/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1669637829452659.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1669637829452659.png StreetBuzz *पार्षद समद गुफरान ने ईद के मौके पर सफाई कर्मचारियों को दी इदी, खिलाई सेवई* Gorakhpur
*पार्षद समद गुफरान ने ईद के मौके पर सफाई कर्मचारियों को दी इदी, खिलाई सेवई*

गोरखपुर । मुस्लिम समाज का पाक महीना माहे रमजान के 30 रोजा के बाद आज देश भर में मुस्लिम भाइयों ने ईदगाह और मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की गई एक दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी गई और सेवइयां खिलाई गई ।

वार्ड नंबर 62 माया बाजार के पार्षद समद गुफरान ने अपने वार्ड के सफाई योद्धाओं को अपने आवास पर ईद की दावत दी गई उन्हें ईद की मुबारकबाद देने के बाद सफाई योद्धा को सेवइयां खिलाकर उन्हें इदी दी।

यह परंपरा सदियों से चली आ रही है कि घर के बड़े बुजुर्ग लोगों को इदी देते हैं इदी वह तोहफा होता है जिसकी कोई कीमत नहीं लगाया सकता क्योंकि यह आपसी भाईचारे प्रेम का प्रतीक है।

पार्षद समुद्र गुफरान ने कहा कि इन्हीं सफाई कर्मचारियों की वजह से हमारा वार्ड साफ स्वच्छ और सुंदर दिख रहा है यह सफाई कर्मचारी नहीं योद्धा है जिनके दम पर अपने वार्ड को अव्वल रखने में मैं कामयाब हो रहा हूं। मेरे एक आवाज पर यह सफाई कर्मचारी दौड़े चले आते हैं ना यह गर्मी, ठंड या बरसात देखते हैं किसी भी वक्त इन्हें रात दिन आवाज दे दूं तो यह चले आते हैं मेरी तरफ से यह छोटा सा लोगों को ईद का उपहार है यह उपहार मेरी वालिदा (माँ) ने अपने हाथों से इन सफाई योद्धा को दिया कि हम लोगों का सौभाग्य है कि इन सफाई कर्मचारी वह लोग हैं जिन कूड़े को हम लोग बाहर फेंक देते हैं या छूना पसंद नहीं करते हैं यह लोग उठाकर गंदगी को साफ करने का काम करते हैं वाकई में यह लोग सम्मान की हकदार है।

बच्चे पढ़ लिख कर योग्य बनें अपनी, परिवार, समाज तथा राष्ट्र की चिंता करें-श्रीराम चौहान

खजनी गोरखपुर।बच्चे राष्ट्र का भविष्य हैं वे पढ़ लिख कर योग्य बनें अपनी, अपने परिवार की, समाज की तथा राष्ट्र की चिंता करें शिक्षकों और अभिभावकों का दायित्व है कि वे अपने बच्चों को सुयोग्य बनाने के लिए उनका उचित मार्गदर्शन करते हुए उन्हें योग्य नागरिक बनाएं।उक्त विचार श्रीमती द्रौपदी देवी त्रिपाठी इंटरकॉलेज में वार्षिक परीक्षाफल वितरण के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्रीय विधायक श्रीराम चौहान ने व्यक्त किए।

उन्होंने कहा कि बच्चे कच्ची मिट्टी के समान होते हैं उनको स्वरुप प्रदान करने का काम अभिभावक व शिक्षक संयुक्त रुप से करते हैं उनकी प्रतिभा को निखारने में शिक्षण संस्थान मंच प्रदान करते हैं, यह कार्य प्रधानाध्यापिका रीना मसीह के कुशल नेतृत्व में यहां बेहतरीन ढंग से हो रहा है, यह विद्यालय ग्रामीण अंचल का अद्भुत विद्यालय है जहाँ बच्चो को उत्कृष्ट शिक्षा दी जा रही है तथा प्रतिभावान विद्यार्थियों को सम्मानित करके उनका मनोबल बढ़ाने का काम हो रहा है। महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅक्टर राजेश धर दूबे ने कहा कि बच्चों को अत्याधुनिक शिक्षा की हर सुविधा प्रदान करने के साथ ही उनकी प्रतिभा को आगे ले जाने का काम कर रहा है किन्तु अनुशासन एवं संस्कार हर अभिभावक को घर पर देना चाहिए जो बच्चो को आगे बढ़ने में सहायक बने।

सम्मान समारोह को विनोद कुमार पाण्डेय एडवोकेट सहित अन्य ने भी सम्बोधित किया तथा बच्चो को मोबाइल से दूर रखने की अभिभावकों से अपील की। इस अवसर पर नन्हें मुन्ने बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। आयोजन में कृपाशंकर दूबे उर्फ जूगनू, प्रसन्न कुमार राय,अवनीश दूबे, सरिता प्रजापति, आशुतोष त्रिपाठी, दमयन्ती त्रिपाठी,स्मिता राय,माला त्रिपाठी, नीलम मिश्रा, अवनिंद्र सिंह, नवनीत शुक्ल, नाजमा नाहिद, विनोद उपाध्याय, रागिनी, फरहीम, प्रज्ञा पाण्डेय, हरिकेश सिंह, राहुल त्रिपाठी, बालमुकुंद त्रिपाठी, बृजेन्द्र उर्फ बंटी चतुर्वेदी सहित विद्यार्थी अभिभावक एवं क्षेत्रीय गणमान्य लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती पूजन के साथ किया गया, समापन करते हुए प्रधानाचार्या रीना मसीह ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।

खजनी का "मां कोटही मंदिर" भक्तों की आस्था का केंद्र

खजनी गोरखपुर।। कस्बे से सटे रूद्रपुर गांव में स्थित माता कोटही का मंदिर वर्षों से श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना हुआ है।क्षेत्र ही नहीं बल्कि दूर दराज से भक्त यहां पूजा अर्चना के लिए वर्ष भर आते रहते हैं। वासंतिक और शारदीय नवरात्र में भक्तों की भीड़ लगी रहती है। इसके अलावा भी पर्व और मांगलिक कार्यक्रमों मानसपाठ कथा कीर्तन कड़ाही मुंडन यज्ञोपवीत सगाई विवाह का आयोजन यहां वर्ष भर चलता रहता है।

मान्यता है कि सदियों पहले इस स्थान पर घना जंगल हुआ करता था लोग दिन में भी इस स्थान पर आने में भय खाते थे। और आसपास थारू जनजाति के लोगों की बस्ती हुआ करती थी। एक वनदेवी के रूप में पुराने वृक्ष के कोडर में स्थापित माता कोटही की पूजा करने लोग आते रहते थे। लोगों की मन्नतें पूरी होती और श्रद्धा आस्था प्रबल होती रही। श्रद्धालुओं का आज भी मानना है कि विश्वास के साथ मांगी गई भक्तों की सभी मुरादें यहां पूरी होती हैं। कालांतर में परिसर में अन्य देवी-देवताओं के मंदिरों के साथ ही यज्ञशाला धर्मशाला आदि का निर्माण किया जा चुका है और स्थान पर श्रद्धालुओं का आवागमन वर्ष भर लगा रहता है। यहां बलि प्रथा नहीं है लोग कपूर अगरबत्ती नारियल चुनरी चढ़ा कर माता कोटही की पूजा करते हैं।

मियां साहब को ईद की बधाई मुबारकबाद देने मोहद्दीपुर पहुंचे इमामबाड़ा मुतवल्लियान कमेटी के लोग

गोरखपुर । ईद का पर्व सकुशल सम्पन्न हुआ । पूरे शहर में अमनो अमान का माहौल रहा । ऐसे मौके पर जिला प्रशासन इमामबाड़ा स्टेट के सज्जादानशीन सैय्यद अदनान फर्रूख शाह मियां साहब नगर निगम प्रशासन ईदगाह कमेटी के सदस्यों मस्जिद कमेटी के मेम्बरो अमन पसन्द लोगों को ईद की मुबारकबाद दिया ।और यह कहा खुशी का पर्व जो आज मनाया जा रहा है मेरी अल्लाह से दुआ है कि यह खुशी हमेशा शहर में बनी रहे ।

मियां साहब ने कमेटी के सभी सदस्यों को भी ईद की मुबारकबाद देते हुए सभी का शुक्रिया अदा किया मियां साहब को ईद की मुबारकबाद देने वाले में मुख्य रूप से जिला अध्यक्ष सैयद इरशाद अहमद महासचिव हाजी सोहराब खान उपाध्यक्ष सैयद वसीम इकबाल शकील शाही मोहम्मद अनीस एडवोकेट आदि लोग मौजूद रहे।

सिद्धेश्वर ने किया युवा संसद में जनपद का प्रतिनिधित्व, परिवार में प्रसन्नता

देवरिया। नेहरू युवा केंद्र उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय विकसित भारत युवा संसद में जनपद का प्रतिनिधित्व सिद्धेश्वर ओझा ने पिछले शुक्रवार और शनिवार को दो दिवसीय राज्य स्तरीय विकसित भारत युवा संसद में किया। ज्ञात हो कि दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के स्नातक द्वितीय वर्ष के छात्र सिद्धेश्वर ओझा का चयन नोडल केंद्र बलिया के अंतर्गत हुआ था। देवरिया जनपद के बहादुरपुर के मूल निवासी सिद्धेश्वर ओझा ने उत्तर प्रदेश की विधानसभा में माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, विधान परिषद अध्यक्ष कुंवर मानवेंद्र सिंह की उपस्थिति में "भारतीय संविधान के 75 वर्ष अधिकार कर्तव्यों और प्रगति की यात्रा विषय" पर विचार अभिव्यक्त किया।

इस अवसर पर सिद्धेश्वर ने कहा कि श्री राम की मर्यादा श्री कृष्ण की नीति और विवेकानंद के विचार का समन्वय हमारा भारतीय संविधान है। इसने अधिकारों को परिभाषित किया है। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित हुए हीरक जयंती समारोह के अधिकांश प्रतियोगिताओं में सक्रिय प्रतिभागी करने वाले सिद्धेश्वर की इस शानदार उपलब्धि से पूरे जनपद को गौरव गौरवान्वित किया है। प्रतिभागी सिद्धेश्वर देवरिया जनपद से एकमात्र प्रतिनिधि के रूप में चयनित होकर पूरे परिवार व गांव का नाम रोशन किया है। सिद्धेश्वर की उपलब्धि से पूरे परिवार में हर्ष है। इस उपलब्धि पर उनके पिता कृष्ण मुरारी ओझा, उनकी माता शांति देवी ने पुत्र की उपलब्धि पर खुशी जताई है। बड़े पिता त्रिपुरारी ओझा, डॉ चतुरानन ओझा , चतुर्भुज,भाई चक्रपाणि ओझा, विभूति नारायण ओझा (संपादक पतहर पत्रिका) सर्वेश्वर ओझा, पद्मावती , कृपानन्द तिवारी हर्ष, नेहा, श्वेता आदि ने प्रसन्नता व्यक्त किया है।

*खजनी का "मां कोटही मंदिर" भक्तों की आस्था का केंद्र,वासंतिक नवरात्र में पूजा के लिए श्रद्धालुओं की भीड़*

खजनी गोरखपुर।। कस्बे से सटे रूद्रपुर गांव में स्थित माता कोटही का मंदिर वर्षों से श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना हुआ है।क्षेत्र ही नहीं बल्कि दूर दराज से भक्त यहां पूजा अर्चना के लिए वर्ष भर आते रहते हैं। वासंतिक और शारदीय नवरात्र में भक्तों की भीड़ लगी रहती है। इसके अलावा भी पर्व और मांगलिक कार्यक्रमों मानसपाठ कथा कीर्तन कड़ाही मुंडन यज्ञोपवीत सगाई विवाह का आयोजन यहां वर्ष भर चलता रहता है।

मान्यता है कि सदियों पहले इस स्थान पर घना जंगल हुआ करता था लोग दिन में भी इस स्थान पर आने में भय खाते थे। और आसपास थारू जनजाति के लोगों की बस्ती हुआ करती थी। एक वनदेवी के रूप में पुराने वृक्ष के कोडर में स्थापित माता कोटही की पूजा करने लोग आते रहते थे। लोगों की मन्नतें पूरी होती और श्रद्धा आस्था प्रबल होती रही। श्रद्धालुओं का आज भी मानना है कि विश्वास के साथ मांगी गई भक्तों की सभी मुरादें यहां पूरी होती हैं। कालांतर में परिसर में अन्य देवी-देवताओं के मंदिरों के साथ ही यज्ञशाला धर्मशाला आदि का निर्माण किया जा चुका है और स्थान पर श्रद्धालुओं का आवागमन वर्ष भर लगा रहता है। यहां बलि प्रथा नहीं है लोग कपूर अगरबत्ती नारियल चुनरी चढ़ा कर माता कोटही की पूजा करते हैं।

महायोगी गुरु गोरखनाथ मंदिर में प्रधान पुजारी द्वारा की गई कलस स्थापना

गोरखपुर। गोरखनाथ मन्दिर में चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन सायंकाल में कलश स्थापना गोरखनाथ मन्दिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ जी ने किया । अखण्ड ज्योति स्थापना के साथ मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री, गौरी गणेश, नवग्रह की पूजा की गई । दुर्गा सप्तशती के पाठ के बाद आरती और प्रसाद वितरण किया गया ।

कलश स्थापना में प्राचार्य डॉ अरविन्द चतुर्वेदी, डॉ रोहित मिश्र, पुरुषोत्तम चौबे,अश्वनी त्रिपाठी, नित्यानंद तिवारी, शशांक पाण्डेय, रूपेश मिश्र, गौरव तिवारी, मयंक तिवारी सहित 11 वेदपाठी आचार्य उपस्थित रहे.

*ग्यारह विभागों की मदद से चलेगा संचारी रोग नियंत्रण अभियान, दस अप्रैल से होगी घर घर दस्तक*

गोरखपुर। जिले में एक अप्रैल से लेकर तीस अप्रैल तक ग्यारह विभागों की मदद से संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा । इस दौरान दिमागी बुखार से बचाव के साथ साथ सभी प्रकार के संचारी रोगों जैसे मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया, टीबी, कुष्ठ आदि से बचाव के प्रयास होंगे। दस अप्रैल से स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर दस्तक देकर लोगों को बीमारियों के प्रति जागरूक करेंगी और संभावित लक्षण वाले रोगियों की सूची भी तैयार करेंगे। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने दी। उन्होंने बताया कि जनपद स्तरीय अभियान का शुभारंभ महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से करेंगे। सभी ब्लॉकों पर अभियान के शुभारंभ कार्यक्रम में जनप्रतिनिधिगण शामिल होंगे।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि एक माह तक चलने वाले संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास विभाग, पंचायती राज विभाग या ग्राम विकास विभाग, पशुपालन विभाग, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, शिक्षा विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, कृषि एवं सिंचाई विभाग, सूचना विभाग और उद्यान विभाग समन्वय बना कर काम करेंगे। इस दौरान संचारी रोगों के वाहक नियंत्रण गतिविधियों, जनजागरूकता, साफ सफाई, शुद्ध पेयजल के इंतजाम, हीट वेव के प्रबंधन की गतिविधियां आदि संचालित की जाएंगी। इस संबंध में जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश और सीडीओ संजय कुमार मीणा के दिशा निर्देशन में आवश्यक बैठकें सम्पन्न हो चुकी हैं। पूरे माह अग्रिपंक्ति कार्यकर्ता आभा आईडी भी बनाएंगी।

डॉ दूबे ने बताया कि दस अप्रैल से तीस अप्रैल के बीच दस्तक अभियान के दौरान स्वास्थ्य टीमे घर घर जाएंगी और लोगों को बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक करेंगी। साथ ही बुखार के रोगियों, इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस, संभावित क्षय रोगियों, कुष्ठ, फाइलेरिया एवं कालाजार के संभावित रोगियों और कुपोषित रोगियों की सूची तैयार करेंगी। साथ ही क्षेत्रवार ऐसे मकानों की सूची भी तैयार की जाएगी जहां घरों के भीतर मच्छरों का प्रजनन अधिक पाया गया हो। इस कार्य में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा आशा कार्यकर्ताओं को पूरा सहयोग करने का दिशा निर्देश है।

लगाए जाएंगे स्टीकर

सीएमओ ने बताया कि जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ राजेश और डीएमओ अंगद सिंह स्वास्थ्य विभाग के तरफ से अभियान का नेतृत्व करेंगे। स्वास्थ्य टीमों को निर्देश दिया गया है कि जिन घरों में पंद्रह वर्ष से कम आयु के बच्चे हों या फिर संभावित क्षय रोगी हों, वहां घर के बाहर स्टीकर अवश्य लगाएं। ऐसे परिवारों के सदस्यों को प्रेरित करना है कि किसी भी प्रकार का बुखार होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाएं।

ये गतिविधियां होंगी प्रमुख

• नालियों की साफ सफाई और एंट लार्वल का छिड़काव

• छिछले हैंडपम्पों का चिन्हीकरण और शुद्ध पेयजल की उपलब्धता

• स्कूलों में जनजागरूकता की गतिविधियां

• मच्छररोधी गतिविधियां

• चूहा और छछूंदर एवं अन्य कृतक नियंत्रण गतिविधियां

• बुखार के रोगियों को एम्बुलेंस की मदद से अस्पताल भिजवाना

• सार्वजनिक उद्यानों और विद्यालयों में मच्छर विकर्षी पौधों का रोपण

• इंसेफेलाइटिस से दिव्यांग बच्चों का चिन्हीकरण और सरकारी सहयोग

• स्कूली बच्चों को पूरी बांह के कपड़े पहनने के लिए प्रेरित करना

• कुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण और समुदाय को हीट रिलेटेड बीमारियों के प्रति जागरूक करना

• पशुओं के मल मूत्र की साफ सफाई के लिए जागरूकता और सुकरबाड़ों को आबादी से दूर ले जाना

ईश्वरीय साधना, संस्कृति एवं परंपरा की पहचान- द्वारिका तिवारी

गोरखपुर। हनुमत संगीत आश्रम एवं सेवा संस्थान द्वारा मानसरोवर मंदिर के प्रांगण में भक्तिमय कार्यक्रम 'सांचा नाम तेरा' का उद्घाटन मुख्य अतिथि गोरखनाथ मंदिर के प्रबंध सचिव द्वारका तिवारी, विशिष्ट अतिथि मंदिर के प्रधान पुजारी कमलनाथ एवं अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित, शंखनाद एवं मंत्रों उच्चारण करके किया गया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारिका तिवारी ने चैत्र रामनवमी की सभी को बधाई देते हुए कहा कि ईश्वरीय साधना, संस्कृति एवं परंपरा की पहचान है। कार्यक्रम में अन्य अतिथियों ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में आश्रम के अभिषेक पांडेय बिट्टू, प्रसूची मिश्रा, शौर्य शर्मा, सान्वी शर्मा, मनन वर्मा, सन्वी चौहान, सुप्रिया चौहान, शील मिश्रा, दिव्यंका दुबे, शिप्रा दयाल, ओम सिंह, मनोज मिश्रा मिहिर, निशांत शुक्ला, मोहित रैताबी, श्रीश श्रीवास्तव, संध्या यादव, प्रीति अग्रहरि, अलका जायसवाल, सिद्धि सिंह, बबीता त्रिपाठी, वेदांत मिश्रा, निशांत पांडेय, अनुकृति गुप्ता, शशांक, निमिषा गुप्ता के भजन गीतों की प्रस्तुति और वादक विशाल उपाध्याय, अभिषेक यादव, पंकज, बृजेश के बेहतरीन संगीत, लोगों को मंत्र मुक्त कर दिया। कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि द्वारिका तिवारी एवं विशिष्ट अतिथि कमलनाथ को आश्रम के प्रबंध सचिव धर्मेंद्र श्रीवास्तव ने अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदत्त कर सम्मानित किया। इसी कड़ी में ज्योतिषाचार्य नरेंद्र उपाध्याय, चिकित्सक डॉ. शिव शंकर शाही, भाजपा जिला उपाध्यक्ष बृजेश मणि मिश्रा, बीजेपी महानगर अध्यक्ष देवश श्रीवास्तव, सन रोज संस्थान के चेयरमैन विवेक कुमार अस्थाना को आश्रम के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन मनोज कुमार श्रीवास्तव ने किया।

कार्यक्रम के दौरान आश्रम अध्यक्ष राधेश्याम यादव कार्यक्रम कार्यकारिणी अध्यक्ष केपी सिंह रामकृष्ण प्रिया श्रीवास्तव संजय श्रीवास्तव शिव प्रकाश सिंह डॉ. दिवाकर मिश्रा, रागिनी श्रीवास्तव, सीमा श्रीवास्तव, अमरेंद्र प्रताप खरे, कमरेंद्र प्रताप, रविंद्र सिंह, अर्चना खरे, पूजा मिश्रा, अभयानंद त्रिपाठी, अंजना लाल, अंजू सिंह, अशोक यादव, अर्चना शुक्ला, अर्पिता, भूपेंद्र सिंह सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।

एमजीयूजी में जैव प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग' विषय पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ

प्रो. सुभाष चंद्र लखोटिया लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड और प्रो. रमेश शर्मा डीएस पाउले ओरेशन अवार्ड से हुए सम्मानित

कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव के महाकुंभ पुस्तक और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की शोध संदर्भ पुस्तिका का हुआ विमोचन

गोरखपुर, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर (एमजीयूजी) के अंतर्गत संचालित संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के तत्वावधान में सोसाइटी फॉर बायोटेक्नोलॉजिस्ट इंडिया (एसबीटीआई) के सहयोग से 'आयुर्वेद एवं बायोमेडिकल विज्ञान में जैव प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग' विषय पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ रविवार को हुआ। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में आईसीएमआर के पूर्व महानिदेशक और राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के अध्यक्ष पद्मश्री प्रो. बलराम भार्गव का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ जबकि अध्यक्षता यूपी के मुख्यमंत्री के शिक्षा सलाहकार एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पूर्व चेयरमैन प्रो डीपी सिंह ने की।

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए प्रो. भार्गव ने कहा कि आयुर्वेद और बायोटेक्नोलॉजी से चिकित्सा के क्षेत्र में वैश्विक नवाचार हो रहा है। आयुर्वेद की प्राचीन वैदिक चिकित्सा पद्धति और जैव चिकित्सा के समन्वय से स्वास्थ सेवा समृद्ध और सशक्त हो रहा है। इससे मानवता के लिए एक उज्जवल भविष्य का मार्गदर्शन प्रशस्त हुआ है। उन्होंने कहा कि आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के विकास में जैव प्रौद्योगिकी का योगदान बहुत महत्वपूर्ण रहा है। जैव प्रौद्योगिकी ने न केवल स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव किए हैं, बल्कि आयुर्वेद में भी इसके अनुप्रयोग ने नई संभावनाओं का द्वार खोला है। आयुर्वेद जीवन और स्वास्थ्य के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करता है, अपनी जड़ों से जुड़े हुए प्राकृतिक उपचारों को महत्वपूर्ण मानता है। वहीं, जैव प्रौद्योगिकी, जीवों और उनके घटकों का उपयोग करके विभिन्न चिकित्सा उत्पादों का विकास करती है।

प्रो. भार्गव ने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि भारत ने अन्न उत्पादन, दूध उत्पादन, आईटी, मोबाइल, हेल्थकेयर और अंतरिक्ष के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है। अब बारी जैव प्रौद्योगिकी एवं आयुर्वेद को नई ऊंचाई पर ले जाने की है। उन्होंने कहा कि दुनिया में कोविड 19 के प्रकोप के दौरान भारत ने इंडीजिनस वैक्सीन बनाकर दुनिया की स्वास्थ सेवा को संजीवनी दी।

सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए प्रो. डीपी सिंह ने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा से संस्कार और राष्ट्र सेवा का भाव जागृत होता है। 21वीं सदी में स्वास्थ सेवा में प्राचीन आयुर्वेद, यूनानी और जैव प्रौद्योगिकी ने पुरातन और नए नवाचारों से मानव सेवा का पवित्र संकल्प पूरा किया है। उन्होंने कहा कि पुरातन स्वास्थ्य सेवा का अध्ययन कर नई चिकित्सा पद्धति में आयुर्वेद, योग, यूनानी का गहन अध्ययन कर भारतीय शिक्षा पद्धति को समृद्ध करने का प्रयास होना चाहिए। प्रो. सिंह ने कहा कि बाटेक्नोलॉजी में नए शोध, नवाचार और सृजन से अन्वेषकीय कार्य हो रहे है। इस सम्मलेन में जैव प्रौद्योगिकी चिकित्सा और आयुर्वेद के संभावनाओं को तलाशने का अवसर मिलेगा। पर, वैश्विक समय में जो नई चुनौतियां हमारे सामने आएंगी, उन्हें नए संकल्पों के साथ स्वीकार करना होगा। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति व्यक्तित्व विकास के संकल्पों को विकसित करता है।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के कुलपति प्रो. (डॉ.) सुरिंदर सिंह ने कहा कि यह सम्मेलन उभरते वैज्ञानिक रुझानों और नवाचारों को समझने तथा शोधकर्ताओं को आपस में संवाद का मंच प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह सम्मेलन जैव प्रौद्योगिकी, औद्योगिक सूक्ष्म जीवविज्ञान, पर्यावरणीय जैव प्रौद्योगिकी, नैनो बायोटेक्नोलॉजी और बायोइन्फॉर्मेटिक्स जैसे विषयों पर केंद्रित रहेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह आयोजन जैव प्रौद्योगिकी और सूक्ष्म जीवविज्ञान अनुसंधान में नए आयाम स्थापित करेगा। उद्घाटन सत्र में प्रो. सुभाष चंद्र लखोटिया, प्रो. चंचाई बूनला, प्रो. एडाथिल विजयन ने भी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं।

सम्मेलन में अतिथियों ने महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव के महाकुंभपर केंद्रित पुस्तक और प्रो. सुनील कुमार सिंह द्वारा संपादित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की शोध संदर्भ पुस्तिका का विमोचन किया। महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. के रामचंद्र रेड्डी ने पुस्तकों के सार को व्याख्यायित किया ।

अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए सोसाइटी फॉर बायोटेक्नोलॉजिस्ट इंडिया की तरफ से बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में डिपार्टमेंट ऑफ जूलोजी के एमेरिटस प्रो. सुभाष चंद्र लखोटिया को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड और स्कूल ऑफ लाइफ साइंस नार्थ ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी शिलांग के पूर्व अधिष्ठाता प्रो .रमेश शर्मा को पद्मश्री बलराम भार्गव और प्रो. (डॉ.) धीरेंद्र पाल सिंह ने डीएस पाउले ओरेशन अवार्ड से सम्मानित किया। सोसाइटी अवॉर्ड की घोषणा एसबीटीआई के अध्यक्ष प्रो. एडथिल विजयन ने ने किया। स्वागत संबोधन सम्मेलन के संयोजक प्रो सुनील कुमार सिंह और आभार ज्ञापन आयोजन सचिव अमित कुमार दुबे ने किया।

आयुर्वेद के प्रभावी पहलुओं को अपनाने की जरूरत : प्रो. लखोटिया

सम्मेलन के प्रथम तकनीकी सत्र से पूर्व मुख्य उद्बोधन में आयुर्वेद एवं जैव विज्ञान के अंतर्संबंधों पर मार्गदर्शन करते हुए प्रो. सुभाष चंद्र लखोटिया ने कहा कि आयुर्वेद को वैज्ञानिक पद्धति से सत्यापित करके इसके प्रभावी पहलुओं को अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पारंपरिक ज्ञान को वैज्ञानिक ढंग से समझने के लिए एक अग्रगामी, निष्पक्ष और समावेशी दृष्टिकोण आवश्यक है। सम्मेलन में उपस्थित शोधार्थियों और विशेषज्ञों ने इन महत्वपूर्ण विषयों पर अपने शोध पत्र भी प्रस्तुत किए और जैव प्रौद्योगिकी में नए अवसरों को लेकर गहन चर्चा की।

तकनीकी सत्रों में हुई विशद चर्चा

सम्मेलन के तकनीकी सत्र के पहले व्याख्यान में चुलालोंगकोर्न विश्वविद्यालय बैंकाक में चिकित्सा संकाय के प्रो. चांचाई बूनला ने आधुनिक जैव प्रौद्योगिकी के उपयोग से नई औषधियों के विकास की संभावनाओं को रेखांकित किया। इस सत्र की अध्यक्षता प्रो. दिनेश यादव, सह-अध्यक्षता डॉ. रामवंत गुप्ता ने की एवं प्रतिवेदन डॉ. अंकिता मिश्रा ने प्रस्तुत किया। द्वितीय व्याख्यान में कोलंबो विश्वविद्यालय की प्रो. सुमादी डी सिल्वा ने विज्ञान के रहस्य और उसके उपयोगिता पर जानकारी दी। तृतीय व्याख्यान आयुर्वेद और औषधीय पौधों के अनुसंधान के बीच अंतर प्रबंधन विषय पर केंद्रित रहा। इसमें काठमांडू विश्वविद्यालय के प्रो. जनार्दन लामिछाने ने अन्वेषकीय दृष्टि से अपनी बात रखी। चतुर्थ व्याख्यान आणविक जीव विज्ञान केंद्र, हैदराबाद के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. जनेश दुबे ने दिया। उन्होंने जैव प्रौद्योगिकी चिकित्सा पद्धति पर विस्तार से शोधार्थियों का मार्गदर्शन किया। द्वितीय तकनीकी सत्र की अध्यक्षता प्रो. एडाथिल विजयन, सह-अध्यक्षता डॉ. राजीव सिंह ने की जबकि प्रतिवेदन डॉ. पवन कुमार कन्नौजिया ने प्रस्तुत किया। आयोजन समिति की डॉ. अनुपमा ओझा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भारत के कई राज्यों के विशेषज्ञों के साथ इजरायल, नेपाल, श्रीलंका, कोरिया, अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी आदि से भी विषय विशेषज्ञ प्रतिभाग कर रहे हैं। उद्घाटन सत्र का संचालन डॉ अनुकृति राज, और तकनीकी सत्र का संचालन जिज्ञासा सिंह एवं प्रशांत गुप्ता ने किया। आज के आयोजन में महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय गोरखपुर के पूर्व कुलपति प्रो. एके सिंह, प्रो शशिकांत सिंह, डॉ विमल दुबे, डॉ रोहित श्रीवास्तव, डाॅ. धीरेंद्रकुमार सिंह, डॉ. अवेधनाथ सिंह, डाॅ. संदीप कुमार श्रीवास्तव, डाॅ.अंकिता मिश्रा, डॉ.कीर्ति कुमार यादव, डाॅ. अखिलेश कुमार दूबे, डाॅ. प्रेरणा अदिती, डाॅ. किरन कुमार ए., डाॅ.आशुतोष श्रीवास्तव आदि की प्रमुख सहभागिता रही।