बिहार के सरकारी स्कूल के गुरु जी बच्चों को पढ़ा रहे थे हनुमान जी पढ़ते थे नमाज, मचा भारी बवाल
डेस्क : बिहार के एक सरकारी स्कूल में एक शिक्षक द्वारा बच्चों को हनुमान जी नमाज पढ़ते थे और राम जी ने खुद उनसे नमाज पढ़वाया था शिक्षा देने का मामला सामने आया है। मामला सामने आने के बाद भारी बवाल मच गया है। दुनिया के किसी स्कूल में ऐसी पढाई नहीं हुई होगी, जो बिहार के एक सरकारी स्कूल में बच्चों को पढाया गया। बिहार के सरकारी स्कूल में टीचर ने बच्चों को पढ़ाया-हनुमान जी मुसलमान थे और वे नमाज पढ़ते थे। हनुमान जी हिन्दू धर्म के पहले ऐसे देवता थे जो नमाज पढ़ते थे, खुद भगवान राम ने उनसे नमाज पढ़वाया था। सरकारी टीचर की ये करतूत सामने आने के बाद भारी बवाल मच गया है।
ये मामला बिहार के बेगूसराय जिले के बछवाड़ा प्रखंड के हरपुर, कादरावाद स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय का है। बताया जा रहा है कि वहां पिछले 8 साल से पोस्टेड टीचर जियाउद्दीन बच्चों को यह पढ़ा रहे थे कि हनुमान जी मुसलमान थे। भगवान राम और हनुमान जी नमाज पढ़ते थे। क्लास में पढ़ने वाले हिन्दू बच्चे ही नहीं बल्कि मुस्लिम लड़कियों ने भी बताया कि जियाउद्दीन मास्टर उन्हें यही बता रहे थे कि हनुमान जी नमाज पढते थे। बवाल तब मचा जब बच्चों ने अपने घर जाकर परिवार में ये जानकारी दी कि मास्टर साहब ऐसी पढ़ाई पढ़ा रहे हैं।
बच्चों ने जब इस बात की जानकारी दी तो हंगामा खड़ा हो गया। बड़ी तादाद में ग्रामीण आज सरकारी स्कूल में पहुंच गये। वहां जमकर हंगामा हुआ। स्कूल के प्रिंसिपल ने भी स्वीकार किया कि उन्हें मास्टर जियाउद्दीन के कारनामे की जानकारी मिली थी। इसके बाद उन्हें मना भी किया था लेकिन वे नहीं माने। नाराज ग्रामीणों ने स्कूल में प्रदर्शन किया। इस दौरान मास्टर जियाउद्दीन स्कूल से गायब हो गया। बाद में वह स्कूल पहुंचा तो ग्रामीणों ने उसे घेरा। जियाउद्दीन ने ग्रामीणों के सामने स्वीकार किया कि वह राम जी और हनुमान जी के बारे में बच्चों को ऐसी जानकारी दे रहा था। उसने ग्रामीणों के सामने माफी मांगी।
इधर मामला सामने आने के बाद बेगूसराय के सांसद औऱ केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भड़क उठे हैं। गिरिराज सिंह ने कहा कि जियाउद्दीन नाम का सरकारी टीचर पढ़ा रहा है कि हनुमान जी मुस्लिम थे और नमाज पढ़ते थे। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार को तत्काल ऐसे शिक्षक पर कार्रवाई करनी चाहिये। इससे सामाजिक सौहार्द बिगड़ने का भारी खतरा है। लिहाजा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खुद इस बात का संज्ञान लेकर जियाउद्दीन मास्टर पर कार्रवाई करनी चाहिये।
Oct 09 2024, 18:19