धधकता चित्त: नारी शक्ति की मुखर अभिव्यक्ति – मानसी सिंह की कविता ने मचाई हलचल
बोधगया स्थित मगध विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग की अनुसंधायिका मानसी सिंह द्वारा लिखित कविता "धधकता चित्त" इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। यह कविता नारी के भीतर सुलगते दर्द, अपमान और उसके भीतर पलते प्रतिशोध की तीव्र अग्नि को बखूबी दर्शाती है।
कविता में मानसी ने नारी के सहनशील स्वभाव के पीछे छिपी उसकी शक्ति और प्रतिकार की भावना को बड़ी ही मार्मिकता और तेवर के साथ प्रस्तुत किया है। शब्दों की चुभन, भावों की तीव्रता और संदेश की स्पष्टता यह साबित करती है कि यह सिर्फ एक रचना नहीं, बल्कि एक चेतावनी है—उन सभी के लिए जो नारी को कमज़ोर समझने की भूल करते हैं।
"जो सीता बनकर शांत बैठी थी,
काली रूप में आ सकती है",
जैसी पंक्तियाँ कविता को महज साहित्यिक नहीं, बल्कि सामाजिक और वैचारिक विमर्श का माध्यम बना देती हैं।यह कविता बताती है कि अब नारी सिर्फ सहनशीलता का प्रतीक नहीं, बल्कि न्याय और स्वाभिमान की पुकार है। जब-जब उसके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई जाएगी, वह सीता से काली बनने में देर नहीं करेगी।
मानसी सिंह की यह रचना विश्वविद्यालय परिसरों से लेकर सोशल मीडिया तक अपनी गूंज छोड़ रही है। यह कविता आधुनिक नारी की चेतना, आत्मबल और अस्मिता का उद्घोष बन चुकी है।




प्रख्यात साहित्यकार प्रो. सुबोध कुमार झा द्वारा रचित ‘कलरव’ उनका दूसरा हिंदी काव्य-संग्रह है, जिसका प्रकाशन प्रिंसेप्स पब्लिशिंग द्वारा 2025 में किया गया है। यह संग्रह प्रेम की गहराइयों को छूने वाले रूमानी कविताओं का संकलन है, जिसमें कवि ने अपनी युवावस्था की मधुर स्मृतियों को संजोया है।
जहानाबाद के स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में द विंग फाउंडेशन एकेडमी के वार्षिकोत्सव का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने अपनी अद्भुत कला और प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला पदाधिकारी अलंकृता पांडे ने दीप प्रज्वलित कर किया।
शेरघाटी जिला बनने के सभी मापदंडों को पूरा करता है
जहानाबाद: जिले में सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। सेरथुआ मोड़ के पास एक तेज रफ्तार जेसीबी ने बाइक सवार दो युवकों को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया।
Apr 05 2025, 17:32
- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
1- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
38.7k