दूसरे चरण के प्रगति यात्रा के तहत सीएम नीतीश कुमार ने मधुबनी जिले का किया दौरा, जिलेवासियों को दी करोडो रुपए के योजनाओं की सौगात
डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों प्रगति यात्रा पर हैं। मुख्यमंत्री हर दिन एक जिले का दौरा कर वहां की विकास योजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं। इस दौरान जहां भी सीएम जा रहे हैं उस जिले को कोई न कोई सौगात जरूर दे रहे हैं। इसी कड़ी में सीएम नीतीश आज रविवार को मधुबनी पहुंचे, जहां उन्होंने करोड़ों रुपए की योजनाओं की सौगात जिले के लोगों को दी।
वही इस दौरान जिले के खुटौना प्रखंड के दुर्गीपट्टी हेलीकॉप्टर से पहुंचे। डीएम ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। वहीं मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के लिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। इस दौरान नीतीश कुमार ने आंगनबाड़ी केंद्र, अनुसूचित जाति दालान, हर घर नल जल योजना, पक्की नली गली योजना, सोलर स्ट्रीट लाइट एवं विभिन्न विभागीय स्टॉलों का निरीक्षण किया।
इसके बाद उच्च माध्यमिक विद्यालय दुर्गापट्टी में रेन वाटर हार्वेस्टिंग योजना, अमृत सरोवर के सौंदर्यीकरण योजना एवं मनरेगा योजना के तहत नव निर्मित पार्क योजना का निरीक्षण और उद्घाटन किया। उसके बाद सीएम नीतीश कुमार उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दुर्गीपट्टी से दुर्गीपट्टी पंचायत भवन के निर्माणाधीन पंचायत सरकार भवन और डब्ल्यूपीयू का निरीक्षण। उसके बाद सीएम नीतीश कुमार हेलीकॉप्टर से सुक्की के लिए निकले।
खजौली प्रखंड के सुक्की में हेलीकॉप्टर से पहुंचे। जहां उन्होंने पुरानी कमला जीवछ नदी इंटर लिंकिंग हेतु प्रस्तावित योजना का स्थल निरीक्षण किया। निरीक्षण के पश्चात सीएम नीतीश कुमार हेलीकॉप्टर से वे झंझारपुर प्रखंड के संग्राम स्थित हेलीपैड के लिए प्रस्थान किए। संग्राम स्थित हेलीपैड संख्या 1 पर पहुंचे और उसके बाद उन्होंने सुगरवे नदी स्थित रिवर फ्रंट सहित जिले के कई योजनाओं का उद्घाटन किया है साथ ही उन्होंने एनएच 57 पर बिदेसर स्थान स्थित पश्चिमी कोसी नहर के अंतिम छोड़ का निरीक्षण किया।
हमने ही जीविका बनाया, जिसें केंद्र ने अपनाया
जिसके बाद सीएम अररिया संग्राम स्थित मिथिला हाट में जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस मौके पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जब हम केंद्र में थे तो हमने ही जीविका बनाया। उसके बाद केंद्र के लोगों ने इसे देखकर आर जीविका बनाया। जीविका बनने से जीविका दीदी का रहना सहन और सम्मान बढ़ता गया। हम जहां कहीं भी जाते हैं वहां जीविका के स्टॉल पर जरूर जाते हैं। जिससे कि उनको क्या नया दे सकें ये जान पाएं।
Jan 12 2025, 19:42