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केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से छत्तीसगढ़ मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में स्थापित कर रहा है नए मानक - मुख्यमंत्री श्री साय

रायपुर-  केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने संसद में दिए अपने वक्तव्य में बताया कि भारत में मातृ मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर और अंडर-फाइव मृत्यु दर में गिरावट की दर वैश्विक गिरावट की दर से दोगुनी से अधिक रही है। उन्होंने कहा कि यह सफलता स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन का परिणाम है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री नड्डा ने विशेष रूप से छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल क्षेत्रों का उल्लेख करते हुए कहा कि बीजापुर, कोंटा, नारायणपुर, बस्तर और दंतेवाड़ा में स्वास्थ्य संकेतकों में अभूतपूर्व सुधार दर्ज किया गया है। इन क्षेत्रों में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सुधार कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन के कारण यह सुधार संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अपनाई गई बहुआयामी रणनीतियों ने इस सुधार को गति दी है और इन प्रयासों को स्थाई बनाने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में निरंतर सुधार किया जाएगा।

केंद्र और राज्य के सहयोग से छत्तीसगढ़ में नया बदलाव

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि को केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग का प्रमाण बताते हुए कहा कि यह बदलाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री नड्डा की प्रभावी रणनीतियों के परिणामस्वरूप संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदेश के सबसे दूरस्थ इलाकों तक भी पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आदिवासी बहुल क्षेत्रों में माताओं और शिशुओं की देखभाल में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार ने न केवल स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाया है, बल्कि आदिवासी इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ और सुलभ बनाने के लिए भी ठोस कदम उठाए हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रधानमंत्री श्री मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ को स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में केंद्र सरकार से अतुलनीय सहयोग मिला है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार राज्य के प्रत्येक नागरिक को उत्तम स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में निरंतर सुधार के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए नए स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना, अत्याधुनिक उपकरणों की उपलब्धता और स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से पोलैंड की विदेशी मामलों की समिति के प्रतिनिधिमंडल ने की मुलाकात

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज यहां उनके निवास कार्यालय में पोलैंड की विदेशी मामलों की संसदीय समिति के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रतिनिधिमंडल का छत्तीसगढ़ में स्वागत करते हुए उन्हें बस्तर आर्ट का प्रतीक चिन्ह और राजकीय गमछा भेंट किया। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत,खनिज भंडार, वन संपदा व पर्यटन सहित अन्य विशेषताओं की जानकारी देते हुए राज्य में आर्थिक निवेश के विषय में चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ तेजी से आर्थिक विकास के पथ पर अग्रसर है। हमारे द्वार निवेशकों के लिए खुले हैं, यहां उद्योगों को सभी प्रकार की सुविधाएं दी जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने पोलैंड सहित अन्य यूरोपीय देशों के निवेशकों को भी छत्तीसगढ़ में औद्योगिक निवेश के लिए आमंत्रित किया। छत्तीसगढ़ के नैसर्गिक सौंदर्य एवं समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की जानकारी से पोलैंड का संसदीय दल बहुत प्रभावित हुआ।

पोलैंड की विदेशी मामलों की संसदीय समिति के अध्यक्ष पावेल कोवल ने कहा कि उन्हें छत्तीसगढ़ में आकर बहुत अच्छा लगा। वे कल पुरखौती मुक्तांगन गए, जहां छत्तीसगढ़ की संस्कृति की झलक देखने को मिली। पिछले साल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पोलैंड की यात्रा की थी। लगभग 45 वर्षों के बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री पोलैंड आये। इस यात्रा के बाद पोलैंड और भारत के रिश्ते और मजबूत हुए हैं। इसी तारतम्य में हम भारत के विभिन्न राज्यों की यात्रा कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ और पोलैंड के मध्य आपसी सहयोग की बहुत संभावनाएं हैं। इस लिहाज से छत्तीसगढ़ की यह यात्रा हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने छत्तीसगढ़ में दल के आत्मीय स्वागत के लिए सभी का आभार जताया।

मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल से चर्चा के दौरान कहा कि पिछले वर्ष प्रधानमंत्री श्री मोदी ने पोलैंड की यात्रा की थी। यह 45 वर्ष बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पोलैंड यात्रा थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सभी देशों से अच्छे सम्बंध कायम कर रहे हैं। यह बहुत खुशी की बात है कि पोलैंड की विदेशी मामलों की संसदीय समिति ने छत्तीसगढ़ यात्रा कर यहां निवेश की संभावनाओं में रुचि दिखाई है। हम आप सभी का राज्य में स्वागत करते हैं। पोलैंड के जो निवेशक छत्तीसगढ़ में आर्थिक निवेश करना चाहते हैं उन्हें हम सभी प्रकार की सहयोग और सहूलियत प्रदान करेंगे।

मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को छत्तीसगढ़ के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि राज्य निर्माण के बाद अभी तक 25 वर्षों की यात्रा में छत्तीसगढ़ ने अभूतपूर्व उन्नति की है। छत्तीसगढ़ देश का नौवां सबसे बड़ा राज्य है। देश के विकास में छत्तीसगढ़ महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। यहां प्रचुर मात्रा में खनिज भंडार और वन संपदा है। उद्योग विभाग के सचिव रजत कुमार ने प्रदेश में लागू की गई नवीन औद्योगिक नीति के बारे में जानकारी दी। इस दौरान छत्तीसगढ़ की अधोसंरचना और सांस्कृतिक विरासत तथा पर्यटन पर संक्षिप्त पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन दिया गया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिवद्वय पी दयानंद, मुकेश बंसल, संस्कृति विभाग के संचालक विवेक आचार्य उपस्थित थे।

रायपुर जिले के 10 नगरीय निकायों में 11 लाख से अधिक मतदाता करेंगे वोट, जिला प्रशासन की तैयारी पूरी

रायपुर-  नगरीय निकाय चुनाव 2025 के तहत कल रायपुर नगर निगम सहित जिले के अन्य 10 नगरीय निकायों में मतदान होगा। सभी जगहों पर मतदान का समय सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक निर्धारित किया गया है. चुनाव आयोग ने सभी मतदान केंद्रों में मतदान की व्यवस्था पूरी कर ली है और सोमवार की सुबह ही मतदान सामग्री का वितरण कर मतदान दलों को केंद्रों पर भेज दिया गया है.

रायपुर नगर निगम में बनाए गए हैं 1095 मतदान केंद्र

रायपुर नगर निगम में मतदान के लिए 70 वार्डों में कुल 1095 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इसमें कुल मतदाताओं की संख्या 10 लाख 36 हजार 118 है. इसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 5 लाख 18 हजार 954 तथा महिला मतदाताओं की संख्या 5 लाख 16 हजार 908 है. तृतीय लिंग मतदाताओं की संख्या 256 है.

जिले के 10 निकायों में 11 लाख से अधिक मतदाता

रायपुर जिले में सभी 10 नगरीय निकायों के 240 वार्ड में कुल 11 लाख 68 हजार 373 मतदाता हैं. जिनमें पुरूष मतदाता 5 लाख 83 हजार 807, महिला मतदाता 5 लाख 84 हजार 307 एवं तृतीय लिंग मतदाता की संख्या 259 हैं. रायपुर नगर निगम मे मतदान को सुचारू रूप से कराने के लिए 104 सेक्टर ऑफिसर की नियुक्ति की गई है. वहीं जिले में कुल 136 सेक्टर ऑफिसर हैं.

खाद संकट से किसानों में आक्रोश, 14 फरवरी से आंदोलन की चेतावनी

राजिम-  गरियाबंद के फिंगेश्वर ब्लॉक सहित अंचल के किसानों को खाद संकट का सामना करना पड़ रहा है। सहकारी समितियों में खाद की भारी कमी के चलते किसान 200-300 रुपए प्रति बोरी अधिक कीमत चुकाने को मजबूर हैं। साथ ही 500-600 रुपये का जबरन अतिरिक्त सामान (लदान) लेने का दबाव बनाया जा रहा है। इस आर्थिक शोषण से किसान मानसिक रूप से परेशान और आक्रोशित हैं। इसे लेकर किसानों ने 14 फरवरी से आंदोलन की चेतावनी दी है.

भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के फिंगेश्वर ब्लॉक संयोजक रेखराम साहू ने कहा है कि यदि 12 फरवरी तक खाद की आपूर्ति नहीं हुई तो 14 फरवरी से किसान आंदोलन करेंगे। राजिम-फिंगेश्वर मुख्य मार्ग पर चुरेना चौक पर क्षेत्र के किसान धरना प्रदर्शन करेंगे. इसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। इस संबंध में 10 फरवरी को प्रशासन को लिखित सूचना दी जा चुकी है।

राजधानी में ATS की बड़ी कार्रवाई: अवैध तरीके से रह रहे 3 बांग्लादेशी नागरिकों को किया गिरफ्तार, पूछताछ में हो सकते हैं बड़े खुलासे

रायपुर- छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में अवैध रूप से रह रहे तीन बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई एटीएस (एंटी टेररिज्म स्क्वाड) और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त रूप से की। पुलिस ने इन आरोपियों के कब्जे से फर्जी दस्तावेज भी बरामद किये है। पूछताछ के दौरान कई बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, हाल ही में सुरक्षा एजेंसियों को सूचना मिली थी कि रायपुर में कुछ विदेशी नागरिक फर्जी पहचान के सहारे रह रहे हैं। इस इनपुट के आधार पर एटीएस और पुलिस की संयुक्त टीम ने गुप्त जांच शुरू की। जांच के दौरान तीन संदिग्धों की गतिविधियां संदिग्ध पाई गईं। जब पुलिस ने उनके भारतीय पहचान पत्र और अन्य सरकारी दस्तावेज की जांच की, तो पाया गया कि उनके पास मौजूद दस्तावेज फर्जी निकले। इसके बाद टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों को हिरासत में ले लिया।
कैसे बने थे फर्जी दस्तावेज?
प्रारंभिक जांच के बाद आशंका जाते जा रही है कि गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी नागरिकों ने दलालों की मदद से भारतीय नागरिकता से जुड़े फर्जी दस्तावेज बनवाए होंगे। ये दलाल अवैध प्रवासियों को नकली पहचान पत्र बनवाने में मदद करते हैं, जिससे वे भारत में आसानी से रह सकें और विभिन्न सरकारी सुविधाओं का लाभ उठा सकें।
गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान  ?
1 – मोहम्मद इस्माईल  27 वर्ष
पिता का नाम: शेख शमसुद्दीन
मूल निवासी: नाभरन, जिला जैसोर, प्रांत खुलना, बांग्लादेश
वर्तमान पता: मिश्रा बाड़ा, ताजनगर टिकरापारा, रायपुर
2 – शेख अकबर  23 वर्ष
पिता का नाम: शेख शमसुद्दीन
मूल निवासी: नाभरन, जिला जैसोर, प्रांत खुलना, बांग्लादेश
वर्तमान पता: मिश्रा बाड़ा, ताजनगर टिकरापारा, रायपुर
3 –  शेख साजन  22 वर्ष
पिता का नाम: शेख शमसुद्दीन
मूल निवासी: नाभरन, जिला जैसोर, प्रांत खुलना, बांग्लादेश
रायपुर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं और विदेशी नागरिक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। इन्हें अदालत में पेश किया जाएगा, जहां पुलिस उनकी रिमांड की मांग करेगी ताकि उनसे गहराई से पूछताछ की जा सके।
सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता बढ़ी
यह मामला सामने आने के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और रायपुर समेत राज्य के अन्य शहरों में भी अवैध प्रवासियों की तलाश तेज कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि वे ऐसे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई करेंगे। रायपुर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “यह कार्रवाई राज्य की सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। हम किसी भी संदिग्ध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेंगे। अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ हमारी मुहिम जारी रहेगी।”
आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा : रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर के 28 अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग की दबिश, 23 का किया पंजीयन निरस्त

रायपुर- छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना के तहत फर्जी दावों पर सख्त कार्रवाई करते हुए रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर के 28 अस्पतालों का निरीक्षण किया। जांच के बाद 15 अस्पतालों का पंजीयन एक वर्ष के लिए निरस्त कर दिया गया, जबकि 4 अस्पतालों को 6 माह के लिए, 4 को 3 माह के लिए निलंबित किया गया और 5 अस्पतालों को चेतावनी पत्र जारी किया गया है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) की नेशनल एंटी फ्रॉड यूनिट समय-समय पर फर्जी दावों की पहचान कर ट्रिगर भेजती रही है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ शासन ने विस्तृत परीक्षण कर कार्रवाई के निर्देश दिए थे, जिसके बाद राज्य नोडल एजेंसी ने संदिग्ध अस्पतालों की पहचान कर राज्य एवं जिला स्तरीय अधिकारियों की विशेष बैठक बुलाई। रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर जिलों में व्यापक निरीक्षण अभियान चलाया गया, जिसमें डॉक्टरों और प्रशासनिक अधिकारियों की संयुक्त टीमों ने प्रत्येक दिन दो अस्पतालों की गहन भौतिक जांच की।

निरीक्षण के दौरान अनियमितताओं के प्रमाण पाए जाने पर सभी 28 अस्पतालों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए और जवाब देने के लिए पर्याप्त समय दिया गया। अस्पतालों द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण समाधानकारक नहीं पाए गए, जिसके आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की गई है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस कार्रवाई को जरूरी बताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना और शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना का उद्देश्य प्रदेश के हर नागरिक को सुलभ और निःशुल्क चिकित्सा सेवा प्रदान करना है। उन्होंने चेतावनी दी कि अनियमितता करने वाले अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और इस तरह की अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार स्वास्थ्य योजनाओं की पारदर्शिता को लेकर पूरी तरह गंभीर है और जो भी अस्पताल नियमों का उल्लंघन करेंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। आयुष्मान योजना का लाभ केवल योग्य लाभार्थियों तक सही रूप में पहुंचे, यह सुनिश्चित करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार पूरी सख्ती से निगरानी रखेगी और आगे भी इसी तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।

राजिम कुंभ में झलक रहा जल संसाधन विभाग के अधिकारियों का भ्रष्टाचार, कुंड निर्माण के नाम पर की खानापूर्ति…

अभनपुर- राजिम कुम्भ कल्प 12 फरवरी से शुरू होने जा रहा है. आस्था, श्रद्धा और भक्ति से ओत-प्रोत इस आयोजन के ध्येय को जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की करस्तानी मटियामेट करती नजर आ रही है. कार्यों में साफ-साफ नजर आ रही खामी आयोजन के नाम पर हुए भ्रष्टाचार की पोल खोल रही है. 

राजिम कुंभ कल्प के दौरान श्रद्धालुओं के स्नान के लिए रायपुर जिले के नवापारा के नेहरू घाट के पास जल संसाधन विभाग द्वारा पिछले वर्षों की तरह इस बार भी स्नान कुंड का निर्माण करवाया जा रहा है. कार्य को लेकर किस तरह की लापरवाही बरती जा रही है, इसे साफ देखा जा सकता है.

कुंड के किनारे पिछले वर्ष की रेत से भरी सड़ी-गली और पुरानी बोरियों के ऊपर रेत की एक-दो परत नई बोरियों को रख दिया गया है. इसके अलावा कुंड की गहराई भी यथावत है, याने इस बार इसकी न तो सफाई की ओर ध्यान दिया गया है, और न ही कुंड को गहरा किया गया है.

जानकार बताते हैं कि विभागीय अधिकारी नये निर्माण सामग्रियों और कुंड के गहरीकरण का पैसा निकालकर ठेकेदार के मिलीभगत कर गबन कर लेंगे. स्पष्ट है कि कार्य के नाम पर विभागीय अधिकारी राज्य सरकार की आंख में धूल झोंकने का प्रयास कर रहे हैं. इस खामी की तस्वीर को मन-मस्तिष्क में प्रदेश के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालु लेकर अपने-अपने घरों में जाएंगे. केवल छवि का ही नहीं इस खामी से अनहोनी भी हो सकती है.

मामले में अभनपुर जल संसाधन विभाग के एसडीओ आनंद निकोसे का कहना है कि कुंड निर्माण करने वाले के द्वारा अगर ऐसा किया जा रहा है, तो मैं उसे दिखवाता हूं. कुंड निर्माण में सामग्रियों और गहराई का भौतिक सत्यापन कर जितनी नई सामग्री होगी, उतने का ही भुगतान किया जाएगा. साथ ही काम के अनुरूप ही भुगतान किया जाएगा.

रायपुर के गोल बाजार इलाके में चली गोली, दो आरोपी गिरफ्तार

रायपुर- राजधानी रायपुर में नगरीय निकाय चुनाव के बीच गोल बाजार इलाके में रविवार देर रात गोली चलने से इलाके में दहशत का माहौल है. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपी टप्पू और कलीम को गिरफ्तार किया है. पूरा मामला मौदहापारा थाना क्षेत्र का है.

आरोपी टप्पू

जानकारी के मुताबिक, उर्स चादर निकालने के दौरान गोली चलाई गई. इसकी सूचना मिलते ही एसएसपी डॉ. लाल उमेंद सिंह, एडिशनल एसपी लखन पाटले समेत वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचकर की मामले की जांच की. इस मामले में पुलिस टप्पू और कलीम को गिरफ्तार कर दोनों से पूछताछ कर रही है. वहीं घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की भी जांच की जा रही है.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छात्र छात्राओं के साथ सुनी "परीक्षा पे चर्चा" की आठवीं कड़ी

रायपुर- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केवल देश की प्रगति की चिंता ही नहीं करते, बल्कि वे युवाओं से विशेष जुड़ाव रखते हैं। उनका यह प्रयास है कि भावी पीढ़ी सही निर्णय ले, जीवन की परीक्षाओं को आत्मविश्वास के साथ दे और देशहित में अपनी ऊर्जा का सर्वोत्तम उपयोग करे। प्रधानमंत्री की यह सोच "परीक्षा पे चर्चा" के माध्यम से मूर्त रूप लेती है, जो देश के करोड़ों छात्रों और उनके अभिभावकों को संबल प्रदान करने वाली पहल है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित "परीक्षा पे चर्चा" कार्यक्रम के दौरान यह बात कही।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम शामिल होकर छात्र-छात्राओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वार्ता "परीक्षा पे चर्चा" को सुना। इसके उपरांत विद्यार्थियों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने बोर्ड सहित अन्य परीक्षाओं की तैयारी भयमुक्त और तनावरहित वातावरण में करने के लिए छात्र छात्रों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले आठ वर्षों से लगातार परीक्षा के समय देश के विद्यार्थियों से संवाद कर रहे हैं और उन्हें मूल्यवान टिप्स दे रहे हैं। सालभर की मेहनत के बावजूद परीक्षा के समय तनाव और दबाव का अनुभव होना स्वाभाविक है, लेकिन प्रधानमंत्री की यह पहल इस समस्या को दूर करने में अत्यंत प्रभावी सिद्ध हो रही है। प्रधानमंत्री न केवल छात्रों से संवाद करते हैं, बल्कि अपने अनुभवों के माध्यम से सफलता का मंत्र भी देते हैं। यह संवाद न केवल बच्चों बल्कि उनके अभिभावकों को भी बहुत कुछ सिखाता है। मुख्यमंत्री ने अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने बच्चों पर अनावश्यक दबाव न डालें, बल्कि परीक्षा के समय उनका मनोबल बढ़ाएं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री हमेशा बच्चों को छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करने, संतुलित आहार लेने, भरपूर नींद लेने और मानसिक शांति बनाए रखने की सलाह देते हैं। इस वर्ष उन्होंने "सूर्य स्नान" के महत्व पर भी चर्चा की, जिससे विद्यार्थियों को शारीरिक और मानसिक स्फूर्ति प्राप्त होती है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम विद्यार्थियों के आत्मविश्वास को बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें नई प्रेरणा भी देते हैं।

मुख्यमंत्री ने साझा किए छात्र जीवन से जुड़े अनुभव

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर अपने छात्र जीवन से जुड़े प्रेरक अनुभव भी साझा किए। उन्होंने कहा कि गांव में उनकी प्रारंभिक शिक्षा हुई और वे पढ़ाई में हमेशा अच्छे रहे। लेकिन बचपन में ही पिता के निधन ने जीवन में कई चुनौतियाँ प्रस्तुत कीं, जिससे उन्होंने बहुत कुछ सीखा। उन्होंने आगे बताया कि उनकी हैंडराइटिंग बहुत अच्छी थी और शिक्षक उसे अन्य विद्यार्थियों के लिए उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करते थे।

मुख्यमंत्री श्री साय ने विद्यार्थियों को संदेश देते हुए कहा कि परीक्षा के दौरान आत्मविश्वास बनाए रखना बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि तनाव तो स्वाभाविक है, लेकिन जब हमें अपनी तैयारी पर भरोसा होता है, तो हम किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।

कार्यक्रम के दौरान रायपुर के मयाराम सुरजन शासकीय स्कूल की छात्रा युक्तामुखी साहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात का अनुभव मुख्यमंत्री श्री साय के साथ साझा किया। उन्होंने बताया कि परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान उन्हें प्रधानमंत्री से सीधे सवाल पूछने का अवसर मिला, जो उनके लिए अविस्मरणीय क्षण था। युक्तामुखी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उनके प्रश्न का उत्तर देते हुए सकारात्मक रहने और छोटी-छोटी खुशियों में आनंद खोजने का मंत्र दिया। इस पर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह गर्व की बात है कि हमारे प्रदेश से 20 लाख से अधिक छात्र छात्राओं ने प्रधानमंत्री से सवाल पूछने के लिए आवेदन किया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि "परीक्षा पे चर्चा" केवल परीक्षा तक सीमित नहीं, बल्कि यह युवाओं के मानसिक विकास और आत्मविश्वास को बढ़ाने वाली एक सशक्त पहल है। यह कार्यक्रम न केवल छात्रों को, बल्कि अभिभावकों को भी उनके मार्गदर्शन और सहयोग की दिशा में नई दृष्टि प्रदान करता है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस संवाद को अत्यंत प्रेरणादायक बताते हुए विद्यार्थियों को परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दीं।

इस अवसर पर स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी, समग्र शिक्षा के प्रबंध संचालक संजीव कुमार झा, संचालक शिक्षा दिव्या उमेश मिश्रा सहित शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

नए स्वरूप में दिखेगा राजिम कुंभ कल्प : 20 सालों बाद बदला मेला स्थल, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए 54 एकड़ में भव्य मंच बनकर तैयार

राजिम-  छत्तीसगढ़ के पवित्र तीर्थ त्रिवेणी संगम राजिम में 12 फरवरी से माघ पूर्णिमा के अवसर पर राजिम कुंभ कल्प 2025 का शुभारंभ होने जा रहा है। 20 वर्षों बाद पहली बार इस महाकुंभ के स्थान और स्वरूप में बड़ा बदलाव किया गया है। मेला अब संगम स्थल में नहीं, बल्कि वहां से 750 मीटर दूर लक्ष्मण झूला और चौबे बांधा के बीच लगेगा, जहां 54 एकड़ भूमि पर भव्य मंच तैयार किया गया है।

पंचकोशी धाम थीम पर विशेष आयोजन

इस वर्ष मेले की थीम “पंचकोशी धाम” पर आधारित होगी, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिकता और संस्कृति का भव्य अनुभव प्रदान करेगी। इस आयोजन के तहत धार्मिक अनुष्ठान, प्रवचन, संत समागम और आध्यात्मिक संगोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा।

भक्तों और संतों का महासंगम

राजिम कुंभ कल्प मेले में देशभर से साधु-संतों, कथा वाचकों और श्रद्धालुओं का आगमन होगा। धार्मिक कार्यक्रमों के साथ-साथ स्थानीय संस्कृति, लोककला और आध्यात्मिक संगोष्ठियों का आयोजन इस बार के कुंभ कल्प मेले को विशेष बनाएगा। मेला प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था, यातायात नियंत्रण और सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पेयजल, शौचालय, पार्किंग, रुकने और खाने-पीने की विशेष व्यवस्था की गई है।

राजिम में उमड़ेगा आस्था का सैलाब

राजिम कुंभ कल्प को इस वर्ष नए भव्य स्वरूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। यह आयोजन छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को वैश्विक पहचान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। राजिम कुंभ कल्प के इस महापर्व में देशभर से लाखों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। 12 फरवरी से शुरू होने वाला यह मेला आस्था, आध्यात्म और संस्कृति का संगम साबित होगा।