/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png StreetBuzz लालू प्रसाद के राजद में आने के ऑफर का अब खुद सीएम नीतीश कुमार ने दिया जवाब, जानिए क्या कहा Bihar
लालू प्रसाद के राजद में आने के ऑफर का अब खुद सीएम नीतीश कुमार ने दिया जवाब, जानिए क्या कहा

डेस्क : बिहार के सियासी गलियारे में पिछले कुछ दिनों से यह चर्चा जोरो पर था कि एकबार सीएम नीतीश कुमार पाला बदल सकते है। इसके पीछे कारण यह था कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने नए साल की शुरुआत के साथ ही सीएम नीतीश कुमार को खुला ऑफर देते हुए कहा था कि नीतीश कुमार के लिए दरवाजे खुले हैं अगर वह आते हैं तो उन्हें माफ कर देंगे।

लालू प्रसाद के इस बयान बिहार की सियासत को गर्म कर दिया था और यह कयासों का दौर चल रहा था बिहार में एकबार फिर बड़ा सियासी फेर-बदल हो सकता है। नीतीश कुमार एकबार पाला बदल सकते है। लेकिन अब इसपर विराम लग गया है। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू के ऑफर का सीधा-सीधा जवाब दे दिया है।

दूसरे चरण के प्रगति यात्रा के आज दूसरे दिन मुजफ्फरपुर पहुंचे सीएम नीतीश कुमार ने साफ शब्दों में लालू प्रसाद के ऑफर का जवाब देते हुए कहा कि, “हम तो दो बार गलती से उ सब के साथ चले गए थे लेकिन अब उनको छोड़ दिया और अब पुराने साथियों के साथ हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उ सब महिला के लिए कोई काम करता था क्या? शाम होने के बाद कोई निकलता था क्या घर से? समाज से सभी वर्ग के लोगों के लिए हमलोगों ने काम किया है”।

जीविका समूह पर बोलते हुए सीएम ने कहा कि, “बिहार में पहले महिलाओं की क्या स्थिति थी? लेकिन जब हमलोगों ने काम किया, हमने ही जीविका दीदी नाम दिया था। तब देखिए कितना बढ़िया सब महिला सब का चेहरा दिख रहा है। ऐसे चेहरा पहले किसी महिला का देखते थे? हमने जीविका नाम दिया तो केंद्र ने उसे पूरे देश में लागू किया। हम जब भी घूमते हैं हर जगह जीविका दीदी का हाल जान लेते हैं। इन लोगों को कोई भी चीज की जरुरत होती है तो सरकार की तरफ से सहायता दी जाती है। इन लोगों को आगे बढ़ाने के लिए शुरू से ही काम कर रहे हैं”।

प्रगति यात्रा के दूसरे चरण में आज मुजफ्फरपुर दौरे पर सीएम नीतीश कुमार, इन जगहों का किया निरीक्षण

डेस्क : प्रगति यात्रा के दूसरे चरण में सीएम नीतीश कुमार आज मुजफ्फरपुर के दौरे पर है। जहां वे जिले को कई महत्वपूर्ण सौगातें देंगे। इस यात्रा के दौरान सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं।

मुजफ्फरपुर पहुंचने पर सीएम ने रामदयालु में मुजफ्फरपुर-बरौनी प्रस्तावित फोरलेन का स्थल निरीक्षण किया, साथ ही आरोबी के प्रस्तावित स्थल का भी अवलोकन किया। इस अवसर पर जिले के कई वरिष्ठ अधिकारी और संबंधित विभाग के पदाधिकारी उपस्थित रहे। इसके बाद, मुख्यमंत्री अपने अगले कार्यक्रम के लिए रवाना हुए।

बता दें कि सीएम नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा की दूसरे चरण की शुरुआत बीते शनिवार को गोपालगंज और छपरा से किया था। इस दौरान उन्होंने दोनो जिलों को कई सौगाते दी थी।

पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी की जयंती आज, सीएम नीतीश कुमार समेत बीजेपी के दिग्गज नेताओं ने प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया नमन

डेस्क : बिहार के राजनीतिक के दिग्गज नेता रहे पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का आज 75वां जयंती है। उनकी पर आज पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सीएम नीतीश, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के साथ मंत्री मंगल पांडे, मंत्री विजय चौधरी जेडीयू नेता छोटू सिंह के सहित भाजपा और जदयू के तमाम नेता उपस्थित थे। सीएम नीतीश ने स्वर्गीय सुशील कुमार मोदी के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

बताते चले कि पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का 5 जनवरी 1952 को जन्म हुआ था। उन्होंने अपनी राजनीति की शुरुआत एक स्टूडेंट लीडर के रूप में की थी। इसलिए सुशील कुमार मोदी को जेपी आंदोलन की उपज माना जाता है।

उन्होंने अपनी छात्र राजनीति की शुरुआत 1971 में की, जब वे पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ की 5 सदस्यीय कैबिनेट के सदस्य चुने गए। 1973 में वे महामंत्री बने, जबकि उस समय लालू प्रसाद यादव अध्यक्ष और रविशंकर प्रसाद संयुक्त सचिव चुने गए थे। सुशील मोदी के राजनीतिक मार्गदर्शक केएन गोविंदाचार्य को माना जाता है, जो भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सिद्धांतकार और संघ विचारक रहे हैं। गोविंदाचार्य ने कहा था कि सुशील मोदी की खासियत उनकी सादगी, मितव्ययिता, और अनुशासन था।

कड़ाके की ठंड और घने कोहरे से थमी रेलवे रफ्तार, घंटो विलंब और कई ट्रेनों के रद्द होने से यात्रियों की बढ़ी परेशानी

डेस्क : बिहार में ठंड का कहर जारी है। राजधानी पटना समेत प्रदेश के तकरीबन सभी जिले शीतलहर की चपेट में है। सभी जिलो का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे चला गया है। जिससे हाड़ कंपा देने वाली ठंड से पूरा जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

इधर कड़ाके की सर्दी और कोहरे की सघनता ने रेलवे की रफ्तार पर लगाम लगा दिया है। प्लेटफॉर्म पर ट्रेनों का इंतजार कर रहे रेल यात्री भी काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। रेलवे के अधिकतर प्लेटफॉर्म खुले में हैं। ऐसे में आधे घंटे एक घंटे भी ट्रेनों का इंतजार करना यात्रियों को भारी पड़ रहा। देरी से चल रही रेलगाड़ियां के कारण लंबी दूरी के रेल यात्री खासतौर पर परेशान हैं। जनरल टिकट से यात्रा करने वाले यात्रियों का भी बुरा हाल है। प्लेटफॉर्म पर बैठे- बैठे शरीर अकड़ जा रहा है। कहीं रजाई में लदे-फदे लोग फर्श पर बैठने को मजबूर हैं।

पटना जंक्शन, राजेन्द्रनगर टर्मिनल, दानापुर सहित रेल परिसरों में सुविधाएं आरक्षित टिकट वाले यात्रियों के लिए है लेकिन ट्रेनों का इंतजार कर रहे जनरल टिकट के यात्री छह से सात घंटे घंटे इंतजार करने में ठिठुर जा रहे हैं। नई दिल्ली या अन्य जगहों पर जाने वाले यात्री शनिवार की सुबह दस बजे ही पटना जंक्शन और राजेन्द्रनगर टर्मिनल पर पहुंचे यात्री ट्रेनों के रीशेड्यूल किए जाने से परेशान रहे।

घने कोहरे की वजह से पटना जंक्शन से आने जाने वाली यात्रियों की शनिवार को फजीहत हो गई। तेजस राजधानी, संपूर्ण क्रांति, मगध एक्सप्रेस, इस्लामपुर हटिया, ब्रह्मपुत्र मेल जैसी ट्रेनें घंटों पटरियों पर झांकती रहीं। शुक्रवार की शाम नई दिल्ली से तीन घंटे की देरी से चली तेजस राजधानी पटना में 12 घंटे की देरी से पहुंची। यह ट्रेन शाम पांच बजे के आसपास पटना जंक्शन पहुंची। इस ट्रेन के यात्रियों को खिचड़ी व अचार परोसा गया। पटना से खुलने के दौरान इस ट्रेन को रात साढ़े ग्यारह बजे के लिए रीशेड्यूल कर दिया गया। इस ट्रेन के यात्री पांच छह घंटे तक पटना जंक्शन पर इंतजार करते रहे। मगध एक्सप्रेस के लेट होने से इस्लामपुर हटिया के यात्रियों ने भी फजीहत झेली। इस ट्रेन को साढ़े तीन घंटे घंटे की देरी से रात एक के लिए रीशेड्यूल कर दिया।

कड़ाके की ठंड से आम जनजीवन प्रभावित, इनके लिए वरदान

डेस्क : बिहार में ठंड का कहर जारी है। राजधानी पटना समेत प्रदेश के तकरीबन सभी जिले शीतलहर की चपेट में है। सभी जिलो का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे चला गया है। जिससे हाड़ कंपा देने वाली ठंड से पूरा जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

हाड़ कंपा देनेवाली ठंड ने आमलोगों की परेशानी भले ही बढ़ा दी है। लेकिन यह ठंड किसानों के लिए काफी फायदेमंद है। सूबे में बढ़ती ठंड रबी फसलों के लिए काफी अच्छा है। खासकर गेहूं के लिए तो यह वरदान है। पिछले एक पखवारे पहले तापमान अधिक होने के कारण रबी को नुकसान हो रहा था। इसे लेकर विशेषज्ञों ने चिंता भी प्रकट की थी। लेकिन बीते 72 घंटे से राज्य में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इससे जमीन की नमी बढ़ी है। फलस्वरूप रबी फसलों को लाभ होना तय है। ठंड का प्रभाव इसी तरह रहा तो रबी फसलों खासकर गेहूं, मसूर और सरसों को और फायदा होगा।

कृषि विशेषज्ञों के अनुसार मौजूदा मौसम खेती-किसानी के लिए काफी लाभप्रद है। गेहूं सहित अन्य रबी फसलों के लिए जरूरी है कि न्यूनतम यानी रात का तापमान 7 से 9 डिग्री सेल्सियस के बीच हो। इस समय मौसम का यही आलम है। इससे पौधों का विकास ढंग से होगा। उसमें परागण विलंब से होने से दाने पुष्ट होंगे। कीट का प्रकोप भी कम होगा। इसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ेगा और उसमें वृद्धि होगी।

पूसा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक के अनुसार यदि सर्दियों में तापमान सामान्य से अधिक हो जाए, तो फसलों की वृद्धि कम हो सकती है, पौधे कमजोर होंगे। अचानक तापमान में वृद्धि से परागण प्रभावित हो सकता है, जिससे दाना बनने की प्रक्रिया पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसे में मौजूदा मौसम रबी फसलों को लिए काफी अच्छा है। यह दाना बनने की प्रक्रिया पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा, उपज अच्छी होगी। वहीं आम-लीची के लिए भी बेहद उपयोगी मौसम है। इस समय बारिश हो जाए तो वह सोना जितना कीमती होगा।

पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में सीमांचल का 50 हजार का इनामी यह कुख्यात ढेर

डेस्क : बिहार के सीमांचल में 25 साल से दहशत का पर्याय कुख्यात डकैत सुशील मोची पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया। पुलिस एवं एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में डकैत सरगना को पांच गोलियां लगीं। मुठभेड़ में मारे गए डकैत पर सीमांचल के पूर्णिया, कटिहार एवं किशनगंज में कुल 26 मुकदमे दर्ज थे। इनमें अधिकांश मुकदमे डकैती के थे।

किशनगंज पुलिस ने उस पर 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा था, जबकि पूर्णिया पुलिस ने एक लाख रुपए के इनाम का प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा था। मुठभेड़ के दौरान पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए और दो जवानों को भी हल्की चोटें आई हैं। कार्रवाई का नेतृत्व खुद पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय के शर्मा कर रहे थे।

पुलिस कार्यालय में एसपी कार्तिकेय के शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि पुलिस को भनक लगी थी कि बायसी के ताराबाड़ी एवं कनकई नदी के किनारे कुख्यात डकैत सुशील मोची गैंग के साथ इलाके में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने पहुंचा है। सूचना पर एसटीएफ, बायसी एवं डगरूआ थाना की पुलिस ने नाकाबंदी कर दी। पुलिस की गाड़ी देखते ही डकैतों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने बार-बार सरेंडर करने को कहा। अंतत: पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी।

बिहार मे बेखौफ अपराधियों का तांडव, लूट का विरोध करने पर सीएसपी संचालक को मारी गोली

डेस्क : बिहार में एक ओर पुलिस अपराध पर लगाम लगाने को पूरी कोशिश में जुटी है। वहीं अपराधी एक के बाद एक बड़ी घटना को अंजाम देने से बाज नहीं आ रहे है। अपराधी आए दिन हत्या और लूट जैसी बड़ी घटना को अंजाम देकर आराम से चलते बन रहे है। ताजा मामला मुजफ्फरपुर से सामने आया है। जहां एक बार फिर अपराधियों ने लूट का विरोध करने पर एक सीएसपी संचालक को गोली मार दिया है। घटना में गंभीर रुप से घायल संचालक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पूरा मामला मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट थाना क्षेत्र के मकरंदपुर गांव का है। जहां आज एक बाइक से दो अपराधकर्मी त्रिभुवन सिंह के SBI सीएसपी केंद्र पर पहुंचे और हथियार दिखाकर कैश काउंटर में रखे गए पैसे की मांग करने लगे। जिसके बाद सीएसपी संचालक त्रिभुवन सिंह के द्वारा अपराधियों पर डंडा चला दिया गया। लूट में अपने आप को असफल होता हुआ देख अपराध कर्मियों के द्वारा सीएसपी संचालक त्रिभुवन सिंह पर गोली चला दी गई। जिसमें दो गोली सीएसपी संचालक त्रिभुवन सिंह को लगी और वह घायल होकर मौके पर ही गिर गया। वही इस घटना को अंजाम देकर अपराधी मौके से फरार हो गए। जिसके बाद परिजनों ने घायल सीएसपी संचालक त्रिभुवन सिंह को इलाज के लिए मुजफ्फरपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां गंभीर स्थिति में सीएसपी संचालक त्रिभुवन सिंह का इलाज चल रहा है।

घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच कर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।

अब बिहार के किसी कोने से राजधानी पटना पहुंचने में लगेगा 5 घंटा, 2027 तक महज इतने घंटे में पहुंचने का रखा गया है लक्ष्य : विजय सिन्हा

डेस्क : बिहार के उप मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने आज एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार के किसी भी कोने से पटना पहुंचने में अब 5 घंटे का समय लगेगा। वहीं वर्ष 2027 तक 3 घंटे में बिहार के किसी भी कोने से पटना पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है।

दरअसल बिहार के उप मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने आज शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर पथ निर्माण विभाग की उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बिहार में 1 लाख 50 हजार करोड़ से ज्यादा की राशि से सड़क और पुल पुलिया बनाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पूर्व में राज्य में अवस्थित किसी भी बिन्दु से राजधानी पटना पहुँचने के लिए 6 घंटे का समय निर्धारित किया गया था लेकिन अब पथ निर्माण विभाग को 5 घंटे में राज्य के सुदूर स्थान से राजधानी पटना पहुँचने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। वहीं नए लक्ष्य के तहत वर्ष 2027 तक इसे घटाकर 3 घंटे करने का लक्ष्य रखा गया है।

उन्होंने कहा कि सड़कों में अवरोध के समाधान के लिए हम लोग प्रयासरत है। इसके तहत मुजफ्फरपुर बाईपास का निर्माण , बख्तियारपुर – मोकामा पथांश का 4-लेन नव निर्माण कार्य एवं ROB निर्माण कार्य 15 फरवरी तक पूरा होगा। गया डोभी का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। बिहार में 250 के लगभग ROB प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि गंगा नदी पर पहले 7 पुल थे । वहीं NDA की डबल इंजन की सरकार बनने के बाद कई नए पुल बनाए जा रहे हैं।

इसी तरह सोन नदी पर 5 पुल बनाए जा रहे हैं। गंडक पर 7 नए पुल बनाए जा रहे हैं। कोशी नदी में भी नए पुल बनाए जा रहे हैं। सात निश्चय पार्ट 2 के तहत 25 नए बाईपास बनाए जा रहे है। जिसमें 9 का निर्माण पूरा हो चुका है। Oprmc के तहत आम लोग भी सड़क से जुड़ी शिकायत डाल सकते है।

उन्होंने कहा कि बख्तियारपुर ताजपुर का एक हिस्सा इसी वर्ष चालू होगा। 9 फरवरी 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं मीठापुर महुली 2025 में पूरा हो जाएगा। डबलडेकर प्रोजेक्ट मार्च में पूरा हो जाएगा। इसी तरह हाजीपुर छपरा के लिए नए सिरे से काम किया जाएगा।

ट्रांसफर का इंतजार कर रहे शिक्षकों के लिए खुशखबरी : शिक्षा विभाग ने जारी किया गाइडलाइन, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : ट्रांसफर का इंतजार कर रहे बिहार के शिक्षकों को शिक्षा विभाग ने नए साल पर बड़ी खुशखबरी दी है। शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर नया गाइडलाइन जारी कर दिया है। गाइडलाइन के अनुसार ट्रांसफर के लिए आए आवेदनों को चार चरणों में बांटा चरण में बांटा गया है। इन चारों चरणों को क्रमवार तरीके से लागू किया जाएगा।

शिक्षा विभाग के एसीएस एस. सिद्धार्थ के दिशा निर्देश में तैयार किए गए गाइडलाइन में पहले चरण में तहत गंभीर बीमारी से पीड़ित शिक्षकों और दिव्यांग के अलावा विधवा व परित्यकता महिलाओं को प्राथमिकता देने की बात कही गई है। जिसमें शिक्षक और उनके परिवार के सदस्यों या बच्चों के किडनी डायलिसिस, किडनी ट्रांसप्लांट, जन्मजात हृदय रोग, बाईपास सर्जरी, वाल्व प्रत्यारोपण, स्टंट लगाने, पैरालिसिस, ब्रेन हेमरेज, लीवर सिरोसिस, लिवर ट्रांसप्लांट जैसी बीमारी से ग्रसित होने पर भी ट्रांसफर-पोस्टिंग में प्राथमिकता मिलेगी।

वहीं दूसरे चरण में पति/पत्नी के पदस्थापना के आधार पर स्थानांतरण किया जाएगा। जबकि तीसरे चरण में ऐच्छिक स्थान से वर्तमान पदास्थापन की दूरी के कारण ट्रांसफर के लिए आवेदन करनेवाली शिक्षिकाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।

चौथे चरण में उन पुरुष शिक्षकों का ट्रांसफर किया जाएगा, जिन्होंने ऐच्छिक स्थान से वर्तमान पदस्थापन की दूरी के कारण आवेदन दिया था।

डीजीपी का सभी एसपी और थानेदार को निर्देश, नियमित रुप से करें यह काम

डेस्क : बिहार के डीजीपी विनय कुमार लगातार प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त और अपराध पर पूरी तरह लगाम लगाए जाने की दिशा में प्रयास कर रहे है। इसी कड़ी में डीजीपी ने प्रदेश के सभी एसपी और थानेदार को कई निर्देश जारी किये है।

नए निर्देशों के अनुसार, पुलिस कर्मियों को वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी में प्रशिक्षित किया जाएगा। इसका उद्देश्य है कि घटनास्थल, गिरफ्तारी, और जब्ती के साक्ष्यों को सही तरीके से संकलित किया जा सके ताकि अदालत में आरोपी के खिलाफ ठोस सबूत पेश किए जा सकें। अब इंस्पेक्टर, दारोगा, और जमादार के लिए यह प्रशिक्षण लेना अनिवार्य कर दिया गया है, ताकि किसी भी स्तर पर कांड के अनुसंधान में कोई कमी न रह जाए।

पुलिस अब सिर्फ सड़कों पर ही नहीं, बल्कि सोशल मीडिया पर भी निगरानी रख रही है। पुलिस अपराध रोकने के लिए एक रणनीति तैयार कर रही है, जिसमें सोशल मीडिया के जरिए अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।

यदि कोई निजी अंगरक्षक रखता है, तो इसके लिए पहले विभाग से अनुमति लेनी होगी। अंगरक्षक को केवल पंजीकृत संस्था से ही लेना अनिवार्य किया गया है। यदि किसी ने अंगरक्षक या बाउंसर के बल पर किसी को धमकाने की कोशिश की, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

शस्त्र अधिनियम 2016 के नियम 32 के तहत, यदि कोई शस्त्र अनुज्ञप्तिधारी या व्यवसायी सार्वजनिक स्थलों पर हथियार का प्रदर्शन करता है या निजी अंगरक्षक के जरिए डराने-धमकाने का प्रयास करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हथियार का लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू होगी, और हथियार को जब्त भी किया जा सकता है। इसके अलावा, शादी या अन्य आयोजनों में हथियार का प्रदर्शन करने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई होगी।