/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png StreetBuzz शाह करेंगे आज मणिपुर पर बैठक, राष्ट्रपति शासन के बाद पहली मीटिंग veer
शाह करेंगे आज मणिपुर पर बैठक, राष्ट्रपति शासन के बाद पहली मीटिंग

मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने आज यानी शनिवार को पहली बैठक बुलाई है. ये समीक्षा बैठक सुबह 11 बजे नॉर्थ ब्लॉक गृहमंत्रालय में होगी. अमित शाह मणिपुर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे. गृहमंत्री के साथ बैठक में मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला, मणिपुर सरकार के अधिकारी, सेना के अधिकारी,अर्धसैनिक बल के शीर्ष अधिकारी भी शामिल होंगे.

मणिपुर में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफा देने के बाद 13 फरवरी को राष्ट्रपति शासन लगाया गया था. मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने पार्टी के कुछ विधायकों के विद्रोह के बाद इस्तीफा दे दिया था. राज्य में पिछले 2 साल से दो जातियों के बीच हिंसा देखी जा रही है. अब तक मणिपुर में साल 1951 के बाद से 11 बार राष्ट्रपति शासन लग चुका है. राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद से अब पहली बार अमित शाह रिव्यू मीटिंग करने वाले हैं और इस बैठक में आगे की रणनीति को लेकर चर्चा होगी.

कौन-कौन होगा शामिल?

मामले की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद शीर्ष 4 अधिकारियों के साथ नई दिल्ली में गृह मंत्री की यह पहली बैठक होगी. मीटिंग की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने कहा, राज्यपाल अजय भल्ला, सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह, डीजीपी राजीव सिंह और मुख्य सचिव पीके सिंह आज नई दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं. बैठक दोपहर में निर्धारित है. हम इस बात का भी इंतजार कर रहे हैं कि मीटिंग का नतीजा क्या होगा और उसके बाद क्या निर्णय लिए जाएंगे.

लोगों से हथियार सरेंडर करने की अपील

हिंसा के दौरान पहाड़ियों और घाटी दोनों में भीड़ ने लगभग 6500 बंदूकें और 600000 गोला-बारूद लूट लिए थे. इसी के बाद यह बैठक इसलिए भी जरूरी है क्योंकि यह ऐसे समय में हो रही है जब मणिपुर में सेना और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों सहित सभी बल लूटे गए हथियारों को वापस लाने के लिए काम कर रहे हैं. साथ ही हथियार सरेंडर करने के लिए केंद्रीय एजेंसियां ​​कुकी और मैतेई दोनों समूहों के साथ काम कर रही हैं.

लोगों को हथियार वापस करने के लिए राज्यपाल भल्ला ने सात दिन की माफी योजना शुरू की थी. इसी के तहत 650 हथियार और गोला-बारूद लोगों ने सरेंडर किए हैं. पुलिस शस्त्रागारों से लूटे गए 6500 हथियारों में से, सेना अब तक सिर्फ 2500 के आसपास ही बरामद कर पाई है.राज्यपाल भल्ला ने शुक्रवार को हथियार सरेंडर करने की समय सीमा 6 मार्च तक बढ़ा दी है और लोगों को आश्वासन दिया कि समय सीमा से पहले लूटे गए हथियार वापस करने पर कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी.

दो जातियों के बीच भड़की थी हिंसा

3 मई, 2024 को पूरे मणिपुर में जातीय संघर्ष शुरू होने के लगभग 22 महीने बाद भी सामान्य स्थिति बहाल नहीं हो पाई है. 13 फरवरी, 2024 को राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया गया था, कुछ दिनों बाद मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने पार्टी के कुछ विधायकों के विद्रोह के बाद इस्तीफा दे दिया था. एन बीरेन सिंह के इस्तीफे से एक महीने पहले, केंद्र ने पूर्व गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को राज्यपाल नियुक्त किया था

बिहार में प्राकृतिक गैस का भंडार मिलने की संभावना, गंगा तट पर खुदाई शुरू

जिले के गंगानदी के तटवर्ती इलाके में धरती के भूगर्भ से प्राकृतिक संसाधनों को दोहन करने के उद्देश्य से खुदाई शुरू कर दी गई है। जिस स्थान पर खुदाई हो रही है, वह पूर्व में गंगानदी का बहाव क्षेत्र था।

वर्तमान में गंगा नदी की दूरी तीन किलोमीटर हैं। उपग्रहीय डेटा के विश्लेषण में यहां प्राकृतिक तेल एवं गैस के बड़े भंडार का पता चला था। इसके बाद तीन साल पहले सतही खुदाई कर मिट्टी के नमूने लिए गए थे।

भारत सरकार द्वारा कराई जा रही खुदाई

पूर्व में खुदाई के दौरान भूगर्भ से प्राप्त तरत पदार्थ व मिट्टी के लिए गए नमूनों को तेल एवं प्राकृतिक गैस के कुएं की खुदाई करने वाली कंपनी हैदराबाद के अल्फा जियो के प्रयोगशाला में जांच की गई थी। जिसके आधार प्राकृतिक गैस तथा पेट्रोलियम उत्पाद की खोज के लिए भारत सरकार द्वारा खुदाई कराई जा रही है।

क्षेत्र के विकास के लिए अहम

यदि संकेत के आधार पर हो रही खुदाई में प्राकृतिक संसाधन प्राप्त हो जाता है तो क्षेत्र का नाम भी माइनिंग क्षेत्र में जुड़ जाएगा। जिसके साथ ही क्षेत्र के विकास में अहम भूमिका भी निभाएगा। हालांकि, ये बातें फिलहाल धरती के भूगर्भ में है।

सतह से तीन से छह किलोमीटर नीचे तक होगी खुदाई

कंपनी के क्रॉप अधिकारी द्वारा बताया गया कि यह कार्य धरती से तीन से छह किलोमीटर नीचे तक खुदाई कर उसकी जांच की जाएगी। खुदाई के दौरान भूगर्भ में प्रत्येक बीस मीटर पर हल्का डाइनामाइट लगाकर हल्के विस्फोट कर निचले स्तर पर ड्रिलर को पहुंचाया जा रहा है।

विस्फोटक के बाद धरती पर जो हलचल होती है, उसके डेटा को करीब में लगे एक विशेष यंत्र द्वारा संग्रह किया जाता है।

गंगानदी के बेसिन में यह खुदाई लोगों के लिए कौतुहल का विषय बना हुआ है। अचानक से चिन्हित प्लॉट पर जाकर खड़ी फसल के बीच खुदाई करने को लेकर पहले तो जमीन मालिक से संपर्क किया गया।

जमीन मालिक को बताया गया है कि खुदाई से उसकी फसल की जितना नुकसान होगा उसकी भरपाई की जाएगी। जिसके बाद उक्त प्लॉट में खुदाई का कार्य शुरू कराया गया।

बर्ड फ्लू का खतरा मध्य प्रदेश में बढ़ा, छिंदवाड़ा में बिल्लियों में पाया गया वायरस,स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप

मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में H5N1 (हाईली पैथोजेनिक एवियन इन्फ्लूएंजा) 3 पालतू बिल्लियों और एक जीवित पक्षी में पाया गया. 31 जनवरी 2025 को छिंदवाड़ा, मध्य प्रदेश में 3 पालतू बिल्लियों और एक जीवित पक्षी बाजार में H5N1 का मामला सामने आया. इसके बाद, स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए गए हैं.

राज्य को एवियन इन्फ्लूएंजा के नियंत्रण और रोकथाम के लिए योजना के मुताबिक काम शुरू करने को कहा गया. बाजार में सभी पक्षियों को मारा गया और बाजार को 21 दिनों के लिए बंद कर दिया गया, जब तक वहां की सफाई का प्रमाण पत्र नहीं मिल गया.

65 नमूने इकट्ठा किए गए

विभाग द्वारा तय की गई योजना के अनुसार सभी जरूरी कदम उठाए गए. भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बनाई गई योजना के मुताबिक भी सभी जरूरी कदम उठाए गए. 10 फरवरी 2025 को, पक्षी बाजार में काम करने वाले पशु चिकित्सकों और अन्य लोगों के 65 नमूने इकट्ठा किए गए और पुणे के NIV भेजे गए. सभी नमूने इन्फ्लूएंजा के लिए नेगेटिव पाए गए.

बर्ड फ्लू कितना खतरनाक

बता दें कि बर्ड फ्लू एक प्रकार का इन्फ्लुएंजा है. इन्फ्लुएंजा एक एच5एन1 प्रकार का वायरस है. पानी के फव्वारे से शुरू हुआ वायरस मुर्गी पालन में सबसे तेजी से फैला. इसके प्रभाव में घरेलू पोल्ट्री फॉर्म आ जाते हैं. अगर यह वायरस किसी पक्षी में फैलता है तो उसके मरने की गति तेज हो जाती है. हालांकि यह वायरस इंसान से इंसान में नहीं फैलता है. लेकिन पक्षियों से इंसानों में फैल सकता है.

JDU को किससे खतरा, निशांत को पावर सेंटर बनाने के पीछे किसका दिमाग, क्या यही है एकमात्र विकल्प?

ताउम्र परिवारवाद के खिलाफ आवाज उठाने वाले नीतीश कुमार के लिए उनकी पार्टी को बचाए रखना आसान नहीं है. नीतीश अचेत अवस्था में हैं, ये तो विरोधी डंके की चोट पर कह रहे हैं. मगर, उनकी राजनीति अब अंतिम पारी में पहुंच चुकी है, इसकी चिंता जेडीयू नेताओं से कहीं ज्यादा उन लोगों को सता रही है जो नीतीश कुमार के समाज का हिस्सा हैं. इसलिए नीतीश के शुभचिंतक और परिजन कैमरे पर पिछले कुछ महीनों से नीतीश के लाल निशांत की राजनीति में प्रवेश को लेकर गुहार करते देखे गए हैं.

निशांत को पावर सेंटर के रूप में लाना क्यों जरूरी है?

नीतीश के पेट में दांत है, ऐसा लालू प्रसाद यादव कई साल पहले कह चुके हैं. इसलिए नीतीश कुमार भले ही बड़ी संख्या की हैसियत रखने वाले जाति से ना हों लेकिन उन तमाम लोगों के नेता जरूर बन गए हैं, जो लालू प्रसाद के शासन काल में प्रताड़ित होते रहे हैं. जाहिर है कि नीतीश ने बड़ी ही होशियारी से ओबीसी से ईबीसी (आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग) को अलग किया. वहीं दलितों में महादलित बनाकर अपने लिए बड़ा वोट बैंक तैयार कर लिया. इतना ही नहीं महिलाओं को पंचायत स्तर से लेकर जीविका समूह में भागीदारी देकर आधी आबादी को अपना मुरीद बना लिया.

इसलिए नीतीश पिछले 20 सालों से प्रासंगिक हैं और सत्ता की चाबी दबंगई से अपने पास रखे हुए हैं. जाहिर है नीतीश का राजनीतिक खेल अब अंतिम दौर में है. इसलिए वारिश की तलाश लंबे समय से होती आ रही है. इस कवायद में कभी कुर्मी समाज से आने वाले आरसीपी सिंह तो कभी वीआरएस लेकर बिहार में जेडीयू के लिए सेवा देने वाले मनीष वर्मा खासे चर्चा में रहे. मगर, दोनों नौकरशाह जेडीयू की कमान संभालने से पहले ही सीन से हट गए. पार्टी में अब क्राइसिस साफ दिख रही है.

वहीं जेडीयू के बड़े नेताओं में कोई भी जे़डीयू की विरासत को संभालने का दम नहीं रखता है, ये साफ दिख रहा है. कहा जाता है कि खुद नीतीश ने सेकेंड लाइन तैयार नहीं होने दी. इसलिए शरद यादव, ललन सिंह या फिर कुशवाहा समाज के उपेंद्र कुशवाहा को जेडीयू में दो बार शामिल होकर भी असलियत का अहसास हो चला है.जाहिर है 13 से 14 फीसदी वोट को नीतीश के बाद कौन संभालेगा? इसकी चिंता पिछले दो सालों से खूब चल रही है. यही वजह है कि अंतिम विकल्प के रूप में निशांत का नाम पार्टी कैडर और नेता के अलावा परिवार के शुभचिंतक आगे बढ़कर लेने लगे हैं.

निशांत पर दांव खेलने की मजबूरी क्या है?

कुर्मी समाज के लोग नीतीश का ताज निशांत के अलावा किसी और को देने के पक्ष में नहीं हैं. इसलिए नीतीश कुमार के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित परिजन पिछले कुछ महीनों से निशांत को राजनीति में आने को लेकर मनाने में जुटे थे. वैसे राजनीति में अपनी इच्छा पूरी करने के लिए समर्थकों से कहलवाने की एक रस्म रही है, जो राजनेता जितनी सहूलियत से ऐसा करता है, वो उतना ही त्यागी और बलिदानी के रूप में देखा जाता है.

सवाल ये है कि नीतीश ने अब तक सेकेंड लाइन क्यों नहीं तैयार की. वहीं, कभी तेजस्वी तो कभी उपेंद्र कुशवाहा या फिर आरसीपी और मनीष वर्मा को सब्जबाग दिखाने वाले नीतीश क्या इसी दिन के इंतजार में थे. जाहिर है 20 साल से बिहार की सत्ता पर काबिज रहने वाले नीतीश ने पार्टी को इस कगार पर ला खड़ा कर दिया है कि जहां पार्टी को बचाने के लिए उनके सुपुत्र को संकटमोचक के रूप में उतरने की मांग तेज हो गई है.

निशांत की राजनीतिक महत्वाकांक्षा अब मीडिया की नजरों में कोलाहल मार रही है. इसलिए निशांत के परिजन और जेडीयू के समर्थकों में उत्साह का संचार हो रहा है. जाहिर है क्राइसिस को दूर करने वाले के रूप में निशांत का चेहरा आगे है, जिसे जेडीयू का कोर वोटर जोर-जोर से पुकार रहा है. बीजेपी ने भले ही नीतीश के स्वास्थ्य को देखते हुए लंबी प्लानिंग कर रखी हो लेकिन नेतृत्व नीतीश का होगा इस बात से बीजेपी नेता इनकार नहीं कर पा रहे हैं. अब जेडीयू को भविष्य मिल गया है. इसलिए 13 से 14 फीसदी वोट कोई हड़प लेगा, इसकी संभावना कम होती दिख रही है.

नीतीश कब होंगे रिटायर और निशांत कब लेंगे एंट्री?

नीतीश के नेतृत्व में अगला चुनाव लड़ा जाएगा. वहीं, निशांत कभी पार्टी के औपचारिक स्ट्रक्चर में शामिल हो जाएंगे. जाहिर है नीतीश जो चाहेंगे वही होगा. इसलिए जेडीयू में निशांत को आगे कर जेडीयू अपने वोट बैंक को बचाने का भरपूर प्रयास करेगी, ये तय माना जा रहा है. बकौल निशांत उनके पिता नीतीश स्वस्थ हैं. इसलिए अगले पांच साल तक सीएम रह सकते हैं. इस बीच निशांत अपनी पार्टी को मजबूत करने का आह्वान कार्यकर्ताओं से करते हैं.

निशांत पार्टी की हैसियत तीन नंबर से ऊपर देखना चाह रहे हैं .ताकि नीतीश किसी भी सूरत में एकनाथ शिंदे की हालत में पहुंचने से बचें. नीतीश की तरह निशांत भी लालू प्रसाद परिवार से बेहतर रिश्ते रखने के हिमायती दिख रहे हैं लेकिन साल 2005 से पहले के बिहार की परिस्थितियों को गिनाकर निशांत अपने भविष्य की राजनीतिक दिशा को लेकर इशारा कर रहे हैं.

फिलहाल निशांत अपने पिता को अगले पांच साल तक सीएम बनाने की बात कर रहे हैं. वहीं पिता की छाया में राजनीतिक रूप से परिपक्व होकर निशांत जेडीयू की कमान संभालेंगे, ऐसा प्रतीत हो रहा है. जेडीयू का भविष्य अब तैयार है और अपनी बारी का इंतजार कर रहा है…निशांत ऐसा मैसेज देने में कामयाब दिख रहे हैं.

WhatsApp कॉलिंग फीचर में करेगा बड़ा अपडेट, ये होगा फायदा

वॉट्सऐप अपने यूजर्स के लिए नए फीचर्स लेकर आता रहता है. ये फीचर्स यूजर के एक्सपीरिंयस को बेहतर बना देते हैं. प्लेटफॉर्म ने पर्सनल और ग्रुप कॉल्स पर ज्यादा कंट्रोलेबल बनाने के लिए नया फीचर शुरू किया है. जिसमें कॉल मेनू में आपको बदलाव नजर आएंगे. फिलहाल ये फीचर वॉट्सऐप बीटा वर्जन 2.25.5.8 पर शुरू किया गया है. जल्द ही इसे सभी के लिए ऑफिशियली शुरू किया जाएगा.

वॉट्सऐप का कॉल लिंक फीचर और कॉल मेनू

वॉट्सऐप ने अपने पिछले अपडेट में कॉल लिंक शॉर्टकट शुरू किया था. इसके जरिए आप डायरेक्ट चैट से वॉयस या वीडियो कॉल लिंक बना सकते थे. यही नहीं इसके अलावा शेयर भी कर सकते थे. अच्छी बात ये है कि अब प्लेटफॉर्म ने इस फीचर को और भी ज्यादा एडवांस बनाने का फैसला किया है. अब प्लेटफॉर्म पर कॉलिंग इंटरफेस और भी बेहतर हो जाएगा.

नए फीचर से क्या होगा फायदा?

जैसा कि कई बार चैटिंग के दौरान कॉलिंग फीचर वहीं पर अवेलेबल होने के वजह से गलती से किसी को भी कॉल या वीडियो कॉल लग जाती है. जिसके बाद कई बार शर्मिंदगी भी होती है. लेकिन वॉट्सऐप इस परेशानी को ठीक करने का जुगाड़ करदिया है. WhatsApp एक यूनिफाइड कॉल मेनू लेकर आ रहा है. इसमें कॉल से पहले कन्फर्मेशन स्टेप आया करेगा. नए सिस्टम में कॉल लगाने से पहले आपसे पूछा जाएगा. जिसमें आप सलेक्ट कर सकेंगे कि वॉयस कॉल करनी है या वीडियो कॉल करनी है.

ग्रुप कॉलिंग में क्या बदलाव आएगा?

नए कॉल मेनू के साथ ग्रुप कॉलिंग भी आसान हो जाएगा. नए अपडेट में कॉल मेनू कॉल लिंक जेनरेट करने के लिए एक शॉर्टकट लाएगा. इससे आपको कॉल टैब खोलने की जरूरत नहीं पड़ेगी. ये फीचर मल्टीपल लोगों को कॉल में ऐड करना आसान बना देगा. फिलहाल ये फीचर अभी टेस्टिंग फेज में हैं, प्लेटफॉर्म जल्द ही इन्हें सभी के लिए शुरू कर सकता है.

हिमस्खलन में जख्मी लोगों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता… CM पुष्कर सिंह धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली जिले के माणा गांव के पास हुए हिमस्खलन की जानकारी लेते हुए राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र, आईटी पार्क देहरादून पहुंचकर अधिकारियों के साथ बैठक की और रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए.

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को घटनास्थल पर त्वरित पहुंच सुनिश्चित करने को कहा और समीप के हेलीपैड को शीघ्र सक्रिय करने के निर्देश दिए, ताकि राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाई जा सके. उन्होंने ड्रोन एवं हेलीकॉप्टर की मदद से निगरानी और रेस्क्यू अभियान को और प्रभावी बनाने पर जोर दिया.

हिमस्खलन प्रभावितों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता

मुख्यमंत्री धामी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि आईटीबीपी, सेना, जिला प्रशासन, वायुसेना और अन्य एजेंसियां राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. खराब मौसम और कम विजिबिलिटी के कारण हेलीकॉप्टर का संचालन फिलहाल संभव नहीं है, लेकिन स्नो एक्सपर्ट्स की सेवाएं ली जा रही हैं. आईटीबीपी की विशेष टीमें लगातार कार्य कर रही हैं.

उन्होंने कहा कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता हिमस्खलन में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालना है. प्रभावित लोगों के परिजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है.

राज्य और केंद्र सरकार में समन्वय

मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि राज्य सरकार लगातार केंद्र सरकार से संपर्क में है और प्रधानमंत्री कार्यालय, गृह मंत्री एवं रक्षा मंत्री से भी बातचीत हो रही है. उन्होंने आश्वासन दिया कि रेस्क्यू अभियान में यदि किसी अतिरिक्त एजेंसी की आवश्यकता होगी, तो उनकी मदद तुरंत ली जाएगी.

अब तक 10 लोगों को आईटीबीपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. लगातार बर्फबारी के कारण मार्ग अवरुद्ध हो रहे हैं लेकिन मौसम में सुधार के साथ रेस्क्यू कार्य और तेज किया जाएगा. सभी राहत दलों के बीच समन्वय सुनिश्चित किया गया है और माणा हेलीपैड को भी सक्रिय किया जा रहा है. एम्स ऋषिकेश, श्रीनगर मेडिकल कॉलेज और गोपेश्वर जिला अस्पताल को भी तैयार रखा गया है.

मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी से ली पूरी जानकारी

मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से चमोली के जिलाधिकारी श्री संदीप तिवारी से घटना की विस्तृत जानकारी ली. जिलाधिकारी ने बताया कि हिमस्खलन बद्रीनाथ धाम से 6 किमी आगे हुआ, जहां सीमा सड़क संगठन के अंतर्गत बर्फ हटाने वाले मजदूर मौजूद थे. तुरंत आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत कार्यों में जुट गईं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हर प्रभावित व्यक्ति की सुरक्षा और सहायता के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. सभी एजेंसियां युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हुई हैं, और जल्द ही सभी फंसे लोगों को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा.

बांग्लादेशी-रोहिंग्या घुसपैठियों के खिलाफ लें एक्शन… अमित शाह का दिल्ली पुलिस को निर्देश

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को दिल्ली पुलिस को अवैध बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को भारत में प्रवेश कराने में मदद करने वाले नेटवर्क के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है और इससे सख्ती से निपटा जाना चाहिए.

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के लिए हुई बैठक की अमित शाह ने अध्यक्षता की. इस अवसर पर उन्होंने साफ कहा कि लगातार खराब प्रदर्शन करने वाले सब-डिवीजनों और पुलिस स्टेशनों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.

अमित शाह ने कहा कि शहर में अंतरराज्यीय गिरोहों को बेरहमी से खत्म करना दिल्ली पुलिस की प्राथमिकता होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मादक पदार्थों के मामलों में “ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर तक” कार्रवाई की जानी चाहिए और ऐसे मादक पदार्थों के नेटवर्क को खत्म किया जाना चाहिए.

घुसपैठियों को मदद करने वालों पर हो एक्शन

उन्होंने बैठक में कहा, “बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को देश में घुसने, उनके दस्तावेज बनवाने और यहां रहने में मदद करने वाले पूरे नेटवर्क के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. अवैध घुसपैठियों का मुद्दा राष्ट्रीय सुरक्षा से भी जुड़ा है और इससे सख्ती से निपटा जाना चाहिए. उनकी पहचान कर उन्हें वापस भेजा जाना चाहिए.”

बैठक में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, दिल्ली के गृह मंत्री आशीष सूद, दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए.

26 साल से अधिक के अंतराल के बाद इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत का जिक्र करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि दिल्ली में डबल इंजन की सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उम्मीद के मुताबिक विकसित और सुरक्षित राजधानी के लिए दोगुनी गति से काम करेगी.

दिल्ली पुलिस में नियुक्तियां जल्द

उन्होंने स्पष्ट किया कि निर्माण से जुड़े मामलों और 2020 के दंगों के मामलों के त्वरित निपटारे के लिए दिल्ली पुलिस की अनुमति की आवश्यकता नहीं होगी. शाह ने कहा कि दिल्ली सरकार को विशेष अभियोजकों की नियुक्ति करनी चाहिए ताकि इन मामलों का जल्द निपटारा किया जा सके.

उन्होंने कहा, “दिल्ली पुलिस को जल्द ही अतिरिक्त पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए. डीसीपी स्तर के अधिकारियों को पुलिस थानों का दौरा करना चाहिए, जन ​​सुनवाई शिविर आयोजित करने चाहिए और उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए.”

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जेजे क्लस्टरों में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए नई सुरक्षा समितियां बनाई जानी चाहिए. शाह ने कहा कि दिल्ली पुलिस को उन जगहों की पहचान करनी चाहिए जहां रोजाना ट्रैफिक जाम होता है. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस आयुक्त और मुख्य सचिव को बैठक कर इसका त्वरित समाधान निकालना चाहिए. उन्होंने दिल्ली सरकार से जलभराव से निपटने के लिए ‘मानसून कार्य योजना’ तैयार करने को भी कहा

रमजान से पहले मुसलमानों के लिए 15 प्वाइंट की एडवाइजरी जारी

मुसलमानों का पवित्र महीना रमजान शुरू होने जा रहा है. इस महीने में मुसलमान रोजा रखते हैं और अल्लाह की इबादत करते हैं. देश में एक मार्च को चांद दिखने की उम्मीद है और 2 मार्च को पहला रोजा रखा जाएगा. इस पवित्र महीने को लेकर लखनऊ स्थित इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के चेयरमैन और ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने मुसलमानो के लिए महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की है. उन्होंने रमजान में 15 सूत्रीय एडवाइजरी जारी करते हुए मुसलमानों से देश की सलामती और आपसी भाईचारे की दुआ की अपील की है.

आज यानी शुक्रवार को सऊदी अरब में रमजान का चांद दिखने की संभावना है. इसके साथ ही देश के केरल राज्य में भी अरब के साथ चांद दिखाई देता है. उसके अगले दिन देश के अन्य राज्यों में चांद दिखता है. अगर यहां कल चांद नजर आता है तो कल से पहली तरावीह की नमाज और 2 मार्च को पहला रोजा रखा जाएगा. उसके बाद इबादत का दौर पूरे महीने चलेगा.

रमजान से पहले 15 सूत्रीय एडवाइजरी जारी

माहे मुबारक रमजान को लेकर इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने 15 सूत्रीय एडवाइजरी जारी करते हुए मुसलमानों से रमजान में इबादत करने की अपील की है. उन्होंने देश की सलामती, भाईचारे के लिए दुआ करने को कहा है. साथ ही सहरी के वक्त सुबह बेवजह शोर न करने की अपील की गई है. पड़ोसियों और मोहल्ले का ख्याल रखने को कहा गया है. मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने मुसलमान से कहा है कि रमजान सबसे मुबारक महीना है. इस महीने को इबादत में गुजारे और इस रमजान की सबसे अफजल इबादत रोजा है, जो आदमी और औरत पर फर्ज है.

पड़ोसियों का रखें ख्याल

मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा है कि रोजेदार इफ्तार का एहतमाम करें. सहरी जो सुन्नत है, उसका भी आ एहतमाम किया जाए. उन्होंने कहा है कि सहरी के लिए बार-बार माइक में ऐलान न किया जाए. साथ ही किसी तरह का शोर ना किया जाए, जिसकी वजह से पड़ोसी और मोहल्ले वालों को किसी तरह की कोई परेशानी का सामना करना पड़े. उन्होंने तरावीह को लेकर कहा है कि ये सुन्नत है, इसका जरूर एहतमाम किया जाए. तरावीह के टाइम का भी ध्यान दिया जाए. इसके अलावा नमाजियों की गाड़ियां वहां पार्क की जाएं, जहां पर जगह मुकर्रर की हो. उन्होंने कहा है कि इसकी वजह से ट्रैफिक ना खराब होने पाए.

इफ्तार पार्टी में गरीबों को करें शामिल

मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा है कि रोजेदार इसका भी ध्यान रखें कि बड़े पैमाने पर जो इफ्तार पार्टियों होती हैं, उसमें गरीबों को शामिल किया जाए. सभी मस्जिदों में इफ्तार का इंतजाम किया जाए. इसका भी ध्यान रखना चाहिए कि जो मालदार मुसलमान हैं, उनको ढाई परसेंट हिस्सा गरीबों में बांटा जाए. उन्होंने कहा है कि हमें ध्यान देना चाहिए कि यह रमजान का मुबारक महीना है, मस्जिद के आसपास और मोहल्ले के आसपास का साफ सफाई का ध्यान रखा जाए. वह कहते हैं कि इस महीने में अल्लाह रोजेदारों को दुआओं को कबूल फरमाता है. सहरी और इफ्तार के वक्त अपने और अपने घर वालो के लिए दुआ करें. उसके साथ साथ अपने मुल्क के तामीर और तरक्की के लिए और भाईचारे के लिए जरूर दुआएं करें.

आंध्र प्रदेश पुलिस ने पकड़ा शातिर चोर, तीन साल में चोरी की 100 बाइक

आंध्र प्रदेश पुलिस ने एक ऐसे शातिर चोर को पकड़ा है, जिसने तीन साल में 100 बाइक चोरी की वारदात को अंजाम दिया. केआर पुरम पुलिस ने सौ बाइक चुराने वाले नौकर को किया गिरफ्तार है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी हर शाम बस से बेंगलुरु आता था, इसके बाद वह केआर पुरम, टिन फैक्ट्री, महादेवपुरा के रिहायशी इलाकों में घूमता रहता था. ऐसे में मौका पाकर घर के सामने खड़ी बाइकों का हैंडल लॉक तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम दे देता था.

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी ने बेंगलुरु, तिरुपति, चित्तूर समेत कई जगहों पर चोरी की हैं. आरोपी महंगी बाइकों को निशाना बनाकर चोरी करता था और फिर उन्हें आंध्र प्रदेश में 15-20 हजार में बेच देता था. इसके बाद मिले पैसों से मौज करता था. इसके अलावा आरोपी ने केआर पुरम थाना क्षेत्र में 25 बाइकें चुराई है. पुलिस ने बताया कि आरोपी के पास से 20 रॉयल एनफील्ड बाइक, 30 पल्सर बाइक, 40 एक्सिस और अन्य वाहन जब्त किए गए.

जब्त किए गए वाहनों की कीमत

पुलिस ने बताया कि जब्त किए गए वाहनों की कीमत करीब 1.45 करोड़ रुपये है. वहीं आरोपी के खिलाफ केआर पुरम थाने में मामला दर्ज किया है. पुलिस के अनुसार उन्हें बाइक चोरी की कई शिकायतें आई थी, इसके बाद उन्होंने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच शुरू की . ऐसे में काफी प्रयासों के बाद शातिर चोर पकड़ा. पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कुबुल कर लिया है. आरोपी ने बताया कि वह अपने शौक को पूरा करने के लिए नकली ताले का उपयोग करके मोटरसाइकिल चोरी करता था.

यूट्यूब पर वीडियो देख सीखा बाइक चोरी करना

हालांकि इससे पहले भी एक ऐसा मामला आ चुका है. आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के एक युवक ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर बाइक चोरी करने का तरीका सीखा और फिर शहर में चोरी की वारदातें शुरू कर दी. युवक की पहचान वेणकटेश्वरुलु के रूप में हुई थी. वेणकटेश्वरुलु ने यूट्यूब से यह सीखा कि चाबी खो जाने पर बाइक को कैसे चालू किया जा सकता है, और बाद में उसने इसका उपयोग चोरी करने के लिए किया. बाइक चुराने के बाद उन्हें OLX पर बेचता था और उसे कमीशन मिलता था.

होलाष्टक के दौरान भूल से भी न खरीदें ये चीजें, बढ़ जाती हैं मुश्किलें!

हिंदू धर्म में होलाष्टक की अवधि अशुभ मानी जाती है. ये आठ दिनों की अवधि होती है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, होलाष्टक की शुरुआत फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से होती है. पंचांग के अनुसार, होलाष्टक की अवधि की शुरुआत होली से आठ दिन पहले हो जाती है. इसका समापन होलिका दहन के साथ हो जाता है. होलाष्टक की अवधि में गृह प्रवेश, विवाह या मुंडन संस्कार जैसे शुभ कार्यों को करने की मनाही होती है.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, होलाष्टक की अवधि में किए गए शुभ कामों का फल प्राप्त नहीं होता है. इसके विपरीत होलाष्टक की अवधि में अगर वर्जित काम किए जाते हैं, तो जीवन में कई तरह की समस्याएं आ सकती हैं. होलाष्टक की अवधि में शुभ काम न करने के साथ-साथ इस दौरान नई चीजों की खरीदारी भी वर्जित मानी गई हैं. मान्यता है कि इस दौरान कोई नहीं चीज खरीदना शुभ नहीं होता. ऐसा करने से जीवन में मुश्किलें बढ़ सकती हैं.

इस साल कब से होलाष्टक?

वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 7 मार्च से हो शुरू हो रही है. ऐसे में होलाष्टक की भी शुरुआत 7 मार्च से हो जाएगी. इसका समापन 13 मार्च को हो जाएगा. क्योंकि 13 मार्च को होलिका दहन की जाएगी. इसके बाद 14 मार्च को होली का मनाई जाएगी.

होलाष्टक में न खरीदें ये चीजें

हिंदू मान्यताओं के अनुसार होलाष्टक दिनों में बाजार से कोई नई चीज खरीदकर घर न लाएं.

होलाष्टक के दौरान नए कपड़े, नई गाड़ी, घरेलू उपयोग में आने वाली चीजें, सोना और चांदी भी नहीं खरीदें. इस दौरान नया मकान न लें और बनवाएं भी नहीं.

होलाष्टक के दिनों में यज्ञ, हवन या अन्य धार्मिक अनुष्ठान नहीं करवाएं.

हालांकि इस दौरान नियमित पूजा की जा सकती है.

हिंदू मान्यता है कि इस समय में नकारात्मक ऊर्जा का वेग बहुत ज्यादा होता है. इसलिए इस दौरान नया निवेश और लेन देन न करें. इससे जीवन में आर्थिक संकट आ सकता है.

करें ये काम

होलाष्टक के दौरान दान करें. इससे घर में सुख-समृद्धि आती है.

हनुमान चालीसा और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें. ऐसा करना विशेष फलदायी माना जाता है.

इस दौरान लड्डू गोपाल का पूजन करें. उनके गोपाल सहस्त्रनाम का पाठ करें. इससे जीवन में सकारात्मकता रहती है.

Disclaimer:इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. हम इसकी पुष्टि नहीं करता है.