हजारीबाग का नृसिंह स्थान मंदिर है धार्मिक और ऐतिहासिक आस्था का केंद्र
रिपोर्टर पिंटू कुमार
हजारीबाग जिले से कुछ ही दूरी पर बड़कागांव रोड पर एक बहुत पुराना और खास मंदिर है, जिसे नृसिंह स्थान मंदिर कहते हैं।
यह मंदिर करीब 400 साल पुराना है और यहां भगवान विष्णु के नृसिंह अवतार की पांच फीट ऊंची मूर्ति है।
यह मूर्ति काले पत्थर की बनी है और बहुत सुंदर है।
मंदिर के गर्भगृह में शिवलिंग जमीन से तीन फीट नीचे है। खास बात यह है कि यहां शिव और विष्णु दोनों की प्रतिमाएं एक साथ विराजमान हैं।
इससे यह मंदिर शिव और विष्णु भक्तों के लिए बहुत खास बन जाता है।
मंदिर में भगवान सूर्य, नारद, शिव-पार्वती की मूर्तियां भी हैं। यहां कार्तिक और माघ महीनों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन यहां नृसिंह मेला लगता है, जिसमें हजारों लोग हिस्सा लेते हैं।
मंदिर का इतिहास भी बहुत पुराना है। इसकी स्थापना 1632 ईस्वी में पंडित दामोदर मिश्र ने की थी, जो बहुत बड़े विद्वान थे। उन्होंने इसे भगवान विष्णु की पूजा के लिए बनाया।
यहां हर पूर्णिमा के दिन पूजा का विशेष महत्व है। लोग मानते हैं कि यहां पूजा करने से उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसलिए यह मंदिर भक्तों के लिए एक आस्था का बड़ा केंद्र है।
Nov 16 2024, 16:31