अक्षय नवमी पर पूजन हवन एवं विचार गोष्ठी का आयोजन, आंवला वृक्ष के नीचे बने प्रसाद को लोगों ने किया ग्रहण
गोंडा- कटरा कुटी पीठ पर आंवला नवमी के पावन अवसर पर आंवला वृक्ष का पूजन हवन एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में पत्रकार नीरज श्रीवास्तव ने कहा कि कार्तिक मास हरि मास के रूप में जाना जाता है। विधाता ने इस माह को विशेष वरदान के रूप में भारत को उपहार के रूप में प्रदान किया है।
कथावाचक पं चंद किशोर शास्त्री महाराज ने कहा कि इस माह में मनुष्य धन-धान्य से परिपूर्ण हो जाता है। यह माह निरोगी काया के लिए महावरदान है। कार्तिक माह में प्राणी मात्र के कल्याण के लिए सबके मन में कुछ न कुछ खास करने व सबसे अच्छा करने का भाव स्वत: जग जाता है। कटरा कुटी पीठ के महंत स्वामी चिन्मयानंद महाराज ने कहा कि जिनके मन में अपने संपूर्ण सौभाग्य जागरण की इच्छा होती है वह सभी के सभी द्रढ़ता के साथ यह संकल्प लेते हैं कि अब से वह अपने अमूल्य जीवन का एक पल भी व्यर्थ नहीं जाने देंगे। स्वस्थ रहने के लिए प्रतिदिन एक आंवला का सेवन अपने ठाकुर जी को साक्षी मानते हुए आवश्यक ग्रहण करेंगे। महाराज ने कहा कि सर्वप्रथम आंवला फल को सम्राट अशोक ने श्रीलंका को भेंट किया था।
धार्मिक मान्यता यह है कि आंवला नवमी पर मां लक्ष्मी ने पृथ्वी लोक पर भगवान विष्णु व शिव शंकर की पूजा आंवले के रूप में की थी। इसी पेड़ के नीचे बैठ कर भोजन ग्रहण किया था। यह भी कहा जाता है कि आंवले के पेड़ के नीचे श्रीहरि विष्णु के दामोदर स्वरुप की पूजा होती है। इस अवसर पर आंवला वृक्ष के नीचे बने भोजन प्रसाद को उपस्थित श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया। विशाल भंडारे के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
Nov 10 2024, 15:41