1 दिसंबर को पटना में मैराथन का होगा आयोजन, नशा मुक्त बिहार के लिए दौड़ेंगी बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल
डेस्क : बिहार में नशा के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए 1 दिसंबर को पटना में होगा अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैराथन का आयोजन होगा। इस वर्ष का थीम ‘रन फॉर नशा मुक्त बिहार’ रखा गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस मैराथन में देश की बैडमिंटन स्टार सायना नेहवाल भी दौड़ेंगी। मैराथन में चार श्रेणियों 42 किमी, 21 किमी, 10 किमी और 5 किमी की दौड़ का होगी।

उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के सचिव विनोद सिंह गुंजियाल ने बुधवार को सूचना भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि विजेताओं को पुरस्कृत भी किया जाएगा। कुल पुरस्कार राशि 50 लाख रुपये रखी गई है। इस वर्ष के मैराथन में पहली बार बिहार फॉस्टेस्ट श्रेणी रखी गई है, जिसमें सबसे तेज पुरुष और महिला धावक को अलग से पुरस्कृत किया जाएगा। इसके अलावा एक एलिट (अतिविशिष्ट) श्रेणी भी रखी गई है, जिसमें अलग-अलग देशों के 40 से अधिक धावकों ने भी भाग लेने के लिए निबंधन कराया है।
यह दौड़ गांधी मैदान के गेट नंबर-1 से शुरू होकर मरीन ड्राइव, दीघा होते हुए शिवपुरी फुट ओवर ब्रिज तक होगी। यहां तक की दूरी 10.5 किमी होती है। यहां से यू-टर्न लेकर वापस गांधी मैदान लौटेंगे। फुल मैराथन (42 किमी) और हाफ मैराथन (21 किमी) का रूट समान ही रहेगा। इसके लिए 30 नवंबर की रात 11 बजे से रविवार सुबह 11 बजे तक मरीन ड्राइव के एक लेन को वाहनों के लिए पूरी तरह से बंद रखा जाएगा। 42 किमी की दौड़ सुबह 5 बजे, 21 किमी की 5:30 बजे, 10 किमी की 6:30 बजे और 5 किमी वाली दौड़ सुबह 7:30 बजे से शुरू होगी।


 
						









 
  
   
   
   
   डेस्क : बिहार विधान मंडल के शीतकालीन सत्र का आज तीसरा दिन है। आज सदन में दो महत्वपूर्ण विधेयक पेश होंगे। साथ हीं विधायकों के वेतन और भत्तों से संबंधित नियमावली में संशोधन पर चर्चा की जाएगी। वहीं सदन की कार्यवाही शुरु होने से पहले ही विपक्ष का भारी हंगामा देखने को मिल रहा है। आज सदन के बाहर विपक्ष के नेता आंखों पर काली पट्टी बांधकर पहुंचे। सदन के गेट पर विपक्ष के नेता तख्ती लेकर बिहार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। वही सदन के अंदर आज एक और बड़ी बात हुई। सदन की कार्यवाही के दौरान भाजपा अपनी ही सरकार के एक योजना के खिलाफ राजद के साथ एकजुट हो गई। ग्राम पंचायतों में सफाई कार्य में लगे स्वच्छता कर्मियों के मानदेय भुगतान नहीं होने और स्वच्छता कार्य में उपयोग किए जाने वाले ठेला किस्म की गाड़ियों की जर्जर स्थिति के मुद्दे पर भाजपा और राजद दोनों दलों के विधायक एकसुर में विरोध में उतर गए। भाजपा के अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने इस मुद्दे को उठाया। इस पर ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा पंचायतों में स्वच्छता कर्मियों के मानदेय भुगतान एक वर्ष तक विभाग द्वारा किया जाता है। उसके बाद पंचायत अपने स्तर पर उनका भुगतान करती है। इसके लिए 30 रुपए प्रति महीना प्रति घर लेती है। हालाँकि श्रवण कुमार के इस जवाब पर भाजपा के सदस्य संतुष्ट नहीं हुए। राजद की ओर से सूर्यकान्त पासवान सहित कई सदस्यों ने एक सुर में कहा कि पंचायतों में स्वच्छता कर्मियों के मानदेय भुगतान कई महीनों से शेष है। हालाँकि श्रवण कुमार ने कहा कि ऐसे स्वच्छता कर्मियों का नाम बताया जाए हम उनका मानदेय भुगतान 15 दिनों में कराएंगे। इस पर राजदस सदस्यों ने फिर से कहा कि यह संख्या कोई एक दो नहीं बल्कि बड़ी संख्या में है। ऐसे में स्वच्छता कर्मियों के मानदेय भुगतान के मुद्दे पर भाजपा और राजद के सदस्य एक सुर में सदन में नीतीश सरकार के विभाग के खिलाफ एकजुट दिखे।
 डेस्क : बिहार विधान मंडल के शीतकालीन सत्र का आज तीसरा दिन है। आज सदन में दो महत्वपूर्ण विधेयक पेश होंगे। साथ हीं विधायकों के वेतन और भत्तों से संबंधित नियमावली में संशोधन पर चर्चा की जाएगी। वहीं सदन की कार्यवाही शुरु होने से पहले ही विपक्ष का भारी हंगामा देखने को मिल रहा है। आज सदन के बाहर विपक्ष के नेता आंखों पर काली पट्टी बांधकर पहुंचे। सदन के गेट पर विपक्ष के नेता तख्ती लेकर बिहार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। वही सदन के अंदर आज एक और बड़ी बात हुई। सदन की कार्यवाही के दौरान भाजपा अपनी ही सरकार के एक योजना के खिलाफ राजद के साथ एकजुट हो गई। ग्राम पंचायतों में सफाई कार्य में लगे स्वच्छता कर्मियों के मानदेय भुगतान नहीं होने और स्वच्छता कार्य में उपयोग किए जाने वाले ठेला किस्म की गाड़ियों की जर्जर स्थिति के मुद्दे पर भाजपा और राजद दोनों दलों के विधायक एकसुर में विरोध में उतर गए। भाजपा के अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने इस मुद्दे को उठाया। इस पर ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा पंचायतों में स्वच्छता कर्मियों के मानदेय भुगतान एक वर्ष तक विभाग द्वारा किया जाता है। उसके बाद पंचायत अपने स्तर पर उनका भुगतान करती है। इसके लिए 30 रुपए प्रति महीना प्रति घर लेती है। हालाँकि श्रवण कुमार के इस जवाब पर भाजपा के सदस्य संतुष्ट नहीं हुए। राजद की ओर से सूर्यकान्त पासवान सहित कई सदस्यों ने एक सुर में कहा कि पंचायतों में स्वच्छता कर्मियों के मानदेय भुगतान कई महीनों से शेष है। हालाँकि श्रवण कुमार ने कहा कि ऐसे स्वच्छता कर्मियों का नाम बताया जाए हम उनका मानदेय भुगतान 15 दिनों में कराएंगे। इस पर राजदस सदस्यों ने फिर से कहा कि यह संख्या कोई एक दो नहीं बल्कि बड़ी संख्या में है। ऐसे में स्वच्छता कर्मियों के मानदेय भुगतान के मुद्दे पर भाजपा और राजद के सदस्य एक सुर में सदन में नीतीश सरकार के विभाग के खिलाफ एकजुट दिखे।
 
 
   
  
Nov 28 2024, 10:56
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