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दरभंगा में वन विभाग की बड़ी कार्रवाई: 8 मगरमच्छों के साथ 3 तस्कर गिरफ्तार।

बिहार के दरभंगा में वन विभाग की टीम ने 8 मगरमच्छ के साथ 3 तस्करों को गिरफ्तार किया. वन विभाग की टीम को स्थानीय लोगों से जानकारी मिली थी कि कुछ लोग मगरमच्छ की तस्करी करने वाले हैं. जिसके बाद टीम ने कार्रवाई करते हुए लोगों को गिरफ्तार किया है. तस्करों ने मगरमच्छ के बच्चे को एक घर में छिपाकर रखा हुआ था और वह उससे जल्द ही दूसरी जगह भेजने वाले थे.

दरभंगा की मनीगाछी थाने की पुलिस ने तीन तस्करों मगरमच्छ की तस्करी के मामले में रंगे हाथ अरेस्ट किया, जिसमें एक महिला भी शामिल है. गिरफ्तार तस्करों की पहचान सुपौल जिले में रहने वाले विजय बंजारा, गोविंद बंजारा और किरण देवी के तौर पर हुई हैं. मिथिला वन प्रमंडल पदाधिकारी भास्कर चंद्र भारती ने बताया कि मनीगाछी में रहने वाले लोगों ने वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल की टीम को सूचना दी थी कि कुछ लोगों ने अपने घर में मगरमच्छ को रखा हुआ है, जो उसकी तस्करी करते है.

छापेमारी कर 3 लोगों को गिरफ्तार किया

मामले की जानकारी होते ही टीम एक्टिव हो गई और उन्होंने मानीगाछी में छापेमारी पर 8 मगरमच्छ के बच्चों को रेस्क्यू कर 3 लोगों को गिरफ्तार किया. छापेमारी के दौरान वन विभाग की टीम को बड़े मगरमच्छ की खाल भी मिली है. बताया जा रहा है कि मगरमच्छ को तस्करी के लिए लाकर एक मकान के कमरे में रखा हुआ था. मामले की जानकारी होते स्थानीय लोगों भी भीड़ मगरमच्छ को देखने के लिए जुट गई. स्थानीय लोगों का कहना है कि संरक्षित वन्य प्राणियों की लगातार तस्करी की जा रही है.

तस्करों को भेजा जेल

यह पूरी कार्रवाई स्थानीय लोगों की जानकारी के बाद की गई है. पुलिस ने तस्करों के खिलाफ केस दर्ज करके उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. साथ ही मगरमच्छ को सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया है. इस कार्रवाई के बाद वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल की चारों ओर खूब प्रशंसा हो रही है.

संजय राउत के घर के बाहर संदिग्ध गतिविधि: पुलिस ने 4 लोगों से की पूछताछ, बाद में छोड़ा

महाराष्ट्र पुलिस ने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत के बंगले के बाहर संदिग्ध रेकी (टोह लेने) के सिलसिले में चार लोगों से पूछताछ की और बाद में यह साफ होने पर उन्हें छोड़ दिया कि वे एक दूरसंचार नेटवर्क सेवा कंपनी के कर्मचारी हैं. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी थी कि ये लोग दूरसंचार नेटवर्क सेवा कंपनी इंस्टा आईसीटी सॉल्यूशन के कर्मचारी है और क्षेत्र में नेटवर्क के संबंध में शनिवार को निरीक्षण कर रहे थे.

निरीक्षण करते समय उन पर शक हुआ, तो पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया था. पुलिस अधिकारी ने बताया कि चार लोगों से पूछताछ की गई और कंपनी में उनकी भूमिका एवं पद की पुष्टि किए जाने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया है.

क्या है पूरा मामला?

भांडुप इलाके में सुबह करीब साढ़े नौ बजे शिवसेना (उबाठा) नेता के बंगले मैत्री के बाहर मोटरसाइकिल पर सवार दो लोग देखे गए. इसे संदिग्ध पाते हुए बंगले के बाहर इंतजार कर रहे कुछ लोगों ने राउत के छोटे भाई विधायक सुनील राउत को इसकी जानकारी दी. जिसके बाद पुलिस को सूचित किया गया.

पुलिस ने बताया था कि दोपहिया वाहन पर आए दो लोग वहां से गुजरते समय कुछ देर तक वहां रुके थे. जिसके बाद लोगों को उन पर शक हुआ और पुलिस को बुलाया गया. कांजुरमार्ग थाने से पुलिस की एक टीम इसके कुछ ही देर बाद घटनास्थल पर पहुंची और उसने जांच शुरू की. संदिग्धों को गिरफ्तार कर पुलिस ने पूछताछ की और पाया कि ये लोग दूरसंचार नेटवर्क सेवा कंपनी इंस्टा आईसीटी सॉल्यूशन के कर्मचारी है और क्षेत्र में नेटवर्क के संबंध में शनिवार को निरीक्षण कर रहे थे.

पुलिस ने की थी 8 टीमें गठित

इस मामले में पुलिस ने तत्पर्ता दिखाते हुए, इसकी जांच के लिए 8 टीमों का गठन किया था. पहले भी महाराष्ट्र में कई नेताओं और नामी लोगों को धमकी मिल चुकी है. कुछ महीने पहले ही बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद महाराष्ट्र पुलिस सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरत रही है.

टेलीकॉम विभाग लॉन्च करेगा सुपर ऐप: एक ही जगह पर दर्ज होंगी टेलीकॉम सेक्टर की सभी शिकायतें।

मोबाइल यूजर्स को इस समय अनचाहे कॉल्स और साइबर फ्रॉड जैसी कॉल के कारण कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसकी शिकायत भी यूजर्स को अलग-अलग जगहों पर करनी होती है, लेकिन अब ऐसा नहीं करना होगा. टेलीकॉम विभाग एक सुपर ऐप लेकर आ रहा है. जिसमें टेलीकॉम सेक्टर से जुड़ी सभी शिकायतें एक ही जगह पर दर्ज कराईं जा सकेंगी.

टेलीकॉम विभाग बहुत जल्द सुपर ऐप की शुरुवात करने जा रहा है. इस पर टेलीकॉम सेवाओं से जुड़ी सभी शिकायतें एक ही जगह पर की जा सकेंगी. इस ऐप को टेलीकॉम विभाग नए साल पर लॉन्च करने वाला है.

मोबाइल गुम और साइबर फ्रॉड की शिकायतें होंगी दर्ज

अब तक मोबाइल यूजर्स को मोबाइल गुम होने की शिकायत अलग से और साइबर फ्रॉड की शिकायतें अलग से दर्ज करवानी पड़ती थीं. लेकिन अब टेलीकॉम विभाग के नए ऐप के आने से ऐसी सभी शिकायतें आसानी के साथ इस ऐप पर दर्ज की जा सकेंगी.

चाहे व्हाट्सऐप, टेलीग्राम के जरिए होने वाले फ्रॉड की शिकायत हो या फिर विदेशों से आ रही फ्रॉड और स्पूफ कॉल की शिकायत हो यूजर अब लॉन्च होने वाले ऐप पर शिकायत कर सकेंगे. इसके अलावा यूजर गलत बिल की शिकायत भी इसी ऐप पर दर्ज करा सकते हैं.

आज के समय में लगातार फ्रॉड और डिजिटल अरेस्ट के मामले बढ़ते जा रहे हैं, इन्हीं सब को देखते हुए टेलीकॉम विभाग ने ये ऐप तैयार किया है. ताकि यूजर्स को शिकायत के लिए अलग-अलग जगहों पर परेशान न होना पड़े.

पता कर पाएंगे शिकायत पर क्या हुई कार्रवाई

इस ऐप के जरिए ही आप अपने नाम पर कितने सिम हैं, इसकी जानकारी भी प्राप्त कर सकेंगे. जब किसी यूजर्स की तरफ से कोई शिकायत इस ऐप पर दर्ज की जाएगी तो उसे उस शिकायत का एक ट्रैकिंग नंबर दिया जाएगा. जिसकी मदद से यूजर शिकायत पर हुए डेवलपमेंट और आगे होने वाली कार्रवाई के बारे में पता कर सकेगा.

जम्मू-कश्मीर में हिजबुल के नए कमांडर, इस आतंकी को बनाया ‘कप्तान’

जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षा बलों ने गुरुवार (19 दिसंबर) को 5 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया. इनमें आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर फारूक अहमद भट उर्फ नल्ली भी शामिल था. ये सभी आतंकी कुलगाम के रहने वाले थे. इनकी मौत के एक दिन बाद ही हिजबुल मुजाहिदीन ने तारिक उल इस्लाम नामक आतंकी को जम्मू कश्मीर में अपना कमांडर बनाया है.

फारूक अहमद भट उर्फ नल्ली कुलगाम जिले के देसचेन येमरिच इलाके का रहने वाला था. वह A++ श्रेणी का आतंकवादी था, जिसके सिर पर 25 लाख का इनाम था. आतंकी फारूक भट के खिलाफ रेप सहित 37 मामले दर्ज थे. 2020 में नवीद बाबू की गिरफ्तारी के बाद उसे हिज्ब का कमांडर इन चीफ नियुक्त किया गया था.

नल्ली की एक मौत के एक दिन बाद शुक्रवार को हिजबुल मुजाहिदीन ने तारिक उल इस्लाम नामक आतंकी को जम्मू कश्मीर में संगठन की कमान सौंपी है. इसके साथ ही गाजी महमूद गजनवी को दक्षिण कश्मीर का डिप्टी चीफ आप्रेशनल कमांडर बनाया गया है.

नए कमांडर की तलाश में जुटी सेना

हिजबुल मुजाहिदीन ने अपने नए आतंकी कमांडरो को अपनी गतिविधियों में तेजी लाने और फिर से नेटवर्क को मजबूत बनाने का निर्देश दिया है.

तो वहीं दूसरी तरफ सुरक्षा एजेंसियां हिजबुल मुजाहिदीन की तरफ से नियुक्त किए गए दो नए कमांडरों की वास्तविक पहचान की पुष्टि करने में जुट गई हैं.

6 घंटे चली थी सेना और आतंकियों में मुठभेड़

सेना ने सीआरपीएफ और पुलिस के साथ मिलकर सर्च ऑपरेशन चलाया था. सुरक्षा बलों को देखते ही आतंकियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी थी. जिसके बाद लगभग 6 घंटे के ऑपरेशन में सुरक्षा बलों ने 5 आतंकियों को मार गिराया. मुठभेड़ में दो जवान भी घायल हुए थे. आतंकियों के पास से 5 AK-47 राइफल, 20 एके मैगज़ीन, 2 ग्रेनेड के अलावा अन्य हथियार एवं गोला-बारूद बरामद हुए थे.

भोपाल में आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई: 52 किलो सोना और 234 किलो चांदी समेत करोड़ों की नकदी बरामद।

मध्य प्रदेश के भोपाल में रियल एस्टेट कारोबारी त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक राजेश शर्मा के करीबियों पर आयकर विभाग किए छापामार कार्रवाई चल रही है. इस बीच टीम को करोड़ों की नकदी और कई किलो सोना-चांदी मिला है. टीम को जंगल में एक क्रेटा कार में दो बैग मिले. उनमें करीब 52 किलो सोना बरामद हुआ. उसकी कीमत भारतीय बाजार में लगभग 42 करोड़ रुपये बताई जा रही है. इसके अलावा भोपाल में पूर्व आरटीओ कांस्टेबल के घर से 234 किलो चांदी बरामद हुआ है.

पूर्व RTO कांस्टेबल के घर से आयकर विभाग की टीम ने ढाई करोड़ कैश, सोने-हीरे की ज्वेलरी और लग्जरी गाड़ियां भी बरामद की हैं. आयकर विभाग और पुलिस की जांच में पता चला है कि जंगल में मिली क्रेटा गाड़ी चेतन सिंग गौर नाम के शख्स की है. वहीं, पूर्व आरटीओ कांस्टेबल का नाम सौरभ शर्मा है. उसने विभाग में केवल आठ साल ही नौकरी की है. कुछ दिन पहले ही सौरभ ने वीआरएस लिया था. उसके संपर्क कई रसूखदार लोगों से बताए जा रहे हैं.

कौन है चेतन सिंह गौर?

आयकर विभाग की टीम ने भोपाल के रातीबड़ क्षेत्र के मेंडोरा के जंगल में एक लावारिस हालत में क्रेटा गाड़ी मिली, जिसमें दो बैग में करीब 52 किलो सोना था. साथ ही दस करोड़ कैश भी जब्त हुआ. जिस कार में सोना और कैश मिला है वह गाड़ी चेतन सिंह गौर की है. वह ग्वालियर के लक्कड़खाना इलाके में रहता है. चेतन के पिता प्रताप सिंह सेंट्रल बैंक के पीछे बनी बड़ौदा कोठी में रहते हैं. इसी में किराए की दुकान है. चेतन का भोपाल में पेट्रोल पंप भी बताया गया है. वह 4 वर्ष से भोपाल में रह रहा है. चेतन सिटी सेंटर में अपने भाई मोनी के साथ वाटर प्यूरीफाई एजेंसी संचालित करता था. चर्चा यह भी है हाल चेतन ने बड़े बांध पर ठेका लिया है.

कौन है सौरभ शर्मा?

आयकर विभाग की टीम ने जिस पूर्व आरटीओ कांस्टेबल के घर छापामार कार्रवाई की है उसका नाम सौरभ शर्मा है. वह आरटीओ में आरक्षक के पद पर रहा. उसके पिता की मौत के बाद उसे RTO में अनुकंपा नियुक्ति मिली. महज 8 वर्ष की जॉब में उसने काली कमाई की. कुछ ही वक्त पहले उसने VRS ले लिया. सौरभ के तार कई बड़े अधिकारी और मंत्रियों से जुड़े हैं. सौरभ मूल निवासी ग्वालियर का है. उसका भोपाल में अरेरा कॉलोनी में बड़ा घर है. फिलहाल वह परिवार के साथ दुबई में है. उसके घर से 234 किलो चांदी मिली है, जिसकी कीमत 2 करोड़ 10 लाख रुपये है. टीम को 17 लाख ब्रान्डेड घड़ियां, 15 लाख की लेडिज पर्स. टीम को दो अलमारी से नगदी मिली है, जिसमें 11 लाख हीरे की अंगूठी और 2.5 करोड़ कैश मिला है.

उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में दुखद हादसा: महिला कर्मचारी का दुपट्टा आलू छिलने वाली मशीन में फंसा, मौत

मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के अन्नक्षेत्र में आज सुबह एक दुखद घटना घटी. यहां काम कर रही एक महिला कर्मचारी की एक हादसे में मौत हो गई. महिला का दुपट्टा आलू छिलने की मशीन में फंस गया, जिसके बाद वह गंभीर रूप से घायल हो गई. उसे तत्काल अस्पलाल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. मृतक महिला का नाम रजनी खत्री (30 वर्ष) है.

रजनी खत्री श्री महाकालेश्वर मंदिर के अन्नक्षेत्र में भोजन बनाने और वितरण का काम करती थी. आज सुबह वह आलू छील रही थी, तभी उसका दुपट्टा अचानक मशीन में फंस गया. घटना इतनी तेज़ी से घटी कि कोई भी रजनी को बचाने का प्रयास नहीं कर सका. वह गंभीर रूप से घायल हो गई और उसे तुरंत इलाज के लिए अवंती हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान मृत्यु हो गई.

भोजन बनाने का काम करती थी

एसडीएम लक्ष्मी नारायण गर्ग ने बताया कि केशव नगर में रहने वाली सुश्री रजनी खत्री पिछले काफी समय से श्री महाकालेश्वर मंदिर के अन्नक्षेत्र में भोजन बनाने और वितरण का काम कर रही थी. आज सुबह लगभग 7:30 बजे उसका दुपट्टा आलू छिलने की मशीन में फंस गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई. बाद में उपचार के दौरान मौत हो गई. एसडीएम ने बताया कि यह घटना काफी दुखद है, और पूरी घटना की निष्पक्ष जांच की जा रही है.

परिवार को जल्द मिलेगी आर्थिक सहायता

इस पूरे मामले में कलेक्टर प्रबंध समिति के अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह ने बताया कि यह घटना अत्यंत दुखद है. रजनी खत्री अपने 12 वर्षीय पुत्र के साथ रहती थी. रजनी के परिवार को मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी.

जिला चिकित्सालय में पोस्टमार्टम

रजनी खत्री की मौत अवंती हॉस्पिटल में हुई, लेकिन शव का पोस्टमार्टम जिला चिकित्सालय में किया जा रहा है. आज सुबह श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति के अधिकारियों के साथ ही एसडीएम लक्ष्मी नारायण गर्ग, सीएसपी ओ पी मिश्रा, तहसीलदार रुपाली जैन और महाकाल थाने की पुलिस भी जिला अस्पताल पहुंची थी.

मामले पर पुलिस का बयान

इस मामले की जानकारी देते हुए सीएसपी ओ पी मिश्रा ने बताया कि जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों की पैनल द्वारा पोस्टमार्टम किया जा रहा है. महाकाल थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर जांच कर रही है और सीसीटीवी फुटेज भी देखे जा रहे हैं. कुल मिलाकर पूरे मामले की जांच जारी है.

दिग्विजय सिंह ने संसद की सुरक्षा पर उठाए सवाल, कहा- CISF को संसद में कैसे डील करना है, इसकी कोई ट्रेनिंग नहीं।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने संसद की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि आखिर कैसे बीजेपी सांसद डंडे लेकर कैसे संसद भवन के भीतर आ गए. इसके अलावा दिग्विजय सिंह ने सीआईएसएफ की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े किए हैं.

दिग्विजय सिंह ने कहा कि पहले जो वाच एंड वार्ड की सुरक्षा व्यवस्था थी, उसी को वापस लौटाना चाहिए. वे ट्रेंड लोग थे और हर परिस्थितियों को समझते थे. जो मौजूदा समय में सीआईएसएफ के जवान हैं, उनको संसद में कैसे डील करना है, इसकी कोई ट्रेनिंग नहीं है.

दिग्विजय ने आगे कहा कि जब पहले से दिख रहा है कि, कन्फ्रंटेशन दोनों पक्षो में हो सकता है तो क्या किया? कोई तैयारी क्यों नहीं की गई? इसके जिम्मेदार अधिकारियों की जांच करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.

धक्का-मुक्की में घायल हुए खरगे- दिग्विजय

राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने संसद में हुई धक्का मुक्की को लेकर बयान दिया है . दिग्विजय सिंह ने अपना बयान संसद मार्ग थाने में दिया है. वे दूसरे कांग्रेसी नेताओं के साथ संसद में हुई धक्का मुक्की को लेकर थाने में शिकायत दर्ज कराने गए थे.

दिग्विजय ने कहा कि भाजपा सांसदों की धक्का मुक्की से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को चोट आई है. दिग्विजय सिंह ने कहा, ये समझ से परे है कि संसद भवन में आखिर डंडे कैसे पहुंच गए. इसकी जांच होनी चाहिए और अधिकारियों पर कार्रवाई की जाने चाहिए.

क्यों बदली गई थी संसद की सुरक्षा?

संसद की सुरक्षा की जिम्मेदारी मई महीने में CISF को सौंपी गई थी. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 1,400 कर्मचारियों के हटने के बाद सीआईएसएफ के 3,317 से अधिक जवानों ने संसद भवन की सुरक्षा अपने हाथ में ले ली थी. सुरक्षा व्यवस्था बदलने के पीछे पिछले साल 13 दिसंबर को संसद में हुई चूक के बाद लिया गया था.

पंजाब नगर निगम चुनाव: 5 नगर निगम और 44 नगर पालिका परिषदों के लिए मतदान जारी, जानें कब आएंगे नतीजे?

पंजाब की 5 नगर निगम और 44 नगर पालिका परिषदों के साथ नगर पंचायतों के लिए मतदान शुरु हो चुका है. चुनाव आयोग के मुताबिक वोटिंग सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक होगी. शाम करीब पांच बजे से वोटों की गिनती शुरु की जाएगी. जिसके बाद चुनाव नतीजे सामने आएंगे. अमृतसर नगर निगम के चुनाव के दौरान बूथ पर मशीन खराब होने के कारण मतदान शुरू होने में देरी हुई. सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे और को ठीक किया. जिसके बाद मतदान शुरु हो सका.

पंजाब के पांच नगर निगमों में बड़े शहर अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, पटियाला और फगवाड़ा शामिल हैं. जहां आज वोटिंग कराई जा रही है. नगर निकाय चुनाव के लिए कुल 3,336 उम्मीदवार मैदान में हैं. इन चुनावों के लिए कुल 3,809 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं. इस चुनाव में 17.75 लाख महिलाएं समेत 37.32 लाख मतदाता आज वोट डालकर अपने शहर की सरकार चुनेंगे.

अमृतसर में भारी पुलिस बल तैनात

अमृतसर में नगर निगम चुनाव के लिए 85 वार्ड बनाए गए हैं. जहां 811 बूथों पर वोटिंग हो रही है. जिनमें से 300 को संवेदनशील और 245 को अति संवेदनशील घोषित किया गया है, इन बूथों के अलावा पूरे अमृतसर में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है. नतीजे घोषित होने तक सुरक्षा बल तैनात रहेंगे.

यहां नहीं होगा आज मतदान

पटियाला और मोगा के धर्मकोट में नामांकन प्रक्रिया के दौरान हुई गड़बड़ियों के मामले में पंजाब सरकार ने अब पटियाला के 7 और धर्मकोट के 8 वार्ड में चुनाव टालने का निर्णय लिया है. पटियाला के वार्ड संख्या 1, 32, 33, 36, 41, 48 व 50 का चुनाव टाल दिया गया है. वहीं धर्मकोट के वार्ड संख्या 1, 2, 3, 4, 9, 10, 11 व 13 का चुनाव टाल दिया गया है.

आप के सामने बड़ी चुनौती

इस चुनाव में चतुर्कोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. यहां आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के बीच माना जा रहा है. इस चुनाव में आप को खुद को साबित करने की बड़ी चुनौती है.

हालांकि इस चुनाव को लेकर विवाद भी देखने को मिला है. विपक्षी पार्टियों ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर चुनाव के दौरान सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. विपक्षी पार्टियों के प्रत्याशियों को नामांकन दाखिल ना करने देने के आरोप लगाए थे. जिसके बाद ये मामला पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक भी गया.

देवास में भीषण आग लगने से एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत, पड़ोसियों ने पुलिस को दी सूचना।

मध्य प्रदेश के देवास में एक मकान में भीषण आग लग गई. इस हादसे में एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत हो गई. सभी लोग मकान की दूसरी मंजिल पर सो रहे थे. घर से उठते धुएं को देखते ही पड़ोसियों ने इस बात की सूचना पुलिस को दी. मामले की जानकारी होते ही पुलिस, दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची. काफी मशक्कत के बाद आग को बुझाया गया.

आग मकान की पहली मंजिल पर मौजूद दूध की डेयरी में लगी थी, लेकिन देखते ही देखते इस आग ने विकराल रूप ले लिया और दूसरी मंजिल पर पहुंच गई. मृतक परिवार डेयरी की दूसरी मंजिल में रहता था. परिवार में पति-पत्नी और उनके दो बच्चे थे. शुक्रवार की रात हादसे में चारों की जिंदा जलने से मौत हो गई. घटना के बाद मौके पर पहुंची दमकल विभाग की टीम ने आग पर काबू पा लिया है. वहीं, पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

आग लगने से 4 लोगों की मौत

मरने वाले की पहचान दिनेश उनकी पत्नी गायत्री, बेटी इशिका और बेटे चिराग के तौर पर हुई है. दिनेश कारपेंटर का काम करके अपना परिवार का पालन पोषण कर रहा था. परिवार देवास के नयापुरा क्षेत्र में पिछले काफी समय से रह रहा था. रात में पड़ोसियों ने देखा कि डेयरी में आग लग गई है और पूरा मकान धू-धू कर जल रहा है. उन्होंने तुरंत पुलिस को इस बात की सूचना दी. आग लगने की जानकारी होते ही पुलिस और दमकल विभाग की कई टीमें मौके पर पहुंच गई.

दमकल विभाग ने आग पर काबू पाया

दमकल विभाग की टीमों ने कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. आग पर काबू पाने के बाद पुलिस ने घर में देखा कि चार लोगों के शव पड़े हुए है. पुलिस ने सभी शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं, देर रात एसपी पुनीत गेहलोद भी मौके पर पहुंचे थे. पुलिस ने मामला दर्ज कर आग लगने के पीछे के कारणों की जांच शुरू कर दी है. वहीं, पुलिस का कहना है कि वह जल्द ही आग लगने के कारणों का पता लगा लेगी.

क्या आपको पता है कैसे चलती है ट्रेन, कौनसी टेक्नोलॉजी का होता है इस्तेमाल?, जानें

भारतीय रेलवे से हर दिन लाखों पैसेंजर्स ट्रेन से सफर करते हैं. आपने भी कभी ना कभी ट्रेन से सफर किया ही होगा. पहले की तुलना में अब ट्रेन में काफी बदलाव आ गए हैं. आजादी के बाद से ही भारत ने रेलवे सिस्टम में कई बदलाव किए. इसमें से एक इलेक्ट्रिक इंजन है. आजकल ज्यादातर ट्रेन इलेक्ट्रिसिटी से ही चल रही है. ट्रेन की रफ्तार पहले से काफी बढ़ गई है.

लेकिन क्या आपने सोचा है कि ट्रेन को सप्लाई होने वाली इलेक्ट्रिसिटी कभी जाती क्यों नहीं? जब ट्रेन लंबे रूट पर होती है तो इंजन को पावर कहां से मिलती है.

ऐसे मिलती है ट्रेन को इलेक्ट्रिसिटी

रेलवे के मुताबिक, जो ट्रेन इलेक्ट्रिसिटी से चलती हैं उन्हें 25 हजार वोल्टेज (25KV) की जरूरत होती है. ये करंट इंजन के ऊपर लगी एक मशीन पेंटोग्राफ के जरिए इंजन तक पहुंचता है. पेंटोग्राफ ट्रेन के ऊपर लगी तार से रगड़कर चलता है. बिजली इन तारों के जरिए ट्रेन में आती है.

इलेक्ट्रिक ट्रेन में दो तरह के पेंटोग्राफ का यूज किया जाता है. डबल डेकर पसेंजर के लिए WBL का यूज किया जाता है. नार्मल ट्रेन में हाई स्पीड पेंटोग्राफ यूज किए जाते हैं.

पेंटोग्राफ के जरिए ऊपर लगे तार से करंट मिलता रहता है. इसमें 25KV (25,000 वोल्ट) का करंट इलेक्ट्रिक इंजन के मेन ट्रांसफार्मर में आता है, इससे इंजन चलता है.

इलेक्ट्रिक ट्रेन में ये सिस्टम होता है यूज

जब ट्रेन रेलवे ट्रैक से गुजरती है, उस पर वजन जेनरेट होता है और मेटल ट्रैक से जुड़ा स्प्रिंग कम्प्रेस्ड हो जाता है. इससे रैक, पिनियन मैकेनिज्म और चेन ड्राइव में एक स्पीड शुरू हो जाती है. ये स्पीड जब फ्लाईव्हील, रेक्टिफायर और डीसी मोटर से गुजरती है तो इलेक्ट्रिसिटी जेनरेट होती है.

इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई

रेलवे को इलेक्ट्रिसिटी डायरेक्ट पॉवर ग्रिड से मिलती है. ग्रिड को पॉवर प्लांट से सप्लाई होती है. वहीं से सब स्टेशंस पर भेजी जाती है. सब स्टेशन से डायरेक्ट 132 KV की सप्लाई रेलवे को जाती है. यहां से 25KV OHE को दी जाती है. रेलवे स्टेशंस के साइड में इलेक्ट्रिसिटी के सब स्टेशन दिख जाते हैं. डायरेक्ट इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई की वजह से यहां ट्रिपिंग नहीं होती है.