शराबबंदी के नाम पर चुनावी जंग जितने की जुगाड़ में जुटा विपक्ष, पीके के बाद अब तेजस्वी ने किया यह बड़ा एलान
डेस्क : बिहार में शराबबंदी एक बड़ा मुद्दा है। बिहार में जब भी चुनाव आते हैं सियासत शराबबंदी के इर्द-गिर्द रहती है। बिहार में फिर से विधानसभा का चुनाव होना है। जिसकी तैयारी में अभी से सभी दल जुट गए है। वही विपक्ष इसे बड़ा मुद्दा बनाकर चुनाव जंग जितने और सत्ता पर काबिज होने के प्रयास में अभी से जुट गया है। विपक्ष द्वारा शराबबंदी खत्म करने के दावे किए जा रहे हैं।
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यहां बता दे कि सरकार में शामिल दल जहां शुरू से ही शराबबंदी को सही ठहराते रहे तो वहीं विपक्ष दबी जुबान इसपर सवाल उठाता रहा है। विपक्षी दलों के नेता लगातार इस बात को कहते रहे हैं कि शराबबंदी से बिहार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है लेकिन नीतीश कुमार अपनी जिद के कारण राज्य के लोगों के ऊपर शराबबंदी को लाद दिया है।
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अब चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर पिछले दिनों दावा किया कि जैसे ही बिहार में जन सुराज की सरकार बनी 24 घंटे में शराबबंदी को खत्म करेंगे। अब तेजस्वी यादव ने शराबबंदी को लेकर पासा फेंक दिया है।
तेजस्वी ने कहा कि शराब बंदी कानून लागू होने के बाद से कितने ही लोगों की जान जा चुकी है। मरने वालों में ज्यादातर लोग दलित और महादलित पिछड़ा वर्ग के थे। हर घंटे 18 लोगों की गिरफ्तारी हो रही है। अभी तक 2000 से ज्यादा लोग जहरीली शराब मारे गए हैं। जिनकी मौत हुई है उसको मुआवजा भी सरकार नहीं देती है। उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून पूरी तरह से विफल है।
तेजस्वी ने कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून गरीबों की तबाही का कारण तो पुलिस के लिए दमन का हथियार बन गया है। तेजस्वी ने एलान किया कि अगर बिहार में उनकी सरकार बनी तो ताड़ी को शराबबंदी कानून से बाहर किया जाएगा क्योंकि ताड़ी प्रदेश की बड़ी आबादी के लिए जीविका का जरिया है। तेजस्वी ने ताड़ी को नेचुरल बताया हालांकि यह भी स्पष्ट किया कि नशा मुक्ति से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
Mar 06 2025, 17:07