बाबा सिद्द्की की हत्या के बाद अब उनके बेटे पर है ख़तरा, शूटर के फोन में बेटे जीशान की तस्वीर बरामद
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Baba Siddque and son Zeeshan
पुलिस जांच के दौरान अपने पिता बाबा सिद्दीकी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए गए एक आरोपी के फोन से कथित तौर पर एनसीपी विधायक जीशान सिद्दीकी की तस्वीर बरामद की गई।
समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि यह तस्वीर आरोपियों को उनके हैंडलर ने स्नैपचैट ऐप के जरिए भेजी थी, जिसका इस्तेमाल साजिशकर्ता और शूटर संवाद करने के लिए करते थे। इन संदेशों को उनके हैंडलर के आदेश पर भी डिलीट कर दिया गया, जो जाहिर तौर पर कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़ा शुभम लोनकर है। बाबा सिद्दीकी की मौत के एक दिन बाद शुभम के भाई प्रवीण लोनकर ने फेसबुक पर एक पोस्ट डाली जिसमें दावा किया गया कि हत्या के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का हाथ है।
इससे पहले जांच में आरोपियों ने खुलासा किया था कि जीशान सिद्दीकी भी निशाने पर था।
आरोपियों ने पुलिस के सामने यह भी खुलासा किया कि शुभम लोनकर ने धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम को इसलिए चुना क्योंकि उन्हें महाराष्ट्र में बाबा सिद्दीकी की पहुँच के बारे में पता नहीं था और वे बिना किसी झिझक के हत्या कर देते। शनिवार को मुंबई क्राइम ब्रांच ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी राम कनौजिया और नितिन सप्रे को सबसे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता की हत्या का ठेका दिया गया था और उन्होंने शुरुआत में एक करोड़ रुपये मांगे थे।
महाराष्ट्र का रहने वाला कनौजिया बाबा सिद्दीकी की हत्या के परिणामों को जानता था, यही वजह है कि वह हिचकिचा रहा था और अधिक पैसे की मांग रहा था। पुलिस ने अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया है - जिसमें तीन शूटरों में से दो और शुभम लोनकर शामिल हैं। अन्य - नितिन सप्रे (32), संभाजी किसान पारधी (44), प्रदीप दत्तू थोम्ब्रे (37), चेतन दिलीप पारधी और राम कनौजिया (43) ने कथित तौर पर शूटरों को आग्नेयास्त्र और रसद सहायता प्रदान की। मुंबई पुलिस ने बताया कि एक शूटर समेत तीन और आरोपी अभी भी फरार हैं।
12 अक्टूबर को मुंबई के निर्मल नगर में अपने बेटे के कार्यालय के पास बाबा सिद्दीकी को तीन लोगों ने गोली मार दी थी। एनसीपी नेता को लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। अपनी मौत से 15 दिन पहले उन्होंने धमकियां मिलने की बात कही थी और उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी, हालांकि गोली लगने के समय उनके साथ केवल एक कांस्टेबल मौजूद था। कांस्टेबल वरिष्ठ नेता की आंखों में मिर्च जैसा पदार्थ घुस जाने के कारण उनकी रक्षा करने में असमर्थ था। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार हत्यारों ने एक ऐसा उपकरण लगाया था, जिससे इलाके में घना धुआं छा गया था, ताकि गोलियों की आवाज को दबाया जा सके और शूटिंग का दृश्य अस्पष्ट हो सके। कांस्टेबल श्याम सोनवाने को अब मुंबई पुलिस ने कार्रवाई न करने के कारण निलंबित कर दिया है।बाबा सिद्द्की की हत्या के बाद अब उनके बेटे पर है ख़तरा, शूटर के फोन में बेटे जीशान की तस्वीर बरामद
Oct 19 2024, 19:34