विधान परिषद में भाजपा के सदस्यों ने मैथिली को शास्त्रीय भाषा में शामिल करने की मांग की, पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने चुटकी लेते हुए की यह कटाक्ष
डेस्क : बीते बुधवार को बिहार विधान मंडल के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन विधान परिषद में एक मजेदार वाक्या हुआ। भाजपा सदस्यों की मांग पर पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने जमकर चुटकी लेते हुए बड़ा कटाक्ष की।
दरअसल बीते बुधवार को भाजपा के सदस्यों ने मैथिली भाषा में संविधान का अनुवाद होने को विधानपरिषद के गेट पर हाथ में तख्तियां लेकर प्रदर्शन के जरिए इस ऐतिहासिक कार्य को लेकर खुशी जताई। तख्ती संविधान की मैथिली अनुवाद के कवर पृष्ठ की थी। वहीं, कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा एमएलसी घनश्याम ठाकुर, हरि सहनी, संजय मयूख आदि ने यह मांग दुहराई। संविधान का अनुवाद मैथिली में किए जाने पर पीएम का धन्यवाद भी दिया।
घनश्याम ठाकुर ने संविधान की प्रति का अनुवाद मैथिली में करने के लिए पीएम और सीएम के प्रति आभार जताया। इस दौरान हरि सहनी ने मिथिला के सांस्कृतिक, ऐतिहासिक महत्व को भी बताया।
वहीं जब भाजपा के सदस्य यह मांग कर रहे थे तभी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि भाजपा के लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिथिला राज्य बनाने की मांग करनी चाहिए। इस पर सभापति अवधेश नारायण सिंह ने सभी सदस्यों को शांत रहने का निर्देश दिया। इसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई। सदन की कार्यवाही के दौरान आगे भी घनश्याम ठाकुर ने मैथिली में ही अपनी बात रखी। एक बार जब वे हिन्दी में बोलने लगे तो मंत्री विजय चौधरी ने उन्हें टोक दिया। इस पर वे फिर मैथिली में बोलने लगे।


 
						





 
 




 
  
   
   
   
   डेस्क : बिहार विधान मंडल के शीतकालीन सत्र का आज तीसरा दिन है। आज सदन में दो महत्वपूर्ण विधेयक पेश होंगे। साथ हीं विधायकों के वेतन और भत्तों से संबंधित नियमावली में संशोधन पर चर्चा की जाएगी। वहीं सदन की कार्यवाही शुरु होने से पहले ही विपक्ष का भारी हंगामा देखने को मिल रहा है। आज सदन के बाहर विपक्ष के नेता आंखों पर काली पट्टी बांधकर पहुंचे। सदन के गेट पर विपक्ष के नेता तख्ती लेकर बिहार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। वही सदन के अंदर आज एक और बड़ी बात हुई। सदन की कार्यवाही के दौरान भाजपा अपनी ही सरकार के एक योजना के खिलाफ राजद के साथ एकजुट हो गई। ग्राम पंचायतों में सफाई कार्य में लगे स्वच्छता कर्मियों के मानदेय भुगतान नहीं होने और स्वच्छता कार्य में उपयोग किए जाने वाले ठेला किस्म की गाड़ियों की जर्जर स्थिति के मुद्दे पर भाजपा और राजद दोनों दलों के विधायक एकसुर में विरोध में उतर गए। भाजपा के अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने इस मुद्दे को उठाया। इस पर ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा पंचायतों में स्वच्छता कर्मियों के मानदेय भुगतान एक वर्ष तक विभाग द्वारा किया जाता है। उसके बाद पंचायत अपने स्तर पर उनका भुगतान करती है। इसके लिए 30 रुपए प्रति महीना प्रति घर लेती है। हालाँकि श्रवण कुमार के इस जवाब पर भाजपा के सदस्य संतुष्ट नहीं हुए। राजद की ओर से सूर्यकान्त पासवान सहित कई सदस्यों ने एक सुर में कहा कि पंचायतों में स्वच्छता कर्मियों के मानदेय भुगतान कई महीनों से शेष है। हालाँकि श्रवण कुमार ने कहा कि ऐसे स्वच्छता कर्मियों का नाम बताया जाए हम उनका मानदेय भुगतान 15 दिनों में कराएंगे। इस पर राजदस सदस्यों ने फिर से कहा कि यह संख्या कोई एक दो नहीं बल्कि बड़ी संख्या में है। ऐसे में स्वच्छता कर्मियों के मानदेय भुगतान के मुद्दे पर भाजपा और राजद के सदस्य एक सुर में सदन में नीतीश सरकार के विभाग के खिलाफ एकजुट दिखे।
 डेस्क : बिहार विधान मंडल के शीतकालीन सत्र का आज तीसरा दिन है। आज सदन में दो महत्वपूर्ण विधेयक पेश होंगे। साथ हीं विधायकों के वेतन और भत्तों से संबंधित नियमावली में संशोधन पर चर्चा की जाएगी। वहीं सदन की कार्यवाही शुरु होने से पहले ही विपक्ष का भारी हंगामा देखने को मिल रहा है। आज सदन के बाहर विपक्ष के नेता आंखों पर काली पट्टी बांधकर पहुंचे। सदन के गेट पर विपक्ष के नेता तख्ती लेकर बिहार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। वही सदन के अंदर आज एक और बड़ी बात हुई। सदन की कार्यवाही के दौरान भाजपा अपनी ही सरकार के एक योजना के खिलाफ राजद के साथ एकजुट हो गई। ग्राम पंचायतों में सफाई कार्य में लगे स्वच्छता कर्मियों के मानदेय भुगतान नहीं होने और स्वच्छता कार्य में उपयोग किए जाने वाले ठेला किस्म की गाड़ियों की जर्जर स्थिति के मुद्दे पर भाजपा और राजद दोनों दलों के विधायक एकसुर में विरोध में उतर गए। भाजपा के अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने इस मुद्दे को उठाया। इस पर ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा पंचायतों में स्वच्छता कर्मियों के मानदेय भुगतान एक वर्ष तक विभाग द्वारा किया जाता है। उसके बाद पंचायत अपने स्तर पर उनका भुगतान करती है। इसके लिए 30 रुपए प्रति महीना प्रति घर लेती है। हालाँकि श्रवण कुमार के इस जवाब पर भाजपा के सदस्य संतुष्ट नहीं हुए। राजद की ओर से सूर्यकान्त पासवान सहित कई सदस्यों ने एक सुर में कहा कि पंचायतों में स्वच्छता कर्मियों के मानदेय भुगतान कई महीनों से शेष है। हालाँकि श्रवण कुमार ने कहा कि ऐसे स्वच्छता कर्मियों का नाम बताया जाए हम उनका मानदेय भुगतान 15 दिनों में कराएंगे। इस पर राजदस सदस्यों ने फिर से कहा कि यह संख्या कोई एक दो नहीं बल्कि बड़ी संख्या में है। ऐसे में स्वच्छता कर्मियों के मानदेय भुगतान के मुद्दे पर भाजपा और राजद के सदस्य एक सुर में सदन में नीतीश सरकार के विभाग के खिलाफ एकजुट दिखे।
 
 
  
Nov 28 2024, 13:00
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