भागवत कथा सुनने से दूर होते हैं सभी संताप-प्रदीप मिश्र
खजनी गोरखपुर।। श्रीमद्भागवत महापुराण की कथा सुनने से सभी प्रकार दैहिक, दैविक और भौतिक संतापों से मुक्ति मिलती है।
खजनी कस्बे में खुटभार गांव के काली मंदिर के समीप चल रही श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ के पहले दिन व्यास पीठ से अयोध्या धाम से पधारे पंडित प्रदीप मिश्र "शास्त्री" ने उपस्थित श्रोताओं को मंगलाचरण की कथा सुनाई। उन्होंने श्रीमद्भागवत कथा सुनने से होने वाले प्रत्यक्ष लाभ की जानकारी देते हुए बताया कि कलियुग में मनुष्य को अन्य किसी भी प्रकार का भय नहीं रहता उसे सिर्फ मृत्यु का भय रहता है।भागवत कथा सुनने से मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में मानव जीवन में तीन प्रकार के तापों का वर्णन किया गया है। जिसमें दैहिक अर्थात शारीरिक दैविक अर्थात प्राकृतिक दैविय आपदाओं और भौतिक अर्थात समृद्धि, धन, भोजन, वस्त्र, आवास आदि से संबंधित समस्याओं से मुक्ति मिलती है। कथा सुनने के प्रत्यक्ष लाभ हैं जो कि श्रद्धा पूर्वक कथा सुनने वाले श्रद्धालुओं को सहज ही प्राप्त होती है।
संगीतमय् कथा के शुभारंभ में विस्तार पूर्वक वर्णन करते हुए बताया कि श्रद्धा और प्रेम ही वह मानवीय गुण हैं जिससे मानवों के भीतर दैविय (देवताओं) के गुण प्रकट होते हैं। उन्होंने आत्मदेव ब्राह्मण धुंधली, धुंधकारी और गोकर्ण भगवान की कथा सुनाई।
इस दौरान मुख्य यजमान गौरीशंकर वर्मा, प्रमिला वर्मा, बृजकिशोर उर्फ गुलाब त्रिपाठी, रामवृक्ष वर्मा, दीनानाथ मोदनवाल, मुकुंद बिहारी, ऋषिकेश,संतोष तिवारी, नीरज वर्मा, रंजीत वर्मा, संतोष वर्मा समेत बड़ी संख्या में महिलाएं और श्रद्धालु श्रोता उपस्थित रहे।
Oct 18 2024, 16:17