अधिवेशन में गूंजा 'एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे':कर्मचारियों के साथ-साथ जनता हित सर्वोपरि: वेदप्रकाश
संजीव सिंह बलिया:
सोमवार को गंगा सभागार में आयोजित अधिवेशन के दौरान प्रांतीय अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। गंगा बहुउदेश्यीय सभागार में हजारों कर्मचारियों व शिक्षकों की मौजूदगी में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद का द्विवार्षिक अधिवेशन दो सत्रों में आयोजित हुआ। पहले सत्र में संगठन के विकास और भविष्य के कार्यक्रमों को लेकर चर्चा हुई। दूसरे सत्र में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की जिला कार्यकारिणी का नए सिरे से गठन किया गया। चुनाव अधिकारी कौशल कुमार उपाध्याय ने चार नामों की घोषणा की तो खचाखच भरे हाल में गूंजती तालियों की गड़गड़ाहट के बीच जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में प्रधान सहायक वेदप्रकाश पाण्डेय को अध्यक्ष, विनोद मिश्र को मंत्री, ग्राम पंचायत संघ के अध्यक्ष अनिल कुमार यादव को वरिष्ठ उपाध्यक्ष व सिंचाई संघ के अजीत कुमार को संप्रेक्षक चुना गया। इनके नाम का प्रस्ताव आते ही सभी कर्मचारियों व शिक्षकों ने एक स्वर से मुहर लगाई। इसके अलावा नवनिर्वाचित अध्यक्ष व मंत्री समेत सभी चारों पदाधिकारियों को प्रदेश अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी व अपर महामंत्री नरेश कुमार ने माला पहनाकर बधाई दी और मिठाई खिलाई। इसके बाद हरिकिशोर तिवारी ने सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके साथ ही सैकड़ों कर्मचारियों व शिक्षकों द्वारा फूल-माला से नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को लाद दिया गया। इसके पहले अधिवेशन को विशिष्ट अतिथि पशुधन प्रसार अधिकारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र यादव, राजस्व अधिकारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष निखिल शुक्ला, उत्तर प्रदेश सीनियर बेसिक शिक्षक संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष सुशील कुमार पांडेय कान्हजी, मुर्तजा हुसैन, ब्रजेश सिंह, सुशील त्रिपाठी, चंद्रशेखर विवि शिक्षक संघ के अध्यक्ष डा. अखिलेश राय, डा. अवनीश चन्द्र पाण्डेय, जितेन्द्र सिंह, डा. राजेश पाण्डेय, जेपी सिंह, निर्भयनारायन सिंह, वंशरोपण पाण्डेय, कौशल उपाध्यक्ष, राघवेंद्र मिश्रा, राजेश रावत, सुनील चौबे, आलोक मिश्र, नरेन्द्र सिंह, अरविंद राय आदि ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर डा. जैनेन्द्र पाण्डेय, राहुल सिंह, संजय भारती, धीरज राय, आशुतोष सिंह, अशोक केसरी, अरुण सिंह, अनूप सिंह, रामप्रताप सिंह, करुणानिधि तिवारी, अनिल पाण्डेय, तुषार राय, ज्ञानेन्द्र गुप्ता, अजीत पाण्डेय, अजय पाण्डेय, ददन भारती, अनिल सिंह, आशुतोष राय व अभय मिश्र आदि उपस्थित थे। उस्मान व श्रीराम ने संयुक्त रूप से स्वागत गीत प्रस्तुत किया। प्रथम सत्र की अध्यक्षता निवर्तमान अध्यक्ष सत्या सिंह व संचालन वेदप्रकाश पाण्डेय ने किया। अधिवेशन में गूंजा 'एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे' राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के शनिवार को गंगा बहुद्देश्यीय सभागार में आयोजित द्विवार्षिक अधिवेशन में 'बंटेंगे तो कटेंगे' और 'एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे' का नारा बार-बार गूंजा। अधिवेशन को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए प्रांतीय अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी ने कहा कि हमने एकजुट रहकर कई मांगों को मनवाया है। हम एक रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने पुराने आंदोलनों का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद बहुत बड़ा संगठन है। इसमें करीब सौ से अधिक अधिकारियों, कर्मचारियों और शिक्षकों के संगठन हैं। कहा कि कर्मचारियों को राजनीतिक हलचल से दूर रहने चाहिए। हमें ईमानदारी से अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए सिर्फ हक के लिए लड़ना होगा। कहा कि कर्मचारियों को अपनी लड़ाई से कभी पीछे नहीं हटना चाहिए। बातचीत के टेबल पर सरकार जो दे रही है उसे ले कर आगे लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की पुरानी पेंशन के लिए लगातार लड़ते रहेंगे। पेंशन के लिए हम काफी हद तक आगे बढ़े भी हैं। सरकार से बातचीत चल रही है। आगे हमारी जीत होगी। संगठनों का आह्वान किया कि सबकी मांगों को लेकर बड़ी लड़ाई छेड़ी जाएगी। वहीं, विशिष्ट अतिथि अपर महामंत्री नरेश कुमार ने कैशलेस चिकित्सा का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने अपने गठन के काल से ही सभी संगठनों को एकजुट करने में सफलता हासिल की है। आगे भी एकजुट रह कर हम सभी लड़ाइयां जीतेंगे। उन्होंने कर्मचारियों से अपने हक में आंदोलन के लिए हर समय तैयार रहने की अपील की। वरना सरकार कर्मचारियों का नुकसान करने के लिए तैयार बैठी है। कर्मचारियों के साथ-साथ जनता हित सर्वोपरि: वेदप्रकाश राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के नवनिर्वाचित अध्यक्ष वेदप्रकाश पाण्डेय ने सभी का अभिवादन स्वीकार करने के बाद कहा कि कर्मचारियों के साथ-साथ मेरे लिए जनता का हित सर्वोपरि है। जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए ही कर्मचारियों के हक की लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्होंने सभी के प्रति आभार जताते हुए कहा कि संगठन की मजबूती के लिए तन-मन से काम करेंगे। सभी के साथ समन्वय स्थापित करते हुए लोकतांत्रिक ढंग से कार्य किया जाएगा।













सोमवार को गंगा सभागार में आयोजित अधिवेशन के दौरान प्रांतीय अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। गंगा बहुउदेश्यीय सभागार में हजारों कर्मचारियों व शिक्षकों की मौजूदगी में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद का द्विवार्षिक अधिवेशन दो सत्रों में आयोजित हुआ। पहले सत्र में संगठन के विकास और भविष्य के कार्यक्रमों को लेकर चर्चा हुई। दूसरे सत्र में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की जिला कार्यकारिणी का नए सिरे से गठन किया गया। चुनाव अधिकारी कौशल कुमार उपाध्याय ने चार नामों की घोषणा की तो खचाखच भरे हाल में गूंजती तालियों की गड़गड़ाहट के बीच जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में प्रधान सहायक वेदप्रकाश पाण्डेय को अध्यक्ष, विनोद मिश्र को मंत्री, ग्राम पंचायत संघ के अध्यक्ष अनिल कुमार यादव को वरिष्ठ उपाध्यक्ष व सिंचाई संघ के अजीत कुमार को संप्रेक्षक चुना गया। इनके नाम का प्रस्ताव आते ही सभी कर्मचारियों व शिक्षकों ने एक स्वर से मुहर लगाई। इसके अलावा नवनिर्वाचित अध्यक्ष व मंत्री समेत सभी चारों पदाधिकारियों को प्रदेश अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी व अपर महामंत्री नरेश कुमार ने माला पहनाकर बधाई दी और मिठाई खिलाई। इसके बाद हरिकिशोर तिवारी ने सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके साथ ही सैकड़ों कर्मचारियों व शिक्षकों द्वारा फूल-माला से नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को लाद दिया गया। इसके पहले अधिवेशन को विशिष्ट अतिथि पशुधन प्रसार अधिकारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र यादव, राजस्व अधिकारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष निखिल शुक्ला, उत्तर प्रदेश सीनियर बेसिक शिक्षक संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष सुशील कुमार पांडेय कान्हजी, मुर्तजा हुसैन, ब्रजेश सिंह, सुशील त्रिपाठी, चंद्रशेखर विवि शिक्षक संघ के अध्यक्ष डा. अखिलेश राय, डा. अवनीश चन्द्र पाण्डेय, जितेन्द्र सिंह, डा. राजेश पाण्डेय, जेपी सिंह, निर्भयनारायन सिंह, वंशरोपण पाण्डेय, कौशल उपाध्यक्ष, राघवेंद्र मिश्रा, राजेश रावत, सुनील चौबे, आलोक मिश्र, नरेन्द्र सिंह, अरविंद राय आदि ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर डा. जैनेन्द्र पाण्डेय, राहुल सिंह, संजय भारती, धीरज राय, आशुतोष सिंह, अशोक केसरी, अरुण सिंह, अनूप सिंह, रामप्रताप सिंह, करुणानिधि तिवारी, अनिल पाण्डेय, तुषार राय, ज्ञानेन्द्र गुप्ता, अजीत पाण्डेय, अजय पाण्डेय, ददन भारती, अनिल सिंह, आशुतोष राय व अभय मिश्र आदि उपस्थित थे। उस्मान व श्रीराम ने संयुक्त रूप से स्वागत गीत प्रस्तुत किया। प्रथम सत्र की अध्यक्षता निवर्तमान अध्यक्ष सत्या सिंह व संचालन वेदप्रकाश पाण्डेय ने किया। अधिवेशन में गूंजा 'एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे' राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के शनिवार को गंगा बहुद्देश्यीय सभागार में आयोजित द्विवार्षिक अधिवेशन में 'बंटेंगे तो कटेंगे' और 'एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे' का नारा बार-बार गूंजा। अधिवेशन को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए प्रांतीय अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी ने कहा कि हमने एकजुट रहकर कई मांगों को मनवाया है। हम एक रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने पुराने आंदोलनों का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद बहुत बड़ा संगठन है। इसमें करीब सौ से अधिक अधिकारियों, कर्मचारियों और शिक्षकों के संगठन हैं। कहा कि कर्मचारियों को राजनीतिक हलचल से दूर रहने चाहिए। हमें ईमानदारी से अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए सिर्फ हक के लिए लड़ना होगा। कहा कि कर्मचारियों को अपनी लड़ाई से कभी पीछे नहीं हटना चाहिए। बातचीत के टेबल पर सरकार जो दे रही है उसे ले कर आगे लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की पुरानी पेंशन के लिए लगातार लड़ते रहेंगे। पेंशन के लिए हम काफी हद तक आगे बढ़े भी हैं। सरकार से बातचीत चल रही है। आगे हमारी जीत होगी। संगठनों का आह्वान किया कि सबकी मांगों को लेकर बड़ी लड़ाई छेड़ी जाएगी। वहीं, विशिष्ट अतिथि अपर महामंत्री नरेश कुमार ने कैशलेस चिकित्सा का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने अपने गठन के काल से ही सभी संगठनों को एकजुट करने में सफलता हासिल की है। आगे भी एकजुट रह कर हम सभी लड़ाइयां जीतेंगे। उन्होंने कर्मचारियों से अपने हक में आंदोलन के लिए हर समय तैयार रहने की अपील की। वरना सरकार कर्मचारियों का नुकसान करने के लिए तैयार बैठी है। कर्मचारियों के साथ-साथ जनता हित सर्वोपरि: वेदप्रकाश राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के नवनिर्वाचित अध्यक्ष वेदप्रकाश पाण्डेय ने सभी का अभिवादन स्वीकार करने के बाद कहा कि कर्मचारियों के साथ-साथ मेरे लिए जनता का हित सर्वोपरि है। जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए ही कर्मचारियों के हक की लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्होंने सभी के प्रति आभार जताते हुए कहा कि संगठन की मजबूती के लिए तन-मन से काम करेंगे। सभी के साथ समन्वय स्थापित करते हुए लोकतांत्रिक ढंग से कार्य किया जाएगा।

एक बार फिर बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया गया है। रविवार की देर शाम यूपी शाशन ने 15 IPS अधिकारियों का तबादला किया है। तबादले की इस सूची में बलिया, बहराइच, देवरिया, जौनपुर, अमेठी, अम्बेडकरनगर समेत 9 जिलों के पुलिस अधीक्षक शामिल हैं। बलिया के एसपी विक्रांत वीर को देवरिया भेजा गया है।
संजीव सिंह बलिया।केंद्रीय गृह मंत्री अमितगृह मंत्री अमित शाह द्वारा देश के सदन में भारतीय संविधान के शिल्पकार भारत रत्न डॉक्टर साहब भीमराव अंबेडकर के सम्मान के खिलाफ बयान बीजेपी की सोची समझी चाल हैं। शाह द्वारा देश के सदन में भारतीय संविधान के शिल्पकार भारत रत्न डॉक्टर साहब भीमराव अंबेडकर के सम्मान के खिलाफ बयान बीजेपी की सोची समझी चाल हैं।जब से बीजेपी सत्ता में आई है भारतीय इतिहास से छेड़ छाड का प्रयास कर रही है साथ ही देश के महापुरुषों के सम्मान में गुस्ताखी कर रही है सत्ताधारी दल के नेता कभी गांधी तो कभी पंडित जवाहर लाल नेहरू पर कीचड़ उछालते रहे है बीजेपी की सोच ही भारतीय संविधान के खिलाफ है ये लोग संकुचित सोच के राजनैतिज्ञ हैं यही कारण है कि आजादी की लड़ाई में मुख्य भूमिका निभाने वाले भारत रत्न डॉक्टर साहब भीमराव अंबेडकर के सम्मान के खिलाफ गृहमंत्री ने भाषण दिया हैं। पूंजीवाद और सामंतवाद की पोषक बीजेपी को गांव गरीब,शोषित पीड़ित की आवाज डराती हैं।बीजेपी को डाक्टर आंबेडकर,गांधी,नेहरू लोहिया सहित हमारे सभी महापुरुषों से नफरत है उसे गोडसे,अडानी,चौकसी के नामों से प्रेम हैं। विकास,रोजगार,महंगाई कम करना सत्ता की प्राथमिकता में न होकर पूंजीपतियों का कर्ज माफ करना हैं। उक्त बाते समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष/प्रवक्ता सुशील कुमार पाण्डेय "कान्हजी "रविवार को प्रेस को जारी अपने एक बयान में कही और बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि देश के सभी क्षेत्रों में निजी क्षेत्र का प्रवेश देश के भविष्य को कमजोर और युवा पीढ़ी को हतोत्साहित कर रहा हैं। कान्हजी ने कहा कि अंबेडकर के सम्मान में गुस्ताखी करने वाले गृहमंत्री को स्वतः त्यागपत्र दे देना चाहिए क्योंकि देश के आम जन में डाक्टर आंबेडकर के प्रति जो सम्मान हैं और उनके अपमान पर जो देश में गुस्सा हैं उसका सामना बीजेपी नहीं कर पाएगी।
बाइक चोरी के आरोप में नगरा पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए दो युवक चौकीदार को चकमा देकर थाने से भागने में कामयाब हो गए. इसकी जानकारी जैसे ही नगरा पुलिस को हुई, उनके पैरों तले जमीन ही खिसक गई. पुलिस उनके गिरफ्तारी हेतु जगह-जगह दे रही है, किंतु अब तक उन्हें सफलता नहीं मिली सकी है. बताते हैं कि थाना क्षेत्र के खानवर गांव निवासी एक व्यक्ति की बाइक विगत दिनों खाकी बाबा मंदिर परिसर से चोरों ने गायब कर दिया था. इस मामले में पीड़ित ने सीसीटीवी कैमरे के फुटेज और फोटो के साथ नगरा पुलिस को तहरीर दी थी. किंतु पुलिस प्राथमिक दर्ज नहीं की थी. सीसी कैमरे में दिखाई दे रहे चेहरे के आधार पर पीड़ित अपनी बाइक का पता स्वय लगा रहा था. इसी दौरान पीड़ित को जानकारी मिली की बाइक चोर गड़वार थाना क्षेत्र की जिगनी में मौजूद हैं. पीड़ित अपने सगे संबंधियों के साथ नगरा थाने पर जाकर पुलिस को सब बात बताई. पुलिस पीड़ित के साथ जिगनी पहुंचे जहां पर दो बाइक चोर पुलिस की पकड़ में आ गए तथा अन्य भाग गए. पुलिस पकड़े गए बाइक चोरों को थाने लेकर आई और बाइक के बारे में पूछताछ की तथा उनके निशान देही पर बांसडीह थाना क्षेत्र के एक गांव में बाइक बरामद करने पहुंची किंतु वहां पर बाइक नही मिलने पर पुलिस बैरंग लौट आई. इधर भोर में चार बजे लॉकअप में बंद चोरों ने शौच का बहाना बनाकर पानी मांगा. थाने का चौकीदार पानी देने के लिए जैसे ही लाकअप का गेट खोला उसे धक्का देकर भाग निकला वहा पर तैनात होमगार्ड को भी चोरों ने धक्का देकर गिरा दिया और भाग निकले. चोरों के भागने की खबर से पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा भारत रत्न डॉक्टर साहब भीमराव अंबेडकर के सम्मान में गुस्ताखी के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी निर्णायक लड़ाई के मूड में :पूर्व नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी
करने का लालच देकर दोनों ने कई लोगों का पैसा सदस्यता शुल्क के रुप में कम्पनी में लगाया था। मैने भी 51 हजार रुपये बातौर सदस्यता शुल्क जमा किया था। उन्होंने कहा था कि हर माह तीन हजार रुपये खाते में भेजे जायेंगे। मेरे अलावे जहांगीरपुर निवासी सरवर अहमद, जयप्रकाश यादव, नगरा निवासी अनवर राइन, शहाना खातून, नसीरुउल्लाह, कमरुनिशा व मो. शमशुजमा, चचयां निवासी बृजमोहन व रेखा से पैसा लिया था।
Dec 23 2024, 19:24
- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
0- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
8.8k