फूलों की बरसात, महाकुंभ के जल की बौछार…शहर में निकली राम बरात,बरेली में 165 साल से कैसे खेली जा रही होली
उत्तर प्रदेश के बरेली में हर साल फागुन मास में होली से एक दिन पहले निकाली जाने वाली ऐतिहासिक राम बारात इस बार भी धूमधाम से आयोजित की गई. यह अनोखी परंपरा पिछले 165 सालों से चलती आ रही है, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होकर भगवान श्रीराम की भव्य शोभायात्रा के दर्शन करते हैं और रंगों से सराबोर हो जाते हैं. इस बार महाकुंभ के जल से होली खेली गई.
राम बारात का मुख्य आकर्षण भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की झांकी होती है, जो 165 साल पुराने लकड़ी के रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण करते हैं. इस दौरान श्रद्धालु भक्ति भाव में डूबकर नारे लगाते हैं और होली के रंगों में सराबोर होकर उल्लास मनाते हैं. इस बार की राम बारात में एक खास बात यह रही कि हुरियारों ने महाकुंभ के पवित्र जल में रंग मिलाकर होली खेली. यह भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक अनुभव रहा, जिसमें रंगों के जरिए आस्था और परंपरा को जीवंत किया गया.
फूलों की वर्षा से किया गया स्वागत
राम बारात जब शहर के मुख्य मार्गों से होकर गुजरी तो जगह-जगह श्रद्धालुओं ने फूलों की वर्षा कर भव्य स्वागत किया. सड़कों के दोनों ओर खड़े लोग जय श्रीराम के नारे लगाते रहे और बारात के साथ-साथ नाचते-गाते हुए आगे बढ़े. बमनपुरी से शुरू होकर यह शोभायात्रा कोतवाली, पुराने बस अड्डे और कालीबाड़ी समेत अलग-अलग इलाकों से होकर गुजरी.
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के किए गए इंतजाम
राम बारात के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए थे. कुल 315 पुलिसकर्मियों के साथ चार सीओ, चार थाना प्रभारी और एक कंपनी पीएसी को तैनात किया गया. संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से निगरानी की गई और सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी भी तैनात थे. ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके. इसके अलावा, यात्रा मार्ग में आने वाले धार्मिक स्थलों को ढकने के निर्देश भी दिए गए थे.
CCTV से निगरानी और दमकल की व्यवस्था
राम बारात के दौरान किसी भी तरह की अनहोनी से बचने के लिए जगह-जगह सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की गई. साथ ही, आग लगने की किसी भी घटना से निपटने के लिए कई फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी तैनात रहीं, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत पानी की आपूर्ति की जा सके. राम बारात में जहां भी मुस्लिम समुदाय के मोहल्ले पड़े उन मोहल्ले में मजारों और मस्जिदों को पुलिस प्रशासन ने ढकवा दिया था. साथ ही राम बारात में फायर की गाड़ियों से पानी भी दिया गया, जिससे होली खेलने वालों को कोई दिक्कत न हो. कई गाड़ियों को फायर विभाग में लगाया था.
साल भर रहता है राम बारात का इंतजार
बरेली की यह अनोखी राम बारात केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि लोगों के लिए उत्सव और आनंद का अवसर भी है. इसमें शामिल होने के लिए दूर-दराज से लोग बरेली आते हैं. लोग श्रीराम की आरती उतारकर हुरियारों पर रंग डालते हैं और भक्ति भाव के साथ होली का आनंद लेते हैं. यह परंपरा वर्षों से चलती आ रही है और हर साल लोग इसका बेसब्री से इंतजार करते हैं.
जगह-जगह बारातियों पर रंगों की बौछार
इस ऐतिहासिक राम बारात ने एक बार फिर पूरे शहर को रंगों और भक्ति से सराबोर कर दिया. श्रद्धालुओं ने उल्लास और उमंग के साथ इस परंपरा का आनंद लिया और भगवान श्रीराम के जयकारों से शहर गूंज उठा. यूनेस्को की ओर से विश्व धरोहर घोषित की जा चुकी, जिसमें बड़ी संख्या में हुरियारे यानी कि बाराती शामिल हुए. आगे-आगे 12 ट्रैक्टर ट्रालियों पर सवार होंगे और पीछे भगवान रामचंद्र सीता माता के साथ रथ पर सवार थे. राम बारात देखने के लिए दूर दूर से लोग आए और जगह-जगह बारातियों पर रंगों की बौछार की गई.
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