झारखण्ड का पर्यटन स्थल:झारखण्ड का मिनी लन्दन है “मैक्लुस्कीगंज” जहां पहुँच कर आप भूल जायेंगे पूरी दुनिया को
झारखण्ड को कुदरत नें अपने हाथों सें संबारा है यहाँ की झड़ना,जलप्रपात और जंगल. लोगों को अपने ओर आकर्षित करता. झारखण्ड में गर्मी की छुट्टियां बिताने के लिए भी पर्यटक आते हैं. यहां की सुहाने मौसम और खूबसूरत वादियों का आनंद लेने के लिए लोग सदैव आकर्षित होते रहते हैं. ऐसे में कई ऐसे स्थल हैं जहां की यात्रा कर आप अलग आनंद का अनुभव महसूस कर सकते हैं. ऐसे हीं स्थलों में एक जगह है “मैक्लुस्कीगंज जहां आने सें आप को महसूस होगा कि आप मिनी लन्दन पहुँच गए.
“मैक्लुस्कीगंज” की ठंडी हवाएं आपका मन मोह लेगी. हरी-भरी खूबसूरत वादियां और पक्षियों की चहचहाहट के बीच आप अपने सभी तनाव भूल जाएंगे.
मैक्लुस्कीगंज नदियों और जंगलों के बीच बसा बेहद खूबसूरत गांव
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मैक्लुस्कीगंज में आपको पहाड़ों, नदियों और जंगलों के बीच बसा बेहद खूबसूरत गांव देखने को मिलेगा. यहां के भव्य ब्रिटिश बंगले, गांव के चर्च और ब्रिटिश राज की याद दिलाने वाली कई चीजें देखने को मिलेंगी. पास के एक गांव में आपको एक बेहद दिलचस्प सर्वधर्म स्थल मिलेगा. जहां मंदिर, गुरुद्वारा, और मस्जिद एक ही परिसर में बने हुए हैं. जो दूर-दूर से आने वाले पर्यटकों को काफी आकर्षित करता है. करीब 4 किलोमीटर दूर डुगडुगी नदी एक लोकप्रिय आकर्षण का केंद्र है. यहां नदी के किनारे प्रकृति की गोद में खूबसूरत वादियों के बीच आप पिकनिक का भी आनंद ले सकते हैं.
कहां है मैक्लुस्कीगंज?
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मैक्लुस्कीगंज राजधानी रांची के उत्तर-पश्चिम में लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां आप सड़क मार्ग के जरिये आसानी से पहुंच सकते हैं. इसके अलावा आप ट्रेन से भी मैक्लुस्कीगंज आ सकते हैं. यहां ठहरने के लिए आपको बेहतरीन गेस्ट हाउस मिलेगी. जहां साफ-सफाई के साथ उत्तम भोजन का भी प्रबंध रहता है
जानिए मैक्लुस्कीगंज का अनोखा इतिहास
मैक्लुस्कीगंज की स्थापना कोलोनाइजेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया ने 1933 में की गई थी. यह एंग्लो-इंडियन के लिए एक मुल्क के रूप में था. 1932 में एडवर्ड थामस मैक्लुस्की ने पूरे भारत में रह रहे लगभग 2 लाख एंग्लो-इंडियन को यहां बसने का न्योता भेजा था. जिसके बाद लगभग 300 परिवार यहां आकर बसे. जिसमें से अब केवल 20 परिवार ही बचे हैं. 1950 के दशक में एंग्लो-इंडियन और ब्रिटिश लोगों के मैक्लुस्कीगंज से चले जाने के बाद इस कस्बे ने अपना आकर्षण खोना शुरू कर दिया. जिसके बाद यह एक गुमनाम गांव में बदल गया. हालांकि अब सरकार के प्रयास से मैकलुस्कीगंज की खूबसूरती धीरे धीरे फिर से लौटने लगी है. देश-विदेश से हर साल पर्यटक यहां की खूबसूरत वादियों में सुकून भरे कुछ पल जीने आते हैं.
रांची के अन्य पर्यटन स्थल
मैक्लुस्कीगंज घूमने के बाद आप रांची के कुछ अन्य पर्यटन स्थलों पर भी घूम सकते है. राजधानी का चर्चित कांके डैम, टैगोर हिल, पहाड़ी मंदिर, जगन्नाथ मंदिर, रॉक गार्डन कुछ ऐसे पर्यटन स्थल हैं, जहां आप खूबसूरत प्राकृतिक नजारों का आनंद ले सकते हैं. इसके अलावा आप दशम फॉल, जोन्हा फॉल, हुंडरू फॉल, सीता फॉल और पंच घाघ जैसे सुंदर जलप्रपातों पर आप पिकनिक का आनंद भी उठा सकते हैं.
Mar 28 2025, 18:04