कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की आज दिल्ली रैली: संविधान बचाओ और जाति जनगणना पर चर्चा की उम्मीद
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे आज दिल्ली में एक विशाल रैली में शामिल होंगे. वो रैली के जरिए संविधान बचाओ के नारे को जनता तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे. कांग्रेस प्रमुख वक्फ संपत्ति संशोधन विधेयक का विरोध करेंगे. दिल्ली विधानसभा चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस के पार्टी के पारंपरिक दलित और मुस्लिम वोट बैंक को लुभाने और पिछड़े समूह से जुड़े लोगों को प्रभावित करने के लिए जाति जनगणना को दूसरे राज्यों में भी कराए जाने की कोशिश करेंगे.
दिल्ली के एआईसीसी प्रभारी काजी निजामुद्दीन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन जनता के बीच देश के संविधान को बचाने और इसकी जरूरतों को लेकर चर्चा करेंगे. साथ ही वो दूसरे राज्यों में जाति जनगणना को लेकर भी चर्चा करेंगे. उन्होंने बीजेपी और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों सरकारों की लापरवाही साफ तौर पर देखी जा सकती है. उनकी लापरवाहियों की वजह से राज्य में रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. कांग्रेस पार्टी इस पर भी लोगों से बात करेगी. वक्फ संपत्ति कानून पर भी मल्लिकार्जुन खरगे रैली में चर्चा करेंगे.
गंदे पानी के सप्लाई से राहत का इंतजार
उन्होंने कहा कि दिल्ली में रहने वाले लोग जहरीली हवा के बीच सांस लेने को मजबूर हो गए हैं. दिल्ली के लोगों को साफ पानी की आवश्यकता है. वो प्रदूषित यमुना नदी के पानी की सप्लाई से परेशान हो गए हैं. अब उन्हें इससे राहत चाहिए. अब दिल्ली की जनता वादों से थक चुकी है. दिल्ली की जनता ने बीजेपी और आम आदमी पार्टी दोनों को ही आजमा लिया है. अब कांग्रेस पार्टी को मौका दिया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में लंबे समय कांग्रेस पार्टी की सरकार ने शासन किया है. 1998 से 2013 तक शीला दीक्षित ने यहां मुख्यमंत्री के तौर पर काम किया. उन्होंने अलग-अलग मुद्दों तक दिल्ली में 15 सालों तक काम किया. उसके बाद कार्यकर्ता अन्ना हजारे के नेतृत्व में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दम पर आम आदमी पार्टी पहली बार सत्ता में आई. तब से, नई पार्टी यहां अपनी आक्रामक जमीनी स्तर की राजनीति करती रही है. इन्होंने मुफ्त पानी और बिजली जैसी अनेक सुविधाओं के आधार पर कांग्रेस के पारंपरिक वोट बैंक को छीन लिया.











Dec 01 2024, 11:01
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