/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png StreetBuzz मूर्ति विसर्जन के दौरान भोजपुरी गाने को लेकर विवाद, पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप Jharkhand
मूर्ति विसर्जन के दौरान भोजपुरी गाने को लेकर विवाद, पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप

धनबाद : धनबाद जिले के बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के टुंडी रोड में सरस्वति पूजा के मूर्ति विसर्जन के दौरान भोजपुरी गाना बजाने को लेकर विवाद बढ़ गया. जिसके बाद आरोप है कि पुलिस ने बच्चों और महिलाओं पर लाठीचार्ज किया है.

लाठीचार्ज की घटना के बाद माहौल और तनावपूर्ण हो गया. आधा दर्जन से अधिक बच्चे और महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.

दरअसल, सरस्वती पूजा के मूर्ति विसर्जन के दौरान भोजपुरी गाना बजाने को लेकर दो गुटों में विवाद बढ़ गया. दोनों पक्षों में झड़प हो गई, जिसके बाद मारपीट की घटना हुई. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी मौके पर पहुंची.

लेकिन लोगों का आरोप है कि पुलिस पेट्रोलिंग टीम ने माहौल को शांत करने की बजाय महिलाओं और बच्चों पर लाठीचार्ज कर दिया. इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने बरवाअड्डा-टुंडी सड़क को जाम कर दिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की.

ग्रामीणों ने दोषी पुलिस अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.

घटना की सूचना मिलने के बाद बरवाअड्डा थाना प्रभारी सुनील कुमार रवि मौके पर पहुंचे. उन्होंने घटना की पूरी जानकारी ली. दोषी पुलिस अधिकारी के खिलाफ उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर मामले को शांत कराया. थाना प्रभारी के हस्तक्षेप के बाद ग्रामीण शांत हुए और मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम संपन्न हुआ.

मामले को लेकर बरवाअड्डा थाना प्रभारी सुनील कुमार रवि ने बताया कि भोजपुरी गाना बजाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ, जिसके बाद मारपीट की घटना हुई. उन्होंने बताया कि आपसी मारपीट में लोग घायल हुए हैं. स्थिति को शांत करने के लिए पेट्रोलिंग पार्टी पहुंची थी. पुलिस द्वारा लाठीचार्ज के संबंध में उन्होंने कहा कि मामला सत्य पाया गया तो पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी.

रेलवे सुरक्षा में बड़ा बदलाव: झारखंड में लगेगी 'कवच' तकनीक, ट्रेन दुर्घटनाओं में कमी आएगी


रेलवे लाइन पर ट्रेनों के टकराने की घटनाओं को कम करने और यात्री सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए राज्य में स्वदेशी तकनीक 'कवच' का स्थापना कार्य तेजी से चल रहा है। 

कवच तकनीक की शुरुआत देशभर में पहले से ही हो चुकी है, और अब झारखंड में भी 1,693 किलोमीटर के रेलवे ट्रैक पर इसे लागू करने की मंजूरी मिल चुकी है।

इस तकनीक के तहत, 400 किलोमीटर के रूट पर टेंडर प्रक्रिया चल रही है। इससे राज्य में रेल यात्रा को और सुरक्षित बनाने के लिए अहम कदम उठाए गए हैं। इस तकनीक को रेल सुरक्षा कवच भी कहा जाता है, जो इंजन को ट्रैक से जोड़कर ट्रेन की गति और सुरक्षा की निगरानी करता है। इससे ट्रेनों के बीच टक्कर की संभावना में भारी कमी आएगी और लोको पायलट को तेज गति, सिग्नल की अनदेखी या खराब मौसम जैसी समस्याओं से निपटने में मदद मिलेगी।

कवच लगाने में पांच चरणों की होती है प्रक्रिया

कवच लगाने के लिए पांच चरणों की प्रक्रिया पूरी की जाती है, जिसमें फाइबर आप्टिक केबल बिछाना, टेलीकाम टावर लगाना, स्टेशनों और ट्रेनों में उपकरण लगाना, और पटरियों के किनारे उपकरण लगाना शामिल है। इन प्रक्रियाओं को पूरी तरह से लागू करने से राज्य में रेल यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।

रेलवे मंत्रालय ने इस तकनीक को झारखंड में लागू करने का ऐलान किया है, जो आगामी वर्षों में राज्य के लिए रेल यात्रा को और अधिक सुरक्षित बनाएगा। इसके पहले देश में 1465 किमी के मार्ग और 139 इंजनों पर यह कवच सिस्टम पहले ही लागू हो चुका है। अब दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा मार्गों पर भी इस प्रणाली का विस्तार किया जाएगा।

65 इंजनों में से लगाया गया है सिस्टम 

भारतीय रेलवे ने इस परियोजना के लिए अब तक 1216 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। इसके साथ ही 13,000 से अधिक इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव इंजनों में से 65 इंजनों पर कवच सिस्टम लगाया जा चुका है।

कवच तकनीक के फायदे

 यह तकनीक ट्रेनों के टकराने की संभावना को बहुत कम कर देती है।

खराब मौसम में लोको पायलट को सुरक्षित यात्रा के लिए मदद करती है।

ट्रेनों के आपस में टकराने की स्थिति में आटोमेटिक ब्रेक लगाने की क्षमता रखती है।

खराब सिग्नल या लोको पायलट की लापरवाही पर कवच अपने आप ट्रेन को रोकने की व्यवस्था करता है।

 यह प्रणाली रेल क्रासिंग (एलसी गेट्स) के पास आते ही बिना लोको पायलट के हार्न बजाना शुरू कर देती है, ताकि खतरे से बचा जा सके।

रेल सुरक्षा कवच तकनीक की मदद से यदि लोको पायलट ब्रेक लगाने में असमर्थ होता है, तो सिस्टम अपने आप ब्रेक लगा देता है।

राजधानी एक्सप्रेस में बढ़ाए गए अतिरिक्त कोच

महाकुंभ को लेकर दिल्ली की ओर जाने वाली ट्रेनों में इन दिनों भीड़ अधिक होने के कारण यात्रियों को कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा है। यहां तक प्रतीक्षा सूची में यात्रियों की संख्या बढ़ गई है। यात्रियों की समस्या को देखते हुए राजधानी एक्सप्रेस में अतिरिक्त कोच बढ़ाए गए हैं।

12454/12453 नई दिल्ली – रांची राजधानी एक्सप्रेस एवं 20408/20407 नई दिल्ली – रांची राजधानी एक्सप्रेस में स्थायी रूप से कोच संयोजन मे वृद्धि की गई है।

20408 नई दिल्ली – रांची राजधानी एक्सप्रेस में पांच फरवरी से वातानुकूलित प्रथम श्रेणी का एक अतिरिक्त कोच स्थायी तौर पर लगाया जाएगा।

20407 रांची – नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस में छह फरवरी से वातानुकूलित प्रथम श्रेणी का एक अतिरिक्त कोच स्थायी तौर पर लगाया जाएगा।

12454 नई दिल्ली – रांची राजधानी एक्सप्रेस में आठ फरवरी से वातानुकूलित प्रथम श्रेणी का एक अतिरिक्त कोच स्थायी तौर पर लगाया जाएगा।

12453 रांची – नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस में नौ फरवरी से वातानुकूलित प्रथम श्रेणी का एक अतिरिक्त कोच स्थायी तौर पर लगाया जाएगा।

हाल के दिनों में प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज जा रहे हैं। इससे ट्रेनों में सीटें नहीं मिल रही है। इसको देखते हुए रेलवे की ओर से अतिरिक्त व्यवस्था की जा रही है।

झारखंड के ग्रामीण क्षेत्र को सामाजिक, आर्थिक और शारीरिक रूप से मज़बूत करने के लिए शुरू की गयी श्यामा प्रसाद रुर्बन मिशन 25 फरवरी से होगा बंद


रांची : झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों को सामाजिक, आर्थिक और शारीरिक रूप से मज़बूत करने के लिए भाजपा सरकार द्वारा शुरू की गयी श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन 25 फरवरी से बंद हो जायेगा.

 केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने इस बाबत में झारखंड सरकार को निर्देश दिया है. मंत्रालय ने कहा है कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन में खर्च की गयी राशि और बची हुई राशि का ब्योरा दें. मंत्रालय ने 25 फरवरी से इस मिशन को पूर्ण रूप से बंद करने की घोषणा की है.

ग्रामीण क्षेत्रों को मजबूती प्रदान करना इसका मुख्य उद्देश्य

श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों को आर्थिक, सामाजिक और वास्तविक रूप से मजबूती प्रदान करना है. इसके तहत, ग्रामीण स्तर पर आ रहे बदलाव की काफी सराहना की जा रही है. योजना के तहत झारखंड से धनबाद, बोकारो, गुमला, गिरिडीह, दुमका, रांची, पाकुड़, चतरा, रामगढ़, पश्चिमी सिंहभूम, लातेहार, पूर्वी सिंहभूम व अन्य कुछ जिलों में जनजातीय और गैर जनजातीय कलस्टर का चयन किया गया है.

झारखंड को जल्द ही वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की सुविधा मिलेगी,अश्विनी वैष्णव ने दी जानकारी

झारखंड को जल्द ही वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की सुविधा मिलने वाली है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस बात की जानकारी दी है कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की प्रक्रिया जल्द ही पूरी की जाएगी, जिससे राज्य के यात्रियों को नई और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव प्राप्त होगा।

वंदे भारत ट्रेनें अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होती हैं, जिनमें यात्रियों की आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए विशेष ध्यान दिया गया है।

सोमवार को रांची रेल मंडल कार्यालय में आयोजित वीडियो कान्फ्रेंस के दौरान नई दिल्ली से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी जुड़े। इस दौरान रेलवे के अधिकारी मौजूद रहे। रेल मंत्री ने यह भी बताया कि वंदे भारत ट्रेन नेटवर्क को और भी विस्तारित किया जाएगा।

 एक साल में पूरे देश में 200 वंदे भारत ट्रेनें, 100 अमृत भारत ट्रेनें और 50 नमो भारत ट्रेनें चलाने की योजना बनाई गई है। इन ट्रेनों में एसी और स्लीपर दोनों प्रकार की सेवाएं उपलब्ध होंगी, जिससे यात्रियों को विभिन्न विकल्पों का लाभ मिलेगा। 

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की खूबियां

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का डिज़ाइन अत्याधुनिक है, जो यात्रियों को आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव प्रदान करता है।

यह ट्रेन 180 किमी/घंटा की अधिकतम गति से चल सकती है, जो इसे एक सेमी हाई-स्पीड ट्रेन बनाती है।

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में आरामदायक सीटें हैं, जो यात्रियों को लंबी यात्रा के दौरान आराम से बैठने की सुविधा प्रदान करती हैं।

यह ट्रेन वाई-फाई और पावर आउटलेट्स से सुसज्जित है, जो यात्रियों को अपने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को चार्ज करने और इंटरनेट का उपयोग करने की सुविधा प्रदान करती है।

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में यात्रियों के लिए भोजन और पेय की सुविधा उपलब्ध है, जो उन्हें यात्रा के दौरान स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेने की सुविधा प्रदान करती है।

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में डिजिटल सुविधाएं जैसे कि डिजिटल स्क्रीन, ऑटोमेटेड डोर्स और अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो यात्रियों को आधुनिक और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव प्रदान करती हैं।

रांची से पुरी के बीच ट्रेन चलाने की लंबे दिनों से हो रही मांग 

झारखंड के यात्रियों ने रांची से पुरी के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाने की मांग की है। फिलहाल इस दिशा में कोई निर्णय नहीं लिया गया है, क्योंकि रांची रेल मंडल को इस संदर्भ में कोई दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं।

धनबाद के चिटाही धाम का वार्षिक महोत्सव शुरू, कलश यात्रा में शामिल हुए सैकड़ों लोग


 रंग-बिरंगी झांकियां बनी आकर्षण का केंद्र

 

धनबाद: धनबाद के चिवटाही स्थित राम राज मंदिर का वार्षिक महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है. कलश यात्रा के साथ महोत्सव की शुरुआत हुई।बाघमारा चिटाही धाम श्रीराम राज मंदिर का वार्षिक महोत्सव और श्री राम महायज्ञ की शुरुआत मंगलवार से शुरुआत हो गई है.

इस अवसर पर तेलमच्चो स्थित दामोदर नदी से कलश में जल भरकर सांसद ढुल्लू महतो, उनकी पत्नी सावित्री देवी, उनके भाई विधायक शत्रुध्न महतो समेत हजारों की संख्या में लोगों ने राम राज मंदिर के लिए पैदल यात्रा शुरू की.

कलश यात्रा में झांकी बना आकर्षण का केंद्र

इस झांकी में महाराष्ट्र का ढोल बाजा लोगों को काफी भाया है. महाराष्ट्र में गणपति महोत्सव जैसे बड़े उत्सव पर यह बजता है. महाराष्ट्र की टीम में तीस से चालीस लोग पहुंचे हैं.

 टीम में शामिल लोगों ने बताया कि यहां आकर काफी अच्छा लगा. झारखंड पहली बार पहुंचे हैं. आज का यह उत्सव काफी बढ़िया है.

असम से आई टीम ने बढ़ाया कलश यात्रा का शोभा

वहीं असम से आई टीम बिहू नृत्य का जलवा कलश यात्रा में बिखेरती नजर आई. टीम में शामिल अंजली ने बताया कि इससे हमारी संस्कृति झलकती है. झारखंड में आकर हमें काफी अच्छा लगा. हमारी टीम में 30 लोग शामिल हैं. वहीं इसके अलावे पंजाब, यूपी के कानपुर समेत अन्य जगहों

की झलक भी कलश यात्रा में देखने को मिली.

इस कलश यात्रा में काफी संख्या में श्रद्धालु हुए शामिल.

 वहीं सांसद ढुल्लू महतो ने कहा कि श्रीराम जी की यह सेना है. सेना निकल चुकी है. उन्होंने कहा कि महायज्ञ में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समेत अन्य केंद्रीय मंत्रियों को आमंत्रित किया गया है. वहीं बाघमारा विधायक शत्रुध्न महतो ने कहा कि भगवान श्रीराम में लोगों की आस्था आज की कलश यात्रा से समझी जा सकती है.

प्रशासन की टीम भी पूरी तरह से रही मुस्तैद

कलश यात्रा की सुरक्षा को देखते हुए धनबाद से रांची जाने वाली सड़क को तेलमच्चो मोड़ से तेलमच्छो ब्रिज तक वन वे कर दिया गया. जिसमें एक तरफ वाहन और दूसरी तरफ कलश यात्रा चल रही है.

जेएमएम के 53 वां स्थापना दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन, विधायक कल्पना सोरेन सहित कई मंत्री हुए शामिल


हेमन्त और कल्पना ने कोयला बकाया को लेकर केंद्र सरकार पर किया प्रहार

धनबाद : धनबाद गोल्फ ग्राउंड रणधीर वर्मा स्टेडियम में जेएमएम ने 53वां स्थापना दिवस मनाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष ने किया।मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन मुख्य अतिथि, गांडेय विधायक कप्पना सोरेन विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुई।साथ ही मंत्री हफीजुल हसन,योगेंद्र महतो,विधायल सह सचेतक मथुरा महतो,पूर्व मंत्री बेबी देवी,मिथलेश ठाकुर सहित पार्टी के नेता पदाधिकारी शामिल हुए।वहीं धनबाद के साथ साथ गिरिडीह, बोकारो जामताड़ा के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

आदिवासी परम्परागत वेशभूषा में पुरुष महिला मादर, तीर,धनुष लेकर भी कार्यक्रम में पँहुचे।

कार्यक्रम स्थल पहुँचने से पहले मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन,विधायक सह मुख्यमंत्री धर्मपत्नी कल्पना सोरेन बरवाअड्डा हवाईअड्डा में हेलीकॉप्टर से पहुँची।डीसी माधवी मिश्रा व एसएसपी एचपी जनार्दनन ने बुके देकर स्वागत किया।जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर दिया।

वहीं स्थापना दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन,विधायक कल्पना सोरेन केंद्र सरकार पर जमकर प्रहार की।कल्पना सोरेन ने स्थापना दिवस में पँहुचे कार्यकर्ताओ का अभिवादन जोहार कह कर की।

वहीं कल्पना सोरेन ने अपने सम्बोधन में कहा कि पिछले साल ईडी द्वारा मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को गिरफ्तार करने की कार्रवाई किया गया था।वह दिन राज्य के लिये काला दिन है।ईडी कार्रवाई में जेल मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन गए थे।पाँच महीने बाद जेल से गुरुजी बनकर निकले थे।केंद्र सरकार 1 लाख 36 हजार करोड़ बकाया रखी है जो नही दे रही।जब तक बकाया केंद्र सरकार नही देंगी,तब तक चेन नही लेने वाले है।

राज्य में फिर से हेमन्त सरकार बनी है।यह सभी मंईयां के कारण हुआ है।56 इंच के लिये 56 विधायक को मंईयां ने जिताया है। मंईयां योजना लागू हुआ, महिलाओं को 2500 रुपए मिल रहा है यह पूर्व मंत्री बेबी देवी के कारण सम्भव हो पाया।वहीं हेमन्त सोरेन ने कहा कि केंद्र सरकार 1 लाख 36 हजार करोड़ बकाया रखी है।

देना नही चाहती।अभी चिट्ठी पत्री लिख रहे,इसके बाद कानूनी लड़ाई और उसके बाद सभी कोयला खदानों को बन्द कर देंगे।सहारा इंडिया गरीबो का पैसा लेकर भाग गई है।सहारा को सभी का पैसा लौटना होगा नही तो झारखण्ड सरकार हर लड़ाई लड़ने को आम जनता के लिये तैयार है।

झारखंड में जमीन माफिया दलाल सक्रिय है।जो बीडीओ-सीओ गलत करेगा उसपर तुरंत कार्रवाई होगी, सीओ बीडीओ को जेल भेजेंगे।झारखंड की मंईयां योजना की चर्चा पूरा देश मे है।अब दिल्ली में इसका फोटोकॉपी करने का वायदा किया गया है।

झारखंड में शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबऱ,अप्रैल महीने तक होगी नयी नियुक्ति

झारखंड में शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है. सहायक आचार्य भर्ती नियुक्ति को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है. जानकारी के मुताबिक अप्रैल महीने तक इनकी नियुक्ति कर दी जाएगी.

शिक्षा मंत्री ने क्या कहा

इस मामले में शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने कहा कि सहायक आचार्य नियुक्ति को लेकर न्यायालय के आदेश के बाद अब नियुक्ति प्रक्रिया जल्द पूरी की जायेगी. नया शैक्षणिक सत्र एक अप्रैल से शुरू होगा, ऐसे में अप्रैल तक नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर लेने की तैयारी की जा रही है. विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में दिशा-निर्देश दिये गये हैं.

झारखंड में 26001 सहायक आचार्य की नियुक्ति को लेकर पिछले माह सुप्रीम कोर्ट और झारखंड हाईकोर्ट ने दो अलग-अलग मामलों में अपना निर्णय सुनाया है. इसके बाद स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के अधिकारी इस सप्ताह झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे.

देवघर में एक शिक्षक के घर में लाखों की चोरी, ठाणेएन शिक्षक ने दर्ज़ कराया मामला


झा. डेस्क 

देवघर जिले के नगर थानांतर्गत वार्ड नंबर-13 राउत नगर के मधुसूदन छोराट मुहल्ले में शिक्षक के घर पर चोरों ने लाखों का सामान चोरी कर लिया है. इस मामले में शिक्षक ने थाने में मामला दर्ज कराया है। 

यहां एक शिक्षक के बंद घर का ताला तोड़कर चोरों ने नकदी समेत लैपटॉप व जेवरात के अलावा अन्य सामान की चोरी कर ली। पीड़ित शिक्षक राम कुमार यादव ने नगर थाने में अज्ञात चोर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है।

जानकारी के मुताबिक शिक्षक मूल रूप से बिहार के बांका जिले के आनंदपुर थाना क्षेत्र के पीडडा गांव के हैं। उन्होंने बताया कि उनका मकान राउत नगर मधुसूदन छौराट देवघर वार्ड सं0 13 में भी है।

दो फरवरी की रात्रि में उनके मकान के गेट का ताला तोड़कर चोर घर में घुसा और गोदरेज तोड़कर 16,000 नकद सहित पांच जोड़ी पायल, एक जोड़ी कानबाली व एक लैपटॉप चोरी कर ले गये।

उन्होंने यह भी कहा है कि वह अपने गांव पिड्डा स्थित मध्य विद्यालय में शिक्षक के पद पर हैं और उनकी पत्नी भी आंगनबाड़ी सेविका के पद पर कार्यरत है। इसके चलते सोमवार से शनिवार तक ड्यूटी करनी पड़ती है।

छुट्टी के दिन वे लोग देवघर आते हैं. उसी क्रम में तीन फरवरी की सुबह 10 दस बजे राउत नगर देवघर के घर आये तो देखा कि वहां चोरी हो गयी है। पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है। माना जा रहा है कि घटना में स्थानीय लोगों का ही हाथ हो सकता है।

सुप्रीम कोर्ट ने झारखंड सरकार की एसएलपी को किया खारिज, हाईकोर्ट के आदेश को रखा बरकरार


सुप्रीम कोर्ट ने झारखंड सरकार की एसएलपी को खारिज कर दिया है। जमीन घोटाला केस मैनेज करने के लिए ईडी अधिकारियों के नाम पर वसूली मामले में हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

सरकार की अपील पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के बाद जस्टिस एमएम सुंदरेश और जस्टिस राजेश बिंदल की खंडपीठ ने सरकार की एसएलपी को खारिज करते हुए हाई कोर्ट के आदेश को बरकरार रखने का फैसला सुनाया

हाई कोर्ट ने ईडी को मैनेज करने के नाम पर छह करोड़ रुपये के लेनदेन मामले में दर्ज प्राथमिकी की पुलिस जांच पर पूर्व की रोक को बरकरार रखा है।राज्य सरकार ने चार दिसंबर 2024 के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी।

हाई कोर्ट ने ईडी अधिकारियों को राहत देते हुए पंडरा ओपी सहित कई थानों के सीसीटीवी सुरक्षित रखने का निर्देश दिया है।हाई कोर्ट ने पंडरा ओपी और सुखदेव नगर पुलिस थाना सहित अन्य जगहों के सीसीटीवी फुटेज को भी सुरक्षित रखने का आदेश दिया था।

इस संबंध में हाई कोर्ट में ईडी की ओर से दाखिल याचिका में कहा गया है कि मामले में पुलिस सही तरीके से जांच नहीं कर रही है।पुलिस ईडी अधिकारियों को इस मामले में गलत तरीके से फंसाने की साजिश कर रही है।

मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी अपने क्षेत्र का अतिक्रमण कर रहे हैं। सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर और फर्जी साक्ष्य तैयार कर ईडी अधिकारियों को फंसाने और धमकाने की साजिश रच रहे हैं।

झारखंड सरकार ने राज्य की ‘न्यू स्टार्टअप पॉलिसी’ के अंतर्गत ‘स्टार्टअप आइडियाज’ आमंत्रित किया


इसके लिए विशेष तौर पर विकसित की गई वेबसाइट पर लॉगिन कर सरकार के समक्ष स्टार्टअप के प्रस्ताव ऑनलाइन जमा किया जा सकता है

झारखंड डेस्क

रांचीः झारखंड सरकार ने राज्य की ‘न्यू स्टार्टअप पॉलिसी’ के अंतर्गत ‘स्टार्टअप आइडियाज’ आमंत्रित किए हैं। आवेदक इसके लिए विशेष तौर पर विकसित की गई वेबसाइट पर लॉगिन कर सरकार के समक्ष स्टार्टअप के प्रस्ताव ऑनलाइन जमा कर सकते हैं। साल 2028 तक राज्य में कम से कम 1000 स्टार्टअप को विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है।

4 फरवरी तक करना होगा आवेदन

आवेदन की प्रक्रिया 4 फरवरी से शुरू होगी। यह जानकारी झारखंड सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से दी गई है। बताया गया है कि आवेदकों को एबीवीआईएल डॉट झारखंड डॉट जीओवी डॉट इन पर लॉगिन करना होग

10 अग्रणी राज्यों में शामिल करने की योजना

एबीवीआईएल यानी अटल बिहारी वाजपेयी इनोवेशन लैब का गठन कंपनीज एक्ट 2013 के सेक्शन 8 के तहत किया गया है। इस एजेंसी का कार्य राज्य में स्टार्टअप का चयन करना और स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देना है। झारखंड को 10 अग्रणी राज्यों में शामिल करने की योजना बनाई जा रही है।

पॉलिसी में फिस्कल एवं नॉन-फिस्कल इंसेंटिव्स के लिए कॉमन इंसेंटिव डिसबर्समेंट गाइडलाइन तैयार की गई है। बताया गया है कि नए स्टार्टअप आइडियाज पर निर्णय के लिए स्टेट इवैल्यूएशन बोर्ड का गठन किया गया है। हेमंत सोरेन की सरकार ने पुरानी स्टार्टअप पॉलिसी 2016 को रद्द करते हुए 7 दिसंबर 2023 को नई पॉलिसी को स्वीकृति दी थी।

नई स्टार्टअप पॉलिसी अगले 5 साल के लिए लागू

कैबिनेट की मंजूरी के बाद सूचना तकनीक एवं ई-गवर्नेंस विभाग ने इसे अधिसूचित कर दिया है। नई स्टार्टअप पॉलिसी अगले पांच साल के लिए लागू की गई है। इस अवधि तक राज्य में अनुकूल इकोसिस्टम तैयार कर अग्रणी 10 राज्यों में झारखंड को सम्मिलित करने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन स्वयं इस पॉलिसी के क्रियान्वयन की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

स्टार्टअप आइडियाज के प्रोजेक्ट को सिंगल विंडो क्लीयरेंस

स्वीकृत किए जाने वाले स्टार्टअप आइडियाज के प्रोजेक्ट को सिंगल विंडो क्लीयरेंस दिया जाएगा। हाल में राज्य में उद्यमियों और व्यवसायियों की अग्रणी संस्था फेडरेशन ऑफ चौंबर ऑफ कॉमर्स ने राज्य में स्टार्टअप पॉलिसी को जमीन पर उतारने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की थी।