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आज का पंचांग,1 नवंबर 2024 : आज कार्तिक अमावस्या तिथि, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

आज कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है। आज अमावस्या तिथि सायं 06 बजकर 17 मिनट तक उपरांत प्रतिपदा तिथि का आरंभ। आइए जानते हैं आज शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय कब से कब तक रहेगा।

राष्ट्रीय मिति कार्तिक 10, शक संवत 1946, कार्तिक कृष्ण अमावस्या, शुक्रवार, विक्रम संवत् 2081। सौर कार्तिक मास प्रविष्टे 16, रबी-उल्सानी-28, हिजरी 1446 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 01 नवम्बर सन् 2024 ई। सूर्य दक्षिणायन, दक्षिण गोल, हेमन्त ऋतु। राहुकाल पूर्वाह्न 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक

अमावस्या तिथि सायं 06 बजकर 17 मिनट तक उपरांत प्रतिपदा तिथि का आरंभ।

 स्वाति नक्षत्र अर्धरात्रोत्तर 03 बजकर 31 मिनट तक उपरांत विशाखा नक्षत्र का आरंभ। 

प्रीति योग पूर्वाह्न 10 बजकर 41 मिनट तक उपरांत आयुष्मान योग का आरंभ। 

नाग करण सायं 06 बजकर 17 मिनट तक उपरांत किस्तुघ्न करण का आरंभ। 

चंद्रमा दिन रात तुला राशि पर संचार करेगा।

आज के व्रत त्यौहार 

कार्तिक अमावस्या (देव-पितृकार्येषु अमावस्या), 

दीपावली, श्री महालक्ष्मी पूजन, 

कुबेर पूजा,

 सायं दीपदान देवालये, 

कौमुदि महोत्सव सम्पन्न, 

श्री महावीर निर्वाण दिवस (जैन)।

 कुछ राज्यों में आज दिवाली का उत्सव मनाया जाएगा।

सूर्योदय का समय 1 नवंबर 2024 : सुबह 6 बजकर 33 मिनट पर।

सूर्यास्त का समय 1 नवंबर 2024 : शाम में 5 बजकर 36 मिनट पर।

आज का शुभ मुहूर्त 1 नवंबर 2024 :

ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 50 मिनट से 5 बजकर 41 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 55 मिनट से 2 बजकर 39 मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्‍यरात्रि रात में 11 बजकर 39 मिनट से से 12 बजकर 31 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम 5 बजकर 36 मिनट से 6 बजकर 2 मिनट तक। अमृत काल सुबह 7 बजकर 56 मिनट से 9 बजकर 19 मिनट तक।

आज का अशुभ मुहूर्त 1 नवंबर 2024 :

राहुकाल सुबह में 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक। वहीं, सुबह में 7 बजकर 30 मिनट से 9 बजे तक गुलिक काल रहेगा। दोपहर में 3 बजकर 30 मिनट से 4 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह 8 बजकर 46 मिनट से 9 बजकर 30 मिनट तक।

आज का उपाय : आज अपने पितरों के नाम से दीपक जलाएं और काले तिल डालकर जल अर्पित करें।

झारखंड के कालीबाड़ी मंदिर में दी जाती है कोहड़े की बलि,पूरी होती हैं श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं

बोकारो: कालीबाड़ी मंदिर में शुरुआत से ही जीव हत्या पर पूर्ण रोक है और बलि प्रथा को पुरा करने के लिए पंडित जी द्वारा कोहड़ा ,ईख,और खीरा की बलि दी जाती है व माता को फल और फूल चढ़ाए जाते हैं.

बोकारो के सेक्टर 8 में स्थित कालीबाड़ी मंदिर झारखंड का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जहां मां काली की पूजा प्राचीन बंगाली परंपराओं के अनुसार की जाती है. वर्ष 1985 में स्थापित इस मंदिर में, हर साल दीपावली की रात एक खास पूजा का आयोजन होता है, जिसमें 108 दीयों को प्रज्वलित कर मां काली की विशेष आराधना की जाती है. इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां एकत्र होते हैं और रातभर चलने वाली इस पूजा में सम्मिलित होकर मां काली का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं.

 कालीबाड़ी मंदिर की विशेष बलि प्रथा :

कालीबाड़ी मंदिर की सबसे अनोखी विशेषता यह है कि यहां बलि प्रथा का पालन करते हुए जीव हत्या से परहेज किया जाता है. यहां बलि के रूप में कोहड़ा (कद्दू), ईख, और खीरा अर्पित किए जाते हैं. इस परंपरा से पर्यावरण और पशु अधिकारों का सम्मान होता है, जो मानवता और करुणा का प्रतीक भी है. इस अनूठी बलि प्रथा के चलते मंदिर में आस्था रखने वाले श्रद्धालु इसे और भी पवित्र मानते हैं.

मंदिर में मां काली के साथ राधा-कृष्ण और शिवालय की उपस्थिति मंदिर में मां काली के अलावा राधा-कृष्ण और शिवालय भी स्थित हैं, जो इसे एक बहुआयामी धार्मिक स्थल बनाता है. नियमित रूप से पूजा-अर्चना के लिए यहां आने वाले श्रद्धालु, इस पावन स्थल से गहरी आध्यात्मिक ऊर्जा और शांति का अनुभव करते हैं. भक्त दुर्गेश, जो वर्षों से यहां पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं, मानते हैं कि मां काली उनकी सभी मनोकामनाओं को पूरा करती हैं और उन्हें यहां आने पर एक सकारात्मक ऊर्जा मिलती है.

कालीबाड़ी मंदिर :

 आस्था और विश्वास का प्रतीक दीपावली के पावन पर्व पर कालीबाड़ी मंदिर में दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचते हैं और मां काली का आशीर्वाद पाते हैं. यह मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि समाज में आस्था और विश्वास का प्रतीक भी है. यहां की पवित्रता और श्रद्धा के प्रति लोगों का विश्वास, इसे झारखंड के धार्मिक स्थलों में एक खास स्थान प्रदान करता है.

इस अनूठी परंपरा और भक्ति भावना के चलते बोकारो का कालीबाड़ी मंदिर हर दीपावली पर भक्तों से खचाखच भरा रहता है, और मां काली के आशीर्वाद के लिए इस मंदिर की विशेष मान्यता है.

बोकारो शहर के दुदींबाग बाजार स्थित प्राचीन काली मंदिर में हर वर्ष अखंड ज्योत का होता है आयोजन

बोकारो :बोकारो के इस प्राचीन काली मंदिर में अखंड दीप जलाने की परंपरा ने इसे आस्था का विशेष केंद्र बना दिया है. श्रद्धालु अपनी खुशियों और इच्छाओं की पूर्ति के लिए यहां अखंड दीप जलाते हैं, और इस मंदिर की दिव्यता और पुरातन परंपराएं इसे एक अद्वितीय तीर्थ स्थल बनाती हैं.

बोकारो शहर के दुदींबाग बाजार स्थित प्राचीन काली मंदिर में हर वर्ष नवरात्रि, दीपावली, रामनवमी और अन्य हिंदू पर्वों के अवसर पर अखंड ज्योत का आयोजन होता है, जो श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है. 

1860 में स्थापित यह मंदिर अपने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है. मंदिर के पुजारी बद्रीनाथ बताते हैं कि इस मंदिर की स्थापना उनके दादा, पंडित बैदनाथ तिवारी उर्फ लाल बाबा, ने 1862 में की थी. पहले यहाँ मां काली के पिंड की पूजा की जाती थी, लेकिन 1962 में मां काली की प्रतिमा स्थापित होने के बाद यह मंदिर भव्य स्वरूप में परिवर्तित हो गया.

काली मंदिर का इतिहास और आस्था का महत्व

बोकारो शहर के दुदींबाग बाजार स्थित प्राचीन काली मंदिर में हर वर्ष नवरात्रि, दीपावली, रामनवमी और अन्य हिंदू पर्वों के अवसर पर अखंड ज्योत का आयोजन होता है, जो श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है. 1860 में स्थापित यह मंदिर अपने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है. मंदिर के पुजारी बद्रीनाथ ने बताया कि इस मंदिर की स्थापना उनके दादा, पंडित बैद्यनाथ तिवारी उर्फ लाल बाबा, ने 1862 में की थी. पहले यहाँ मां काली के पिंड की पूजा की जाती थी, लेकिन 1962 में मां काली की प्रतिमा स्थापित होने के बाद यह मंदिर भव्य स्वरूप में परिवर्तित हो गया.

अखंड दीप और अन्य देवी-देवताओं का वास

मां काली के अलावा, इस प्राचीन मंदिर में हनुमान जी, राधा-कृष्ण, और शिवलिंग की भी स्थापना है, जहां श्रद्धालु दूर-दूर से दर्शन करने आते हैं. यहां एक विशेष परंपरा के तहत मनोकामना ज्योत जलाने का प्रचलन है. मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु अखंड दीप जलाता है, मां काली उसकी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं और उसके जीवन में सुख-समृद्धि का संचार होता है.

अखंड दीप जलाने की प्रक्रिया और सेवा

मंदिर प्रशासन के अनुसार, त्योहारों पर विशेष रूप से 251 अखंड दीप जलाए जाते हैं, जिसमें करीब 270 लीटर घी का उपयोग होता है. हर दीपक को निरंतर जलते रहने के लिए नियमित रूप से घी डाला जाता है, जिसके लिए मंदिर में 24 घंटे सेवक उपस्थित रहते हैं ताकि दीपक बुझने न पाए. श्रद्धालुओं को दीप जलाने के लिए एक पर्ची काटनी होती है, जिसके बाद उन्हें दीप प्रज्वलित करने का अधिकार मिलता है.

श्रद्धालुओं की आस्था और अनुभव

मंदिर में पूजा करने आईं मुस्कान ने बताया कि दीपक जलाने के बाद उनके जीवन में कई खुशियां आईं और उनकी कई मनोकामनाएं पूरी हुईं. इसी प्रकार, अनेक श्रद्धालु यहां अखंड दीप जलाने की प्रक्रिया से जुड़कर अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए मां काली की कृपा पाते हैं.

त्योहारों के दौरान मंदिर में विशेष रूप से 251 अखंड दीप जलाए जाते हैं .पुजारी बद्रीनाथ के अनुसार, इन दीपों के लिए करीब 270 लीटर घी की आवश्यकता होती है, और मंदिर प्रशासन द्वारा हर दीप को नियमित रूप से घी डालकर जलाया जाता है ताकि दीपक लगातार प्रज्वलित रहें . इसके लिए श्रद्धालुओं को एक पर्ची काटने की प्रक्रिया से गुजरना होता है, जिसके बाद वे दीपक जलाने का अधिकार प्राप्त करते हैं . मंदिर प्रशासन की ओर से हर दीपक का ध्यान रखा जाता है, और 24 घंटे सेवक उपस्थित रहते हैं ताकि किसी भी परिस्थिति में दीपक बुझने न पाए

मंदिर में पूजा करने आईं सरिता ने बताया कि दीपक जलाने से उनके जीवन में कई खुशियां आई हैं और मां काली ने उनकी अनेक मनोकामनाएं पूरी की हैं.

आज का राशिफल, 31अक्टूबर 2024:जानिये राशिफल के अनुसार आज आप का दिन कैसा रहेगा..?

राशिफल 31 अक्टूबर : दिवाली का दिन मेष से लेकर मीन राशि वालों के लिए कैसा रहेगा? 

आज 31 अक्टूबर का दिन है,कुछ राशि वालों के लिए बेहद शुभ होने वाला है तो कुछ राशि वालों को जीवन में छोटी-मोटी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं, 31 अक्टूबर 2024 को किन राशि वालों को होगा लाभ और किन राशि वालों को रहना होगा सावधान। पढ़ें मेष से लेकर मीन राशि तक का हाल…

मेष राशि- आज आप फिर से प्यार में पड़ जाएंगे। ऑफिस में आपकी व्यावसायिकता अच्छे परिणाम लाएगी। हालांकि आपको स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि आज गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। आज आपका आर्थिक जीवन बहुत बढ़िया है। आपको कई स्रोतों से धन प्राप्त होगा। नौकरी के साथ-साथ बिजनेस में भी सफलता मिलेगी। धन को सावधानी से संभालें। कुछ आईटी पेशेवरों को किसी प्रोजेक्ट को लेकर कस्टमर्स की आलोचना का सामना करना पड़ेगा।

वृषभ राशि- आज आपकी मुलाकात किसी दिलचस्प व्यक्ति से होगी और दिन का दूसरा भाग प्रपोज करने के लिए शुभ है। पेशेवर रूप से व्यस्त रहने के साथ-साथ प्रियजनों के लिए समय निकालना भी महत्वपूर्ण है। आज आप पेशेवर रूप से अच्छे हैं। कुछ सरकारी अधिकारी आज नए कार्यालय में चले जाएंगे। कलाकारों एवं रचनात्मक व्यक्तियों को सफलता मिलेगी। कुछ जातक आज घर या कार खरीदने में सफल होंगे।

मिथुन राशि- आज खुश रहनेके लिए प्रेम जीवन मेंचली आ रही समस्याओं को दूर करें। व्यावसायिक तौर पर आपका दिन अच्छा रहेगा क्योंकि सकारात्मक बदलाव आएंगे। आज आर्थिक पक्ष भी अच्छा रहेगा और स्वास्थ्य में भी सुधार होगा। कुछ वरिष्ठ लोग धन को बच्चों में बांट देंगे। धन की वजह से भाई-बहन के साथ हुए मतभेदों को आज सुलझाने की जरूरत है। कुछ जातक निवेश पर विचार करेंगे। व्यवसाय पर अत्यधिक देखभाल और ध्यान देने की आवश्यकता है।

कर्क राशि- आगे बढ़ने का समय आ गया है। अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन दोनों में बड़े कदम उठा सकतेहैं। बस ध्यान केंद्रित रखना और अपनी प्रतिबद्धताओं का पालन करना याद रखें। आज सितारे आपके पक्ष में हैं। आप अपने रास्ते में आनेवाली किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए ऊर्जावान और प्रेरित महसूस करेंगे। आप आर्थिक रूप से स्थिर रहेंगे, लेकिन सतर्क रहना और किसी भी जोखिम भरे निवेश या खरीदारी से बचना महत्वपूर्ण है।

सिंह राशि- लव लाइफ में प्यार और रोमांस की कमी नहीं होगी। साथी से बातचीत के लिए समय निकालें। अपने पार्टनर के लिए ईमानदार रहें और साथ में क्वालिटी टाइम स्पेंड करें। लक्ष्यों को हासिल करने के लिए नए विचार लाएं और प्रयास करें। ऑफिस की राजनीति से बचने की कोशिश करें और अपनी तरक्की पर फोकस करें। नए व्यापार की शुरुआत करने का यह अच्छा समय है। मन को शांत करने वाले एक्टि विटीज में शामिल हों।

कन्या राशि- रिश्ते के सभी मुद्दों को सावधानी से संभालें। कुछ संवेदनशील जातकों को रिश्ते में तालमेल बिठाने के लिए एक साथ ज्यादा समय की आवश्यकता होगी। नए प्रेम संबंध बनेंगे लेकिन समय दें। आज कस्टमर्स के साथ व्यवहार करते समय धैर्य और संयम बरतें। आज भावनात्मक निर्णय ठीक नहीं हैं। उद्यमी दिन के दूसरे भाग में नए सौदों और कॉन्ट्रैक्ट पर साइन कर सकते हैं। किसी को बड़ी रकम उधार न दें तो ही अच्छा है। आज आपको संपत्ति खरीदने या बेचने से भी दूर रहना चाहिए।

तुला राशि- आप में परिस्थिति के अनुकूल ढलने का विशेष गुण है। सोच-समझकर कोई काम करने से आपको जीवन के हर एक पहलू में सफलता हासिल होगी। करियर हो, फाइनेंस हो या लव लाइफ हो, लोगों से बेकार में बहस करने से बचें। आज आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी रहेेगी। हालांकि, धन के मामले में थोड़ा सतर्क रहें। दोस्तों और परिजनों से उधार ना लें।

वृश्चिक राशि- अगर आप मेंआत्मविश्वास है तो कोई भी समस्या आपके मनोबल को प्रभावित नहीं कर सकती। आज आपकी लव लाइफ आनंदमय रहेगी क्योंकि खुली बातचीत से सभी मुद्दे सुलझ सकते हैं। आपकी आधिकारिक जिम्मेदारियां आज आपको बिजी रखेंगी। कुछ जातक ऑफिस में अपना आपा खो देंगे और इससे टीम के भीतर अफरा-तफरी मच जाएगी। वित्तीय समस्याएं स्थायी नहीं हैं और आप जल्द ही एक मजबूत वित्तीय स्थिति का दावा कर सकते हैं।

धनु राशि- डिस्टेंस रिलेशनशिप में रहनेवालों लोगों को साथी पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होगी। सिंगल जातकों को नया प्यार मिल सकता है, उन्हें प्रपोज करने में संकोच ना करें। भाई-बहनों से धन संबंधी विवादों को सुलझा सकते हैं। आज पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में संतुलन बनाए रखेंगे। अपनी डाइट में खूब सब्जियांऔर फल शामिल करें। परिस्थिति के अनुकूल ढलने के गुण से आपको करियर में तरक्की मिलेगी।

मकर राशि- आर्थिक रूप से सुखी और समृद्ध रहेंगे। आज आपका स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। रिलेशनशिप में थोड़ी-बहुत दिक्कतें बनी रहेंगी। जीवनसाथी से बेकार की चीजों पर चर्चा न करें। इससे लव लाइफ पर असर पड़ सकता है। आज आपकी प्रोफेशनल लाइफ अच्छी रहेगी। आप अपने सभी कार्य डेडलाइन के अंदर पूरा करेंगे। आज एग्जाम पास करने का अच्छा दिन है। आज आप आर्थिक रूप से सौभाग्यशाली रहेंगे। आप ज्वेलरी या रियल एस्टेट में निवेश कर सकते हैं।

कुंभ राशि- भाग्यशाली जातकों को पुराने विवादों को निपटाने के लिए पूर्व प्रेमी वापस मिल सकते हैं। हालांकि जो लोग शादीशुदा हैं उन्हें ऐसी किसी भी एक्टिविटी से बचना चाहिए जो रिश्ते पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। कुछ छात्र जो उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने की योजना बना रहे हैं उन्हें भी अच्छी खबर मिलेगी। हो सकता है कि आज आप बड़ा निवेश करने की स्थिति में न हों। हालांकि व्यवसायियों को धन जुटाने में परेशानी नहीं होगी और यह आज व्यापार के सुचारू प्रवाह का वादा करता है।

मीन राशि- आत्मविश्वास भरपूर रहेगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। किसी सम्पत्ति से आय के साधन बन सकते हैं। सेहत का ध्यान रखें। भाई-बहनों का सानिध्य एवं सहयोग मिलेगा। कारोबार के विस्तार के अवसर मिल सकते हैं। आत्मसंयत रहें। लाभ के अवसर मिलेंगे। परिश्रम अधिक होगा। घर-परिवार में धार्मिक कार्य होंगे। मीठे खानपान में रुचि रहेगी। भाइयों का सहयोग मिलेगा।

आज का पंचांग 31 अक्टूबर 2024: पंचांग के अनुसार जानिये आज का मुहूर्त और ग्रहयोग...?

गुरुवार के दिन चतुर्दशी तिथि अपराह्न 03 बजकर 53 मिनट तक उपरांत अमावस्या तिथि का आरंभ होगा। यानी आज दिवाली का पर्व मनाया जाएगा। आइए जानते हैं आज का दिवाली पूजन का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय।

राष्ट्रीय मिति कार्तिक 09, शक संवत 1946, कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी, बृहस्पतिवार, विक्रम संवत 2081। सौर कार्तिक मास प्रविष्टे 15, रबी-उल्सानी-27, हिजरी 1446 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 31 अक्टूबर सन् 2024 ई। सूर्य दक्षिणायन, दक्षिण गोल, हेमन्त ऋतु। राहुकाल अपराह्न 01 बजकर 30 मिनट से 03 बजे तक। चतुर्दशी तिथि अपराह्न 03 बजकर 53 मिनट तक उपरांत अमावस्या तिथि का आरंभ।

चित्रा नक्षत्र अर्धरात्रोत्तर 12 बजकर 45 मिनट तक उपरांत स्वाति नक्षत्र का आरंभ। विष्कुंभ योग प्रातः 09 बजकर 51 मिनट तक उपरांत प्रीति योग का आरंभ। शकुनि करण अपराह्न 03 बजकर 53 मिनट तक उपरांत नाग करण का आरंभ। चन्द्रमा पूर्वाह्न 11 बजकर 16 मिनट तक कन्या उपरांत तुला राशि पर संचार करेगा।

आज के व्रत त्योहार नरक-चतुर्दशी (पूर्व-अरुणोदय वाली), प्रभात स्नान, तैलाभ्यंग, रूप चौदस, काली पूजा)। साथ ही आज कई राज्यों में दिवाली का उत्सव मनाया जाएगा।

सूर्योदय का समय 31 अक्टूबर 2024 : सुबह 6 बजकर 32 मिनट पर।

सूर्यास्त का समय 31 अक्टूबर 2024 : शाम में 5 बजकर 36 मिनट पर।

आज का शुभ मुहूर्त 31 अक्टूबर 2024 :

ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 49 मिनट से 5 बजकर 41 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 55 मिनट से 2 बजकर 39 मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्‍यरात्रि रात में 11 बजकर 39 मिनट से से 12 बजकर 31 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम 5 बजकर 36 मिनट से 6 बजकर 2 मिनट तक। अमृत काल सुबह 6 बजकर 32 मिनट से 7 बजकर 55 मिनट तक।

आज का अशुभ मुहूर्त 31 अक्टूबर 2024 :

राहुकाल दोपहर में 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजे तक। वहीं, सुबह में 9 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक गुलिक काल रहेगा। सुबह में 6 बजे से 7 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह 10 बजकर 14 मिनट से 10 बजकर 58 मिनट तक।

आज का उपाय : आज माता लक्ष्मी और गणेशजी की विधि विधान से पूजा करें।

आज का राशिफल, 30 अक्टूबर 2024: जानिये आज के अनुसार आज कैसा रहेगा आप का दिन..?*

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मेष राशि : परेशानी भरा समय है। स्वास्थ्य मध्यम। प्रेम-संतान मध्यम। व्यापार ठीक रहेगा। हरी वस्तु का दान करें।

वृषभ राशि : बच्चों के सेहत पर ध्यान दें। प्रेम में तू-तू,मैं-मैं से बचें। स्वास्थ्य मध्यम, प्रेम-संतान की मध्यम और व्यापार ठीक है। हरी वस्तु पास रखें।

मिथुन राशि : गृह-कला के संकेत हैं। भौतिक सुख-संपदा में वृद्धि होगी लेकिन गृहकलह होगी। स्वास्थ्य मध्यम, प्रेम-संतान ठीक है और व्यापार ठाक है। काली जी को प्रणाम करते रहें।

कर्क राशि : व्यापार की स्थिति थोड़ी मध्यम है। स्वास्थ्य मध्यम रहेगा। प्रेम-संतान की स्थिति अच्छी रहेगी। हरी वस्तु का दान करें।

सिंह राशि : धन हानि के संकेत हैं। जुआ-सट्टा, लॉटरी में पैसे न लगाएं। स्वास्थ्य पर ध्यान दें। प्रेम-संतान अच्छा है और व्यापार भी ठीक ठाक रहेगा। हरी वस्तु का दान करें।

कन्या राशि : स्वास्थ्य मध्यम। प्रेम-संतान की स्थिति अच्छी है और व्यापार भी अच्छा है। थोड़ा मन पर दवाब रहेगा। घबराहट-बैचेनी बनी रहेगी। हरी वस्तु पास रखें।

तुला राशि : अज्ञात भय सताएगा। खर्च की अधिकता रहेगी। स्वास्थ्य मध्यम। प्रेम-संतान मध्यम और व्यापार मध्यम। गणेश जी को प्रणाम करते रहें।

वृश्चिक राशि : आशातीत सफलता से थोड़ा दूर रह जाएंगे। आय में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। प्रेम-संतान मध्यम रहेगा। व्यापार लगभग ठीक है। हरी वस्तु का दान करें।

धनु राशि : व्यावसायिक उतार-चढ़ाव बना रहेगा। कोर्ट-कचहरी में मनमुताबिक रिजल्ट नहीं आएगा। सरकारी तंत्र का मनमाफिक परिणाम नहीं रहेगा। प्रेम-संतान मध्यम। व्यापार भी मध्यम रहेगा। लाल वस्तु पास रखें।

मकर राशि : यात्रा से बचें। भाग्य साथ नहीं देगा। फिर भी प्रेम-संतान व व्यापार अच्छा रहेगा। काली जी को प्रणाम करते रहें।

कुंभ राशि: परिस्थितियां प्रतिकूल हैं। बचकर पार करें। स्वास्थ्य पर ध्यान दें। प्रेम-संतान मध्यम और व्यापार लगभग ठीक रहेगा। लाल वस्तु का दान करें।

मीन राशि : स्वास्थ्य पर ध्यान दें। प्रेम-संतान की स्थिति रहेगी। व्यापार मध्यम। नौकरी चाकरी की स्थिति मध्यम। जीवनसाथी का साथ व स्वास्थ्य दोनों प्रभावित दिख रहा है। गणेश जी को प्रणाम करते रहें।

आज का पंचांग- 30 अक्टूबर 2024:जानिये पंचांग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग

विक्रम संवत- 2081, पिंगल

शक सम्वत- 1946, क्रोधी

पूर्णिमांत- कार्तिक

अमांत- आश्विन

तिथि

कृष्ण पक्ष त्रयोदशी - 01:15 पी एम तक

नक्षत्र

हस्त - 09:43 पी एम तक

योग

वैधृति - 08:52 ए एम तक

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय- 6:31 AM

सूर्यास्त- 5:38 PM

चन्द्रोदय- अक्टूबर 31 5:20 AM

चन्द्रास्त- 4:23 PM

अशुभ काल

राहू- 12:05 पी एम से 01:28 पी एम

यम गण्ड- 07:55 ए एम से 09:18 ए एम

कुलिक- 10:41 ए एम से 12:05 पी एम

दुर्मुहूर्त- 11:42 ए एम से 12:27 पी एम

शुभ काल

अमृत काल- 08:11 AM- 09:59 AM

ब्रह्म मुहूर्त- 04:58 AM- 05:46 AM

शुभ योग

सर्वार्थ सिद्धि योग- 06:32 ए एम से 09:43 पी एम

धनतेरस पर क्यों जलाया जाता है 'यम दीपक'? जानें मुहूर्त, दीपक जलाने की विधि और महत्व

हिंदू धर्म में पांच दिवसीय पर्व दिपोत्सव की शुरुआत धनतेरस से होती है। धनतेरस के दिन सोना-चांदी के आभूषण समेत कुछ वस्तुओं को खरीदना अति शुभ माना गया है। द्रिक पंचांग के अनुसार, इस साल 29 अक्टूबर को धनत्रयोदशी यानी धनतेरस है। धनतेरस के दिन शाम को शुभ मुहूर्त में मां लक्ष्मी, गणेशजी,कुबेर देवता और धन्वंतरि देव की पूजा-आराधना का विधान है। इसके साथ ही धनतेरस के दिन यम का दीपक जलाने का भी विशेष महत्व है। धनतेरस के दिन घर के मुख्यद्वार पर चौमुखी दीपक जलाया जाता है। 

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, साल में एक बार धनतेरस के दिन सरसों के तेल में रुई की बाती डालकर दक्षिण दिशा में आटे का दीपक जलाने से यमराज प्रसन्न होते हं और घर में सुख-शांति और आरोग्यता का वरदान देते हैं। आइए जानते हैं यम दीपक जलाने की विधि और धार्मिक महत्व....

यम दीपक कैसे जलाएं ?

धनतेरस के दिन आटे का चौमुखा दीपक जलाएं और उसमें सरसों का तेल भर दें। अब दीपक में 4 बाती लगाकर घर के दक्षिण दिशा की ओर मुख करके दीपक जला दें। धनतेरस के दिन प्रदोष काल और खरीदारी,दीपदान और पूजा के शुभ मुहूर्त में यम दीपक जलाना शुभ माना जाता है।

धनतेरस पूजा का मुहूर्त :

 

शाम को 5 बजकर 38 मिनट से लेकर 8 बजकर 13 मिनट तक प्रदोष काल पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा। वहीं, धनतेरस पर पूजा का शुभ मुहूर्त शाम को 6 बजकर 30 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 13 मिनट तक रहेगा।

क्यों जलाते हैं यम दीपक ?

धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी, कुबेर देवता, गणेशजी, धन्वंतरि देव के साथ यमराज की भी पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन यम देवता की पूजा करने और उनके लिए दीपदान करने से अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है। दक्षिण दिशा के स्वामी यम माने गए हैं। इसलिए धनतेरस के दिन दक्षिण दिशा में आटे से बना चौमुखी दिया जलाया जाता है।मान्यता है कि ऐसा करने से यमराज की कृपा बनी रहती है सुख-शांति और आरोग्य का आशीर्वाद की प्राप्ति होती है।

आज का राशिफल, 29 अक्टूबर 2024:जानिये राशिफल बके अनुसार आज आप का दिन कैसा रहेगा...?

मेष . मेहनत से लक्ष्य साधेंगे. कार्यव्यवस्था पर भरोसा बनाए रखेंगे. नौकरीपेशा समर्थन पाएंगे. सहज प्रदर्शन से काम लेंगे. सूझबूझ सामंजस्य से कार्य सधेंगे. तार्किकता बनाए रखेंगे. मेहनत लगन से काम पर ध्यान देंगे. प्रलोभन में नहीं आएंगे. अकारण हस्तक्षेप से बचेंगे. करियर व्यापार सामान्य बना रहेगा. अनुभवियों की सुनेंगे. सकारात्मक सोच रखेंगे. स्वास्थ्य के प्रति सजग रहेंगे. बड़प्पन से काम लेंगे. खर्च एवं लेनदेन पर ध्यान देंगे. आस्था विश्वास बनाए रहेंगे. साझीदारी के प्रयास बल पाएंगे.

वृष . आर्थिक लाभ का प्रतिशत बेहतर होगा. कार्य व्यापार के अवसर बढ़ेंगे. शुभ समाचार मिल सकता है. मित्रवर्ग समर्थन करेगा. जीत पर जोर रखेंगे. भ्रमण मनोरंजन पर जाएंगे. शुभ सूचना की संभावना बल पाएगी. आवश्यक प्रयासों में सक्रियता बनाए रहेंगे. लक्ष्य जल्द पूरा करने की सोच रखेंगे. प्रतिस्पर्धा में रुचि लेंगे. गति रखेंगे. बौद्धिक प्रयास बेहतर होंगे. नीति नियमों का पालन करेंगे. आर्थिक मामले पक्ष में रहेंगे. करीबियों के साथ मिलेगा. अध्ययन संवारेंगे. उत्साह बनाए रखेंगे.

मिथुन . निजी विषयों में सक्रियता और सकारात्मक बढ़ेगी. प्रबंधन प्रशासन के प्रयास गति पाएंगे. अपनों को आदर सम्मान दें. धैर्य धर्म का पालन बनाए रखेंगे. रक्त संबंधों को मजबूती मिलेगी. शुभता सहजता बनाए रखेंगे. व्यवहार पर फोकस रखेंगे. घर में हर्ष आनंद बढ़ेगा. परंपराएं निभाएंगे. भवन वाहन के मामले हल होंगे. अति उत्साह और आवेश से बचें. परिवार के मामले पक्ष में बनेंगे. संबंधों में सामंजस्यता बनाए रखेंगे. आत्म अनुशासन रखेंगे. 

कर्क . शुभकर सूचनाएं प्राप्त होंगी. संपर्क संवाद के कार्य साधेंगे. सामाजिक एवं वाणिज्यिक प्रयासों में सफल होंगे. सूझबूझ और सक्रियता बनाए रखेंगे. महत्वपूर्ण प्रयास गति लेंगे. भाईचारा मजबूत होगा. व्यवसायिक अनुकूलन बढ़त पर बना रहेगा. बंधु बांधवों का सहयोग बढे़गा. संबंधों में शुभता का संचार रहेगा. परिणामों से उत्साहित रहेंगे. पारिवारिक परिस्थितियां अनुकूल रहेंगी. सबको साथ लेकर चलेंगे. वाणिज्यिक विषयों पर जोर बनाए रहेंगे. सहकारिता में वृद्धि होगी. विविध मामले संवारेंगे.

सिंह . व्यक्तिगत भावनाओं पर नियंत्रण रखेंगे. आकर्षक प्रस्ताव प्राप्त होंगे. धनधान्य में वृद्धि होगी. घर में परिवार में हर्ष आनंद बना रहेगा. वाणी व्यवहार में मधुरता रहेगी. जीवन स्तर सुधार पर पाएगा. घर परिवार में अनुशासन रखेंगे. रक्त संबंधों में मजबूती बनी रहेगी. शुभ सूचनाएं प्राप्त होंगी. आर्थिक मामलों को गति मिलेगी. भव्यता और साज संवार बनी रहेगी. तेजी रखेंगे. मंगल कार्या से जुड़ेंगे. भेंट के अवसर बनेंगे. भय व संकोच में कमी आएगी. संपर्क बढ़ाने में रुचि लेंगे.

कन्या . नवीन कार्यां को बढ़ावा देंगे. व्यक्तिगत मामले बेहतर बनेंगे. संवेदनशीलता बनाए रखेंगे. प्रबंधन प्रशासन के कार्य बनेंगे. मान सम्मान में वृद्धि होगी. बचत बैंकिंग में रुचि लेंगे. योजनागत शु:आत हो सकती है. रचनात्मक प्रयास सफल होंगे. जीत का प्रतिशत उूंचा रहेगा. उत्साहित रहेंगे. संकोच दूर होगा. सभी प्रभावित होंगे. मेहमानों का आना हो सकता है. कार्य व्यापार में सुधार आएगा. संपर्क संवाद संवार पाएंगे. अनुबंधों के योग बनेंगे. नवाचार बनाए रखेंगे. निजी विषयों में सक्रियता आएगी.

तुला . नीति नियम के अनुसार निवेश व विस्तार की सोच बनी रहेगी. बड़ों की सलाह से चलेंगे. कामकाज में सहजता बनी रहेगी. रिश्तों का ध्यान रखेंगे. मित्र संबंध बेहतर बनाए रखेंगे. सबको जोड़ने की कोशिश रखेंगे. त्याग व सहयोग की भावना बढ़ेगी. सभी का सम्मान रखेंगे. प्रबंधन में सहज रहेंगे. बजट के अनु:प आगे बढ़ेंगे. कामकाज में धैर्य दिखाएंगे. समता और न्याय पर जोर रखेंगे. वैदेशिक कार्योंमें गति आएगी. कार्यगति धीमी बनी रह सकती है. उूर्जा उत्साह बनाए रखेंगे.

वृश्चिक . लाभ का स्तर उूंचा बनाए रहेगा. कार्य विस्तार को बल मिलेगा. प्रतिस्पर्धा में सफलता की संभावनाएं बढ़ेंगी. नए स्त्रोत निर्मित होंगे. करियर कारोबार में सफल होंगे. चहुंओर श्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे. लंबित धन प्राप्त होगा. करियर कारोबार में तेजी रखेंगे. अत्यावश्यक कार्या को पूरा करने का प्रयास रखेंगे. फोकस रखेंगे. सबको साथ लेकर चलेंगे. पेशेवरता बनी रहेगी. रुटीन संवरेगा. अवरोध दूर होंगे. इच्छित परिणाम बनेंगे. प्रतिस्पर्धा का भाव रखेंगे. आकर्षक प्रस्ताव प्राप्त कर सकते हैं.

धनु . प्रबंधकीय विषयों पर फोकस रहेगा. सक्रियता बढ़ाएंगे. कामकाज संवार पर रहेंगे. वाणिज्य व्यापार में वृद्धि होगी. प्रशासन के कार्या को गति मिलेगी. समकक्षों का भरोसा जीतेंगे. लाभ का प्रतिशत संवारेगा. शुभ प्रस्ताव प्रप्त होंगे. कामकाज पर फोकस बढ़ाएंगे. अनुभव का लाभ उठाएंगे. बडी सोच बनाए रखेंगे. इच्छित सफलता पाएंगे. कला कौशल तेजी आएगी. उद्योग व्यापार में सफलता मिलेगी. शासन प्रशासन के प्रयास बल पाएंगे. सकारात्मकता बढ़त पर रहेगी.

मकर . भाग्य को बल मिलेगा. करियर कारोबार मजबूत बना रहेगा. भेंट वार्ताएं सफल होंगी. निसंकोच आगे बढ़ते रहेंगे. वरिष्ठों के सहयोग पाएंगे. उल्लेखनीय उपलब्धियां अर्जित कर सकते हैं. सभी का समर्थन रहेगा. करियर कारोबार में लाभकारी योजनाएं बढ़ाएंगे. आस्था आत्मविश्वास बढ़ेगा. मित्रों का साथ बढ़ेगा. महत्वपूर्ण अवसरों को भुनाएंगे. कामकाज अपेक्षा से अच्छा रहेगा. श्रेष्ठ कार्यां की :परेखा बनेगी. लक्ष्य पाने में सफल रहेंगे. पेशेवर परिणाम पक्ष में बनेंगे. पुण्यार्जन में वृद्धि होगी. विनम्र रहेंगे.

कुंभ . महत्वपूर्ण विषयों में स्पष्टता बनाए रखेंगे. कामकाज पर फोकस बढ़़ाएंगे. बड़प्पन व सूझबूझ से काम लेंगे. महत्वपूर्ण कार्यां में परिजनों का सहयोग मिलेगा. बड़ों का सानिध्य पाएंगे. स्वजनों की सहायता उत्साहित रखेगी. कुल कुटम्ब से करीबी रखेंगे. स्वास्थ्य संबंधी मामलों में सजग रहेंगे. जल्दबाजी नहीं दिखाएंगे. करियर कारोबार में पेशेवरता बनाए रखेंगे. शोध गतिविधियों में रुचि बढ़ाएंगे. धैर्य अनुशासन बनाए रखें. बड़प्पन का भाव रखेंगे. आकस्मिकता बनी रह सकती है. संकोच बना रहेगा.

मीन . सहकारिता और साझीदारी पर जोर बनाए रखें. उत्साह मनोबल बढ़ा हुआ रहेगा. दाम्पत्य में सुख सौख्य रहेगा. दैहिक संकेतों पर ध्यान देंगे. चहुंओर प्रभावी प्रदर्शन करेंगे. पद प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. साथी अपेक्षित प्रदर्शन करेगा. स्थायित्व को बल मिलेगा. कार्यां में सक्रियता लाएंगे. योजनाओं में गति रखेंगे. औद्योगिक मामले संवरेंगे. मित्र संबंधों में सफलता मिलेगी. उद्योग व्यापार के प्रयास पूरे करेंगे. श्रेष्ठ प्रयासों से सभी का साथ बढ़ेगा. सबको साथ लेने की कोशिश रहेगी.

आज का पंचांग, 29 अक्टूबर 2024:जानिये पंचांग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग

आज कार्तिक मास की द्वादशी तिथि पूर्वाह्न 10 बजकर 32 मिनट तक उपरांत त्रयोदशी तिथि का आरंभ होगा। आज धनतेरस का पर्व और भौम प्रदोष व्रत भी है। ऐसे में आइए जानते हैं सभी शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय।

राष्ट्रीय मिति कार्तिक 07, शक संवत 1946, कार्तिक कृष्ण एकादशी, मंगलवार, विक्रम संवत् 2081। सौर कार्तिक मास प्रविष्टे 13, रबी-उल्सानी-25, हिजरी 1446 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 29 अक्टूबर सन् 2024 ई। सूर्य दक्षिणायन, दक्षिण गोल, हेमन्त ऋतु। राहुकाल अपराह्न 03 बजे से 04 बजकर 30 मिनट तक।

द्वादशी तिथि पूर्वाह्न 10 बजकर 32 मिनट तक उपरांत त्रयोदशी तिथि का आरंभ। उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र सायं 06 बजकर 34 मिनट तक उपरांत हस्त नक्षत्र का आरंभ। ऐन्द्र योग प्रातः 07 बजकर 48 मिनट तक उपरांत वैधृति योग का आरंभ। तैतिल करण पूर्वाह्न 10 बजकर 32 मिनट तक उपरांत वणिज करण का आरंभ। चंद्रमा दिन रात कन्या राशि पर संचार करेगा।

आज के व्रत त्योहार भौम प्रदोष व्रत, धनत्रयोदशी, यम प्रीत्यर्थ दीपदान।

सूर्योदय का समय 29 अक्टूबर 2024 : सुबह 6 बजकर 31 मिनट पर।

सूर्यास्त का समय 29 अक्टूबर 2024 : शाम में 5 बजकर 38 मिनट पर।

आज का शुभ मुहूर्त 29 अक्टूबर 2024 :

ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 48 मिनट से 5 बजकर 40 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 56 मिनट से 2 बजकर 40 मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्‍यरात्रि रात में 11 बजकर 39 मिनट से से 12 बजकर 31 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम 5 बजकर 38 मिनट से 6 बजकर 4 मिनट तक। अमृत काल सुबह 10 बजकर 41 मिनट से 12 बजकर 5 मिनट तक।

आज का अशुभ मुहूर्त 29 अक्टूबर 2024 :

राहुकाल दोपहर में 3 बजे से 4 बजकर 30 मिनट तक। वहीं, दोपहर में 12 बजे से 1 बजकर 30 मिनट तक गुलिक काल रहेगा। सुबह में 9 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह 8 बजकर 44 मिनट से 9 बजकर 29 मिनट तक। इसके बाद सुबह में 10 बजकर 48 मिनट से 11 बजकर 39 मिनट तक।

आज का उपाय : आज अपने घर के मुख्य द्वार पर 13 दीपक जलाएं।