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मैजापुर चीनी मिल परिसर में भारतीय स्टेट बैंक की नवीन शाखा का डीएम ने किया शुभारंभ

गोण्डा। शुक्रवार को बलरामपुर चीनी मिल की यूनिट मैजापुर चीनी मिल परिसर में भारतीय स्टेट बैंक की नवीन शाखा का शुभारंभ जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने फीता काटकर किया। कार्यक्रम के दौरान चीनी मिल परिसर में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा का संचालन होने से मिल के आसपास के गांवों के किसानों के लिए बहुत ही सुविधाजनक कार्य हुआ है। इसके साथ ही मिल में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारी को भी इस शाखा से सीधा लाभ मिलेगा।

उन्होंने बताया है कि यहां पर बैंक की शाखा खोलने से यहां के आसपास के ग्रामीणों के लिए बहुत ही खुशी की बात है अब उन्हें बैंक शाखा के लिए कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं होगी। इसके साथ ही गन्ना बेचने वाले किसानों के लिए भी काफी आसानी होगी।

डीएम ने मिल प्रबंधन के साथ बैंक के अधिकारियों से कहा कि सरकार की रोजगार परक योजनाओं के साथ मिलकर रोजगार के अवसर लोगों को उपलब्ध कराएं यही इस नई बैंक शाखा की सार्थकता होगी। उन्होंने कहा कि पहले लोग स्टेट बैंक में खाता खुलवाने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते है अब शाखा गांव गांव तक बैंकिंग सुबिधा दे रही है। इससे आसपास के ग्रामीण अंचल के ग्राहकों को कटरा बाजार करनैलगंज नहीं जाना पड़ेगा। इस अवसर पर सीजीएम संदीप अग्रवाल, एसडीएम भारत भार्गव, तहसीलदार मनीष कुमार, सीओ उमेश्वर प्रभात सिंह, प्रशानिक अधिकारी सौरभ गुप्ता, पीके चतुर्वेदी सहित भारी संख्या में बैंक अधिकारी व किसान मौजूद रहे।

आयुक्त ने शिकायत के निस्तारण को लेकर अधिकारियों को लगाई फटकार

देवीपाटन मण्डल, गोण्डा । शुक्रवार को आयुक्त सभागार में आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों का असंतोषजनक निस्तारण करने पर आयुक्त ने बैठक कर कई अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई। उन्होंने कहा कि कई विभागों द्वारा शिकायतों का उचित निस्तारण न करने पर नवम्बर माह के मासिक मूल्यांकन में देवीपाटन मण्डल सातवें नम्बर पर है।

उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए सख्त निर्देश दिए कि पोर्टल पर प्राप्त होने शिकायतों का निस्तारण समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण तरीके से किया जाए। यदि आगे से विभागों द्वारा शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरती गई तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कदम उठाया जाएगा। आईजीआरएस मैं बेहतर रैंकिंग लाने के लिए उन्होंने निर्देश दिए कि पोर्टल पर प्राप्त संदर्भों में अधीनस्थ की आख्या का परीक्षण करने के उपरान्त शिकायतकर्ता से वार्ता करने के पश्चात् ही निस्तारित करें। यदि प्रकरण स्पेशल क्लोज श्रेणी के अन्तर्गत का है तो निस्तारण के समय अनिवार्य रूप से अंकित करें।

शिकायतकर्ता से जरूर किया जाए संपर्क - आयुक्त

बैठक के दौरान मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने कहा कि प्राय: देखा गया है कि शिकायतकर्ता से वार्ता करने में यह कह जाता है कि निस्तारण कार्यालय द्वारा उनसे सम्पर्क नहीं किया गया, जिसके कारण मा मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से फीडबैक में प्रकरण असंतुष्ट फीडबैक में स्थानान्तिरित कर दिया जाता है। ऐसी स्थिति में निस्तारण आख्या में शिकायतकर्ता का नम्बर, वार्ता करने का समय अवश्य अंकित किया जाये, जिससे फीडबैक में उनके द्वारा यह न कहा जाये कि संबंधित कार्यालय से सम्पर्क नहीं किया गया।

ऐसे संदर्भ जिसमें किसी अधीनस्थ अधिकारियों की शिकायत की गई है, उनको संबंधित अधिकारियों को अग्रसारित न किया जाये। निस्तारण आख्या में अग्रसारित करने वाले अधिकारी का नाम व मुहर अनिवार्य रूप में अंकित करें। निस्तारण आख्या में यदि शिकायतकर्ता या संबंधित स्थल का फोटो अपलोड किया जा रहा है, तो फोटो में दिनांक व समय अंकित करें। बैठक में अपर आयुक्त, अपर निदेशक स्वास्थ्य, संयुक्त आयुक्त उद्योग, उप आबकारी आयुक्त आबकारी विभाग, अधिशासी अभियंता, लघु सिंचाई वह अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

छात्र/छात्राओं व स्टाफ को साइबर अपराध से बचाव हेतु किया गया जागरूक

गोण्डा। साइबर अपराध को इंटरनेट और कंप्यूटर के अवैध उपयोग के रूप में उल्लेखित किया जा सकता है। तकनीकी के विकास के चलते अपराधी भी अपराध करने के नये-नये तरीके इजाद कर रहे है। आजकल प्रत्येक व्यक्ति मोबाइल व इण्टरनेट बैकिंग का प्रयोग कर रहा है। इंटरनेट के प्रयोग किये जाने से जानकारी के अभाव में कई लोग साइबर अपराध का शिकार हो जाते हैं। इसको दृष्टिगत रखते हुए पुलिस अधीक्षक श्री विनीत जायसवाल द्वारा जनपद गोण्डा में आमजन को साइबर अपराध से बचाव एवं इससे निपटने के लिये बरती जाने वाली सावधानियों के प्रचार-प्रसार हेतु जनपद में आॅपरेशन ह्लसाइबर कवचह्णह्ण अभियान की शुरूआत की गई है। इस अभियान के अन्तर्गत जनपद के सभी थाना प्रभारी, क्षेत्राधिकारी व अपर पुलिस अधीक्षक प्रतिदिन विद्यालयों, प्रतिष्ठित संस्थाओं एवं महत्वपूर्ण स्थानों पर वर्कशॉप एवं गोष्ठियां कर इंटरनेट के माध्यम से हो रहे इन अपराधों के बारे में जानकारी दे रहे है और इंटरनेट के प्रयोग के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी दी जा रही है। इसके अतिरिक्त विद्यालयों में पम्पलेट वितरित कर महत्वपूर्ण स्थानों पर पम्पलेट/पोस्टर चस्पा किये जाने की कार्यवाही की जा रही है।

आज दिनांक 12.12.2024 को अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार रावत द्वारा अवध हॉस्पिटल एंड ग्रुप आॅफ नर्सिंग कॉलेज उतरौला रोड गोण्डा में छात्र-छात्राओं एवं कालेज के स्टाफ के साथ वर्कशाप का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम कालेज के प्रबन्धक डा0 एन0एन0 तिवारी ने पुलिस अधीक्षक को बुके भेंट कर स्वागत किया। इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा प्रेजेंटेशन (ढढळ) के माध्यम से सभी को साइबर अपराध की जानकारी दी गयी और बताया कि इंटरनेट के उपयोग की सही जानकारी होने पर साइबर अपराध से बचा जा सकता है । इसी क्रम में अळट में ट्रांजेक्सन करते समय अन्य कोई व्यक्ति उपस्थित न रहे, बैंक के नाम पर टेलीफोन कॉल पर एटीएम/बैंक अकाउंट्स सम्बन्धी कोई जानकारी जैसे डळढ, उश्श् नम्बर आदि कभी भी किसी से साझा न करे। बीमा कम्पनी, नौकरी.कॉम के नाम से कॉल किये जाने पर बिना सत्यापन किये कोई जानकारी न दे। इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे व्हाट्सअप, ट्विटर(), फेसबुक व इंस्टाग्राम पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी सार्वजनिक न करें क्योंकि कोई भी व्यक्ति आसानी से आपकी जानकारी का इस्तेमाल कर दुरूपयोग कर सकता है। इस प्रकार के एप्स डाउनलोड किये जाते समय प्राईवेसी सम्बन्धी आप्शन का भली-भांति अवलोकन करने के बाद ही सहमती/असहमती देते हुए प्रक्रिया पूर्ण करें। फर्जी लॉटरी लगने का कॉल करने वालों को कभी अपनी बैंक की डिटेल शेयर न करें। डिजिटल अरेस्ट से बचाव हेतु बताया गया कि किसी भी अनजान कॉल/मैसेज पर प्रतिक्रिया न दें, टावर लगाने के नाम पर भी लोगों से ठगी की जाती है, इससे बचने हेतु किसी अज्ञात बैंक खाता में पैसा जमा न करें। कोई कम्पनी कम लागत में अधिक पैसे कमाने का लालच देती है तो सावधान रहिये ऐसी कंपनी फर्जी होती हैं जो आपका पैसा लेकर कंपनी को बंद कर भाग जाते हैं। ठगों द्वारा फर्जी आॅफिस खोलकर, कम ब्याज दर पर अधिक लोन, बिना किसी कागज के आसानी से लोन दिलवाने हेतु फर्जी विज्ञापन प्रसारित किया जाता है और प्रोसेसिंग फीस के रुप में एकाउंट में रुपये जमा कराके फरार हो जाते है। मोबाइल व सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट्स के सुरक्षित प्रयोग के बारे में भी बताया गया। छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर इंटरनेट प्रयोग किये जाने पर साइबर अपराध के शिकार होने से बचा जा सकता है। जागरूक बनें और अपने धन की स्वयं सुरक्षा करने के सिद्वान्त पर काम करें। अन्त में महोदय द्वारा सभी छात्र-छात्राओं व स्कूल के स्टाफ को साइबर वॉलंटियर बनाया गया तथा अपेक्षा की कि वर्कशॉप में दी गई जानकारी को अपने परिवार, आस-पड़ोस में अधिक से अधिक लोगों को बतायें जिससे की कोई भी व्यक्ति जानकारी के आभाव में साइबर अपराधियों का शिकार न हो। इसी दौरान वर्कशाप में उपस्थित कालेज के छात्र व स्टाफ को पम्पलेट वितरित किये गये तथा स्कूल के अन्य छात्रों को जागरुक करने हेतु पोस्टर एवं बुकलेट उपलब्ध करायी गयी।

साइबर सुरक्षा टिप्स-

01. आॅनलाइन लेन-देन में सावधानी बरतें

02. किसी भी अनजान फोन कॉल पर अपनी बैंक डिटेल, ओटीपी, बायोमैट्रिक डेटा, पैन कार्ड व आधार कार्ड की डिटेल किसी के साथ साझा न करें।

03. सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।

04. अनजान लिंक्स पर क्लिक न करें।

05. अपने डिवाइस को सुरक्षित रखें।

06. आॅनलाइन शॉपिंग में सुरक्षित वेबसाइट्स का उपयोग करें।

07. पासवर्ड को मजबूत और गुप्त रखें।

08. आॅनलाइन गतिविधियों पर निगरानी रखें।

09. साइबर बुलिंग और साईबर स्टॉकिंग के मामलों में तुरंत पुलिस को सूचित करें।

10. आॅनलाइन उत्पीड़न के मामलों में कंपनी प्रबंधन और पुलिस को सूचित करें।

11. साइबर क्राइम की रिपोर्ट करने के लिए हेल्प लाइन नम्बर 1930 का प्रयोग करें।

आपदा प्रबंधन में महिलाओं की भूमिका बेहद अहम - मण्डलायुक्त

गोण्डा। आपदा न्यूनीकरण को लेकर प्रधानमंत्री के दस सूत्री एजेन्डे के तहत गुरूवार को स्वयं सहायता समूहों की प्रमुखों को आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण का प्रशिक्षण दिये जाने के लिए जिला पंचायत सभागार में मण्डल स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें मण्डल के प्रत्येक जनपद के 75-75 स्वयं सहायता समूह की प्रमुखों व आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला का शुभारम्भ आयुक्त देवीपाटन मण्डल श्री शशिभूषण लाल सुशील ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार ने मण्डलायुक्त, डीएम, सीडीओ सहित अन्य अतिथियों का स्वागत किया गया तथा कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की गई।

इस अवसर पर मण्डलायुक्त ने कहा कि आपदा प्रबंधन में महिलाओं की भूमिका अहम है क्योंकि आपदा के दौरान महिलायें सबसे पहले प्रभावित होती हैं, इसलिए महिलाएं आपदा प्रबंधन में फस्र्ट रिस्पान्डर हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का तैयार करने के लिए मुख्यमंत्री जी प्रेरणा से राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिरण द्वारा सराहनीय कदम उठाया गया है। उन्होंने आपदा प्रबंधन में महिलाओं की सहभागिता का दूरगामी परिणाम होगा। विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, अग्निकाण्ड, सर्पदंश, आकाशीय विद्युत, ग्लोबल वार्मिंग, सुनामी के अलावा मानव जनित आपदाओं से कैसे बचाव करना है इसके लिए समुदाय का प्रशिक्षित होना आवश्यक है, इसी उद्देश्य से बहुउपयोगी कार्यशाला का आयोजन किया गया है जिसमें मण्डल के जनपदों से स्वयं सहायता समूहों की प्रमुखों की उपस्थिति एक शुभ संकेत हैं। उन्होंने मण्डल के जनपदों में आपदा प्रबंधन अधिकारियों द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा भी की।

जिलाधिाकरी नेहा शर्मा ने कहा कि किसी भी आपदा के दौरान गोल्डेन आवर और आपदा के दौरान क्या करना चाहिए इसकी जानकारी होना सबसे महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि आपदाओं को लेकर जनसामान्य में कुछ मिथक हैं जिनका दूर होना आवश्यक है। उन्होंने आकाशीय विद्युत से होने वाली मृत्यु को लेकर मिथक के बारे में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि तमाम आपदाएं ऐसी हैं जहां पर महिलाएं सबसे पहले प्रभावित होती हैं परन्तु जानकारी के अभाव में वे सहायता करने के बजाय घबरा जाती हैं। इसलिए समुदाय आधारित महिलाओं का आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूक होना और प्रशिक्षित होना नितान्त जरूरी है।

मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। अब आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में भी मा0 मुख्यमंत्री जी की पे्ररणा से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इससे ग्रामीण स्तर पर आपदा प्रबंधन को मजूबती मिलेगी। सीएमओ डाॅ0 रश्मि वर्मा ने कहा कि विभिन्न आपदाओं जैसे शीत लहर, लू, बाढ़, सर्पदंश आदि के दौरान हमें व्यक्ति को बचाने के लिए तुरन्त क्या करना चाहिए, इसकी जानकारी हर व्यक्ति को होनी चाहिए। इसके लिए यह कार्यशाला बहुत उपयोगी सिद्ध होगी। कार्यशाला में अपर पुलिस अधीक्षक व पीडी डीआरडीए ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

प्रशिक्षण सत्र में एसडीआरएफ टीम, अग्नि शमन टीम, स्वास्थ्य विभाग की टीम तथा गोण्डा, बलरामपुर, बहराइच व श्रावस्ती के आपदा प्रबंधन अधिकारियों द्वारा जनपदों की आपदाओं एवं उससे बचाव के उपायों के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया।

कार्यक्रम के उपरान्त मण्डलायुक्त व डीएम ने अधिकारियों संग जनपदों के आपदा प्रबंधन विभाग, अरगा ब्राण्ड तथा एसडीआरएफ द्वारा लगाए गये स्टाल का अवलोकन किया। कार्यक्रम का संचालन आपदा प्रबंधन अधिकारी श्रावस्ती अरूण मिश्र ने किया।

इस दौरान प्रभारी नगर मजिस्ट्रेट राजीव मोहन सक्सेना, परियोजना निदेशक डीआरडीए चन्द्रशेखर, एसडीएम सदर अवनीश त्रिपाठी, आपदा प्रबंधन अधिकारी गोण्डा राजेश श्रीवास्तव, बलरामपुर अरूण सिंह, बहराइच सुनील कनौजिया, श्रावस्ती अरूण मिश्र तथा एनआरएलएम के जिला प्रबंधक तथा प्रतिभागी स्वयं सहायता समूहो की प्रमुख उपस्थित रहीं।

महिला शिकायतों का हो गुणवत्तापरक निस्तारण: ऋतु शाही

गोण्डा। उप्र राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती ऋतु शाही ने सर्किट हाउस में जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया। कस्तूरबा गांधी विद्यालय व जिला कारागार में महिला सेल का निरीक्षण किया गया। सर्किट हाउस में जनसुनवाई दौरान 25 प्रार्थना पत्र प्रस्तुत हुए है, जिसमें से 14 प्रकरणों का तत्काल निस्तारण करा दिया गया, जबकि 11 प्रार्थना पत्रों पर कार्यवाही हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया गया। श्रीमती शाही ने कहा कि महिलाओं/बालिकाओं की शिकायतों का समयबद्ध तरीके से गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराया जाय।

इसके पश्चात उन्होंने महिला अपराधों व महिला/बालिका के लिए संचालित योजनाओं से सम्बन्धित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। सदस्य ने महिला जिला पंचायत सदस्य, महिला ग्राम प्रधान, महिला क्षेत्र पंचायत सदस्य, आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सखी समूह की बहनों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं को गांव-गांव घर तक जागरूकता कर पात्रों को उनसे लाभान्वित कराये जाने का भरसक प्रयास करें। इसके बाद सदस्य श्रीमती शाही ने जिला कारागार में महिला सेल का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां महिला बंदियों से बातचीत की तथा उन्हे मिठाई खिलाई तथा उनके साथ रह रहे बच्चों का भी हाल चाल जाना और, उन्हें फल वितरित किया। इसके उपरान्त उन्होंने हलधरमऊ स्थित कस्तूरबा गांधी विद्यालय का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि छात्राओं को बेहतर शिक्षा प्रदान की जाय तथा उनके आवासीय सुविधा में कोई कमी न होने पाये। सदस्य के आगमन पर अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार व जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष कुमार सोनी द्वारा स्वागत किया गया।

इस दौरान क्षेत्राधिकारी शिल्पा वर्मा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी अभिषेक दूबे, महिला थानाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, डीटीआरपी अनिल द्विवेदी, संरक्षण अधिकारी चन्द्रमोहन वर्मा, केन्द्र प्रशासक चेतना सिंह, परियोजना समन्वयक आशीष मिश्रा, परामर्शदाता दीपशिखा शुक्ला, सिद्धनाथ पाठक, हितेश भारद्वाज आदि मौजूद रहे।

अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी द्वारा नेहरू स्टेडियम पहुंचकर परेड की ली गयी सलामी

गोण्डा। आज 11 दिसम्बर को पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत जायसवाल के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार रावत द्वारा प्रान्तीय रक्षक दल (पी0आर0डी0) के 76वें स्थापना दिवस के अवसर पर जवाहर लाल नेहरू स्पोर्ट स्टेडियम पहुँचकर परेड की सलामी ली गयी।

तत्पश्चात् अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी ने जिला युवा कल्याण अधिकारी गोण्डा राजित राम की उपस्थिती में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पी0आर0डी0 के जवानों द्वारा आयोजित परेड का निरीक्षण किया गया तथा जवानों को स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाए देते हुए उनके कर्तव्यों एवं जिम्मेदारियों का स्मरण कराया गया। निरीक्षण के पश्चात् शारीरीक दक्षता, एकरूपता व अनुशासन को परखने हेतु परेड को टोलीवार विभिन्न प्रकार के ड्रील कराया गया ।

तत्पश्चात् कार्यक्रम के दौरान पीआरडी के जवानों में 100 मीटर, 200 मीटर की दौड़ के अलावा रस्साकशी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । अच्छा प्रदर्शन करने वाले पीआरडी जवानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। तत्पश्चात् जिला युवा कल्याण अधिकारी गोण्डा राजित राम को बुके व स्मृति पत्र देकर धन्यवाद ज्ञापित किया गया । उन्होंने पीआरडी के जवानों को सम्बोधित करते हुए बताया गया कि अनुशासन में रहकर पीआरडी के जवानों को आगे बढ़ना है। आने वाले दिनों में पीआरडी का महत्व और बढ़ेगा। इसलिए हर चुनौती के लिए तैयार रहने की जरूरत है। पीआरडी जवानों की वर्दी वाली फोर्स है। इसलिए सभी को अनुशासन में रहकर आगे बढ़ना है। समाज हो या फोर्स अनुशासन में रहने वाले लोग ही आगे बढ़ते है।

अयोध्या मार्ग पर चलाया विशेष वाहन चेंकिग अभियान

गोण्डा। पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत कुमार जायसवाल के निर्देशन में यातायात प्रभारी जगदम्बा गुप्ता द्वारा गोण्डा अयोध्या मार्ग पर विशेष वाहन चेंकिग अभियान चलाया गया तथा आने जाने वाले बड़े माल वाहक वाहनों ट्रक, डीसीएम, टैक्टर ट्राली आदि 65 वाहनों पर रिफ्लेक्टिव टेप लगाया गया तथा नम्बर प्लेट ढककर चलने वालों, नम्बर मिटाकर चलने वाले, नम्बर प्लेट के उपर बंफर लगाकर चलने वाले, बिना नम्बर प्लेट के चलने वाले 32 वाहनों का चालान किया गया। तत्पश्चात् सिंचाई विभाग तिराहा से मंडे नाला तक रोड के दोनों तरफ अवैध अतिक्रमण कर दुकान संचालित करने वालों को रोड से हटवाया गया।

वाहन चालकों व उपस्थित आमजनमानस को निम्न यातायात नियमों के पालन करने/कराने बताया गया।

01. वाहन चलाते समय मोबाइल फोन/इयरफोन का प्रयोग न करे।

02. नाबालिग बच्चों का वाहन चलाना वर्जित है।

03. दो पहिया वाहन चालक एवम् पीछे बैठी सवारी का हेलमेट प्रयोग करना अनिवार्य है।

04. चार पहिया वाहनों का प्रयोग करते समय सीट बेल्ट का प्रयोग अवश्य करें।

05. गाड़ियों में निर्धारित क्षमता से अधिक सवारियाँ बैठाना नियम विरुद्ध है।

06. गाड़ियों की निर्धारित क्षमता से अधिक गति से वाहन चलाना दण्डनीय अपराध है।

07. दायें बायें मुड़ते समय इण्डिकेटर का प्रयोग करे।

08. वाहनों को निर्धारित स्थान पर ही पार्क करें।

09. वाहनों पर आगे व पीछे दोनो साइड निर्धारित रिफ्लेक्टर टेप लगाकर चलें।

11. एम्बुलेंस एवं फायर वाहनों को जाने हेतु रास्ता पहले प्रदान करें।

12. नशीले/मादक पदार्थों का सेवन कर वाहन न चलाएं।

13. वाहन चलाते समय सड़क पर स्टंट न करे।

14. सड़क दुर्घटना होने पर घायल व्यक्तियों की मदद करें तथा 112 को सूचित करे।

*उद्यान विभाग के परिसर में विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय गोष्टी / मेले का डीएम ने किया शुभारंभ*

गोण्डा। बुधवार को उद्यान विभाग के परिसर में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत उद्यान विभाग द्वारा दो दिवसीय गोष्ठी / मेले का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित तथा मां सरस्वती जी के चित्र पर माल्यार्पण कर जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन तथा ब्लॉक प्रमुख तरबगंज मनोज पाण्डेय ने किया। कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने वहां पर उपस्थित सभी किसानों एवं अन्य लोगों को उद्यान विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के संबंध में जानकारी दी, और उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा किसान बन्धुओं के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिसका लाभ किसानों को सीधे मिल रहा है। वहीं कार्यक्रम के दौरान जनपद के उत्कृष्ट किसानों द्वारा तथा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा विभिन्न प्रकार के स्टॉल लगाए गए, जिसका जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी तथा ब्लॉक प्रमुख तरबगंज व अन्य अधिकारियों ने एक-एक स्टॉल पर जाकर अवलोकन किया। कार्यक्रम के दौरान जनपद के उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों को तथा विभाग में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा के द्वारा सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन ने वहां पर उपस्थित सभी किसानों एवं अन्य लोगों को विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

उद्यान विभाग के परिसर में विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय गोष्टी / मेले का डीएम ने किया शुभारंभ

गोंडा।बुधवार को उद्यान विभाग के परिसर में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत उद्यान विभाग द्वारा दो दिवसीय गोष्ठी / मेले का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित तथा मां सरस्वती जी के चित्र पर माल्यार्पण कर जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन तथा ब्लॉक प्रमुख तरबगंज मनोज पाण्डेय ने किया।

कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने वहां पर उपस्थित सभी किसानों एवं अन्य लोगों को उद्यान विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के संबंध में जानकारी दी, और उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा किसान बन्धुओं के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिसका लाभ किसानों को सीधे मिल रहा है। वहीं कार्यक्रम के दौरान जनपद के उत्कृष्ट किसानों द्वारा तथा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा विभिन्न प्रकार के स्टॉल लगाए गए, जिसका जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी तथा ब्लॉक प्रमुख तरबगंज व अन्य अधिकारियों ने एक-एक स्टॉल पर जाकर अवलोकन किया। कार्यक्रम के दौरान जनपद के उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों को तथा विभाग में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा के द्वारा सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन ने वहां पर उपस्थित सभी किसानों एवं अन्य लोगों को विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

मल्चिंग का महत्व

मल्चिंग की पत्तियां सड़कर जैविक खाद्य में बदलती हैं जिससे मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ की मात्रा बढ़ेगी, फसल अवशेष फसलों के लिए लगभग सभी पोषकतत्व पाए जाते हैं जिससे फैसले अच्छी होती हैं और उपज में वृद्धि होती है।

मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ के बढ़ने से मिट्टी में जलधारण क्षमता बढ़ जाती है जिससे पानी की बचत होती है और मिट्टी में वायुसंचार में वृद्धि होती है तथा रासायनिक खादों का प्रयोग कम करके मिट्टी के स्वास्थ्य को सुधरता है।

कार्यक्रम के उपरांत जिलाधिकारी ने उद्यान विभाग के पौधशाला एवं नर्सरी का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उद्यान विभाग में स्थापित पौध उपज/ बीज उपज करने वाली यंत्र मशीन को चलवा कर देखा।

मल्चिंग करने के लिए आवश्यक कार्य

फसलों में मल्चिंग करने के लिए एक एकड़ में लगभग 25 कुंतल सुखी गन्ने की पत्ती, पुवाल पेड़ों की पत्तियां या सूखी घास को किया जा सकता है।

फसलों में दो लाइनों के बीच सुखी गन्ने की पत्ती, पुवाल पेड़ों की पत्तियां या सूखी घास को लगभग 8 से 10 सेंटीमीटर मोटी तह के रूप में बिछाना चाहिए।

गन्ने में पेड़ी वाली गन्ने के फसल को काटने के तुरंत बाद ही मल्चिंग करना चाहिए तथा गन्ने की बुवाई में नए गन्ने के जमाव के बाद ही मल्चिंग करना चाहिए।

खेत में पत्ती जलाने से नुकसान

एक ग्राम मिट्टी में 10 से 35 करोड़ लाभकारी जीवाणु व एक से 2 लाख तक लाभकारी फफूंद जलकर नष्ट हो जाती हैं, मिट्टी की जलधारण क्षमता कम हो जाती है और सिंचाई ज्यादा करनी पड़ती है, 15 सेंटीमीटर तक पाए जाने वाले सूक्ष्म जीव व मित्र कीट नष्ट हो जाते हैं जिससे फसल में उत्पादन बहुत कम हो जाता है खेत में पत्ती जलाने से पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं।

कार्यक्रम के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन, ब्लॉक प्रमुख तरबगंज मनोज कुमार पांडेय, उपनिदेशक उद्यान, उपनिदेशक कृषि, जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर सहित सभी संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

मल्चिंग का महत्व

मल्चिंग की पत्तियां सड़कर जैविक खाद्य में बदलती हैं जिससे मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ की मात्रा बढ़ेगी, फसल अवशेष फसलों के लिए लगभग सभी पोषकतत्व पाए जाते हैं जिससे फैसले अच्छी होती हैं और उपज में वृद्धि होती है।

मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ के बढ़ने से मिट्टी में जलधारण क्षमता बढ़ जाती है जिससे पानी की बचत होती है और मिट्टी में वायुसंचार में वृद्धि होती है तथा रासायनिक खादों का प्रयोग कम करके मिट्टी के स्वास्थ्य को सुधरता है।

कार्यक्रम के उपरांत जिलाधिकारी ने उद्यान विभाग के पौधशाला एवं नर्सरी का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उद्यान विभाग में स्थापित पौध उपज/ बीज उपज करने वाली यंत्र मशीन को चलवा कर देखा।

मल्चिंग करने के लिए आवश्यक कार्य

फसलों में मल्चिंग करने के लिए एक एकड़ में लगभग 25 कुंतल सुखी गन्ने की पत्ती, पुवाल पेड़ों की पत्तियां या सूखी घास को किया जा सकता है।

फसलों में दो लाइनों के बीच सुखी गन्ने की पत्ती, पुवाल पेड़ों की पत्तियां या सूखी घास को लगभग 8 से 10 सेंटीमीटर मोटी तह के रूप में बिछाना चाहिए।

गन्ने में पेड़ी वाली गन्ने के फसल को काटने के तुरंत बाद ही मल्चिंग करना चाहिए तथा गन्ने की बुवाई में नए गन्ने के जमाव के बाद ही मल्चिंग करना चाहिए।

खेत में पत्ती जलाने से नुकसान

एक ग्राम मिट्टी में 10 से 35 करोड़ लाभकारी जीवाणु व एक से 2 लाख तक लाभकारी फफूंद जलकर नष्ट हो जाती हैं, मिट्टी की जलधारण क्षमता कम हो जाती है और सिंचाई ज्यादा करनी पड़ती है, 15 सेंटीमीटर तक पाए जाने वाले सूक्ष्म जीव व मित्र कीट नष्ट हो जाते हैं जिससे फसल में उत्पादन बहुत कम हो जाता है खेत में पत्ती जलाने से पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं।

कार्यक्रम के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन, ब्लॉक प्रमुख तरबगंज मनोज कुमार पांडेय, उपनिदेशक उद्यान, उपनिदेशक कृषि, जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर सहित सभी संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

मंडलायुक्त के निर्देश पर डीएम ने परिवहन निगम के अधिकारियों को तलब कर लगाई फटकार

गोण्डा। मंडलायुक्त देवीपाटन मंडल शशि भूषण लाल सुशील के कुशल मार्गदर्शन और सख्त निर्देशों के परिणामस्वरूप, जनता की एक लंबित शिकायत का समाधान कुछ ही मिनटों में संभव हो सका। यह मामला उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की एक बस से जुड़ी पांच महीने पुरानी शिकायत का था, जिसे आईजीआरएस पोर्टल पर दर्ज किया गया था।

शिकायतकर्ता देवेंद्र कुमार ने आरोप लगाया था कि 1 जुलाई 2024 को कैसरबाग डिपो की बस (नंबर UP41AT-7565) के परिचालक ने शासनादेश का हवाला देकर अभद्र भाषा का प्रयोग किया और चिलचिलाती धूप में करनैलगंज-गोंडा मार्ग पर निर्धारित स्थान से पहले ही उतार दिया। इस मामले की शिकायत परिवहन विभाग के अधिकारियों के पास लंबित थी।

मंडलायुक्त के निर्देश और डीएम की कार्रवाई

मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी नेहा शर्मा को निर्देश दिए कि तत्काल कार्रवाई कर शिकायत का समाधान सुनिश्चित किया जाए। मंडलायुक्त के निर्देश पर जिलाधिकारी ने परिवहन निगम के अधिकारियों को तलब किया। 10 दिसंबर को शिकायतकर्ता, आरोपी परिचालक, और परिवहन निगम के अधिकारी जिलाधिकारी कार्यालय में उपस्थित हुए।

समस्या का समाधान

बैठक के दौरान, दोनों पक्षों को अपनी बात रखने का मौका दिया गया। आरोपी परिचालक ने अपनी गलती स्वीकार की और भविष्य में ऐसी गलती न करने का लिखित और मौखिक आश्वासन दिया। शिकायतकर्ता ने आरोपी की माफी स्वीकार कर ली। जिलाधिकारी ने परिचालक को कड़ी चेतावनी देते हुए जनहित के प्रति सतर्क रहने के निर्देश दिए। मंडलायुक्त के सख्त रवैये और जिलाधिकारी के त्वरित हस्तक्षेप के चलते यह मामला कुछ ही मिनटों में सुलझ गया।

मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जन शिकायतों का समयबद्ध और प्रभावी समाधान प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशासन की साख जनता की संतुष्टि में निहित है। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने भी अधिकारियों को चेतावनी दी कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

मंडलायुक्त और जिलाधिकारी के सख्त रुख ने यह संदेश दिया है कि प्रशासन जनता की समस्याओं के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

सार्वजनिक शौचालय में ताला बंद की शिकायत पर कमिश्नर ने मांगी 3 दिन में रिपोर्ट

देवीपाटनमण्डल, गोण्डा।ग्राम पंचायत बिहुरी में सार्वजनिक शौचालय पर पिछले एक महीने से ताला लगे होने की गंभीर शिकायत पर देवीपाटन मंडल के आयुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने सख्त कदम उठाए हैं। जनता दर्शन के दौरान चतूराम, ग्राम बिहुरी निवासी, द्वारा प्रस्तुत शिकायत में कहा गया कि शौचालय का उपयोग पहले हो रहा था, लेकिन अब इसे बिना किसी स्पष्ट कारण के बंद कर दिया गया है।

प्रार्थना-पत्र के अनुसार, बार-बार शिकायतों के बावजूद विकास खंड स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस मामले को अत्यंत गंभीर मानते हुए आयुक्त ने खंड विकास अधिकारी, इटियाथोक को तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि तीन दिन के भीतर जांच कर सार्वजनिक शौचालय को खोलने, उसकी तस्वीरें, शिकायतकर्ता और ग्रामवासियों के बयान सहित विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।

आयुक्त ने आदेश दिया कि यह स्पष्ट किया जाए कि शौचालय को किस व्यक्ति द्वारा बंद किया गया और आम जनता के लिए इसे सुलभ बनाया जाए। देवीपाटन मंडल के संयुक्त विकास आयुक्त को समस्त ग्राम पंचायतों में निर्मित सार्वजनिक शौचालयों की जांच के आदेश दिए गए हैं। आयुक्त ने यह सुनिश्चित करने को कहा है कि भविष्य में किसी भी सार्वजनिक शौचालय के बंद होने या सफाई की कमी की शिकायत न आए।