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बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री का बड़ा बयान: "सनातन के साथ चलने वाला ही देश पर राज करेगा!"

मध्य प्रदेश में छतरपुर के बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि इस देश पर वही राज करेगा जो सनातन को साथ लेकर चलेगा और सनातन के साथ चलेगा. उन्होंने कहा कि अब देश का हिन्दू जाग रहा है. युवा जाग रहा है. पूरे देश में क्रांति की लहर चल रही है. महाराष्ट्र के जलगांव पहुंचे बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने टीवी 9 भारतवर्ष से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि समूचा देश एक नई क्रांति की ओर जा रहा है.

हिन्दुत्व की लहर है और देश हिन्दू राष्ट्र बनने की ओर बढ़ चला है. समूचे देश में हिन्दू जाग गया और देश का युवा भी. अब तो इस देश पर वही राज करेगा, जो सनातन को साथ लेकर चलेगा. उसी के हाथ में सत्ता रहेगी जो सनातन के साथ रहेगा. इस मौके पर उन्होंने देश में बढ़ रहे अपराध को लेकर भी टिप्पणी की. कहा कि इंसान तो पैदा हो रहे हैं, लेकिन इंसानियत मरती जा रही है. यह मरती हुई इंसानियत ही अपराध की वजह है. छोटी-छोटी बच्चियों के साथ रेप और अपहरण की घटनाएं हो रही हैं.

अपराधियों का हो सामाजिक बहिष्कार

यह बेहद शर्मनाक है. इसका एक ही इलाज है कठोर सजा. समय रहते अपराधी को कठोर से कठोर सजा मिले तो ही इस तरह के अपराध रुकेंगे. इसके अलावा जनजागृति भी करनी होगी. इसमें अपराधियों के सामाजिक बहिष्कार का भी निर्णय लेना होगा. पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यह सही समय कि कथाओं और मंदिरों के माध्यम से लोगों में सामाजिक जन जागृति पैदा की जाए. लोगों में इंसानियत पैदा होगी तो ही लोग एक दूसरे के सुख दुख में भागीदार बन सकेंगे.

हिन्दुओं का बुरा ना होने की अपेक्षा

उन्होंने अपनी बात कहने के बाद आखिर में फिर दोहराया कि जो सनातन के साथ होगा, वही देश पर राज करेगा. बाकी सब ठीक है. कहा कि वह राजनीति पर ज्यादा कुछ नहीं बोलते, लेकिन वह अपेक्षा रखते हैं कि किसी भी हाल में इस देश के अंदर हिन्दुओं का बुरा ना हो. इसी लक्ष्य को लेकर वह चल रहे हैं और सनातन को जगाने की कोशिश कर रहे हैं.

महाकुंभ: सीमेंट नहीं… गुड़, दाल और मेथी से बन रही हैं 150 साल पुरानी धरोहर का दीवार; अनोखा है इतिहास

महाकुंभ भारत की सनातन परम्परा का धार्मिक और सांस्कृतिक महापर्व है. जनवरी 2025 में प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे इस महापर्व को दिव्य और भव्य स्वरूप देने में जुटी प्रदेश की योगी सरकार इसकी परंपराओं का संरक्षण करते हुए कुंभ नगरी की सांस्कृतिक धरोहरों का भी संरक्षण कर रही है.

प्रयागराज शहर की एक धार्मिक पहचान होने के साथ ही कई ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के साथ भी इसका नाम जुड़ा है. इसी के अंतर्गत आता है नगर निगम परिसर स्थित भवन जिसके जीर्णोद्धार का कार्य प्रयागराज नगर निगम द्वारा करवाया जा रहा है. ब्रिटिश काल में सन् 1865 के करीब संगम नगरी में बने सबसे पुराने ग्रेट नॉर्दर्न होटल और बाद में नगर निगम कार्यालय में तब्दील इस 150 वर्ष से अधिक पुराने भवन का 9 करोड़ रुपये की लागत से जीर्णोद्धार करवाया जा रहा है.

नगर निगम ने की है पहल

कायाकल्प के बाद प्रयागराज वासियों समेत महाकुंभ में आने वाले पर्यटक भी यह ऐतिहासिक भवन देख सकेंगे. नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग का कहना हैं कि यह भवन प्रयागराज की धरोहर है, इसे संरक्षित रखने की पहल नगर निगम ने की है. महाकुंभ से पहले इस भवन के जीर्णोद्धार का काम पूरा हो जाएगा. अपने नए रंग रूप में यह भवन पर्यटकों को आकर्षित करेगा. इस ऐतिहासिक इमारत में आजादी के पूर्व देश की आजादी में हिस्सा लेने वाले बुद्धिजीवी समाज की बैठक होती थीं.

1930 के दशक में ब्रिटिश सरकार ने इस भवन को प्रशासनिक भवन में तब्दील कर दिया था. प्रयागराज नगर निगम के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के सलाहकार सूरज वीएस ने बताया कि दिसंबर 2020 में नगर निगम के भवन में एक कमरे की छत गिर गई थी, जिसके बाद इस पूरे भवन को गिराकर नया भवन बनाने पर विचार किया गया था. इस डेढ़ सौ साल से अधिक पुराने भवन को गिराने से पहले पुरातत्व विभाग से राय ली गई. एएसआई, एमएनआईटी प्रयागराज और आईआईटी मुम्बई से इस भवन के विषय में परामर्श लिया गया. 2020-21 में एएसआई की रिपोर्ट आने के बाद नगर निगम की इस बिल्डिंग को धरोहर बताते हुए इसका संरक्षण करने की सलाह दी गई.

प्राकृतिक सामग्री का किया जा रहा इस्तेमाल

150 वर्ष पहले इस भवन का निर्माण ईको फ्रेंडली चीजों से करवाया गया था, इसलिए अब इसका कायाकल्प इन्हीं चीजों से करवाया जा रहा है. इस भवन में पहले मरम्मत के दौरान जो भी नई चीजें लगाई गई थीं, जैसे सीमेंट का प्लास्टर, फर्श की टाइलें, खिड़कियां-दरवाजे, उन्हें अब हटाया जा रहा है, जिससे भवन को असली स्वरूप में वापस लाया जा सके. इससे भवन का तापमान प्राकृतिक रूप से ठंडा रहेगा और गर्मी में भी एयर कंडीशनर का कम इस्तेमाल किया जाएगा. यह तरीका पर्यावरण के अनुकूल भी है, क्योंकि इसमें प्राकृतिक सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है. मुंबई की सवानी हेरिटेज जीर्णोद्धार का काम कर रही है, जो दिसंबर के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है. इसके बाद इस भवन में फसॉड लाइटिंग भी लगवाई जाएंगी. महाकुंभ में आने वाले पर्यटक इस ऐतिहासिक भवन को एक नए कलेवर में देखेंगे.

सवानी हेरिटेज के जितेश पटेल ने बताया कि नगर निगम के इस पुराने भवन का जीर्णोद्धार, पुराने जमाने में निर्माण कार्य में इस्तेमाल होने वाली सामग्री से किया जा रहा है. निर्माण सामग्री के लिए लाइम मध्य प्रदेश कटनी से और बाकी चीजें अलग-अलग राज्यों और लोकल मार्केट से मंगवाई जा रही हैं. सीमेंट बालू की जगह चूना, सुरखी, बालू, बेल गिरि, गुड़, उड़द की दाल, गुगुल और मेथी के मिश्रण से निर्माण सामग्री तैयार की जा रही है. इस बिल्डिंग के विषय में रोचक बात यह भी है कि एक समय में इसी बिल्डिंग में प्रयागराज म्यूजियम हुआ करता था. म्यूजियम से जुड़े साक्ष्य अब भी इस बिल्डिंग में मौजूद हैं.

दिल्ली: सीएम आतिशी की बड़ी घोषणा, बस ड्राइवर को महिलाओं को देखकर बस नहीं रोकने पर होगी सख्त कार्रवाई!

दिल्ली की सीएम आतिशी ने सोमवार को कहा कि दिल्ली सरकार को और मुझे व्यक्तिगत तौर पर शिकायत मिल रही है कि डीटीसी और कलस्टर बस ड्राइवर महिलाओं को देखकर बस नहीं रोकते हैं. दिल्ली सरकार महिलाओं को आश्वस्त करना चाहती है कि ज्यादा से ज्यादा महिलाएं यात्रा करें. दिल्ली सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है. अगर कोई ड्राइवर या कंडक्टर महिलाओं को देखकर बस नहीं रोकेगा तो उस पर सख्त कार्रवाई होगी.

सीएम आतिशी ने कहा कि महिलाएं काम पर जाएंगी, लड़कियां स्कूल और कॉलेज जाएंगी. महिलाओं के कामकाजी होने से अर्थव्यवस्था का विकास होता है. हमने दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग की तरफ से आदेश निकलवाया है और इंस्ट्रक्शन निकलवाया है, अगर कोई ड्राइवर या कंडक्टर महिलाओं को देखकर बस नहीं रोकेगा तो कार्रवाई होगी.

जब हम दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में जाते हैं…

उन्होंने कहा कि ऐसे बस ड्राइवर और कंडक्टर को सस्पेंड किया जाएगा. इस मामले को लेकर महिलाएं सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए शिकायत कर सकती हैं. इन शिकायत पर संज्ञान लेते हुए एक्शन लिया जाएगा. जब हम दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में जाते हैं तो इस दौरान ऐसी शिकायतें मिलती हैं. इसलिए हमने ऐलान किया है कि ऐसे ड्राइवर पर सख्त एक्शन लिया जाएगा.

महिलाओं को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है सरकार

सीएम आतिशी ने कहा, आम आदमी पार्टी की सरकार महिलाओं को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है. दिल्ली में महिलाएं और बेटियां नौकरी और पढ़ाई के लिए बस से सफर करें, इसके लिए आम आदमी पार्टी सरकार ने बस यात्रा मुफ्त की हुई है. अगर कोई भी बस निर्धारित स्टॉप पर नहीं रुकती है तो महिलाएं उसकी फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करें.

बरेली: लड़की ने रील बनाने के लिए जाम की सड़क, अब दर्ज हो गया मुकदमा… हो सकती है जेल

आजकल लोग सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए कुछ भी करते हैं. अक्सर अपनी जान जोखिम में डालकर रील बनाते हुए लोगों को देखा गया है. अब ऐसा ही एक मामला यूपी के बरेली से सामने आया है, जहां एक लड़की ने बीच सड़क पर डांस करते हुए रील बनाई. उसकी इस हरकत से आने-वाले लोगों को परेशानी हुई. अब लड़की का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

दरअसल पूरा मामला बरेली के थाना कैंट क्षेत्र के छावनी परिसर रोड़ का बताया जा रहा है. सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए एक लड़की ने बीच सड़क पर डांस करते हुए रील बनाई. ऐसे में रोड़ पर जाम लग गया. इसके बाद ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया. अब लड़की का वीडियो एक शख्स ने एक्स पर शेयर करते हुए उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की. पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है.

इनफ्लुएंसर नीलम का वीडियो

वायरल वीडियो बरेली की एक इनफ्लुएंसर नीलम उर्फ नीलू का है, जो इंस्टाग्राम पर ‘dreamgirls 84’ नाम से अकाउंट चलाती हैं. उन्होंने बरेली के कैंट इलाके में बीच सड़क पर डांस करते हुए रील बनाई. वहां मौजूद एक व्यक्ति ने नीलू के डांस का वीडियो एक्स पर पोस्ट कर पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की. शिकायतकर्ता का आरोप हैं कि इस तरह से बीच सड़क पर डांस करना लोगों का ध्यान भटकाता है, जिससे सड़क हादसों का खतरा बढ़ जाता है और लोगों की जान खतरे में पड़ जाती है.

मामले में कार्रवाई के दिए आदेश

हाल ही में कुछ युवाओं ने सैकड़ों कारों के साथ टोल प्लाजा पर कार में खड़े होकर रील बनाई थी, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. अब तक उस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है. उस वायरल वीडियो के बाद यह दूसरा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हालांकि इस मामले में बरेली पुलिस ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए एक्स पर ही वीडियो को रीपोस्ट किया और कैंट पुलिस को जांच कर जरूरी कार्रवाई के आदेश दिए.

हरियाणा में महंगी होगी प्रॉपर्टी, सरकार के इस फैसले का दिखेगा असर

हरियाणा सरकार एक ऐसा फैसला लिया है जिससे प्रॉपर्टी के दाम में अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है. सरकार ने राज्य में विभिन्न संभावित रियल एस्टेट इलाकों के एक्सटरनल डेवलपमेंट चार्च को 2025 तक 20 फीसदी और 2026 से हर साल 10 फीसदी बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. इस फैसले से रियल एस्टेट डेवलपमेंट की कॉस्ट बढ़ने की संभावना है, जिससे खरीदारों के लिए प्रॉपर्टी महंगी हो सकती हैं. वहीं दूसरी ओर इस ज्यादा ईडीसी कलेक्शन से हरियाणा के में इंफ्रा प्रोजेक्ट्स को फंड करने में मदद मिल सकती है और हरियाणा के डेवलपमेंट करने में काफी ​मदद मिल सकती है.

सरकार ने लिया बड़ा फैसला

सरकार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार कैबिनेट ने 1 जनवरी, 2025 से 20 फीसदी की एकमुश्त वृद्धि को मंजूरी दी. उसके बाद हर साल 1 जनवरी से 10 फीसदी इजाफे पर मुहर लगाई है. ईडीसी एक प्रोजेक्ट की बाउंड्री के बाहर सड़क, नालियां, बिजली के बुनियादी ढांचे, पानी और सीवेज लाइनों जैसी बाहरी बुनियादी सुविधाओं के निर्माण के लिए रियल एस्टेट डेवलपर्स से कलेक्ट किया गया शुल्क है. ईडीसी की कैलकुलेशन टाउन और कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट (डीटीसीपी) द्वारा एरिया-वाइज की जाती है, जो किसी विशेष हाउसिंग, कमर्शियल, इंडस्ट्रीयल या मिक्स्ड-यूज्ड वाले इलाके की वृद्धि की संभावना पर निर्भर करता है. दरों को आखिरी बार 2015 में रिवाइज्ड किया गया था.

बढ़ेगा बायर्स पर बोझ

नारेडको (नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल), हरियाणा के अध्यक्ष परवीन जैन ने कहा कि 10 फीसदी सालाना ईडीसी वृद्धि से पूरे राज्य और विशेष रूप से गुरुग्राम में डेवलपर्स और एंड यूजर्स पर बड़ा वित्तीय बोझ पड़ेगा. उन्होंने कहा कि 2015-2016 के आसपास, डेवलपर्स ने लाइसेंस लेना लगभग बंद कर दिया था क्योंकि ईडीसी दरें बहुत अधिक थीं जिसके बाद सरकार ने इसे धीमा कर दिया और शुल्क नहीं बढ़ाया. 10 फीसदी वृद्धि अव्यावहारिक होगी, और सरकार को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा, शहर में सड़कों सहित मौजूदा बुनियादी ढांचे का विकास नहीं किया गया है, जबकि डेवलपर और घर खरीदारों ने ईडीसी में हजारों करोड़ रुपए का भुगतान किया है.

आ सकती है रियल एस्टेट में मंदी

गुरुग्राम स्थित रियल एस्टेट विशेषज्ञ विनोद बहल मीडिया रिपोर्ट में कहते हैं कि ईडीसी दरें बढ़ने से रियल एस्टेट इंडस्ट्री बुरी तरह प्रभावित होगा क्योंकि दरें पहले से ही ऊंची हैं और रियल्टी मार्केट में सामर्थ्य कम है. उन्होंने कहा कि सरकार ने हाल ही में सर्कल रेट में वृद्धि की थी और शहर में संपत्ति की कीमतें पहले ही आसमान पर पहुंच गई हैं. उच्च ब्याज दर और संपत्तियों की हाई कॉस्ट की वजह से रियल एस्टेट मार्केट में 2025 में मंदी देखने को मिल सकती है.

8 सालों से ईडीसी में नहीं हुआ इजाफा

विशेषज्ञों के मुताबिक, गुरुग्राम में किसी प्रोजेक्ट में ईडीसी की मौजूदा लागत पूरी प्रोजेक्ट लागत का 7-8 फीसदी है. एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि मौजूदा ईडीसी दरें एक इंडेक्सेशन पॉलिसी पर आधारित थीं, जिसमें 2015 की ईडीसी दरों को आधार माना गया था और पिछले आठ वर्षों में इनमें वृद्धि नहीं की गई थी. 2015 की इंडेक्सेशन पॉलिसी से पहले, EDC दरें हर साल बढ़ाई जाती थीं.

मामले से अवगत अधिकारियों के अनुसार, राज्य सरकार ने 2018 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली से गुरुग्राम और रोहतक के लिए ईडीसी दरें निर्धारित करने और फरीदाबाद, पंचकुला और हिसार के लिए आईआईटी-रुड़की से अनुरोध किया था. हालांकि, दोनों संस्थानों ने काम करने में असमर्थता व्यक्त की जिसके कारण इंडेक्सेशन पॉलिसी और पिछली ईडीसी दरें आज तक जारी रहीं. सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि एक अन्य फैसले में, स्टेट कैबिनेट ने भविष्य में इंडेक्सेशन दरें निर्धारित करने के लिए एक सलाहकार की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है, तो ईडीसी रेट तिय करेगा.

राजस्थान: बोरवेल में फंसी चेतना को बचाने की जंग, 8 दिन से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन

राजस्थान के कोटपूतली में आठ दिन से बोरवेल में एक साढ़े तीन साल की बच्ची चेतना फंसी हुई है. उसे बाहर निकालने के लिए हर मुमकिन कोशिश की जा रही है. चेतना को बचाने के लिए रेस्क्यू टीम भी लगातार कोशिश कर रही हैं, लेकिन अभी तक सफलता हाथ नहीं लगी है. अब चेतना तक पहुंचने के लिए एक सुरंग का निर्माण किया जा रहा है. NDRF के अधिकारी ने कहा कि वह जल्द ही बच्ची को बोरवेल से बाहर निकाल लेंगे.

बोरवेल में फंसी चेतना को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन ठोस चट्टान को काटने में कठिनाइयों के बावजूद भी लगातार चल रहा है. एनडीआरएफ अधिकारियों के मुताबिक सोमवार तक काम पूरा होने की उम्मीद है. एनडीआरएफ टीम के प्रभारी योगेश कुमार मीना ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन का आठवां दिन है. बोरवेल में फंसी चेतना तक पहुंचने के लिए एक सुरंग का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन ठोस चट्टान की वजह हमें कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. चट्टान को काटना बहुत मुश्किल है, लेकिन बचाव कार्य चल रहा है.

सुरंग के तापमान में अंतर

उन्होंने आगे कहा कि हमें उम्मीद है कि हम जल्द ही चेतना को बचा लेंगे. लगभग आधा काम हो चुका है और हम इसे जल्द ही पूरा करने की कोशिश करेंगे. वहीं कोटपूतली-बहरोड़ जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल ने बताया कि चेतना तक पहुंचने के लिए सुरंग के निर्माण में सुरंग मार्ग के चट्टानी इलाकों की वजह से चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा, सुरंग के ऊपरी और निचले तापमान में काफी अंतर भी मुश्किलें पैदा कर रहा है.

रेस्क्यू ऑपरेशन में प्लान-बी लागू

कल्पना ने कहा कि हम सुरंग का निर्माण कर रहे हैं. चुनौती बढ़ गई है क्योंकि सुरंग का रास्ता काफी पथरीला है. सुरंग के ऊपर और नीचे के तापमान में बहुत ज्यादा अंतर है. हमारे पास जितने भी ऑप्शन हैं. उन पर विचार किया जा रहा है और चर्चा की जा रही है. सबसे अच्छे औजार मुहैया कराए गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार रात यानी 26 दिसंबर को रेस्क्यू ऑपरेशन एक अहम पॉइंट पहुंचा, जिसमें बी-प्लान को लागू किया गया और बोरवेल के पास में छेद में एक पाइप उतारा गया.

बोरवेल में कब गिरी थी बच्ची?

NDRF, SDRF और स्थानीय प्रशासन की टीमों समेत अधिकारी रेस्क्यू ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहे हैं. एनडीआरएफ के एक कर्मी ने कहा था कि वे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद लड़की को बचाने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं. दरअसल 23 दिसंबर को चेतना अपने पिता के खेत पर खेलते समय बोरवेल में गिर गई थी. तब से ही वह इस बोरवेल में फंसी हुई है. इसी बीच मध्य प्रदेश के गुना में भी एक बच्चा बोरवेल में गिर गया था. उसे 18 घंटे बाद बोरवेल से तो बाहर निकाल लिया गया था, लेकिन अस्पताल पहुंचने पर उसने दम तोड़ दिया था

AAP का बड़ा ऐलान: पुजारियों और ग्रंथियों को मिलेगी 18 हजार रुपये महीने की सम्मान राशि!

आम आदमी पार्टी ने पुजारियों के लिए बड़ा ऐलान किया है. पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंदिर और गुरुद्वारों में पूजा करने वाले ग्रंथियों के लिए योजना शुरू करने की घोषणा की है. PUJARI Granthi Samman Yojna के तहत मंदिरों के पुजारी और गुरुद्वारे में ग्रंथियां को हर महीने सम्मान राशि दी जाएगी. पुजारियों को स्कीम के तहत हर महीने 18 हजार रुपये की राशि दी जाएगी.

इस स्कीम का ऐलान करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, पुजारी भगवान की पूजा कराता है, जिसने सदियों से हमारी परंपराओं और रीति रिवाज को पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ाया है. पुजारी की तरफ हम ने कभी ध्यान नहीं दिया. आज इस योजना के जरिए इसे वेतन या तनक नहीं कहूंगा बल्कि इनका सम्मान करने के लिए इसकी घोषणा कर रहा हूं कि लगभग 18000 रुपए महीना सम्मान राशि आम आदमी पार्टी के सरकार बनने के बाद पुजारियों को दी जाएगी.

केजरीवाल ने क्या कहा?

इस स्कीम का ऐलान करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, ऐसा देश में पहली बार हो रहा है, किसी राज्य में ऐसा नहीं हुआ जैसा दिल्ली में हो रहा है. पहले भी हमने कई काम पहली बार शुरू की. बीजेपी सरकार और कांग्रेस की सरकार भी इससे सीख कर अपने-अपने राज्यों के अंदर पुजारी और ग्रंथियां के लिए सम्मान योजना शुरू करेंगे.

अतुल सुभाष सुसाइड केस: निकिता और ससुरालियों की बेल पर आज सुनवाई, क्या मिलेगी जमानत?

अतुल सुभाष सुसाइड केस को 21 दिन बीत चुके हैं. अतुल की बीवी निकिता सिंघानिया, सास निशा और साला अनुराग पिछले 15 दिन से न्यायिक हिरासत में हैं. आज उनकी न्यायिक हिरासत का आखिरी दिन है. बेंगलुरु कोर्ट में तीनों आरोपियों को पेश किया जाएगा. अतुल के भाई विकास ने बताया था कि तीनों आरोपियों ने बेल के लिए भी अप्लाई किया. उस पर भी आज सुनवाई होनी है. क्या कोर्ट तीनों को आज बेल देगी या नहीं, इस पर सभी की नजर है.

बेंगलुरु पुलिस ने तीनों आरोपियों से 15 दिन में कई सवाल-जवाब किए हैं. हालांकि, पूछताछ में निकिता ने खुद को और अपने परिवार को बेकसूर बताया है. कहा कि अतुल और उनके परिवार ने ही उसे दहेज के लिए परेशान किया था और घर से निकाला था. तभी तो वो जौनपुर वापस गई. उसने पुलिस को बताया कि वो सितंबर 2021 के बाद से अतुल से कभी भी डायरेक्ट नहीं मिली. उनकी मुलाकात हमेशा कोर्ट में ही होती थी. फोन पर भी कभी बात नहीं होती थी. और न ही दोनों एक दूसरे को मैसेज भेजते थे.

अतुल ने भी सुसाइड से पहले यही सब कहा था. ऐसे में माना जा रहा है कि निकिता और उसके परिवार को बेल मिलने के चांस हैं. लेकिन अतुल के भाई विकास ने कहा कि हम भी न्याय के लिए लड़ते रहेंगे. अगर हमें न्याय न मिला तो हम सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे. उन्होंने ये भी कहा कि वो जल्द ही दिल्ली में कैंडिल मार्च निकालेंगे. अतुल के भाई ने कहा- मेरी मां ने मेरे भतीजे की कस्टडी के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाली है. उस पर भी 7 जनवरी को सुनवाई होनी है.

भाई पर लगाए गए आरोप गलत’

विकास ने कहा- निकिता खुद को बचाने के लिए मेरे भाई पर गलत आरोप लगा रही है. वो कह रही है कि मेरे भाई की गर्लफ्रेंड थीं. अगर उनकी गर्लफ्रेंड होतीं तो वो निकिता से शादी ही क्यों करते. मेरे भाई का रिश्ता सिर्फ निकिता से ही हुआ था और उसी से शादी भी हुई. दोनों मैट्रीमोनियल के जरिए मिले. जनवरी 2019 में दिल्ली में दोनों का रोका हुआ. फिर जून 2019 में शादी. वो सिर्फ दो ही दिन ससुराल में रही. फिर भाई के पास चली गई. लेकिन उसके बाद दोनों के बीच लड़ाई-झगड़े होने लगे. हम परेशान न हों, इसलिए भाई ने हमें कभी भी इस बारे में नहीं बताया. लेकिन सुसाइड से पहले उन्होंने मुझे सब कुछ बता दिया.

क्या है अतुल सुभाष केस?

बिहार के समस्तीपुर निवासी अतुल सुभाष ने बेंगलुरु स्थित अपने फ्लैट पर 9 दिसंबर को फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था. मरने से पहले अतुल ने 24 पन्नों का सुसाइड नोट और डेढ़ घंटे का वीडियो बनाकर छोड़ा. इसमें उन्होंने निकिता और ससुरालियों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया.

10 दिसंबर को उनके भाई की तहरीर पर निकिता सहित 4 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई. निकिता, निशा और अनुराग तो फिलहाल बेंगलुरु जेल में बंद हैं. लेकिन आरोपी चाचा ससुर को गिरफ्तार होने से पहले ही इलाहाबाद हाईकोर्ट से बेल मिल गई. गिरफ्तार तीनों आरोपियों की आज यानि 30 दिसंबर को न्यायिक हिरासत का अंतिम दिन है. इस दौरान बेंगलुरु पुलिस को उन्होंने पूछताछ में क्या-क्या बताया, यह सब कोर्ट में बताया जाएगा. फिर आगामी कार्रवाई होगी.

महाकुंभ मेले में पहली डिलीवरी: प्रयागराज के सेंट्रल हॉस्पिटल में जन्मा पहला बच्चा!

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने जा रहे महाकुंभ मेले को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. इसी बीच महाकुंभ नगर के सेंट्रल हॉस्पिटल में किलकारी गूंजी. यहां रविवार को महाकुंभ से पहले पहली डिलीवरी कराई गई. सेंट्रल हॉस्पिटल में डॉक्टर गौरव दुबे के नेतृत्व में तीन डॉक्टरों की टीम ने मिलकर एक महिला की डिलीवरी कराई. महाकुंभ मेला के नोडल चिकित्सा डॉक्टर गौरव दुबे ने बताया कि महाकुंभ नगर के सेंट्रल हॉस्पिटल में पहले बच्चे का जन्म हुआ है.

एक 20 साल की सोनम नाम की महिला ने हॉस्पिटल में बेटे को जन्म दिया. डॉक्टरों के मुताबिक बच्चे का वजन 2.4 किलो है. सेंट्रल हॉस्पिटल में डॉक्टर गौरव के नेतृत्व में डॉक्टर नूपुर और डॉक्टर वर्तिका ने यह सफल ऑपरेशन किया है. उन्होंने बताया कि जच्चा (जन्म देने वाली मां) और बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हैं. दोनों को सेंट्रल हॉस्पिटल से एम्बुलेंस के जरिए स्वरूप रानी मेडिकल कॉलेज भेजा गया है. महिला मंझनपुर की रहने वाली है, जो अपने पति के साथ प्रयागराज आई है.

पहली बार डिलीवरी की सुविधा

महाकुंभ मेला क्षेत्र के परेड में स्थापित अस्थाई अस्पताल में पहली बार डिलीवरी की सुविधा भी दी जा रही है. यहां लेबर रूम भी बनाया गया है. इसके अलावा महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की जरूरतों के लिए हर संभव इंतजाम किए गए हैं. इसके साथ ही महाकुंभ में आने वाला कोई भी श्रद्धालु भूखा नहीं रहेगा. क्योंकि यहां पर कई फ्री फूड कैंप भी लगाए जा रहे हैं. ये कैंप संस्थाएं लगा रही हैं

40 करोड़ श्रद्धालु पहुंच सकते हैं

महाकुंभ का आयोजन जनवरी में 13 तारीख से होने जा रहा है. उम्मीद जताई जा रही है कि महाकुंभ में 40 करोड़ श्रद्धालु पहुंच सकते हैं. ऐसे में महाकुंभ को लेकर तैयारियां भी जोरो-शोरों से चल रही हैं. कई हजार पुलिसकर्मियों को सुरक्षा के मद्देनजर वहां पर तैनात कर दिया गया है. यही नहीं महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 600 बसों को लगाए जाने की तैयारी है.

पंजाब बंद: किसानों का प्रदर्शन जारी, जानें क्या हैं मांगें और कैसे पड़ा यातायात पर असर।

किसान संगठनों ने आज 10 घंटे का बंद रखा है. ये बंद शाम चार बजे तक चलेगा. वहीं, किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का अनशन 35 दिन से जारी है. खनौरी में किसान नेताओं ने कहा कि वे अपना विरोध जारी रखने के लिए गांधीवादी तरीके का पालन कर रहे हैं और ये सरकार को तय करना है कि वह उनके नेता को हटाने के लिए बल प्रयोग करना चाहती है या नहीं. इस बीच सुबह 7 बजते ही पंजाब के मोहाली में एयरोसिटी रोड पर मुख्य सड़क और ऊपर जा रही रेलवे लाइन को किसानों ने जाम कर दिया.

जाम के दौरान इमरजेंसी सेवाओं और एयरपोर्ट की ओर जा रहे यात्रियों को निकलने की अनुमति दी गई है. आज पंजाब बंद को देखते हुए पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी है. ट्रैफिक पुलिस ने यात्रा के लिए लोगों से वैकल्पिक मार्ग अपनाने की सलाह दी है. बंद को देखते हुए पंजाब में सड़क और ट्रेन यातायात पर खासा असर पड़ा है. कई ट्रेनों रूट बदल दिए गए हैं, जबकि 163 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. पूरे पंजाब में करीब चार घंटे तक सरकारी बसें नहीं चलेंगी. 1 हजार से ज्यादा बसों के पहिए सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक पूरी तरह जाम रहेंगे.

किसानों से बंद में शामिल होने की अपील

हरियाणा के हिसार में कल किसान आंदोलन के समर्थन में खाप महापंचायत का आयोजन किया गया था, जिसमें सभी किसान मोर्चों से एकजुट हो कर आंदोलन आगे बढ़ाने की अपील की गई थी. किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के कॉर्डिनेटर और किसान नेता सरवन सिंह पंढेर और रेसलर बजरंग पुनिया भी हिसार महापंचायत में पहुंचे थे. उन्होंने पंजाब के लोगों से आज किए जा रहे पंजाब बंद में बड़ी संख्या में शामिल होने की अपील जारी की है.

किसानों की क्या हैं मांगें

MSP पर खरीद की गारंटी का कानून.

स्वामीनाथन आयोग के हिसाब से कीमत.

भूमि अधिग्रहण कानून 2013 लागू हो.

आंदोलन में लगे मुकदमे वापस लिए जाएं.

किसानों का कर्जा माफ हो, पेंशन दी जाए.

फसल बीमा योजना का प्रीमियम सरकार दे.

मारे गए किसानों के परिजनों को नौकरी.

लखीमपुर कांड के दोषियों को सजा मिले.

मनरेगा में 200 दिन काम, 700 रु. मजदूरी.

नकली बीज-खाद पर सख्त कानून.

मसालों की खरीद पर आयोग का गठन.

भूमिहीन किसानों के बच्चों को रोजगार.

मुक्त व्यापार समझौते पर रोक लगाई जाए.