सीएचओ भर्ती परीक्षा में बड़ा फर्जीवाड़ा के खुलासे के बाद सियासत शुरु, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने सरकार पर लगाया यह बड़ा आरोप
डेस्क : आर्थिक अपराध ईकाई।द्ध (ईओयू) ने बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से आयोजित सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी (सीएचओ) की 4500 पदों की भर्ती परीक्षा में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़े का खुलासा किया है। इसके साथ ही ईकाई ने मामले में 37 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई के बाद परीक्षा रद्द कर दी गई। फिलहाल परीक्षा के तारीख की घोषणा नहीं की गई है।
इधर इस मामले को लेकर प्रदेश की सियासत गरम हो गई है। विपक्ष ने इस मामले को लेकर सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी (सीएचओ) की परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने के बाद उसे रद्द करने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। साथ ही आरोप लगाया कि बिहार में कोई भी ऐसी परीक्षा नहीं हो रही, जिसमें एनडीए की घालमेल वाली सत्ता प्रायोजित धांधली नहीं हो रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि सत्ता संरक्षित पेपर लीक माफिया ने फिर बिहार में लीक का बड़ा कारनामा किया है। उन्होंने गड़बड़ी सामने आने के बाद मजबूरी में सरकार द्वारा परीक्षा रद्द करने का आरोप लगाया और कहा कि अन्यथा परीक्षा को साफ-सुथरा करार दे परीक्षा माफिया से हुई कमाई का बंदरबांट कर लिया जाता है। नेता प्रतिपक्ष ने तंज किया कि जब तक एनडीए सरकार है, कोई भी परीक्षा कदाचार मुक्त हो ही नहीं सकती है।
उन्होंने एक विशेष जिले से ही सभी परीक्षाओं एवं पेपर लीक के तार जुड़े रहने और किसी भी पेपरलीक के मामले में सरकार की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यह महज संयोग तो नहीं हो सकता।
Dec 03 2024, 09:52