सभी विभाग राजस्व वसूली में अपनी रैंकिंग प्रदेश में बेहतर बनायें - आयुक्त
देवीपाटन मण्डल, गोण्डा। मण्डलायुक्त देवीपाटन मण्डल शशि भूषण लाल सुशील की अध्यक्षता में शनिवार को कर करेत्तर, राजस्व कार्य, और राजस्व वादों की मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का मुख्य उद्देश्य राजस्व वसूली, कर करेत्तर की प्रगति की समीक्षा और लम्बित राजस्व वादों के निस्तारण की गति तेज करना था।
समीक्षा में मण्डल के सभी जनपद कर करेत्तर राजस्व वसूली में खराब प्रगति में पाये गये जिस पर आयुक्त ने काफी नाराजगी जताई। मण्डलायुक्त ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वसूली के मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और निर्धारित लक्ष्यों को समय पर पूरा किया जाए।
अक्टूबर माह में हुई वसूली का बयौरा
समीक्षा के दौरान पाया गया कि अक्टूबर माह में लक्ष्य के सापेक्ष मण्डल स्तर पर परिवहन में 75. 69 %, विद्युत देय में 103.69%, आबकारी में 81.75% स्टाम्प रजिस्ट्रेशन में 78.46% , वाणिज्यकर में 68.17% की राजस्व वसूली हुई है। मण्डलायुक्त ने राजस्व वसूली को बढ़ाने के निर्देश दिये।
ढीले व जर्जर तारों को अभियान चलाकर बदला जाये
आयुक्त ने कहा कि त्योहार व जुलूस आदि में होने वाली दुर्घटनाओं से बचने के लिये ढीले व जर्जर तारों को अभियान चलाकर बदला जाये। विद्युत विभाग को निर्देशित किया कि इस कार्य को समय से करा लिया जाये। तारों के जंजाल को खत्म किया जाये। ट्रांसफार्मरों का प्रतिस्थापन मानक अनुरूप किया जाये।
कर करेत्तर की समीक्षा में राजस्व वसूली मिली कम
समीक्षा में निकल आया कि अक्टूबर माह में लक्ष्य के सापेक्ष मण्डल स्तर पर वाणिज्यकर में 68.17 प्रतिशत की वसूली हुई, जिसमें बलरामपुर सबसे आगे और गोण्डा सबसे पीछे रहा। स्टाम्प और पंजीकरण 78.46 प्रतिशत की वसूली हुई जिसमें गोण्डा सबसे आगे और बलरामपुर सबसे पीछे रहा। आबकारी में 81.75 प्रतिशत की वसूली हुई, जिसमें बहराइच सबसे आगे और गोण्डा सबसे पीछे रहा। परिवहन विभाग में 75.69 प्रतिशत की वसूली हुई, जिसमें श्रावस्ती सबसे आगे और बलरामपुर सबसे पीछे रहा। वन विभाग में 58 प्रतिशत की वसूली हुई, जिसमें गोण्डा सबसे आगे और बलरामपुर सबसे पीछे रहा।
आईजीआरएस शिकायत निस्तारण में सुधार के निर्देश
आईजीआरएस पर अक्टूबर मामें कुल 290978 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 285423 शिकायतों का निस्तारण किया गया है। अवशेष 5555 शिकायतें समय सीमा के अन्दर है। मण्डलायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आईजीआरएस पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता की बात सुनकर ही आख्या लगाई जाए और यदि शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही हुई तो मुख्यमंत्री कार्यालय से कार्यवाही होगी।
लम्बित राजस्व वादों का शीघ्र निस्तारण का निर्देश
बैठक में मण्डल के न्यायालयों में लंबित पड़े राजस्व वादों की समीक्षा की गई। मण्डलायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि 5 वर्ष से अधिक समय से लंबित मामलों को प्राथमिकता देकर जल्द से जल्द निस्तारित किया जाए। मण्डल में 5 वर्ष से अधिक पुराने 2140 वादों में से अक्टूबर तक केवल 298 वाद निस्तारित हो गये हैं, जिसमें सबसे अधिक 203 वाद गोण्डा जनपद में निस्तारित किए गए हैं।
बैठक में अपर आयुक्त, संयुक्त विकास आयुक्त, जिलाधिकारी गोण्डा जिलाधिकारी बहराइच, सीडीओ गोण्डा व अन्य जिलों के सीडीओ व मण्डल स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
Dec 01 2024, 17:04