्रशासन ने शनिवार को रायपुर रोड स्थित पेंड्रीडीह बायपास क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्रवाई की. कलेक्टर बिलासपुर के निर्देश पर नायब तहसीलदार बोदरी की टीम ने पुलिस बल के साथ सुबह 10 बजे से कार्रवाई शुरू की और क्षेत्र में किए गए कुल 26 अतिक्रमणों को हटाया गया.

कार्रवाई के दौरान पाया गया कि कई लोगों ने सड़क मद और घास भूमि पर बेज़ा कब्जा कर दुकान, मकान और ठेला लगा लिए थे. इन्हें हाई कोर्ट के आदेश के तहत हटाया गया. अतिक्रमण हटाने वालों में पुरुषोत्तम, सुधाराम, महेश साहू, कृष्ण कुमार, सुल्तान, रामप्यारी, मिलउराम, हसन अंसारी, कन्हैयालाल, मनीष गढ़वाल, रामप्रसाद, दसरू पाल, राहुल नाग, संजू सिंह, तितरा, राजू, अशोक श्रीवास, प्रताप, कुंज बिहारी, नरेंद्र कुमार, धनीराम साहू, दुकालू और प्रेम साहू सहित अन्य शामिल हैं.

यह कार्रवाई उच्च न्यायालय बिलासपुर में दायर जनहित याचिका क्रमांक 58/2019 संजय रजक बनाम छत्तीसगढ़ शासन व अन्य में पारित आदेश के पालन में की गई. अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया में राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, एनएचएआई और स्थानीय पंचायत की टीम भी मौजूद रही.

ACB की बड़ी कार्रवाई, रिश्वत लेते ASI रंगे हाथ गिरफ्तार

कोरबा- एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) बिलासपुर की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. ACB ने सहायक उपनिरीक्षक (ASI) मनोज मिश्रा को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. यह मामला हरदीबाजार थाना क्षेत्र का है.

जानकारी के अनुसार, एसीबी से रिश्वतखोरी की यह लिखित शिकायत कोरबा जिले के केसला निवासी पंचराम चौहान ने की थी. शिकायतकर्ता के मुताबिक, कुछ दिन पहले हरदीबाजार थाना में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक (ASI) मनोज मिश्रा उसके केसला गांव स्थित घर पर आया था और बोला कि तुम्हारी बोलेरो गाड़ी से डीजल चोरी का कार्य होता है. गाड़ी को थाने ले चलो जिस पर वह गाड़ी को लेकर थाने के लिए निकला था. तभी रास्ते में ASI ने वाहन को कार्रवाई से बचाने के बदले 50 हजार रुपये की मांग की.

शिकायत की जांच के बाद एसीबी ने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया और आज 10 हजार रुपये की पहली किस्त लेते ही एएसआई मनोज मिश्रा को रंगे हाथों पकड़ लिया. ASI के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत कार्रवाई की गई है.

बता दें कि प्रदेश में पिछले 7 महीनों में पुलिसकर्मियों के खिलाफ यह छठी ट्रैप कार्रवाई है. कोरबा में हुई यह कार्रवाई दिनभर चर्चा का विषय बनी रही.

बस्तर अब बंदूक नहीं, विकास की आवाज से जाना जायेगा - केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह

रायपुर-   केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में बस्तर पंडुम कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि महाराजा प्रवीर चंद्र भंजदेव ने जनजातियों के जल, जंगल, जमीन और संस्कृति के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। उन्होंने कहा कि यहां एक प्रजावत्सल राजा के रूप में उनकी लोकप्रियता तत्कालीन सरकार को सहन नहीं हुई और साज़िश के तहत उनकी हत्या कर दी गई थी। श्री शाह ने कहा कि आज जब पूरा बस्तर लाल आतंक से मुक्त होने की कगार पर है और विकास के रास्ते पर चल चुका है, तब प्रवीर चंद्र की आत्मा जहां भी होगी बस्तरवासियों को अपना आशीर्वाद दे रही होगी।

अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अगले साल से बस्तर पंडुम के दौरान देश के हर आदिवासी ज़िले से कलाकारों को इसमें शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बस्तर पंडुम को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की ख्याति दिलाने के लिए सभी देशों के राजदूतों को बस्तर का भ्रमण करवाकर यहां की परंपरा, संस्कृति और कला को पूरे विश्व तक पहुंचाने का काम मोदी सरकार कर रही है। श्री शाह ने कहा कि 1885 ग्राम पंचायतों, 12 नगर पंचायतों, 8 नगर परिषदों, एक नगरपालिका और 32 जनपदों के 47 हज़ार कलाकारों ने इस उत्सव में भाग लिया है। ज़िला प्रशासन और संस्कृति विभाग ने बस्तर पंडुम के लिए 5 करोड़ रूपए का आवंटन किया है। उन्होंने कहा कि यह पंडुम स्थानीय और पारंपरिक कला, संस्कृति, शिल्पकला, तीज-त्यौहार, खानपान, बोली, भाषा, रीति रिवाज़, वेशभूषा, आभूषण, पारंपरिक गीत-संगीत और व्यंजन को मूल रूप में संवर्धित और संरक्षित करने का काम करेगा।

गृह मंत्री ने कहा कि हम चाहते हैं हमारे बस्तर का युवा सबसे आधुनिक शिक्षा प्राप्त करे, विश्व के युवाओं के साथ हर मंच पर प्रतिस्पर्धा करे और दुनियाभर की समृद्धि प्राप्त करे लेकिन अपनी संस्कृति, भाषा, परंपराओं को कभी न भूले। उन्होंने कहा कि बस्तर की संस्कृति, बोलियां, वाद्य यंत्र और भोजन सिर्फ छत्तीसगढ़ नहीं बल्कि पूरे भारत की संस्कृति का गहना हैं और हमें इसे संजोकर रखना है। श्री शाह ने कहा कि सात श्रेणियों में मनाए जा रहे बस्तर पंडुम उत्सव को अगले वर्ष 12 श्रेणियों में मनाया जाएगा और देशभर के आदिवासी इसमें शामिल होंगे। गृह मंत्री ने कहा कि भारत की ताकत अनेकता में एकता, अनेक प्रकार की संस्कृतियों, कलाओं, परंपराओं, भाषाओं, बोलियों और व्यंजनों का समागम है। उन्होने कहा कि हम दुनिया के साथ हर स्पर्धा में खड़े रहेंगे लेकिन हमारी संस्कृति और अन्य धरोहर को संरक्षित भी करेंगे और बस्तर पंडुम इसकी शुरूआत है।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि वह जमाना गया जब यहां पर गोलियां चलती थी और बम धमाके होते थे। उन्होंने सभी नक्सलसियों से अपील करते हुए कहा कि वे हथियार डालकर मुख्यधारा में आ जाएं क्योंकि बस्तर विकास चाहता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बस्तर को सब कुछ देना चाहते हैं, लेकिन यह तभी संभव है जब बस्तर में शांति हो। यहां के बच्चे स्कूल जाएं, माताओं के स्वास्थ्य की चिंता हो, आदिवासी और युवा कुपोषण से पीड़ित न हों, बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था हो, हर गांव में दवाखाना हो और तहसील में अस्पताल हो, तभी विकास संभव है। उन्होंने कहा कि यह सब तभी हो सकता है जब बस्तर के लोग तय करें कि वे हर गांव को नक्सलवाद मुक्त बनाएंगे। श्री शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने घोषणा की है जो गांव सभी नक्सलियों से सरेंडर कराएगा उस गांव को नक्सलवाद मुक्त घोषित कर एक करोड़ रूपए की विकास राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कोई किसी को मारना नहीं चाहता, इसीलिए नक्सलियों को हिंसा छोड़कर मेनस्ट्रीम में आना चाहिए और उनका संरक्षण भारत सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार करेगी। गृह मंत्री ने कहा कि नक्सली हथियार लेकर पूरे बस्तर का विकास नहीं रोक सकते।

अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वोकल फॉर लोकल का नारा दिया है और हर जिले के एक विशिष्ट उत्पाद को जीआई टैग से जोड़कर देशभर के बाजारों में उसकी मार्केटिंग की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि इतिहास केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं है, बल्कि हमारे आदिवासी जननायकों को पूरे देश में सम्मान और श्रद्धा प्राप्त होनी चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने बस्तर के नायक वीर गुंडाधूर जैसे स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस और 150वीं जयंती वर्ष को जनजातीय गौरव वर्ष मनाने का काम किया है।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने 75 साल तक गरीबी हटाओ का नारा तो दिया पर गरीबों के विकास के नाम पर कुछ नहीं किया। प्रधानमंत्री मोदी जी ने देश के करोड़ों गरीबों के लिए पिछले 10 साल में 4 करोड़ से अधिक घर बनाए, 11 करोड़ गैस कनेक्शन दिए, 12 करोड़ शौचालय बनाए, 15 करोड़ घरों में नल से जल पहुंचाया, 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दिया और 70 करोड़ लोगों को 5 लाख रूपए तक का मुफ्त इलाज दिया है।

अमित शाह ने कहा जो लोग यह समझ गये हैं कि विकास के लिए हाथ में बंदूक नहीं, कंप्यूटर चाहिए, IED और हथगोला नहीं बल्कि कलम चाहिए, उन सबने सरेंडर कर दिया है। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद को समाप्त करने कि दिशा में इस साल अब तक 521 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है जबकि 2024 में कुल 881 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। श्री शाह ने विश्वास व्यक्त किया कि जो नक्सली हथियार छोड़ेंगे वे मुख्यधारा में शामिल होकर आगे बढ़ सकेंगे, लेकिन जो हथियार उठाकर हिंसा के रास्ते पर चलेंगे उनके साथ सुरक्षाबल सख्ती से निपटेंगे। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार, मार्च, 2026 तक पूरे देश को नक्सलवाद से मुक्त कराने के प्रति कटिबद्ध है।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि बस्तर अब भय नहीं बल्कि भविष्य का पर्याय बन चुका है। पहले नक्सलियों के आतंक के कारण राजनेताओं को रैली और सभा करने से रोक लिया जाता था, लेकिन वक्त बदल चुका है। आज वे 50,000 आदिवासी भाई बहनों के सामने रामनवमी, अष्टमी और बस्तर पंडुम महोत्सव मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां कभी गोलियों की गूंज थी, वहां अब मशीनों की आवाज आती है, जहां गांव वीरान थे, अब वहां स्कूलों की घंटियां बजती हैं, जहां पहले सड़क एक स्वप्न होती थी, वहां राजमार्ग बन रहे हैं और जहां बच्चा स्कूल जाने से डरता था आज वहां का बच्चा कंप्यूटर के माध्यम से पूरे विश्व के साथ संपर्क स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा कि बस्तर का विकास इसीलिए हो रहा है क्योंकि अब नक्सलवाद के साथ कोई नहीं जुड़ता।

अमित शाह ने कहा कि विकास, विश्वास और विजय की लौ के साथ अब बस्तर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हर गांव की सभा बुलाकर नक्सलियों को सरेंडर करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए और विकास के रास्ते को खोलने में मदद की जानी चाहिए। श्री शाह ने कहा कि विकास तब होगा जब सुकमा से कोई सब-इन्सपेक्टर बने, बस्तर से बैरिस्टर, दंतेवाड़ा से डॉक्टर और कांकेर से कलेक्टर बने, ऐसे ही बस्तर का विकास और निर्माण हमें करना है। उन्होंने कहा कि सभी को विकास के सपनों को सच करने के लिए निष्ठापूर्वक और निर्भीक होकर प्रयास करना चाहिए क्योंकि मोदी जी के शासन में किसी को डरने की ज़रूरत नहीं है।

बस्तर के लोग अब विकास की ओर: नक्सलवाद के खात्मे के साथ लौटेंगे बस्तर के सुनहरे दिन - मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि बस्तर अब बदल रहा है, और यह बदलाव स्थायी होगा। उन्होंने विश्वास जताया कि बस्तर के लोग अब नक्सलवाद से मुक्ति चाहते हैं और विकास की मुख्यधारा से जुड़कर आगे बढ़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बस्तर पंडुम और बस्तर ओलंपिक जैसे आयोजन इस जनभावना के प्रतीक हैं।

नक्सलवाद के विरुद्ध निर्णायक लड़ाई: केंद्र और राज्य की प्रतिबद्धता

मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद को समाप्त करने का संकल्प लिया है। छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बल के जवानों की मजबूत कार्रवाई के कारण निरंतर सफलता मिल रही है। मुख्यमंत्री श्री साय ने आशा जताई कि मां दंतेश्वरी की कृपा से यह संकल्प अवश्य पूरा होगा।

बस्तर: प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक विरासत का संगम

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बस्तर एक प्राकृतिक स्वर्ग है – यहां अनेक जलप्रपात और अबूझमाड़ के घने जंगल हैं। यहां फिर से देश-दुनिया के पर्यटक आएँगे और बस्तर को उसका गौरवमय स्थान मिलेगा। बस्तर पंडुम में 47 हजार कलाकारों और बस्तर ओलंपिक में 1.65 लाख युवाओं की भागीदारी इस परिवर्तन की सबसे बड़ी गवाही है।'एक भारत श्रेष्ठ भारत' का प्रतीक बना बस्तर पंडुम

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बस्तर पंडुम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के सपने को साकार किया है। इस आयोजन में ओड़िशा, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश जैसे 6 पड़ोसी राज्यों के 47 हजार कलाकारों ने भाग लिया। इस उत्सव में आदिवासी संस्कृति, वेशभूषा, खानपान और परंपराओं का जीवंत प्रदर्शन हुआ।

डबल इंजन सरकार की योजनाएँ बदल रही हैं ज़िंदगी

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पिछले 15 महीनों से राज्य में डबल इंजन की सरकार है। प्रधानमंत्री आवास योजना, किसानों से जुड़ी योजनाएँ, और 70 लाख माताओं और बहनों को हर महीने 1000 रुपए देने वाली महतारी वंदन योजना जैसी योजनाओं के माध्यम से मोदी की गारंटी को पूरा किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री जनमन योजना से आदिवासी समुदायों को नया जीवन

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई पीएम जनमन योजना के माध्यम से अबुझमाड़िया, कोरवा, बिरहोर, पंडो जैसी विशेष पिछड़ी जनजातियों तक सड़क, बिजली, पानी और अन्य सुविधाएं पहुँचाई जा रही हैं।धरती आबा ग्राम उत्कर्ष योजना: 80,000 करोड़ की ऐतिहासिक पहल

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि धरती आबा ग्राम उत्कर्ष योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के 6,500 जनजातीय गांवों में सर्वांगीण विकास होगा। यह योजना ग्रामीण समृद्धि और सामाजिक न्याय की दिशा में बड़ा कदम है।

नियद नेल्लानार योजना: सुरक्षा से सेवा तक का सफर

मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि 100 से अधिक गांवों में सुरक्षा कैंप खोले जा चुके हैं। इन कैंपों के माध्यम से सड़क, बिजली, पानी, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, और स्कूल-अस्पताल जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि जहां पहले गोलियों की आवाज आती थी, अब वहां स्कूल की घंटी बज रही है।

छत्तीसगढ़ का भविष्य: समृद्धि, शिक्षा और शांति

मुख्यमंत्री श्री साय ने विश्वास जताया कि जल्द ही छत्तीसगढ़ नक्सलवाद मुक्त होगा और एक विकसित, खुशहाल राज्य के रूप में प्रतिष्ठित होगा। हर घर में खुशहाली और समृद्धि आएगी।

बस्तर पंडुम: सांस्कृतिक समरसता का महोत्सव

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बस्तर पंडुम आयोजन 45 दिन चला और ब्लॉक से लेकर संभाग स्तर तक इसका आयोजन हुआ है। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस आयोजन में शामिल सभी कलाकारों को बधाई और शुभकामनाएं दीं।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि बस्तर बदल रहा है, और यह बदलाव सरकार के प्रयासों के साथ ही जनता के विश्वास का परिणाम है।

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह केवल दिल्ली से नीतियाँ नहीं बनाते, वे बस्तर की पीड़ा को महसूस करने स्वयं यहां आते हैं, पीड़ितों से मिलते हैं, उनके साथ भोजन करते हैं। यह बस्तर के प्रति सच्ची संवेदना और प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

उन्होंने मुख्यमंत्री श्री साय को छत्तीसगढ़ के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री के रूप में बस्तर की मिट्टी से जुड़ा हुआ बताया और कहा कि उनके नेतृत्व में आज सड़क, बिजली, पानी, मोबाइल टावर, स्कूल, अस्पताल, आंगनबाड़ी, सिंचाई जैसी सुविधाएं तीव्र गति से गांव-गांव पहुँच रही हैं।

उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि बस्तर पंडुम में जनजातीय समाज की वस्त्र, वाद्ययंत्र, भोजन, लोकगीत, पारंपरिक जीवनशैली की जीवंत झांकी प्रस्तुत की गई, जिसे गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में स्थान भी प्राप्त हुआ है। यह पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय है।

कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि यह दिन बस्तर के लिए इतिहास रचने का दिन है। उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन में ही जनघोषणा पत्र के वादों को वास्तविकता में बदला जा रहा है और जनजातीय समाज को मुख्यधारा में लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

नाबालिग से दुष्कर्म का आरोपी गिरफ्तार

जशपुर- छत्तीसगढ़ के जशपुर से नाबालिग से दुष्कर्म का मामला सामने आया है. आरोपी युवक 15 वर्षीय नाबालिग के साथ तीन साल तक दुष्कर्म करता रहा. इस दौरान नाबालिग ने बच्चे को भी जन्म दिया. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी युवक रितेश तिग्गा को गिरफ्तार कर लिया है. यह मामला बगीचा थाना क्षेत्र का है. 

तीन साल तक किया दुष्कर्म

आरोपी युवक रितेश तिग्गा ने नाबालिग के साथ तीन साल तक बलात्कार किया. इस बीच नाबालिग गर्भवती हो गई और घटना के 8 महीने बाद बच्ची को जन्म दिया. नवजात की मौत के बाद मामला सामने आया. इसके बाद पीड़िता आरोपी के खिलाफ शिकायत लेकर बगीचा थाना पहुंची. जहां पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ आईपीसी की धारा 363, 366, 376(2)n,पोक्सो 4, 6 के तहत मामला दर्ज किया.

पुलिस ने आरोपी युवक रितेश तिग्गा को गिरफ्तार किया. बगीचा थाना प्रभारी संत राम अयाम ने बताया कि आरोपी ने नाबालिग के साथ तीन साल तक दुष्कर्म किया. नाबालिग गर्भवती हो गई और एक बच्चे को जन्म दिया. मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है.