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सरफिरे देवर ने अपने ही गर्भवती भाभी की बेहरमी से चाकू गोदकर की हत्या

पूर्णिया से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जहाँ एक सरफिरे देवर ने अपने ही गर्भवती भाभी की बेहरमी से चाकू से शरीर मे कई बार गोदकर हत्या कर दिया। गला,पेट और जांघ में वार होने पर महिला की मौके पर ही मौत हो गई। हत्यारे देवर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। समूचा मामला मरंगा थाना क्षेत्र के लाइन बस्ती की है। मृत महिला की पहचान केशव मंडल की 24 वर्षीय रीमा देवी के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक आज सुबह रीमा देवी घर में अकेली थी पति काम के सिलसिले में ऑफिस गए हुए थे। अकेला पाकर सनकी देवर सूरज कुमार ने उन पर चाकू से जान लेवा हमला कर दिया। चाकू से गला, पेट और जांच के अलावा शरीर के कई हिस्सों में वार किया जिससे मौके पर ही रीमा देवी की मौत हो गई। वही मृतिका के पति केशव मंडल ने बताया कि 12 जून 2023 यानी डेढ़ साल पहले अररिया के ओमनगर की रहनेवाली रीमा देवी से हुई थी। पत्नी गर्भवती थी। आज सुबह घर के सभी लोग काम पर चले गए थे। अकेला पाकर उसका छोटा भाई ने पत्नी का हत्या दिया। उसका भाई सनकी टाइप का है। वही हत्यारा सूरज ने बताया कि वह पढ़ाई करता है। उसकी भाभी पड़ोसी से साथ मिलकर जहर खिलाकर उसे मारना चाहती थी। जिसके कारण उसने चाकू से गोदकर उसकी हत्या कर दिया। बरहाल हत्यारे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और पूरे मामले की छानबीन में जुटी हुई है। वही इस घटना से परिजनों का रो रो बुरा हाल है जबकि स्थानीय लोग भी डरे सहमे हुए है।
सरफिरे देवर ने अपने ही गर्भवती भाभी की बेहरमी से चाकू गोदकर की हत्या

पूर्णिया से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जहाँ एक सरफिरे देवर ने अपने ही गर्भवती भाभी की बेहरमी से चाकू से शरीर मे कई बार गोदकर हत्या कर दिया। गला,पेट और जांघ में वार होने पर महिला की मौके पर ही मौत हो गई। हत्यारे देवर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। समूचा मामला मरंगा थाना क्षेत्र के लाइन बस्ती की है। मृत महिला की पहचान केशव मंडल की 24 वर्षीय रीमा देवी के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक आज सुबह रीमा देवी घर में अकेली थी पति काम के सिलसिले में ऑफिस गए हुए थे। अकेला पाकर सनकी देवर सूरज कुमार ने उन पर चाकू से जान लेवा हमला कर दिया। चाकू से गला, पेट और जांच के अलावा शरीर के कई हिस्सों में वार किया जिससे मौके पर ही रीमा देवी की मौत हो गई। वही मृतिका के पति केशव मंडल ने बताया कि 12 जून 2023 यानी डेढ़ साल पहले अररिया के ओमनगर की रहनेवाली रीमा देवी से हुई थी। पत्नी गर्भवती थी। आज सुबह घर के सभी लोग काम पर चले गए थे। अकेला पाकर उसका छोटा भाई ने पत्नी का हत्या दिया। उसका भाई सनकी टाइप का है। वही हत्यारा सूरज ने बताया कि वह पढ़ाई करता है। उसकी भाभी पड़ोसी से साथ मिलकर जहर खिलाकर उसे मारना चाहती थी। जिसके कारण उसने चाकू से गोदकर उसकी हत्या कर दिया। बरहाल हत्यारे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और पूरे मामले की छानबीन में जुटी हुई है। वही इस घटना से परिजनों का रो रो बुरा हाल है जबकि स्थानीय लोग भी डरे सहमे हुए है।
पूर्णिया जिले में दो अलग-अलग सड़क हादसों में लोगों की मौत
पूर्णिया में बीती रात दो अलग-अलग हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई । पहली घटना टिकापट्टी थाना के टिकापट्टी कुर्सेला रोड में हुई। जहां तीन युवक बाइक से जा रहे थे ।तेज गति के कारण बाइक खंभे से टकरा गई ।जिस कारण तीनों दोस्तों की मौके पर ही मौत हो गई। तीनों मृतक जिमी यादव, रोहित कुमार और विशाल कुमार टिकापट्टी के हिरने वाले थे। तीनों की उम्र 19 और 20 वर्ष के बीच थी। घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं दूसरी घटना डगरूआ थाना के विश्वासपुर चौक के पास एन एच 31 पर हुई ।जहां एक ही बाइक पर सवार होकर तीन लोग राजमिस्त्री का काम कर लौट रहे थे । तभी ट्रक ने उन्हें ठोकर मार दिया। जिसमें तीनों की मौके पर ही मौत हो गई ।इसके बाद ड्राइवर ट्रक लेकर फरार हो गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पूर्णिया लाया।
मनरेगा योजना के तहत बनाया जा रहा बांध किसी काम का नहीं

अमौर प्रखंड के खारी महीनगांव पंचायत के तेलंगा गांव में मनरेगा योजना के तहत बनाया जा रहा बांध किसी काम का नहीं है। ग्राम पंचायत की अनुशंसा पर संचालित बांध निर्माण योजना में व्यापक पैमाने पर अनियमितता बरती गई है। बांध पूर्व से निर्मित सड़क पर बनाने का मामला सामने आया है। अनियमितता के मामले को लेकर देखना दिलचस्प होगा कि स्थलीय जांच होगा या नहीं! नाम न छापने की शर्त पर लोगों ने बताया बांध बनने से कोई लाभ नहीं है। नदी किनारे बनाए जाने वाले बांध खेत खलिहानों में बनी सड़क पर बनाई जा रही है, ट्रैक्टर से सड़क पर जुताई की गई है, वहीं नाम मात्र का ट्रैक्टर से मिट्टी फैला दी गई है, यदि सही से जांच की जाए तो थोड़ा मिट्टी हटाने पर पहले की बनी हुई सड़क का जंगल दिखता है, एवं ट्रैक्टर से जो जुताई की गई है, बांध की उपयोगिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं,मनरेगा योजना के तहत, ज़्यादातर पंचायतों में मिलीभगत से स्थल पर होने वाले कामों का अनुमानित खर्च लागत से तीन गुना ज़्यादा कर दिया जाता है. इससे सरकारी धन की बंदरबाट होती है. पंचायतों में मनरेगा योजनाओं का सही से अनुश्रवण नहीं किया जाता है, अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण मनरेगा योजना लक्ष्य से भटक गई है.प्रखंड क्षेत्र की अलग-अलग पंचायतों में मनरेगा के तहत नियमों के ख़िलाफ़ मनमाने तरीके से काम कराए जा रहे हैं. सड़क सह बांध निर्माण किया जा रहा है। जिसमें मजदूर के बजाए ट्रैक्टर से मिट्टी डालकर निर्माण कार्य किया जा रहा है। सड़क निर्माण कार्य के आसपास मिट्टी काटने का निशान नहीं है। इससे प्रतीत होता है कि बाहर से ट्रैक्टर के द्वारा मिट्टी लाकर निर्माण कार्य किया जा रहा है। एक तो मजदूरों का हक मारा जा रहा है जो मनरेगा योजना के तहत राशि का दुरुपयोग हो रहा है बता दें कि पिछले कुछ सालों पहले भी इस पंचायत में मनरेगा योजना द्वारा संचालित योजनाओं में भारी अनियमितता बरती गई थी, जिसपर अधिकारियों ने स्थलीय निरीक्षण किया था, सड़क सह बांध निर्माण में बरती जाने वाली अनियमितता को लेकर मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी प्रशांत कुमार राय ने बताया कि जांच कराई जाएगी,
संगठन विस्तार पर जिला स्तरीय हुई बैठक ,मंत्री मंगल पांडे ने दिए कई अहम निर्देश

एक  दिसंबर को जिले में एक महत्वपूर्ण जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य आगामी तीन वर्षों के लिए संगठन के निर्माण की रणनीतियों और प्रदेश से प्राप्त दिशानिर्देशों को कार्यकर्ताओं तक पहुंचाना था। कार्यशाला में जिले के सभी प्रमुख पदाधिकारी, मंडलों के अध्यक्ष, मंडल संगठन पर्व सहयोगी, और अन्य कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।कार्यशाला की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष श्री राकेश कुमार ने की। उन्होंने उद्घाटन सत्र में संगठन को मजबूत करने के लिए सभी कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि संगठन की मजबूती कार्यकर्ताओं के समर्पण और अनुशासन पर निर्भर करती है,इस विशेष अवसर पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडे ने भी अपनी उपस्थित रहे, उन्होंने संगठन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में संगठन के विकास के लिए ठोस योजनाओं और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी के साथ कार्य करने और संगठन की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने की अपील की,कार्यशाला में क्षेत्रीय प्रभारी श्री स्वदेश यादव ने भी भाग लिया। उन्होंने प्रदेश स्तर पर तैयार की गई योजनाओं और उनके क्रियान्वयन की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संगठन पर्व के माध्यम से कार्यकर्ताओं को नई ऊर्जा और दिशा मिलेगी,इसके अतिरिक्त, प्रदेश मंत्री श्री अनिल ठाकुर ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि संगठन का हर सदस्य इसकी रीढ़ है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को नई तकनीकों और संसाधनों का उपयोग करते हुए संगठन की प्रभावशीलता को बढ़ाने की सलाह दी,कार्यशाला में संगठन पर्व के जिला सहयोगी श्री प्रफुल्ल रंजन वर्मा और श्री राजीव कुमार ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने जिले के सभी मंडलों से सक्रिय भागीदारी की अपील की और संगठन पर्व के दौरान किए जाने वाले कार्यक्रमों की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की,कार्यशाला का माहौल ऊर्जा और उत्साह से भरा हुआ था। उपस्थित कार्यकर्ताओं ने संगठन को और अधिक सशक्त बनाने के लिए अपने सुझाव भी प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के समापन पर जिला अध्यक्ष श्री राकेश कुमार ने सभी अतिथियों और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया,यह कार्यशाला न केवल संगठन की योजनाओं को स्पष्ट करने का मंच बनी, बल्कि कार्यकर्ताओं के बीच संवाद और समन्वय को भी मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर सिद्ध हुई उक्त जानकारी जिला मीडिया प्रभारी सत्यम श्रीवास्तव ने दी
बिश्नोई गैंग की तरफ से सांसद पप्पू यादव को वीडियो मैसेज भेज कर दी गई धमकी पूर्णिया पुलिस अधीक्षक ने कहा उनकी सुरक्षा को लेकर हैं गंभीर

पूर्णिया सांसद पप्पू यादव को आज उस वक्त वीडियो मैसेज कर धमकी दी गई जब सांसद पप्पू यादव बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के साथ उद्घाटन एवं शिलान्यास कार्यक्रम में हिस्सा लिए हुए थे । धमकी देने वाले लोगों ने वीडियो भेज कर कहां की एक सप्ताह के अंदर पप्पू यादव के चिथड़े चिथड़े उड़ा देंगे । वही फोन करके भी कहा गया कि पूर्णिया सांसद को समझा देने के लिए की लॉरेंस बिश्नोई से माफी मांग ले वरना एक सप्ताह के भीतर अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे । इस बाबत पूर्णिया सांसद ने भी कहा कि अभी-अभी तुरंत उन्हें कार्यक्रम के दौरान धमकी मिली है । जिसमें धमकी देने वाले का चेहरा भी स्पष्ट नजर आ रहा है । जिसे हमने दिल्ली भेज दिया है । वही पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि सांसद धमकी मामले में काफी गंभीरता से एक-एक पहलू पर नजर रखी जा रही है । इस मामले में पूर्व में भी एक व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई है । जबकि जांच में लॉरेंस बिश्नोई गैंग से कोई रिश्ता स्पष्ट नजर नहीं आ रहा है । फिर भी पूरी बारीकी से उनके सुरक्षा पर नजर रखी जा रही है ।
विश्व एड्स दिवस : एड्स से सुरक्षा की जानकारी होना सभी के लिए जरूरी

एचआईवी संक्रमित लोग समय पर उपचार कर उठा सकते हैं सामान्य जीवन का लाभ : सीएस - एचआईवी पॉजिटिव लोगों को शारीरिक सुरक्षा के लिए दवा सेवन जरूरी - एचआईवी संक्रमित व्यक्ति को नियमित उपचार कराने पर उपलब्ध कराई जाती है सहयोग राशि पूर्णिया, 30 नवंबर एचआईवी एड्स एक गंभीर संक्रमित बीमारी है जो लोगों को जीवन भर अपने शिकस्त में बनाए रखती है। लेकिन इससे संक्रमित व्यक्ति समय पर चिकित्सकीय सहायता प्राप्त करने से सामान्य रूप से जीवन यापन का लाभ उठा सकते हैं। लोगों को एचआईवी एड्स के लिए जागरूक करने हेतु हीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर साल 01 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर लोगों को एड्स ग्रसित होने के कारण और इससे सुरक्षा के लिए ध्यान रखने योग्य सावधानी के प्रति जागरूक किया जाता है। एचआईवी संक्रमित लोग समय पर उपचार कर उठा सकते हैं सामान्य जीवन का लाभ : सीएस सिविल सर्जन डॉ. प्रमोद कुमार कनौजिया ने बताया कि असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सिरिंच का उपयोग, संक्रमित व्यक्ति से रक्त संग्रहण या संक्रमित महिला से होने वाला संतान एचआईवी पॉजिटिव हो जाता है।

एचआईवी एक वायरस है जिससे संक्रमित व्यक्ति अगर समय से इसकी पहचान कर लें तो वह इससे शारीरिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं। एचआईवी संक्रमण का कोई पर्याप्त इलाज नहीं है लेकिन समय पर इसकी जांच हो जाने पर लोग आवश्यक दवाइयों का उपयोग कर इसे कंट्रोल कर सकते हैं। इसके लिए लोगों को सभी प्रकार की जरूरी जानकारी का होना आवश्यक है। जिसमें इसके लक्षण, जांच केंद्र मुख्य है। स्वास्थ्य विभाग और आईसीडीएस विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों तक एचआईवी संक्रमित व्यक्ति की खोज कर स्थानीय स्तर पर उनको गोपनीयता का ध्यान रखते हुए उसका पर्याप्त इलाज किया जाता है। सभी संक्रमित व्यक्ति को बेहतर जीवन के लिए एड्स कंट्रोल सुविधा का लाभ उठाना चाहिए। एचआईवी पॉजिटिव लोगों को शारीरिक सुरक्षा के लिए दवा सेवन जरूरी : जिला एआरटी सेंटर के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सौरभ कुमार ने बताया कि एचआईवी संक्रमित होने पर लोग इससे पूरी तरह स्वस्थ नहीं हो सकते लेकिन अगर समय पर इसकी पहचान कर लें तो इसे कंट्रोल किया जा सकता है। एचआईवी पॉजिटिव होने पर लोगों को इससे सुरक्षा के लिए आवश्यक दवा का पूरा जीवन सेवन करना आवश्यक है। इससे लोग एड्स जैसी गंभीर स्थिति से सुरक्षित रह सकते हैं।

एड्स संक्रमित मरीजों की जांच और उपचार सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पूर्णिया जिले के राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (जीएमसीएच) में एआरटी सेंटर संचालित है जहां से संबंधित एड्स ग्रसित मरीजों को आवश्यक चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है। संक्रमित लोगों को एआरटी सेंटर से नियमित उपचार कराने से लोग एड्स को नियंत्रित रख सकते हैं और सामान्य जीवनयापन का लाभ उठा सकते हैं। एचआईवी संक्रमित व्यक्ति को नियमित उपचार कराने पर उपलब्ध कराई जाती है सहयोग राशि : डॉ सौरभ कुमार ने बताया कि एचआईवी की पहचान होने और संक्रमित व्यक्ति द्वारा स्वास्थ्य केन्द्र से इसका आवश्यक इलाज कराने पर संक्रमित व्यक्ति और उनके बच्चों को सरकार द्वारा सहायता राशि भी प्रदान की जाती है। सरकार द्वारा 18 वर्ष से कम उम्र के एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को परवरिश योजना के तहत 1000 रुपये प्रतिमाह जबकि 18 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति को बिहार शताब्दी योजना के तहत 1500 रुपये प्रतिमाह का पोषण भत्ता दिया जाता है। इसके लिए संक्रमित व्यक्ति को पूरी तरह जांच करने और इसके बाद पूरा जीवन संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक दवाओं का उपयोग करना आवश्यक है।
नीतीश कुमार जी पॉलिटिक्स विथ डिफरेंस के लिए देश मे जाने जाते हैं : संतोष कुशवाहा

एक राजनीतिक पार्टी के रूप में जेडीयू की विचारधारा महात्मा गांधी, डॉ अम्बेडकर, राममनोहर लोहिया, जेपी औऱ कर्पूरी जी की विचारधारा है।इस विचारधारा का नेतृत्व हमारे नेता आदरणीय नीतीश जी कर रहे हैं।वे ऐसे नेता हैं जो पूरे समाज का नेतृत्व करते हैं।वे पॉलिटिक्स विथ डिफरेंस के लिए जाने जाते हैं।नीतीश जी ने न्याय के साथ विकास के कारवां को आगे बढ़ाने का काम किया है।कोई ऐसा जाति और धर्म नही जिसके लिए नीतीश सरकार ने काम नही किया।नीतीश कुमार जी के विकास कार्यों को हम कार्यकर्ता जन-जन तक पहुचाएं ताकि वर्ष 2025 में फिर से नीतीश जी के नेतृत्व में बिहार में एनडीए की सरकार बन सके।उक्त बातें पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा ने शनिवार को अररिया जिला जेडीयू कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। श्री कुशवाहा ने कहा कि नीतीश जी के राज से पहले इस राज्य की क्या स्थिति थी। सूबे में चारों ओर अराजकता थी।

     सड़क,बिजली ,स्वास्थ्य,शिक्षा ,कानून व्यवस्था की क्या स्थिति थी।1990-2005 के बीच राज्य में 118 नरसंहार हुए थे।आज 19 वर्षों में एक भी नरसंहार नही हुआ।यही नीतीश जी के सुशसन की खासियत है।आज का दौर नारी सशक्तिकरण का है।वर्ष 2005 में पंचायती राज में 50 फीसदी आरक्षण महिलाओं को मिला तो बिहार देश का पहला राज्य बना जहां सरकारी नौकरियों में 35 फीसदी आरक्षण दिया गया। इसके बाद समाज मे मौन क्रांति आई है।नीतीश सरकार युवाओं के नौकरी औऱ रोजगार के लिए फिक्रमंद है।अब तक 22 लाख लोगों को रोजगार और नौकरी मिली है।बिहार के बजट का 18 फीसदी शिक्षा पर खर्च हो रहा है।पढ़ाई के क्षेत्र में बेटियां बेटों से अव्वल चल रही है ,यह नीतीश जी के प्रयासों की देन है।कुल मिलाकर हर क्षेत्र में बड़ा बदलाव दिख रहा है।कहा कि राज्य में 46 फीसदी युवा हैं, उन्हें 2005 से पहले की स्थिति की जानकारी नही है,उन युवाओं को जंगलराज की जानकारी देनी है। आज हम संकल्प लें कि राज्य सरकार के विकास कार्यों की जानकारी आम लोगों तक पहुचाएं।इस कार्यक्रम को सांसद डॉ आलोक सुमन,सांसद दिलेश्वर कामत, पूर्व सांसद गुलाम रसूल बलियावी, विधायक अचमित ऋषिदेव ने भी संबोधित किया।इस मौके पर जेडीयू महानगर अध्यक्ष अविनाश सिंह,पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश कुमार, तलहा सलीम, आदि मौजूद थे।
सरकारी अस्पताल में हुआ है ललन कुमार और लक्ष्मी कुमारी की कालाजार जांच और इलाज, बैंक खाते में मिला अनुदान

2017 से हो रहा था बुखार, कुछ महीने प्राइवेट दवाई लेने पर नहीं छूट रहा था बुखार, 2018 में के.नगर अस्पताल से इलाज कराने पर हुआ बुखार मुक्त : ललन कुमार -कुछ दिन से हो रहा था बुखार, पड़ोसी चाची ने कहा अस्पताल में जांच कराने : लक्ष्मी कुमारी -घर-घर कालाजार रोगी खोज अभियान में पीकेडीएल ग्रसित होने के पाए गए लक्षण : भीबीडीएस -कालाजार मरीजों की पहचान के लिए 27 नवंबर से 07 दिसंबर तक जिले में चल रहा कालाजार खोज अभियान पूर्णिया, 29 नवंबर "वर्ष 2017 में मेरी उम्र 18 वर्ष थी, जब मैं अपने परिवार के जीविकोपार्जन के लिए पैसे कमाने जम्मू कश्मीर में काम करने चला गया था। वहाँ मैं सड़क बनाने के काम करता था और रात में कमरा में रहकर आराम करता था। एक दिन मुझे बहुत बुखार महसुस होने लगा। मैंने लोकल दुकान से दवाई लेकर खाया और वापस काम में चला गया। दवाई खाने से कुछ देर आराम मिलता फिर मुझे बुखार हो जाता था। कश्मीर में मैंने कुछ महीने वैसे ही गुजारे। फिर दिसंबर में नए साल होने और कश्मीर में बहुत ठंड लगने पर मैं फरवरी-मार्च 2018 में वापस अपने घर आ गया। यहां आने पर मैंने पूर्णिया में चल रहे सदर अस्पताल में डॉक्टर से अपनी जांच कराई तो डॉक्टरों द्वारा मुझे सामान्य दवाई देते हुए घर भेज दिया गया। उस दवाई के सेवन करने से कुछ समय बुखार ठीक रहता उसके बाद फिर से बुखार शुरू हो जाता। सदर अस्पताल के दवाई खत्म होने पर इस बार मैंने नजदीकी सरकारी अस्पताल के.नगर में डॉक्टर से दवाई लेने गया। वहां डॉक्टर ने मेरी खून लेकर जांच की। जांच के बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि मुझे कालाजार बीमारी हो गया है।


इसके कारण हमेशा बुखार लगने के साथ साथ मेरा वजन भी घट रहा है। डॉक्टर द्वारा मुझे कालाजार के इलाज के लिए वापस सदर अस्पताल भेजा गया। के.नगर अस्पताल के पर्चे पर मुझे सदर अस्पताल में डॉक्टर द्वारा जांच करते हुए इंजेक्शन लगाई गई। घर आने पर धीरे धीरे मेरा बुखार घटने लगा। मुझे लगा कुछ समय बाद दुबारा बुखार हो जाएगा लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। एक बार सदर अस्पताल में इलाज करवाने के 6-7 दिन बाद मैं बिल्कुल ठीक हो गया था। न ही मुझे दुबारा कभी लगातार बुखार आया और ना ही मुझे इतनी परेशानी हुई।" यह कहना है पूर्णिया जिले में के.नगर प्रखंड के गणेशपुर नया टोला चातर वार्ड नं 09 में रहने वाले मायाराम ऋषि के 25 वर्षीय पुत्र ललन कुमार ऋषि का। सरकारी अस्पताल से जांच और इलाज कराने पर न सिर्फ उन्हें होए कालाजार बीमारी से छुटकारा मिला बल्कि बीमारी के कारण काम नहीं करने पर उसे सरकार के ओर से श्रम क्षतिपूर्ति की सहयोग राशि भी बैंक खाते में उपलब्ध हो गई। ललन कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल से इलाज कराने पर अस्पताल कर्मियों द्वारा मेरा बैंक खाते की जानकारी ली गई। उस समय किसी बैंक में मेरा कोई खाता नहीं बना हुआ था।

तब अस्पताल कर्मी द्वारा मुझे सहयोग राशि का लाभ उठाने के लिए बैंक चेक दिया गया और बोला गया कि नया बैंक खाते बनाते हुए उसमें पैसे लगाने। फिर हमने बैंक खाता बनाते हुए उसमें चेक जमा किया जिसके बाद अस्पताल में दिया गया पैसा मेरे बैंक खाते में आ गया। उस समय मुझे अस्पताल से जांच और इलाज कराने पर 07 हजार 100 रुपया अस्पताल से दिया गया था। ललन कुमार ऋषि ने कहा कि बहुत दिन से बुखार होने पर लोगों को अपनी जांच सरकारी अस्पताल में कराना चाहिए। जांच में कालाजार होने पर अस्पताल में उसका सही इलाज बिना किसी खर्च के मिल जाएगा। इसके साथ साथ अस्पताल से इलाज कराने पर 07 हजार 100 रुपया सीधा बैंक खाते में मिल जाएगा। कुछ दिन से हो रहा था बुखार, पड़ोसी चाची ने कहा अस्पताल में जांच कराने : लक्ष्मी कुमारी के.नगर प्रखंड के गणेशपुर नया टोला चातर वार्ड नं 09 में ललन ऋषि के घर के पास वाले घर में रहने वाली विलक्षण ऋषि की पुत्री लक्ष्मी कुमारी ने कहा कि कुछ साल पहले मुझे भी बहुत बुखार रहता था। मेरे पिताजी द्वारा लोकल डॉक्टरों से दवाई लाकर मुझे दिया जाता था जिससे कुछ समय ठीक रहता था लेकिन फिर बुखार होने लगता था। इस दौरान मेरे घर में बगल में रहने वाली चाची ने कहा कि बहुत दिन से बुखार हो रहा है तो एक बार सरकारी अस्पताल में अपनी जांच करवाओ, कोई बीमारी होगा तो जल्दी इलाज हो जाएगा। चाची के कहने पर पिताजी द्वारा मुझे सरकारी अस्पताल के.नगर में जांच कराई गई। खून जांच होने पर पता चला कि मुझे कालाजार बीमारी हो गई है जिसके कारण मुझे बार बार बुखार होता है। डॉक्टर द्वारा इसके लिए मुझे अस्पताल में इंजेक्शन लगाया गया जिसके कुछ दिन बाद मैं बिल्कुल ठीक हो गई। अस्पताल से इलाज कराने पर मेरे पिताजी को बैंक खाते में रुपये भी दिए गए थे। आसपास के लोगों को हो सकता है कालाजार : के.नगर प्रखंड के वेक्टर बोर्न डिजीज सुपरवाइजर (भीबीडीएस) डॉ राजेश कुमार गोस्वामी ने कहा कि गणेशपुर जांच के ललन ऋषि को मार्च 2018 में कालाजार की इलाज सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। उसके कुछ दिन बाद उसके घर के बगल में रहने वाली उसकी चचेरी बहन लक्ष्मी कुमारी कालाजार बीमारी से ग्रसित पाई गई जिसे सरकारी अस्पताल द्वारा इलाज करते हुए दोनों को बैंक खाते में सहयोग राशि के रूप में 07 हजार 100 रुपये उपलब्ध कराई गई। किसी भी क्षेत्र में कालाजार के मरीज पाए जाने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा संबंधित मरीजों को चिकित्सकीय सहायता प्रदान करते हुए संबंधित क्षेत्र में छिड़काव अभियान चलाया जाता है। इससे आसपास रहने वाले बालू मक्खी नष्ट हो जाते हैं और संबंधित क्षेत्र के लोग कालाजार ग्रसित होने से सुरक्षित रह सकते हैं। घर-घर कालाजार रोगी खोज अभियान में पीकेडीएल ग्रसित होने के पाए गए लक्षण : के. नगर प्रखंड भीबीडीएस डॉ राजेश कुमार गोस्वामी ने बताया कि वर्ष 2018 में के.नगर प्रखंड के गनेशपुर की रहने वाली लक्ष्मी कुमारी भीएल ग्रसित पाई गई थी जिसका के.नगर अस्पताल से इलाज कराते हुए स्वस्थ किया गया था। 2024 में घर घर कालाजार मरीज खोज अभियान के दौरान पहले से कालाजार मरीजों के शरीर के चमड़ों में दाग या चिकत्ता होने की पहचान की जा रही है। इसमें गनेशपुर की लक्ष्मी कुमारी के शरीर में चिकत्ते ग्रसित पाए गए हैं।

उन्हें के.नगर अस्पताल में अपनी जांच करवाते हुए चिकित्सकीय सहायता लेने की जानकारी दी गई है। जांच में उन्हें पीकेडीएल ग्रसित पाए जाने पर उन्हें आवश्यक उपचार सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी जिससे लक्ष्मी कुमारी कालाजार से पूरी तरह स्वस्थ और सुरक्षित हो सके। कालाजार मरीजों की पहचान के लिए 27 नवंबर से 07 दिसंबर तक जिले में चल रहा कालाजार खोज अभियान : जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ आर पी मंडल ने बताया कि कालाजार मरीजों की पहचान और चिन्हित मरीजों को चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में 27 नवंबर से 07 दिसंबर तक घर-घर कालाजार मरीज खोज अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान स्थानीय आशा कर्मियों द्वारा अपने क्षेत्र में कालाजार लक्षण होने वाले मरीजों की पहचान करते हुए उन्हें नजदीक अस्पताल से जांच कराई जा रही है। इसमें बहुत दिनों से बुखार होने वाले मरीजों (भीएल) और पहले से कालाजार का उपचार कराने के बाद भी शरीर के चमड़ों में दाग या चिकत्ता होने वाले मरीजों (पीकेडीएल) को जांच की जा रही है। इस दौरान कालाजार ग्रसित पाए जाने पर संबंधित मरीजों को आवश्यक उपचार सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके साथ साथ सरकारी अस्पताल से उपचार कराने पर भीएल मरीजों को श्रम क्षतिपूर्ति के रूप में मुख्यमंत्री सहायता कोष से 6600 रुपये और भारत सरकार की ओर से 500 रुपये की सहयोग राशि बैंक खाते में उपलब्ध कराई जाती है। वहीं कालाजार उपचार के बाद भी शरीर के चमड़ों में दाग या चिकत्ता होने पर संबंधित मरीजों को श्रम क्षतिपूर्ति के रूप में भारत सरकार की ओर से 4000 रुपए की सहयोग राशि उपलब्ध कराई जाती है। इसमें स्वास्थ्य विभाग को पिरामल स्वास्थ्य द्वारा आवश्यक सहयोग प्रदान किया जा रहा है। इसमें पिरामल स्वास्थ्य के प्रोग्राम लीड अवधेश कुमार एवं टीम द्वारा कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम के लिए आवश्यक तकनीकी सहायता प्रदान की जा रही है। लोगों को इसका लाभ उठाने के लिए कालाजार के लक्षण दिखाई देने पर नजदीकी अस्पताल से जांच कराते हुए चिकित्सकीय उपचार और सरकार द्वारा दिये जा रहे सहयोग राशि का लाभ उठाना चाहिए।
जाति धर्म और रंग के आधार पर नहीं चलती सरकार- पप्पू यादव

पूर्णिया सांसद पप्पू यादव आज पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि किसी भी राष्ट्र का विकास तब तक नहीं हो सकता है जब तक वहां की सरकार धर्म रंग जाति के आधार पर व्यवस्था चलाएगी । सांसद ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा संभल में मस्जिद के पीछे मंदिर खोज रही है । जबकि अदानी के पीछे कौन लोग हैं यह खोजने की जरूरत है । उन्होंने कहा कि हमेशा से भाजपा क्षेत्रीय पार्टी को बर्बाद करने का काम की है । चंद्रबाबू नायडू ,नीतीश कुमार, चिराग पासवान इसके उदाहरण है । उन्होंने नीतीश कुमार को बड़े भाई होने के नाते सलाह भी दिया की भाजपा के रहते अब नीतीश कुमार सत्ता में कभी नहीं आ सकते । झारखंड चुनाव में मिली बड़ी जीत के बाद पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में भी कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार बनेगी ।