अहमदाबाद के ख्याति अस्पताल में आयुष्मान कार्ड बनाने के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा, 8 आरोपी गिरफ्तार।
गुजरात के अहमदाबाद के ख्याति अस्पताल में आयुष्मान कार्ड बनाने के नाम पर फर्जीवाड़ा कर रहे लोगों का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. अस्पताल में पिछले 8 महीने में 3 हजार से ज्यादा आयुष्मान कार्ड बनाए गए. मामले में 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जो फर्जी तरीके से आयुष्मान कार्ड बनाते थे. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह अस्पताल के कहने पर ही कार्ड बनाते थे और एक कार्ड बनाने के 1500 रुपये लेते थे.
यह मामला तब सामने आया जब ख्याति अस्पताल में आयुष्मान योजना के तहत 19 लोगों की एक दिन में एंजियोग्राफ़ी और सात लोगों की एंजियोप्लास्टी की गई थी. तब इस मामले में क्राइम ब्रांच ने जांच की और 8 लोगों को गिरफ्तार किया. अस्पताल में PMJAY पोर्टल से जुड़े काम करने वाले मेहुल पटेल ने पूछताछ में बताया कि अस्पताल में आने वाले जिस मरीज के पास आयुष्मान कार्ड नहीं होता था, तो उसे दो शख्स के पास भेजा जाता था.
PMJAY पोर्टल के डाटा से छेड़छाड़
अहमदाबाद पुलिस में जॉइंट पुलिस कमिश्नर (JPC) शरद सिंघल ने बताया कि मरीजों को अस्पताल के सीईओ चिराग राजपूत और डायरेक्टर कार्तिक पटेल के पास भेजा जाता था. फिर 1500 रुपये में आयुष्मान कार्ड बनवाया जाता था. जांच में सामने आया कि कार्तिक और चिराग निमिष नाम के शख्स की मदद से कार्ड बनवाते थे. निमिष PMJAY पोर्टल के डाटा से छेड़छाड़ कर कार्ड बनाने का काम करता था. इसके बाद मरीज की सर्जरी की जाती और इसी कार्ड पर योजना के तहत पैसों का दावा किया जाता था.
3000 फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाए
यही नहीं जांच में ये भी सामने आया कि अस्पताल में ऐसे लोगों के भी कार्ड बनाए जाते थे, जो इस कार्ड के लिए एलिजिबल भी नहीं हैं यानी वो इस दायरे में नहीं आते लेकिन फिर भी उनके कार्ड बना दिए गए. अब पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि जो 3 हजार कार्ड बनाए गए हैं. वो किस के नाम हैं और उन कार्ड से कितना पैसा क्लेम किया गया है. क्राइम ब्रांच की जांच में सामने आया कि 150 कार्ड का इस्तेमाल ख्याति अस्पताल में ही किया गया.
Dec 18 2024, 10:18