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उप जिलाधिकारी ने अवैध निर्माण को हटवाया गया


रिपोर्टर ब्रह्म प्रकाश शर्मा

मुजफ्फरनगर/जानसठ। जिलाधिकारी के आदेशानुसार उप जिलाधिकारी ने कस्बे में राजस्व टीम व पुलिस बल को साथ लेकर भूमि से अवैध निर्माण को हटवाया। इस दौरान हाईवे एंबिएंस के पास स्थित 12 बीघा जमीन पर कब्जा कर अवैध रूप से प्लाटिंग की जा रही थी। उसे जेबीसी मशीन की सहायता से हटाया गया।

जिलाधिकारी के आदेशानुसार व लगातार मिल रही शिकायतों को लेकर तथा शासन की मंशा के अनुरूप उप जिलाधिकारी ने कस्बे में हाईवे स्थित 12 बीघा पर अवैध रूप से किया जा रहे कब्जे को हटाया गया तो वहीं क्षेत्र के गांव सालारपुर में 10 बीघा जमीन सड़क की कब्जा कर उस पर दीवार बनाई गई थी। दोनों जमीनों को अवैध रूप से कब्जा कर बिना नक्शा पास कराए उस पर निर्माण कार्य किया जा रहा था जिसकी शिकायत मिलने पर उन्होंने स्वम वहां अपने साथ नायब तहसीलदार अजय कुमार और पुलिस फोर्स को साथ लेकर मौके पर जांच की।

पता चला कि दोनों जगह भूमि अवैध रूप से कब्जाई गई थी। उन्होंने बताया कि बुधवार को नायब तहसीलदार अजय कुमार के साथ पुलिस बल को लेकर वहा पहुंचे। उन्होंने भूमि से अवैध कब्जा हटवा दिया है। साथ ही उन्होंने बताया कि एक सरकारी नाली भी जो दबायी गई है इसकी पैमाइश कर उसको भी शीघ्र कब्जा मुक्त कराया जाएगा साथ ही अवैध रूप से कब्जा करने वालों को सख्त लहजे मे चेतावनी दी गई है कि यदि उन्होंने दोबारा निर्माण कार्य कराया तो उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

एमके भाटिया ने सिक्योरिटी गार्ड का जन्मदिन मनाया

आशीष कुमार

मुजफ्फरनगर/पंचकूला। क्या आपने कभी सुना है कि एक सिक्योरिटी गार्ड का जन्मदिन कंपनी के फ़ाउंडर डायरेक्टर द्वारा बड़े धूमधाम से मनाया जाए? जी हां, कुछ ऐसा ही हुआ जब प्रसिद्ध समाजसेवी और उद्यमी एम. के. भाटिया ने अपने सिक्योरिटी गार्ड का जन्मदिन न केवल खुद मनाया, बल्कि उन्हें अपने सामने केक काटने का मौका भी दिया।

इस मौके पर एम. के. भाटिया ने न केवल उन्हें शुभकामनाएं दीं, बल्कि पूरे देशवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी काम छोटा नहीं होता और हर व्यक्ति का सम्मान होना चाहिए। उन्होंने यह भी जोर दिया कि यदि समाज में हर व्यक्ति इस सोच को अपनाए तो सभी का आत्मसम्मान सुरक्षित रह सकता है और एक सकारात्मक और समरस समाज का निर्माण हो सकता है।

इस प्रेरणादायक कदम ने यह साबित कर दिया कि एम. के. भाटिया न केवल एक सफल उद्यमी हैं, बल्कि हर व्यक्ति के मान-सम्मान की कद्र करना और उनकी मेहनत को सराहना उनकी सोच और व्यक्तित्व का अभिन्न हिस्सा है। उनका यह प्रयास समाज को यह सीख देता है कि छोटे से छोटे काम और व्यक्ति की भी बड़ी अहमियत होती है।

आप भी इस प्रेरणा से सीखें और अपने जीवन में दूसरों का सम्मान करने की आदत डालें। यही छोटे-छोटे कदम समाज में बड़ा बदलाव ला सकते हैं।

सेठी ढाबा पर धूमधाम से मनाया गया एम.के. भाटिया का जन्मदिन
आशीष कुमार

मुजफ्फरनगर/ चंडीगढ़: प्रसिद्ध समाजसेवी और उद्यमी एम.के. भाटिया का जन्मदिन बीती शाम सेठी ढाबा पर बेहद खास अंदाज में मनाया गया। इस मौके पर सोनू सेठी, दिनेश सरदाना, किरत कौर, मंजु बाला, सोनू ठाकुर, सुनीता शेट्टी और ममता सिद्धू सहित कई करीबी मित्र और सहयोगी मौजूद रहे।

जन्मदिन समारोह की शुरुआत केक काटने के साथ हुई, जो कि खुशियों और हंसी-ठिठोली के माहौल के बीच संपन्न हुआ। एम.के. भाटिया के समाज कल्याण और प्रेरणादायक कार्यों को लेकर उपस्थित लोगों ने दिल खोलकर उनकी तारीफ की।

एम.के. भाटिया का प्रेरणादायक योगदान
अपने अलग अंदाज और सामाजिक सेवा के लिए मशहूर एम.के. भाटिया ने पिछले वर्षों में समाज कल्याण के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। चाहे वह जरूरतमंदों की सहायता हो या युवाओं को प्रेरित करना, भाटिया ने हमेशा सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश की है।

समाजसेवा और मोटिवेशनल कार्यों की सराहना
इस मौके पर उपस्थित लोगों ने भाटिया की उन पहल का उल्लेख किया, जिनके माध्यम से उन्होंने समाज में एक नई ऊर्जा और दिशा देने का प्रयास किया है। उनके प्रेरक विचार और समाजसेवा की भावना ने सभी को प्रभावित किया।

कार्यक्रम का समापन स्वादिष्ट भोजन और ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ हुआ। एम.के. भाटिया के सहयोगियों ने उनके आगामी वर्षों में भी ऐसे ही प्रेरणादायक कार्यों को जारी रखने की कामना की।
सांसद और विधायक ने दिया भरोसा, प्राथमिक रूप से मीरापुर की समस्याओं का होगा निराकरण

ब्रह्म प्रकाश शर्मा

जानसठ मुजफ्फरनगर । कस्बे के बालाजी मंदिर प्रांगण में रविवार को आयोजित " "ओजस्वी मीरापुर " कार्यक्रम में बिजनौर सांसद चंदन चौहान और मीरापुर विधायक मिथलेश पाल ने संयुक्त रूप से भरोसा दिलाया कि वह क्षेत्र की विश्व स्तरीय एवं सांस्कृतिक धरोहरों सहित क्षेत्र के सर्वांगीण विकास में कोई कसर नही छोड़ेंगे।मुख्य वक्ता समाजसेवी एवं विचारक सत्यप्रकाश रेशू अग्रवाल ने क्षेत्र के प्रसिद्ध एवं सिद्धपीठ श्री पंचमुखी महादेव मंदिर सम्भलहेड़ा की ओर दोनों जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकर्षित किया।

संयोजक पं. दीपक कृष्णात्रेय द्वारा आयोजित ओजस्वी मीरापुर कार्यक्रम में क्षेत्र की विश्वस्तरीय शक्तियों, शिक्षा, विकास व रोजगार को लेकर चर्चा हुई।कार्यक्रम की अध्यक्षता रामराज के प्रसिद्ध समाजसेवी व व्यापार प्रकोष्ठ भाजपा मेरठ के जिला संयोजक रोहित बंसल ने की।मुख्य अतिथि बिजनौर सांसद चंदन चौहान व मीरापुर विधायक मिथलेश पाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सांसद चंदन चौहान बोले कि वह आज के कार्यक्रम में उठाये गये सभी प्रमुख मुद्दों से मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए सभी समस्याओं का हल निकलवाएंगे।

वैश्विक स्तर की पहचान रखने वाले सभी प्रमुख स्थलों के सर्वांगीण विकास के लिये तत्परतापूर्वक कार्य किया जाएगा। वहीं कस्बे में रोडवेज बस स्टैंड की समस्या का भी शीघ्र ही निदान किया जायेगा। विधायक मिथलेश पाल ने कहा कि क्षेत्र की जनता ने उन्हें विधायक बनाकर अपना भरपूर प्यार और समर्थन दिया है अब क्षेत्र में विकास की अपनी जिम्मेदारी को वह तत्परता से पूरा करेंगी और कस्बे में डिग्री कॉलेज की लंबे समय से चली आ रही मांग को प्राथमिकता के आधार पर पूरा कराने का प्रयास करेंगी।

उन्होंने कहा कि सांसद, विधायक और एमएलसी सहित तीनो जनप्रतिनिधियों के मिले जुले प्रयास से क्षेत्र की सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी। मुख्य वक्ता समाजसेवी एवं शोधकर्ता सत्यप्रकाश रेशू अग्रवाल ने मुख्य रूप से सम्भलहेड़ा स्थित पंचमुखी महादेव मंदिर की विशेषताओं पर फोकस किया और कहा कि यह वैश्विक स्तर पर पहचान रखने वाला अद्भुत एवं सिद्धपीठ मंदिर है।माननीय मुख्यमंत्री जी और माननीय प्रधानमंत्री जी को ऐसे स्थान पर कम से कम एक बार अवश्य आना चाहिये और इस स्थल को मुख्य धारा से जोडने के लिये यहाँ विकास कार्य किये जाने चाहिये।

कार्यक्रम संयोजक पं. दीपक कृष्णात्रेय ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए आशा जतायी कि आज के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विकास के जो भी मुद्दे उठाए गये हैं उन्हें सांसद जी और विधायक जी जरूर हल कराएंगे।कार्यक्रम का सफल संचालन बाल कल्याण समिति के सदस्य डॉ.राजीव कुमार ने किया। मुख्य रूप से रालोद के जिला उपाध्यक्ष सरदार मेजर सिंह,वरिष्ठ व्यापारी नेता ब्रजभूषण अग्रवाल, पूर्व चेयरमैन नवीन सैनी,राजेन्द्र रस्तौगी,बालाजी मंदिर के महंत राजपाल सुकरालिया,डॉ. मनोज पाल , अंकुर पहलवान,सचिन ठाकुर,इंदर सिंह कश्यप, डॉ. प्रवीण शर्मा, वासुदेव वत्स,राजेश शर्मा, दीपक धीमान, अरविंद कुमार, एडवोकेट सुधीर शर्मा,विकास कौशिक,जोनी दीवान, नितिन प्रजापति सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

*घनौनी वितरण कार्यक्रम का आयोजन, ग्रामीणों को दिए गए उनके घरों के मालिकाना हक के दस्तावेज*

रिपोर्टर ---ब्रह्म प्रकाश शर्मा

मुजफ्फरनगर - जानसठ तहसील पर ग्रामीणों के बीच घनौनी वितरण कार्यक्रम आयोजित हुआ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मीरापुर विधानसभा क्षेत्र की विधायक, ब्लाक प्रमुख,एसडीएम व तहसीलदार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

शनिवार को जानसठ तहसील में घरौनी वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जहां मुख्य अतिथि मीरापुर विधानसभा क्षेत्र की विधायक मिथलेश पाल रही। वहीं कार्यक्रम का संचालन अरविंद पाराशर ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि मिथलेश पाल, ब्लाक प्रमुख नरेंद्र तोमर,एसडीएम सुबोध कुमार, तहसीलदार सतीश चंद्र बघेल, ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

मिथलेश पाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार की उपलब्धियां गिनाई और कहा कि खतौनी की तरह घरों का मालिकाना हक दिलाने हेतु घरौनी वितरण की गई। सरकार द्वारा अनेकों महत्वाकांक्षी योजनाएं चलाई जा रहे हैं। केंद्र व प्रदेश सरकारों की इन योजनाओं का लाभार्थियों कों सीधा लाभ प्राप्त हो रहा है।

एसडीएम जानसठ सुबोध कुमार ने कहा कि स्वामित्व योजना के तहत ग्रामीणों को उनके घरों के मालिकाना हक का दस्तावेज घरौनी दिया जा रहा है। यह खतौनी की तरह ही घरों के लिए एक कानूनी दस्तावेज होगा। इससे ग्रामीणों को अपने घरों पर बैंक से कर्ज लेने और ग्राम पंचायतों को कर निर्धारण में मदद भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह घर आपका है, इसका दस्तावेज बनेगी 'घरौनी'। जिस तरह कृषि भूमि के मालिकाना हक का दस्तावेज खतौनी होती है, उसकी तरह अब घरों के दस्तावेज के रूप में घरौनी होगी। अब ग्रामीणों के पास अपने घर के मालिकाना हक का दस्तावेज रहेगा। उन्होंने कहा कि स्वामित्व योजना के तहत प्रत्येक गांवों में सर्वे कर घर चिह्नित किए गए। इसके बाद इनका मालिकाना हक तैयार किया गया है। घरों के मालिकाना हक का कानूनी दस्तावेज नहीं था। अब घरौनी के रूप में घर के मालिकाना हक का दस्तावेज रहेगा। गांवों में घरों के मालिकाना हक का दस्तावेज न होने के कारण विवादों के निस्तारण में दिक्कत आती थी, अब ऐसा नहीं होगा। घरों पर बैंक से कर्ज लेने की सुविधा रहेगी। ग्राम पंचायतों को घरों पर कर निर्धारण का अधिकार रहेगा, इससे राजस्व भी बढ़ेगा।

वहीं कार्यक्रम के दौरान जानसठ, मीरापुर, ककरौली,भोपा मोरना के पत्रकारो को भी विधायक मिथलेश पाल, भाजपा प्रतिनिधि एवं एसडीएम सुबोध कुमार ने सम्मानित किया इस दौरान मुख्य रूप से तहसीलदार सतीश चंद्र बघेल, नायब तहसीलदार अजय कुमार, नायाब तहसीलदार बृजेश कुमार कानूनगो सुकरमपाल,ललीत मोहन शर्मा, विनोद शर्मा, ब्लाक प्रमुख नरेंद्र तोमर,अरुण शर्मा, मोनू पाल, अनिल कुमार, राजू धीमान, सरदार बलजीत सिंह, आदि मौजूद रहे।

खानूपुर मंदिर विवाद से दूर रहे डा. संजीव बालियान

आशीष कुमार

मुजफ्फरनगर। पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा. संजीव बालियान की मुसीबत कम होती नहीं दिख रही है। मंसूरपुर के मंदिर की जमीन विवाद में सुर्खियों में आये बालियान पर श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर व धर्मशाला प्रबंध समिति के महामंत्री सम्राट सिंह ने बड़ा हमला बोला है। उन्होंने नसीहत दी कि डा. बालियान इस विवाद से दूर ही रहें। श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर प्रबंध समिति के महामंत्री सम्राट सिंह ने मीडिया सेन्टर पर पत्रकारो को जानकारी देते हुए बताया इस पूरे खानूपुर मंदिर प्रकरण में पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा. संजीव बालियान को कटघरे में खड़ा किया है।

उनका कहना है कि इस पूरे प्रकरण का वें न्याय सम्मत हल चाहते है, जिसका वाद न्यायालय सिविल कोर्ट में विचाराधीन है, लेकिन कोर्ट का अंतिम निर्णय आने से पहले ही पूर्व केन्द्रीय मंत्री इस मुद्दे को लेकर अपनी राजनीति चमकाने में लगे हुए है। पिछले दिनों उन्होने थाने पहुंचकर जबरदस्त हंगामा किया था और थानाध्यक्ष के साथ अभद्र व्यवहार किया था। सम्राट सिंह ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों पर रिश्वत का आरोप लगाने वाले दयानंद शर्मा, शिवकुमार धनगर व अक्षय कुमार के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही अमल में लायी जानी चाहिए।

आरोप हैं कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने नियम के विरूद्ध जाकर जो कार्य किया है उससे हमारे क्षेत्र व गांव की बदनामगी हुई हैं। आरोप हैं कि पूर्व में गांव खानूपुर में बैठक कर डीएम व एसडीएम आदि पर रिश्वत का आरोप लगाने वाले दयानन्द शर्मा व शिवकुमार धनगर, अक्षय कुमार आदि के आरोपो में दम है तो डीएम व एसडीएम खतौली के खिलाफ विधिवत कार्यवाही होनी चाहिए। वहीं उन्होनें अन्यथा की दृष्टि में आरोप लगाने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही कर उनको कडी सजा दिलवाये जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि वे इस पूरे प्रकरण का शांतिपूर्वक समाधान चाहते है। इसीलिए गांव में प्रस्तावित पंचायत को तत्काल ही निरस्त किया जाना जरूरी है, ताकि माहौल खराब न हो।

हेपेटोबिलरी और पैनक्रिएटिक कैंसर के प्रबंधन में रोबोटिक सर्जरी की भूमिका

आशीष कुमार

मुजफ्फरनगर: हेपेटोबिलरी और पैनक्रिएटिक कैंसर, जो लिवर, गॉल ब्लैडर, बाइल डक्ट्स और पैनक्रियाज से जुड़े कैंसर हैं, के उपचार में रोबोटिक सर्जरी ने एक क्रांतिकारी तकनीक के रूप में उभरकर जटिल सर्जरी के तरीकों में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। इस तकनीक के समावेश ने मरीजों के उपचार के परिणामों पर गहरा प्रभाव डाला है, जिसमें उच्च सटीकता, बेहतर दृश्यता और कम इनवेसिव प्रक्रिया जैसे लाभ शामिल हैं।

इन कैंसर के सर्जरी में, जटिल संरचनाओं और जीवन-संबंधी महत्वपूर्ण अंगों के पास होने के कारण पारंपरिक ओपन सर्जरी चुनौतिपूर्ण होती है। पिछले कुछ दशकों में, ओपन सर्जरी की जगह पहले लेप्रोस्कोपिक और अब रोबोटिक सर्जरी ने ली है। यह विशेष रूप से जटिल हेपेटोबिलरी और पैनक्रिएटिक ट्यूमर्स के प्रबंधन में प्रासंगिक है। पिछली शताब्दी के अंत में आई रोबोटिक्स तकनीक ने लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की सीमाओं को पार करने में मदद की है।

इसमें 3डी एचडी विजन, सात डिग्री की स्वतंत्रता, उच्च सटीकता और नियंत्रण, बेहतर डिसेक्शन, अधिक एर्गोनॉमिक्स, उन्नत उपकरण नियंत्रण, 10 गुना मैग्नीफिकेशन और उपकरण की स्थिरता शामिल है। यह सटीक डिसेक्शन और पुनर्निर्माण को सक्षम करता है, जिससे आसपास के ऊतकों और अंगों को कम से कम नुकसान होता है।

बीएलके-मैक्स अस्पताल के रोबोटिक सर्जरी विभाग के चीफ और ऑन्कोलॉजी विभाग के वाइस चेयरमैन, डॉ. सुरेंद्र कुमार डबास ने बताया कि “हेपेटोबिलरी और पैनक्रिएटिक कैंसर में रोबोटिक सर्जरी का एक मुख्य लाभ इसकी कम इनवेसिव प्रकृति है। पारंपरिक ओपन सर्जरी में अक्सर बड़े चीरे लगते हैं, जिससे लंबे समय तक रिकवरी और ज्यादा दर्द होता है। वहीं, रोबोटिक-सहायता वाली प्रक्रियाओं में छोटे-छोटे छिद्र लगाए जाते हैं, जिससे रक्तस्राव कम होता है, अस्पताल में रहने की अवधि घटती है और मरीज तेजी से ठीक होते हैं। रोबोटिक प्लेटफॉर्म की जटिल प्रक्रियाएं करने की क्षमता तंग स्थानों में विशेष रूप से फायदेमंद होती है। यह सर्जन को जटिल शारीरिक संरचनाओं को आसानी से नेविगेट करने, ट्यूमर्स को सटीकता से निकालने और बाइपोलर और डक्ट्स की पुनर्निर्माण प्रक्रियाओं को अत्यधिक सटीकता से पूरा करने में मदद करता है। यह स्तर उच्च गुणवत्ता के कैंसर उपचार और जटिलताओं की कम दर में योगदान देता है।“

इसके अलावा, रोबोटिक सिस्टम द्वारा प्रदान की गई बेहतर दृश्यता प्रमुख संरचनाओं, जैसे कि रक्तवाहिनियों और बाइल डक्ट्स, की पहचान करने और उन्हें बचाने में अमूल्य साबित होती है। यह अंगों के कार्य को बनाए रखने और सर्जरी के बाद जटिलताओं को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

रोबोटिक सर्जरी का प्रभाव ऑपरेटिंग रूम से भी आगे है। टेली-सर्जरी, जिसे उन्नत रोबोटिक सिस्टम के माध्यम से संभव बनाया गया है, विशेषज्ञ सर्जनों को दूरस्थ रूप से कम अनुभव वाले सहयोगियों को जटिल प्रक्रियाओं में मार्गदर्शन करने की अनुमति देती है। यह ज्ञान स्थानांतरण को सक्षम करता है और सीमित संसाधन वाले क्षेत्रों में विशेष सर्जिकल विशेषज्ञता तक पहुंच का विस्तार करता है।

डॉ डबास ने आगे बताया कि “हालांकि, कई लाभों के बावजूद, हेपेटोबिलरी और पैनक्रिएटिक कैंसर के लिए रोबोटिक सर्जरी को व्यापक रूप से अपनाने में चुनौतियां बनी हुई हैं। रोबोटिक सिस्टम को प्राप्त करने की प्रारंभिक लागत और विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता वे कारक हैं जिन पर स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों को विचार करना होगा। साथ ही, पारंपरिक तरीकों की तुलना में रोबोटिक सर्जरी की दीर्घकालिक प्रभावशीलता और लागत-प्रभावशीलता का आकलन करने के लिए लगातार अनुसंधान आवश्यक है।“

हेपेटोबिलरी और पैनक्रिएटिक कैंसर के प्रबंधन में रोबोटिक सर्जरी ने सटीकता, कम इनवेसिव प्रक्रिया और बेहतर परिणाम प्रदान कर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जैसे-जैसे तकनीक में प्रगति होती रहेगी और रोबोटिक सिस्टम के साथ अनुभव बढ़ेगा, इन जटिल सर्जरी में रोबोटिक्स की भूमिका और अधिक विस्तृत होती जाएगी और सर्जिकल ऑन्कोलॉजी का भविष्य आकार लेगा।

18 जनवरी 2025 को होगा तहसील परिसर में घरौली वितरण कार्यक्रम

ब्रह्म प्रकाश शर्मा

जानसठ मुजफ्फरनगर । जानसठ तहसील पर ग्रामीणों के बीच 26 दिसंबर 2024 को होने वाला घरौनी वितरण कार्यक्रम अब 18 जनवरी 2025 को जानसठ तहसील पर आयोजित होगा।

गौरतलब रहे की जानसठ तहसील पर ग्रामीणों के बीच 26 दिसंबर 2024 को घरौली वितरण कार्यक्रम आयोजित होना था जो पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के कारण कार्यक्रम को कैंसिल करना पड़ा था वह कार्यक्रम 18 जनवरी 2025 को जानसठ तहसील में आयोजित किया जाएगा।

उप जिलाधिकारी सुबोध कुमार एवं तहसीलदार सतीश चंद्र बघेल ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश सरकार की स्वामित्व योजना के तहत ग्रामीणों को उनके घरों के मालिकाना हक का दस्तावेज घरौनी मिलेगा। यह खतौनी की तरह ही घरों के लिए एक कानूनी दस्तावेज होगा। इससे ग्रामीणों को अपने घरों पर बैंक से कर्ज लेने और ग्राम पंचायतों को कर निर्धारण में मदद मिलेगी। जिसका 18 जनवरी 2025 को जानसठ तहसील पर कार्यक्रम आयोजित कर तहसील क्षेत्र के प्रत्येक लाभार्थियों को घरौनी का वितरण किया जाएगा।

हेपेटोबिलरी और पैनक्रिएटिक कैंसर के प्रबंधन में रोबोटिक सर्जरी की भूमिका

ब्रह्म प्रकाश शर्मा

जानसठ -मुजफ्फरनगर: हेपेटोबिलरी और पैनक्रिएटिक कैंसर, जो लिवर, गॉल ब्लैडर, बाइल डक्ट्स और पैनक्रियाज से जुड़े कैंसर हैं, के उपचार में रोबोटिक सर्जरी ने एक क्रांतिकारी तकनीक के रूप में उभरकर जटिल सर्जरी के तरीकों में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। इस तकनीक के समावेश ने मरीजों के उपचार के परिणामों पर गहरा प्रभाव डाला है, जिसमें उच्च सटीकता, बेहतर दृश्यता और कम इनवेसिव प्रक्रिया जैसे लाभ शामिल हैं।

इन कैंसर के सर्जरी में, जटिल संरचनाओं और जीवन-संबंधी महत्वपूर्ण अंगों के पास होने के कारण पारंपरिक ओपन सर्जरी चुनौतिपूर्ण होती है। पिछले कुछ दशकों में, ओपन सर्जरी की जगह पहले लेप्रोस्कोपिक और अब रोबोटिक सर्जरी ने ली है। यह विशेष रूप से जटिल हेपेटोबिलरी और पैनक्रिएटिक ट्यूमर्स के प्रबंधन में प्रासंगिक है। पिछली शताब्दी के अंत में आई रोबोटिक्स तकनीक ने लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की सीमाओं को पार करने में मदद की है।

इसमें 3डी एचडी विजन, सात डिग्री की स्वतंत्रता, उच्च सटीकता और नियंत्रण, बेहतर डिसेक्शन, अधिक एर्गोनॉमिक्स, उन्नत उपकरण नियंत्रण, 10 गुना मैग्नीफिकेशन और उपकरण की स्थिरता शामिल है। यह सटीक डिसेक्शन और पुनर्निर्माण को सक्षम करता है, जिससे आसपास के ऊतकों और अंगों को कम से कम नुकसान होता है।

बीएलके-मैक्स अस्पताल के रोबोटिक सर्जरी विभाग के चीफ और ऑन्कोलॉजी विभाग के वाइस चेयरमैन, डॉ. सुरेंद्र कुमार डबास ने बताया कि “हेपेटोबिलरी और पैनक्रिएटिक कैंसर में रोबोटिक सर्जरी का एक मुख्य लाभ इसकी कम इनवेसिव प्रकृति है। पारंपरिक ओपन सर्जरी में अक्सर बड़े चीरे लगते हैं, जिससे लंबे समय तक रिकवरी और ज्यादा दर्द होता है। वहीं, रोबोटिक-सहायता वाली प्रक्रियाओं में छोटे-छोटे छिद्र लगाए जाते हैं, जिससे रक्तस्राव कम होता है, अस्पताल में रहने की अवधि घटती है और मरीज तेजी से ठीक होते हैं। रोबोटिक प्लेटफॉर्म की जटिल प्रक्रियाएं करने की क्षमता तंग स्थानों में विशेष रूप से फायदेमंद होती है। यह सर्जन को जटिल शारीरिक संरचनाओं को आसानी से नेविगेट करने, ट्यूमर्स को सटीकता से निकालने और बाइपोलर और डक्ट्स की पुनर्निर्माण प्रक्रियाओं को अत्यधिक सटीकता से पूरा करने में मदद करता है। यह स्तर उच्च गुणवत्ता के कैंसर उपचार और जटिलताओं की कम दर में योगदान देता है।“

इसके अलावा, रोबोटिक सिस्टम द्वारा प्रदान की गई बेहतर दृश्यता प्रमुख संरचनाओं, जैसे कि रक्तवाहिनियों और बाइल डक्ट्स, की पहचान करने और उन्हें बचाने में अमूल्य साबित होती है। यह अंगों के कार्य को बनाए रखने और सर्जरी के बाद जटिलताओं को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

रोबोटिक सर्जरी का प्रभाव ऑपरेटिंग रूम से भी आगे है। टेली-सर्जरी, जिसे उन्नत रोबोटिक सिस्टम के माध्यम से संभव बनाया गया है, विशेषज्ञ सर्जनों को दूरस्थ रूप से कम अनुभव वाले सहयोगियों को जटिल प्रक्रियाओं में मार्गदर्शन करने की अनुमति देती है। यह ज्ञान स्थानांतरण को सक्षम करता है और सीमित संसाधन वाले क्षेत्रों में विशेष सर्जिकल विशेषज्ञता तक पहुंच का विस्तार करता है।

डॉ डबास ने आगे बताया कि “हालांकि, कई लाभों के बावजूद, हेपेटोबिलरी और पैनक्रिएटिक कैंसर के लिए रोबोटिक सर्जरी को व्यापक रूप से अपनाने में चुनौतियां बनी हुई हैं। रोबोटिक सिस्टम को प्राप्त करने की प्रारंभिक लागत और विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता वे कारक हैं जिन पर स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों को विचार करना होगा। साथ ही, पारंपरिक तरीकों की तुलना में रोबोटिक सर्जरी की दीर्घकालिक प्रभावशीलता और लागत-प्रभावशीलता का आकलन करने के लिए लगातार अनुसंधान आवश्यक है।“

हेपेटोबिलरी और पैनक्रिएटिक कैंसर के प्रबंधन में रोबोटिक सर्जरी ने सटीकता, कम इनवेसिव प्रक्रिया और बेहतर परिणाम प्रदान कर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जैसे-जैसे तकनीक में प्रगति होती रहेगी और रोबोटिक सिस्टम के साथ अनुभव बढ़ेगा, इन जटिल सर्जरी में रोबोटिक्स की भूमिका और अधिक विस्तृत होती जाएगी और सर्जिकल ऑन्कोलॉजी का भविष्य आकार लेगा।

गणतंत्र दिवस से पहले देशभक्ति से ओत-प्रोत कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे एमके भाटिया

आशीष कुमार

मुजफ्फरनगर/ पंचकुला। नेहा खन्ना द्वारा 4 से 17 वर्ष के बच्चों के लिए पैट्रियोटिक अवार्ड व डांस ब्लास्ट कार्यक्रम कॉस्मो माल जीरकपुर में 19 जनवरी को आयोजित किया जा रहा है।

जिसके लिए विधिवत निमंत्रण देने नेहा खन्ना एमके भाटिया से मिलीं । गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस से पहले देश भर में देशभक्ति का माहौल है और बच्चे विशेष कर 26 जनवरी के लिए देशभक्ति के गीतों पर डांस करने को लालायित रहते हैं इसीलिए नेहा खन्ना ने इस कार्यक्रम का सृजन किया है।