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बिहार में बढ़ी भूमि सर्वे की डेटलाइन, नीतीश सरकार ने बिहारवासियों को नए साल पर दी बड़ी सौगात*

रिपोर्टर जयंत कुमार पटना : बिहार भूमि सर्वे को लेकर कई तरह की बातें अक्सर होती रहती हैं। बिहार सरकार ने बिहारवासियों को नए साल पर बड़ी सौगात दी है। साल के अंत में सरकार ने उन बातों को काफी हद तक स्पष्ट करते हुए बदले प्रावधानों की जानकारी दी। बिहार सरकार ने बिहार भूमि सर्वे को पूरा करने की समय सीमा जुलाई 2026 तक कर दी है। बिहार में अपनी जमीन का सर्वे करवा रहे लोगों को सीएम नीतीश कुमार ने नये वर्ष के मौके पर बिहारवासियों को एक बड़ी सौगात देते हुए। जमीन मालिकों को अपनी जमीन की सर्वे करवाने के लिए विशेष सहूलियत देने की घोषणा की है। भूमि सुधार विभाग के अनुसार जमीन सर्वे की प्रक्रिया जुलाई 2025 की जगह अब जुलाई 2026 में पूरी की जाएगी, ताकि किसी भी स्तर पर जमीन मालिकों को परेशानी नहीं हो। *बिहार सरकार ने नियम में किए है बदलाव, जाने यहां* पहले जमीन का सर्वे करने के लिए अधिसूचना की तिथि से 30 दिन दिया जाता था। लेकिन अब संबंधित जिले में हुई उद्घोषणा की तिथि से 180 दिन के अंदर जमा कर सकते हैं। यह दिन कार्य दिवस या, किस्तवार के काम की समाप्ति से पहले भी हो सकता है। किस्तवार का काम गांवों का मानचित्र बनाया है जिसके लिए पहले 30 दिनों का कार्य दिवस मिलता था जिसे बढाकर 90 दिनों का कर दिया गया है। खानापूरी पर्चा वितरण के बाद दावा या आपत्ति देने का समय पहले 15 कार्य दिवस हुआ करता था, जिसे बढाकर अब इतना ही नहीं दावा या आपत्ति को पहले 30 दिन में पूरा कर लेना होता था, जिसे बढाकर अब 60 दिन कर दिया गया है।
पंचतत्व में विलिन हुए आचार्य किशोर कुणाल, कोनहरा घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

डेस्क ; बिहार के पूर्व आईपीएस अधिकारी और धार्मिक न्यास बोर्ड के संस्थापक आचार्य किशोर कुणाल आज पंचतत्व में विलिन हो गए। हाजीपुर के कोनहरा घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनकी इच्छा थी कि तीर्थमोक्ष धाम कोनहारा में ही पंचतत्व में विलीन हों। 

आज पटना स्थित उनके आवास से उनकी अंतिम यात्रा शुरु हुई। जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। उनके पार्थिव शरीर को पटना महावीर मंदिर होते हुए हाजीपुर के कोनहारा घाट ले जाया गया। जहां उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार तीर्थमोक्ष धाम कोनहारा घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। 

आचार्य किशोर कुणाल के अंतिम संस्कार में बिहार सरकार के मंत्री अशोक कुमार चौधरी, उनके पुत्र सायन कुणाल, पुत्रवधू समस्तीपुर सांसद संभवी चौधरी, समेत प्रदेश के साथ-साथ अन्य प्रदेश कई सांसद और विधायक के साथ-साथ बड़ी संख्या में पुलिस विभाग के आलाधिकारी शामिल हुए।

पटना पहुंचे बिहार के नये राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, एयरपोर्ट पर विस अध्यक्ष समेत कई मंत्रियों ने किया स्वागत

डेस्क : बिहार के नवनियुक्त राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान आज पटना पहुंचे गए। पटना एयरपोर्ट पर विधान सभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी समेत कई मंत्रियों ने उनका स्वागत किया। वहीं पटना एयरपोर्ट पर राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।

वहीं इस दौरान मीडिया से बातचीत के दौरान राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि अच्छी तरह से जानते हैं कि बिहार का क्या गौरवशाली इतिहास रहा है और भारतीय संस्कृति, भारतीय इतिहास में बिहार का क्या योगदान है, उसके नाते इस दायित्व का महत्व है उसको देखते हुए पूरी कोशिश करूंगा कि यहां कि जो गौरवशाली परंपराएं हैं, जो ऐतिहासिक धरोहर है उसके अनुरूप यहां पर अपने दायित्व का निर्वहन कर सकूं।

गौरतलब है कि आरिफ मोहम्मद खान पहले केरल के राज्यपाल थे। 24 दिसंबर को केन्द्र सरकार ने उन्हें बिहार का राज्यपाल बनाने का पत्र जारी किया था। वहीं, बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर केरल के राज्यपाल बनाये गये हैं। आरिफ मोहम्मद खान 2 जनवरी को बिहार के राज्यपाल पद की शपथ लेंगे।

BPSC अभ्यर्थियों के प्रदर्शन पर सियासत : नेता प्रतिपक्ष ने सीएम नीतीश और पीके पर जमकर बोला हमला

डेस्क : 70वीं संयुक्त परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से बीपीएससी अभ्यर्थी पटना में डटे हुए हैं। पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने के बावजूद छात्रों का मनोबल नहीं टूटा और अभ्यर्थी लगातार अपना विरोध जता रहे हैं। बीपीएससी अभ्यर्थियों के इस आंदोलन में प्रदेश के विपक्षी दलों का पूरा समर्थन मिल रहा है। वहीं बीते रविवार को इन अभ्यर्थियों के प्रदर्शन को लेकर राजधानी पटना का जेपी गोलंबर पूरे तीन घंटे तक रणक्षेत्र बना रहा। वहीं आज 13वें दिन भी उनका प्रदर्शन जारी है। वहीं अब इसपर सियासत भी शुरु हो गई है।

रविवार 29 दिसंबर को बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान में BPSC अभ्यर्थियों ने परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान प्रशांत किशोर के नेतृत्व में मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ते छात्रों को पुलिस ने रोका, जिसके बाद झड़प हुई और पुलिस ने लाठीचार्ज किया। पुलिस ने छात्रों पर वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया। इस घटना को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रशांत किशोर पर निशाना साधते हुए भाजपा की 'बी टीम' पर आंदोलन को भटकाने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने कहा कि पीके छात्रों के आंदोलन को हाईजैक करने की कोशिश कर रहे हैं।

वहीं छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के बाद तेजस्वी यादव ने फेसबुक लाइव के जरिए प्रशांत किशोर पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा की 'बी टीम' BPSC अभ्यर्थियों के आंदोलन को कमजोर करने और अपनी राजनीति चमकाने में लगी हुई है। तेजस्वी ने छात्रों से अपील की कि वे किसी के बहकावे में न आएं और शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन जारी रखें। उन्होंने कहा, "हम छात्रों के साथ खड़े हैं और उनकी मांगों का समर्थन करते हैं।"

तेजस्वी ने आरोप लगाया कि गर्दनीबाग में शांतिपूर्ण आंदोलन चल रहा था, जिससे सरकार और BPSC पर दबाव बना हुआ था। लेकिन भाजपा की 'बी टीम' के नेता ने आंदोलन को गांधी मैदान ले जाकर भटकाने की कोशिश की। तेजस्वी ने कहा, "इस नेता ने छात्रों से कहा कि वे सबसे आगे रहेंगे, लेकिन जब लाठीचार्ज हुआ तो वे वहां से भाग गए।"

नेता प्रतिपक्ष ने लाठीचार्ज की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि बिहार सरकार ने छात्रों पर अत्याचार किया है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर वे चाहते, तो एक कॉल पर लाखों लोगों को गांधी मैदान बुला सकते थे, लेकिन इससे समस्या का हल नहीं निकलता।

वहीं तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी हमला करते हुए कहा कि वह अब थक चुके हैं और राज्य को रिटायर्ड अधिकारियों के सहारे चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि गांधी मैदान में आंदोलन ले जाने के कारण छात्रों पर FIR दर्ज हो गई है, जो उन्हें भविष्य में परीक्षा में बैठने से रोक सकती है।

BPSC अभ्यर्थियों की मांग को लेकर राज्यपाल से मिले सांसद पप्पू यादव, कहा-गवर्नर ने दिया है यह आश्वासन

डेस्क : 70वीं संयुक्त परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से बीपीएससी अभ्यर्थी पटना में डटे हुए हैं। पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने के बावजूद छात्रों का मनोबल नहीं टूटा और अभ्यर्थी लगातार अपना विरोध जता रहे हैं। बीपीएससी अभ्यर्थियों के इस आंदोलन में प्रदेश के विपक्षी दलों का पूरा समर्थन मिल रहा है। वहीं बीते रविवार को इन अभ्यर्थियों के प्रदर्शन को लेकर राजधानी पटना का जेपी गोलंबर पूरे तीन घंटे तक रणक्षेत्र बना रहा। वहीं आज 13वें दिन भी उनका प्रदर्शन जारी है। आज अभ्यर्थियों ने बिहार बंद का ऐलान किया है। जिसमे वाम दल का भी उन्हें समर्थन मिला है।

वहीं दूसरी ओर पूर्णिया सांसद पप्पू यादव सुबह सुबह राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे। पप्पू यादव ने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात कर अभ्यर्थी की मांग को उनके सामने रखा। राज्यपाल से मिलने के बाद पप्पू यादव ने मीडियाकर्मियों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि छात्रों की मांग को लेकर बात हो गई है। जल्द ही निदान होगा।

पप्पू यादव ने कहा कि, उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थी की मांगों राज्यपाल के सामने रखा है। राज्यपाल ने उनके सामने ही आयोग के चेयरमैन से बात की। बीपीएससी अध्यक्ष और राज्यपाल की प्वाइंट टू प्वाइंट बातचीत हुई है। लंबी बात हुई दोनों में। राज्यपाल ने कहा कि वो डीएम एसपी को बुला रहे हैं। बच्चों पर जो केस कैसे हुआ? लाठीचार्ज कैसे हुआ? बच्चों पर लाठी क्यों चली? पूरे मुद्दे पर उन्होंने डिटेल बातचीत की।

सांसद ने कहा कि राज्यपाल ने कहा है कि वो सीएम नीतीश से इस मुद्दे पर बात करेंगे। हर कीमत पर बच्चों के साथ जो ज्यादती हुई है उस मामले में जांच के लिए राज्यपाल ने कह दिया है। पप्पू यादव BPSC चेयरमैन को भी बुलाया है। उन्होंने कहा कि BPSC के चेयरमैन का कहना है कि कोई डेलीगेट उनसे मिलने आ रहा है। BPSC के मामले पर बातचीत करेंगे।

अंतिम यात्रा पर निकले आचार्य किशोर कुणाल, उमड़ा जन सैलाव

डेस्क : पूर्व आईपीएस अधिकारी और महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल अपने अंतिम यात्रा पर निकल चुके हैं। किशोर कुणाल का पार्थिव शरीर उनके निवास स्थान कुर्जी से निकल कर महावीर मंदिर पहुंच गया है। महावीर मंदिर में आचार्य कुणाल किशोर का पार्थिक शरीर रखा गया है। करीब 1 घंटे तक उनका शव मंदिर परिसर में रहेगा। वहीं उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ गई है। उनके अंतिम यात्रा में उनकी पत्नी, बेटे औऱ बहू मौजूद हैं। किशोर कुणाल का हाजीपुर के कोनहरा घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। जहां वो पंचतत्व में विलीन हो जाएंगे।

किशोर कुणाल के निधन के बाद महावीर मंदिर न्यास के जनसंर्पक विभाग के अधिकारी विवेक विकास ने एक भावुक कर देने वाला प्रेस रिलीज जारी किया, जो अपने और आचार्य किशोर कुणाल के बीत संबंधों के बारे में था। उन्होंने प्रेस रिलीज की शुरुआत करते हुए लिखा कि मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि आचार्य किशोर कुणाल के नहीं होने की खबर मैं मीडिया को दूंगा। लेकिन अब यह हकीकत है। मैंने चार वर्षों पूर्व महावीर मंदिर न्यास के जनसम्पर्क अधिकारी के रूप में योगदान दिया था। मेरी रिपोर्टिंग आचार्य किशोर कुणाल को ही होती थी। उनके मार्गदर्शन में मैं महावीर मंदिर समेत न्यास के विभिन्न प्रकल्प जैसे विराट रामायण मंदिर, महावीर कैंसर संस्थान समेत सभी महावीर अस्पताल, राम रसोई, सीता रसोई आदि की रचनात्मक और विकासात्मक खबरों को मीडिया तक पहुंचाता था।

मालूम हो कि आचार्य कुणाल किशोर का निधन रविवार (29 दिसंबर) की सुबह महावीर वात्सल्य अस्पताल में हो गया। बताया जा रहा है कि रविवार की सुबह उन्हें कार्डियक अरेस्ट हुआ, जिसके बाद आनन फानन में परिजन उन्हें महावीर वात्सल्य अस्पताल लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आचार्य किशोर कुणाल ने 74 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है। वहीं आज यानी 30 दिसंबर को हाजीपुर के कोनहरा घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। वो अपनी अंतिम यात्रा पर निकल चुके हैं।

*पूरे तीन घंटे तक रणक्षेत्र बना राजधानी पटना का यह इलाका, प्रशांत किशोर और दो पूर्व आईपीएस समेत 700 अज्ञात पर एफआईआर

डेस्क : 70वीं संयुक्त परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से बीपीएससी अभ्यर्थी पटना में डटे हुए हैं। पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने के बावजूद छात्रों का मनोबल नहीं टूटा और अभ्यर्थी लगातार अपना विरोध जता रहे हैं। बीपीएससी अभ्यर्थियों के इस आंदोलन में प्रदेश के विपक्षी दलों का पूरा समर्थन मिल रहा है। वहीं बीते रविवार को इन अभ्यर्थियों के प्रदर्शन को लेकर राजधानी पटना का जेपी गोलंबर पूरे तीन घंटे तक रणक्षेत्र बना रहा।

गांधी मैदान इलाके में बीपीएससी अभ्यर्थी 9 घंटे तक डटे रहे। दिन के करीब 11 बजे के आसपास अभ्यर्थियों का जमावड़ा गांधी मैदान में शुरू हो गया। इसके बाद रात आठ बजे तक आसपास के इलाके में गहमागहमी बनी रही। इस दौरान तीन घंटे तक जेपी गोलंबर रणक्षेत्र में तब्दील रहा।

मार्च को लेकर अभ्यर्थियों और पुलिस के बीच कई बार धक्का-मुक्की हुई। कभी छात्र आग बढ़ रहे थे तो कभी पुलिस उन्हें पीछे धकेल रही थी। गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति के पास 11 बजे से अभ्यर्थियों का जुटान शुरू होने लगा था। देखते-देखते यह संख्या हजारों में तब्दील हो गई। सभी पीटी को रद्द करने को लेकर नारेबाजी करते रहे। उनके हाथों में तख्तियां और पोस्टर लिए हुए थे। दोपहर 1.30 बजे प्रशांत किशोर भी वहां पहुंचे। उनके आने के बाद गांधी मैदान का दस नंबर गेट खोला गया। ताकि वहां लगे मेले में आने-जाने वाले लोगों को कोई परेशानी नहीं हो। इसके बाद छात्र संसद की शुरुआत हुई। छात्रों का कहना था कि पेपर लीक हुआ है और इसे रद्द किया जाए। इस पर प्रशांत किशोर ने कहा कि यह आंदोलन छात्रों का है और आप जो निर्णय लेंगे हम उसके साथ रहेंगे। जब छात्रों ने मार्च करने का निर्णय लिया तो प्रशांत किशोर भी उनके साथ हो गए। उन्होंने मार्च का नेतृत्व भी किया। वहीं जिला और पुलिस प्रशासन सुबह से ही चौकस रहा।

जिला प्रशासन के अधिकारी वहां किसी प्रकार का धरना-प्रदर्शन करने से छात्रों को रोकते रहे। उनका कहना था कि धरना- प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई है। आपलोग इस स्थान को खाली कर दें। सुबह दस बजे से ही गांधी मूर्ति के पास सदर एसडीएम, गांधी मैदान के डीएसपी, सिटी मजिस्ट्रेट सहित अन्य अधिकारी और पुलिस के अधिकारी जमे हुए थे। गांधी मैदान के बाहर भी सुरक्षाकर्मियों की तैनाती थी।

वहीं इस मामले को लेकर जिला प्रशासन के मुताबिक, गांधी मैदान में बीपीएससी अभ्यर्थियों के साथ छात्र संसद आयोजित करने के आरोप में प्रशांत किशोर, पूर्व डीजी आर के मिश्रा और पूर्व आईपीएस आनंद मिश्रा समेत 21 नामजद और 700 अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।

आज पटना पहुंचेगे बिहार के नये राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, 2 जनवरी को लेंगे पद का शपथ*

डेस्क : बिहार के नये राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान आज सोमवार को अपराह्न तीन बजे एयर इंडिया के विमान से पटना आयेंगे। एयरपोर्ट से वह सीधे राजभवन जाएंगे। जबकि पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति के विनोद चंद्रण उन्हें दो जनवरी को शपथ दिलाएंगे। इसके लिए राजभवन में दो जनवरी को शपथ ग्रहण समारोह होगा। बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन को लेकर बिहार में भी 7 दिनों का राजकीय शोक है। जो एक जनवरी को खत्म होगा। इसको देखते हुए दो जनवरी को शपथ ग्रहण समारोह के लिए 2 जनवरी तिथि तय की गयी है। गौरतलब है कि आरिफ मोहम्मद खान अभी केरल के राज्यपाल हैं। 24 दिसंबर को केन्द्र सरकार ने उन्हें बिहार का राज्यपाल बनाने का पत्र जारी किया था। वहीं, बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर केरल के राज्यपाल बनाये गये हैं। मिली जानकारी के अनुसार श्री आर्लेकर 31 दिसंबर को पटना से जाएंगे। वह करीब 22 महीने तक बिहार के राज्यपाल के पद पर रहे।
मौसम का हाल : आज से राजधानी पटना समेत प्रदेश में बदलेगा मौसम का मिजाज, पछुआ के प्रभाव से ठंड में होगी तेजी से बढ़ोतरी*

डेस्क : पटना में हर साल दिसंबर के आखिरी हफ्ते में घना कोहरा और पछुआ के प्रभाव से शीत दिवस की स्थिति बनने लगती थी। अबतक राज्य के छह से सात जिलों में कोल्ड वेव या कोल्ड वेव जैसे हालात बन जाते थे। लेकिन इसबार न्यूनतम और अधिकतम तापमान की स्थिति सामान्य से ऊपर बनी हुई है। इसी बीच राजधानी समेत प्रदेश के मौसम में सोमवार से बदलाव के आसार है। हालांकि, यह बदलाव दो-तीन दिन ही दिखेगा। मौसम विभाग के अनुसार पटना जिला का तापमान दो दिनों में चार डिग्री तक नीचे आ सकता है। प्रदेश के दक्षिण पश्चिमी भागों में पछुआ के प्रभाव में ठंड में तेजी से बढ़ोतरी दिखेगी। तीन चार दिनों के बाद एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन की स्थित बनने से फिर से तापमान में बढ़ोतरी आएगी। इस लिहाज से अगले एक हफ्ते तक पटना सहित राज्यभर में तापमान के उतार-चढ़ाव की स्थिति बने रहने के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल बारिश का कोई सिस्टम नहीं है। हवा का पैटर्न अगले एक दो दिनों तक तापमान को नीचे लाएगा फिर से तापमान ऊपर चढ़ेगा। राज्य में एक हफ्ते बाद ठंड में फिर से बढ़ोतरी की स्थिति बनेगी। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार वाल्मीकि नगर, बक्सर व अगवानपुर के न्यूनतम तापमान में गिरावट आने के साथ पटना सहित शेष जिलों के न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। पटना का न्यूनतम तापमान 16.1 डिग्री सेल्सियस जबकि 8.3 डिग्री सेल्सियस के साथ अगवानपुर (सहरसा) में सबसे कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। पटना का अधिकतम पारा 25.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिन में आंशिक बादलों की आवाजाही बनी रही। 29.2 डिग्री सेल्सियस के साथ मधुबनी में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। रविवार को पटना सहित आसपास इलाकों में सुबह के समय हल्के कोहरे का प्रभाव रहा। दिन में धूप निकलने के कारण मौसम सामान्य बना रहा।
प्रदर्शन कर रहे BPSC अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खबर, सरकार की पांच सदस्सीय टीम उनसे करेगी बात

पटना : 70वीं संयुक्त परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से बीपीएससी अभ्यर्थी पटना में डटे हुए हैं। पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने के बावजूद छात्रों का मनोबल नहीं टूटा और अभ्यर्थी लगातार अपना विरोध जता रहे हैं। बीपीएससी अभ्यर्थियों के इस आंदोलन में प्रदेश के विपक्षी दलों का पूरा समर्थन मिल रहा है।

अभ्यर्थियों के इस प्रदर्शन के बीच अब सरकार की ओर से बड़ा एलान किया गया है। सरकार की तरफ से मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने ऐलान किया है कि सरकार की पांच सदस्सीय टीम बीपीएससी अभ्यर्थियों से बात करेगी।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली में हैं इसी बीच सरकार ने आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियो से बातचीत करने का एलान कर दिया है। रविवार की देर शाम मीडिया से बातचीत करते हुए बिहार सरकार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने कहा है कि सरकार अभ्यर्थियों की मांगों को लेकर गंभीर है और जल्द ही सरकार की पांच सदस्सीय टीम बीपीएससी अभ्यर्थियों से बात करेगी।

गौरतलब है कि BPSC की प्रारंभिक परीक्षा 13 दिसंबर को बिहार के 912 सेंटरों पर हुई थी। पटना के बापू परीक्षा परिसर में अभ्यर्थियों ने धांधली का आरोप लगाया था। इसके बाद बापू परीक्षा सेंटर की परीक्षा रद्द कर दी गई थी। आयोग ने 4 जनवरी को एक सेंटर पर फिर से एग्जाम लेने का नोटिफिकेशन निकाला। अभ्यर्थी लगातार मांग कर रहे हैं कि BPSC प्रारंभिक परीक्षा फिर से हो। इसको लेकर अभ्यर्थी गर्दनीबाग पर धरना दे रहे हैं।

इधर अभ्यर्थियों के इस प्रदर्शन में प्रदेश के विपक्षी राजनीतिक दलों द्वारा भी पूरा समर्थन किया जा रहा है। बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और पप्पू यादव के बाद अब जन सुराज के प्रशांत किशोर बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में सड़क पर उतर गए हैं। आज अभ्यर्थी सीएम आवास का घेराव करने के लिए निकले हैं। जिसमें प्रशांत किशोर भी उनके साथ शामिल हैं।