महाराष्ट्र: मंत्रियों के विभागों का बंटवारा होगा 2 दिन में , सीएम फडणवीस ने किया ऐलान
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में जीत के बाद देवेंद्र फडणवीस की सरकार बनी. एकनाथ शिंदे और अजित पवार उपमुख्यमंत्री बने, लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लंबा सस्पेंस चला. अंततः रविवार को देवेंद्र मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ और 39 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई. इनमें 33 कैबिनेट और छह राज्य मंत्री की शपथ दिलाई गई. अब मंत्रियों को कौन से विभाग दिए जाएंगे. इसे लेकर कयास शुरू हो गए हैं.
इस बीच, सीएम देवेंद्र फडणवीस का बयान आया है. देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मंत्रियों के विभागों के बंटवारे अगले दो दिनों में हो जाएगा. बता दें कि पहले से ही विभागों के बंटवारे को लेकर महायुति के घटक दल भाजपा, शिवसेना और एनसीपी में खींचतान चल रही है.
मंत्रिमंडल विस्तार समारोह से कुछ घंटे पहले उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार ने कहा कि शपथ लेने वालों में से कुछ का कार्यकाल ढाई साल का होगा. सहयोगी दलों में सबसे बड़ी पार्टी होने के कारण भाजपा को 19 मंत्री पद मिले, जबकि शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को क्रमश: 11 और 9 मंत्री पद मिले.
किसे कौन सा विभाग दिया
जाएगा… सीएम ने बताया
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “आज 39 नेताओं ने शपथ ली है, इनमें 6 राज्य मंत्री हैं. दो दिन में साफ हो जाएगा कि किसे कौन सा विभाग दिया जाएगा. इस सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी. इस सत्र में 20 विधेयक आएंगे.
उन्होंने कहा कि विपक्ष ने एक पत्र दिया था. पिछले सत्र के पत्र में ईवीएम पर एक पैराग्राफ जोड़ा गया है. पत्र का पहले भी जवाब दिया गया है, जितनी बार सवाल पूछे जाएंगे, उसका जवाब दिया जाएगा. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि ईवीएम का मतलब है महाराष्ट्र के लिए हर वोट…”
मंत्रियों के कामकाज का करेंगे ऑडिटः सीएम
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “हम सभी मंत्रियों का प्रदर्शन ऑडिट कराने जा रहे हैं और ऑडिट में अगर यह पाया गया कि मंत्री सही काम नहीं कर रहे हैं तो उस मंत्री पर पुनर्विचार किया जाएगा.”
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “महाराष्ट्र के परभणी शहर में हुई हिंसा के संबंध में मुझे एक अनुरोध करना है कि इस तरह से प्रतिक्रिया देना सही नहीं है. यह सरकार संविधान के खिलाफ कभी कुछ नहीं करेगी. कुछ लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. तीन आरोपी पाए गए हैं…”
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ईवीएम को लेकर विपक्ष के आरोप पर कहा कि ईवीएम को लेकर एक पत्र दिया गया है. हमने जो काम किया, उसे सभी ने देखा है. 86 कैबिनेट मीटिंग हुईं और 850 फैसले लिए गए. इसके बाद भी हम एक टीम के तौर पर काम करेंगे.
उन्होंने कहा कि कर्नाटक, झारखंड और इन जगहों पर जीतने के बाद वे कहते हैं कि ईवीएम अच्छी है और हारते हैं तो चुनाव आयोग को दोष देते हैं.
Dec 15 2024, 21:29