बिहार सक्षमता-2 पुनर्परीक्षा परिणाम जारी, इतने अभ्यर्थी हुए सफल
डेस्क : बिहार बोर्ड ने दूसरी सक्षमता परीक्षा की 9वीं-10वीं और 11वीं-12वीं के कुल सात विषयों के लिए पुनर्परीक्षा का परिणाम को जारी कर दिया है। अभ्यर्थी अपना परिणाम बोर्ड के अधिकारिक वेबसाइट https// www. bsebsakshamta.com पर देख सकते हैं। इसके लिए उन्हें आवेदन संख्या और जन्म तिथि अंकित करना होगा।
गौरतलब है कि सात विषयों की पुनर्परीक्षा 13 नवंबर को आयोजित की गई थी। मालूम हो कि दूसरी सक्षमता परीक्षा के शेष विषयों का परीक्षा परिणाम समिति की ओर से 16 नवंबर को ही जारी कर दिया गया था।
कक्षा नौवीं- दसवीं में कुल पांच विषय हिन्दी, फारसी, संगीत, नृत्य और गृह विज्ञान की परीक्षा दोबारा ली गई थी। इनके लिए 429 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इनमें से 299 शिक्षक अभ्यर्थी सफल हुए। नौवी- दसवीं की उत्तीर्णता प्रतिशत 69.70 रही। 11वीं- 12वीं के लिए दो विषयों गृह विज्ञान और इतिहास की परीक्षा दोबारा ली गई थी। इन विषयों के लिए कुल 206 शिक्षक अभ्यर्थी शामिल हुए। इनमें से 128 शिक्षक अभ्यर्थी सफल हुए हैं। दूसरी तरफ कक्षा11वीं -12वीं में उत्तीर्णता का प्रतिशत 62.14 रहा।









डेस्क : बिहार में एक्सरे टेक्नीशियन का कोर्स किए युवक-युवतियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। जल्द ही उन्हें स्वास्थ्य विभाग में स्थाई नौकरी का मौका मिल सकता है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग में 1232 एक्सरे टेक्नीशियनों की शीघ्र बहाली की जाएगी। यह बहाली स्थायी होगी। स्वास्थ्य विभाग ने बिहार तकनीकी सेवा आयोग को बिहार एक्सरे टेक्नीशियर संवर्ग के मूल कोटि के पद पर एक्सरे टेक्नीशियन के रिक्त पदों के लिए 1232 संख्या में नियमित नियुक्ति करने का प्रस्ताव भेज दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में लगातार नियुक्तियां कर रही है। राज्य के युवाओं के लिए रोजगार सृजन की दिशा में सरकार संवेदनशील है। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग में भी विभिन्न पदों पर बंपर बहाली करने जा रही है। उन्होंने बताया कि एक्सरे टेक्नीशियन के रिक्त पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। इससे अस्पतालों में एक्सरे सेवा बेहतर होगी और इसका लाभ मरीजों को मिलेगा। श्री पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में स्वास्थ विभाग की सेवाएं लगातार उन्नत हुई हैं। कहा कि वर्ष 2005 से पहले स्वास्थ्य सेवाएं लालटेन के भरोसे थी। कई अस्पतालों में बगैर लाइट मरीजों का इलाज हुआ करता था। अस्पतालों में दवा की कमी से लेकर भवनों की स्थिति जर्जर थी। मगर आज प्रदेश में नित्य नए अस्पताल भवनों के निर्माण से लेकर अस्पतालों में दवा की उपलब्धता पूर्ण रहती है। यही वजह है कि मरीजों का विश्वास सरकारी अस्पतालों के प्रति बढ़ा है। उन्होंने कहा कि राज्य में एक्सरे सेवाओं में 1 हजार 232 लोगों की और बहाली हो जाने से एक ओर जहां रोजगार सृजन होगा, वहीं, स्वास्थ्य सेवाओं में मानव बल के इजाफे से सेवाएं और पहले के मुकाबले बेहतर होंगी।


Dec 02 2024, 19:32
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