पारस एचएमआरआई में रोबोटिक सर्जरी की हुई शुरुआत*
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• बिहार में रोबोटिक सर्जरी का नया युग शुरू हुआ - राज्यपालपटना
: बिहार में चिकित्सा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के तहत बुधवार को पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल, पटना में रोबोटिक सर्जरी की आधिकारिक लॉन्चिंग हुई। इस अत्याधुनिक तकनीक की शुरुआत बिहार के महामहिम राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खान ने दीप प्रज्वलन कर किया। इस अवसर पर डायरेक्टर जेनेरल एंव लैप्रोस्कोपिक सर्जरी डॉ. अहमद अब्दुल हई, पारस हेल्थ के ग्रुप सीओओ विनीत अग्रवाल और ज़ोनल डायरेक्टर अनिल कुमार मौजूद रहे। अब बिहार के भरोसेमंद अस्पताल पारस एचएमआरआई में रोबोटिक असिस्टेड सर्जरी के माध्यम से यूरोलॉजी, गायनेकोलॉजी, ऑन्कोलॉजी सर्जरी और जनरल सर्जरी जैसी जटिल प्रक्रियाओं को अधिक सटीकता और कम जोखिम के साथ किया जा सकेगा। इस तकनीक से मरीजों को कम दर्द, तेजी से रिकवरी और न्यूनतम जटिलताओं का लाभ मिलेगा। *महामहिम राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खान* ने इस मौके पर कहा कि बिहार में अत्याधुनिक चिकित्सा तकनीक का आना एक ऐतिहासिक कदम है। इससे राज्य के लोगों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी और उन्हें इलाज के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। आज बिहार में चिकित्सा और स्वास्थ्य के संदर्भ में नया अध्याय लिखा गया है पहली बार रोबोट सर्जरी से इलाज की सुविधा इस अस्पताल में उपलब्ध होगी।चंद सतक वर्ष पहले रोबोट सर्जरी की भविष्यवादी परिकल्पना किया गया था नई चीजों की शुरुआत को संदेह की दृष्टिकोण देखा जाता रहा है रोबोट सर्जरी के साथ भी यही हुआ लेकिन आज के समय में यह जरूरत बनती जा रही है। इस महत्वपूर्ण शुरुआत के लिए उन्होंने पारस हॉस्पिटल को बधाई और शुभकामनायें दिए। डायरेक्टर जेनेरल एंव लैप्रोस्कोपिक सर्जरी *डॉ. अहमद अब्दुल हई* ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। पारस एचएमआरआई द्वारा रोबोटिक सर्जरी की शुरुआत बिहार के मरीजों के लिए वरदान साबित होगी। उद्घाटन कार्यक्रम में पारस हेल्थ के *ग्रुप सीओओ विनीत अग्रवाल* ने कहा कि रोबोटिक सर्जरी तकनीक से डॉक्टरों को सटीकता के साथ ऑपरेशन करने में सुविधा होगी, जिससे मरीजों के इलाज का स्तर और बेहतर होगा। हमारा लक्ष्य है कि इस अत्याधुनिक प्रणाली का लाभ अधिक से अधिक मरीजों तक पहुंचे। पारस एचएमआरआई के *ज़ोनल डायरेक्टर अनिल कुमार* ने कहा कि पारस हॉस्पिटल हमेशा से आधुनिक चिकित्सा सेवाओं को बिहार में उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध रहा है। रोबोटिक सर्जरी की शुरुआत इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह तकनीक हमारे अस्पताल को राष्ट्रीय स्तर पर उन्नत स्वास्थ्य सुविधाओं की श्रेणी में लाएगी और मरीजों को बेहतर एवं विश्वसनीय इलाज मिलेगा। कार्यक्रम में यूएस से वल्र्ड लेप्रोस्कोपिक सर्जन एशोसियेशन के अध्यक्ष *डॉ. शारिक नजीर* ने भी अपनी बात रखी। कार्यक्रम में एनसीसी के छात्र एंव बड़ी संख्या में डॉक्टरों ने भी हिस्सा लिया। *पारस एचएमआरआई के बारे में* पारस एचएमआरआई पटना ने 2013 में परिचालन शुरू किया। यह बिहार का पहला कॉर्पोरेट अस्पताल है जिसके पास परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड द्वारा लाइसेंस प्राप्त कैंसर उपचार केंद्र है। जून 2024 में एक्सेस किए गए एनएबीएच पोर्टल के अनुसार, पारस एचएमआरआई अस्पताल, पटना 2016 में एनएबीएच मान्यता प्राप्त करने वाला बिहार का पहला अस्पताल था। 30 सितंबर 2024 तक इस अस्पताल की बेड क्षमता 350 बेडों की है, जिसमें 80 आईसीयू बेड शामिल हैं।

पटना

विधानसभा चुनाव के आहट होते ही तमाम राजनीतिक और जातीय संगठन के लोग गोल बंद होने लगे हैं और अपनी राजनीति हिस्सेदारी की मांग पुरजोर तरीके से उठा रहे हैं लगातार अपने समाज के लोगों को इकट्ठा कर रहे हैं रैलियां कर रहे हैं और संख्या के हिसाब में राजनीतिक हिस्सेदारी की मांग कर रहे हैं आज राजधानी के मिलर स्कूल में बिहार गडरिया मोर्चा संगठन के द्वारा रैली की गई और तमाम राजनीतिक दलों को पाल समाज के हिस्सेदारी से अवगत कराया गया। गडरिया समाज के लोग सैकड़ो की संख्या में रेलिया में पहुंचे तमाम राजनीतिक दलों को अपनी संख्या से अवगत कराया और राजनीतिक दलों से उचित हिस्सेदारी की मांग भी की राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष पाल ने कहा कि हम लोगों को हासिये पर रखा गया है और जिस तरह से हमारी संख्या है उसे हिसाब से हमें सत्ता में भागीदारी मिला नहीं है हम विधानसभा चुनाव में पांच सीटों पर अपनी दावेदारी करते हैं जो द्ल हमारे दावेदारी को मजबूत करेगा हम अपना समर्थन उसी दल को देगे।
* पटना - बिहार सरकार लगातार प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत लाभुकों को आवास प्रदान कर रही है। आज 75000 लाभुकों को प्रथम किस्त के रूप में आवास के लिए राशि का आवंटन किया गया। भूमिहीन लाभुकों को 1लाख् 20 हजार रुपये जबकि, जिनके पास भूमि है उन्हें 40000 हजार रुपये दिए गए। ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि बिहार में तमाम ऐसे जो भूमिहीन और आवासहीन लोग हैं उनके लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत राशि जारी की जा रही है। प्रथम किस्त के रूप में 300 करोड रुपए की राशि जारी की गई है और 75000 लोगों को आवास योजना का लाभ मिला है। तमाम लोगों को समान रूप से राशि का वितरण किया जा रहा है। वहीं लाभुकों ने बताया कि उनके पास आवास नहीं था और आवास बनाने के लिए 1लाख 20 हजार रुपए उन्हें राशि के रूप में मिले हैं। बिहार सरकार और भारत सरकार को इसके लिए धन्यवाद भी लाभुकों ने दिया। पटना से मनीष प्रसाद
Mar 27 2025, 14:32
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